TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

    मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    साध्वी प्रज्ञा का बड़ा खुलासा: "मोदी और भागवत का नाम लेने के लिए एटीएस ने किया टॉर्चर"

    साध्वी प्रज्ञा का बड़ा खुलासा: “मोदी और भागवत का नाम लेने के लिए एटीएस ने किया टॉर्चर”

    इंडिगो थप्पड़ विवाद में कोई हिंदू शामिल नही, फिर भी कांग्रेस ने फैलाया ‘मुस्लिम विक्टिमहुड’ का नैरेटिव

    इंडिगो थप्पड़ विवाद में कोई हिंदू शामिल नही, फिर भी कांग्रेस ने फैलाया ‘मुस्लिम विक्टिमहुड’ का नैरेटिव

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    'मृत अर्थव्यवस्था' में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    ‘मृत अर्थव्यवस्था’ में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ट्रंप के टैरिफ के बाद भारत नहीं खरीदेगा F-35 लड़ाकू विमान- ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में खुलासा

    ट्रंप के टैरिफ के बाद भारत नहीं खरीदेगा F-35 लड़ाकू विमान- ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में खुलासा

    पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    Exclusive : पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

    मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    साध्वी प्रज्ञा का बड़ा खुलासा: "मोदी और भागवत का नाम लेने के लिए एटीएस ने किया टॉर्चर"

    साध्वी प्रज्ञा का बड़ा खुलासा: “मोदी और भागवत का नाम लेने के लिए एटीएस ने किया टॉर्चर”

    इंडिगो थप्पड़ विवाद में कोई हिंदू शामिल नही, फिर भी कांग्रेस ने फैलाया ‘मुस्लिम विक्टिमहुड’ का नैरेटिव

    इंडिगो थप्पड़ विवाद में कोई हिंदू शामिल नही, फिर भी कांग्रेस ने फैलाया ‘मुस्लिम विक्टिमहुड’ का नैरेटिव

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    'मृत अर्थव्यवस्था' में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    ‘मृत अर्थव्यवस्था’ में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ट्रंप के टैरिफ के बाद भारत नहीं खरीदेगा F-35 लड़ाकू विमान- ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में खुलासा

    ट्रंप के टैरिफ के बाद भारत नहीं खरीदेगा F-35 लड़ाकू विमान- ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में खुलासा

    पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    Exclusive : पूर्व गृह मंत्रालय अधिकारी का दावा: ‘हिंदू आतंकवाद’ का नैरेटिव कांग्रेस की देन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मनुस्मृति: मौजूदा संवैधानिक अधिकार और हज़ारों वर्ष पहले महिलाओं की स्थिति

मनुस्मृति का निर्माण हिंदू संस्कृति की अत्यधिक प्रगति का संकेत माना जाता है

Dr Alok Kumar Dwivedi द्वारा Dr Alok Kumar Dwivedi
10 April 2025
in धर्म
मनुस्मृति: मौजूदा संवैधानिक अधिकार और हज़ारों वर्ष पहले महिलाओं की स्थिति
Share on FacebookShare on X

मनुस्मृति का निर्माण हिंदू संस्कृति की अत्यधिक प्रगति का संकेत माना जाता है। गैरोला ने ‘श्रुति‘ और ‘स्मृति‘ को व्यापक रूप से समानार्थी शब्द बताया है। हालांकि भारतीय सनातन परंपरा में श्रुति और स्मृति में भेद माना जाता है। हिंदू संस्कृति में, ‘श्रुति‘ का अर्थ वेद, ब्राह्मण, आरण्यक और उपनिषद से है, जबकि ‘स्मृति‘ शब्द शड्वेदांग, धर्मशास्त्र, इतिहास, पुराण, अर्थशास्त्र, नीतिशास्त्र आदि को संदर्भित करता है। स्मृति ग्रंथ के चार प्रमुख भाग और विषय माने जाते हैं। पहला भाग ‘आचरण‘ से संबंधित है, दूसरा ‘व्यवहार’ से, तीसरा ‘प्रायश्चित’ से और चौथा ‘कर्म’ से संबन्धित है।

                  आचार्य ‘मनु‘ द्वारा निर्मित नियमों को संकलित करने वाली पुस्तक को ‘मनुस्मृति‘ कहा जाता है। हिंदू शास्त्रों में, इस मनुस्मृति का विशेष महत्व वेदों के बाद दर्शाया गया है। कहा जाता है कि प्राचीन हिंदू सामाजिक व्यवस्था पूरी तरह से इस ग्रंथ पर आधारित थी (सिंह, 2007)। स्मिथ ने उल्लेख किया है कि हिंदू जीवन पद्धति के अनुसार मनुस्मृति की रचना 200 ईसा पूर्व मानी जाती है। विलियम जोन्स ने मनुस्मृति की तिथि 1250 ईसा पूर्व बताई, जबकि श्लेगल ने इसे 1000 ईसा पूर्व का माना। मोनियर विलियम्स ने मनुस्मृति की समयावधि 500 ईसा पूर्व मानी, जबकि वीवर ने महाभारत के बाद के समय को मनुस्मृति की रचना का समय बताया (बेरी, 1971)। राधाकृष्णन ने मनुस्मृति को महाभारत और पुराणों के समान एक ग्रंथ माना। उन्होंने मनुस्मृति की व्याख्या कानून और धर्म के बीच एक सेतु के रूप में की। मनुस्मृति को आगे समझाते हुए उन्होंने कहा कि यह मूल रूप से एक शास्त्र और नैतिक नियमों का संकलन है।

संबंधितपोस्ट

मनुस्मृति पर पुनर्विचार: क्यों भारत के युवाओं को इस प्राचीन ग्रंथ का अध्ययन करना चाहिए?

आपातकाल में जोड़े गए शब्द नासूर हैं: संविधान से ‘सेक्युलर और सोशलिस्ट’ हटाने की मांग के बीच VP धनखड़ का बड़ा बयान

संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

और लोड करें

                    जीवन की व्याख्या के अनुसार, ‘मनुस्मृति‘ को मनु के समय की सामाजिक और सांस्कृतिक व्यवस्था के संविधान के रूप में है। मनुस्मृति तत्कालीन सामाजिक और सांस्कृतिक संरचना को नियंत्रित करने के लिए बनाए गए नियमों का संदर्भ प्रस्तुत करती है। इसमें धार्मिक विश्वासों, अनुष्ठानों, विधियों, सामाजिक श्रम विभाजन, श्रम विभाजन के नियमों आदि के विभिन्न पहलुओं का उल्लेख मिलता है।

मनुस्मृति और महिलाएँ

मनुस्मृति में महिलाओं से संबन्धित अनेकों श्लोक हैं। भारतीय संस्कृति की यह समृद्ध परंपरा है कि वेदों से लेकर उपनिषद, महाकाव्य और धर्मशास्त्र इत्यादि सभी में महिलाओं के सम्मान और उनकी प्रतिष्ठा को लेकर काफी सकारात्मक दृष्टि रही है। मनुस्मृति के तीसरे अध्याय का 56वां श्लोक जो काफी लोकप्रिय है–

“यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः,
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफला क्रियाः।
“ (मनुस्मृति, 3.56)

– जहाँ महिलाओं का सम्मान किया जाता है, वहाँ देवताओं का वास होता है, जहाँ उनका अनादर होता है, वहाँ सभी कर्म निष्फल हो जाते हैं। यह श्लोक निर्धारित करता है कि मनुस्मृति में महिलाओं को लेकर काफी सकारात्मक और श्रद्धापूर्ण भावना है। वस्तुत: मनुस्मृति में आज से हजारों वर्ष पूर्व जिस प्रकार की विराट दृष्टि प्रदर्शित की गयी थी उसका वास्तविक प्रदर्शन तभी हो सकता है जब वर्तमान में भारतीय संविधान और समाज में महिलाओं को प्रदत्त अधिकारों की चर्चा की जाए।

वर्तमान में महिलाओं की स्थिति और उनके अधिकारों को निम्न दृष्टि से से देखा जा सकता है–

1. कानूनी अधिकार

भारतीय संविधान और विभिन्न कानून महिलाओं को विशेष अधिकार और सुरक्षा प्रदान करते हैं। संवैधानिक अधिकारों के तहत, अनुच्छेद 14 समानता के अधिकार की गारंटी देता है, जिससे महिलाओं को पुरुषों के समान कानूनी और सामाजिक अवसर प्राप्त होते हैं। अनुच्छेद 15(3) राज्य को महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए विशेष प्रावधान बनाने की अनुमति देता है, जिससे उनके सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलता है। अनुच्छेद 16 रोज़गार में समान अवसर प्रदान करता है, जिससे महिलाओं को कार्यस्थल पर भेदभाव से बचाया जाता है। इसके अलावा, अनुच्छेद 39(d) समान कार्य के लिए समान वेतन सुनिश्चित करता है, जिससे पुरुषों और महिलाओं के बीच वेतन असमानता को समाप्त करने में सहायता मिलती है। वहीं, अनुच्छेद 42 कामकाजी महिलाओं के लिए प्रसूति लाभ और अनुकूल कार्य परिस्थितियों का प्रावधान करता है, जिससे मातृत्व के दौरान उन्हें आवश्यक सहायता और सुरक्षा मिलती है। इन संवैधानिक प्रावधानों का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और समाज में उनकी समान भागीदारी सुनिश्चित करना है।  Austin, Granville अपनी पुस्तक The Indian Constitution: Cornerstone of a Nation में इस विषय में लिखते हैं, “भारतीय संविधान में निहित समानता का अधिकार महिलाओं के कानूनी और सामाजिक सशक्तिकरण का आधार है, लेकिन इसकी व्यावहारिकता सामाजिक दृष्टिकोण में परिवर्तन पर निर्भर करती है।”

2. सामाजिक अधिकार

महिलाओं को सामाजिक रूप से समानता और गरिमा के साथ जीने का अधिकार प्राप्त है, जो उनके समग्र विकास और आत्मनिर्भरता के लिए आवश्यक है। शिक्षा का अधिकार (RTE Act, 2009) महिलाओं को अनिवार्य और निःशुल्क प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने की गारंटी देता है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में समान भागीदारी कर सकें। विवाह और तलाक के संदर्भ में, हिंदू विवाह अधिनियम और मुस्लिम पर्सनल लॉ जैसे विभिन्न कानूनी प्रावधान महिलाओं को विवाह, तलाक, भरण–पोषण और संपत्ति में उनके अधिकार सुनिश्चित करते हैं। इसके अतिरिक्त, मातृत्व और पारिवारिक अधिकार महिलाओं को मातृत्व अवकाश, शिशु देखभाल और परिवार के भीतर सम्मानजनक स्थान प्रदान करते हैं, जिससे वे व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के बीच संतुलन बना सकें। इन सामाजिक अधिकारों का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाना है। Agnes, Flavia अपनी पुस्तक Law and Gender Inequality: The Politics of Women’s Rights in India में लिखते हैं कि “महिलाओं के आर्थिक अधिकारों का विस्तार केवल कानूनी सुधारों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसमें संरचनात्मक सामाजिक परिवर्तनों की भी आवश्यकता होती है।“

3. राजनीतिक अधिकार

महिलाओं को राजनीति में सक्रिय भागीदारी के लिए विशेष प्रोत्साहन दिया गया है, जिससे वे नीति–निर्माण प्रक्रियाओं में प्रभावी भूमिका निभा सकें। 73वां और 74वां संविधान संशोधन (1992) पंचायतों और नगरपालिकाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण सुनिश्चित करता है, जिससे ग्रामीण और शहरी स्थानीय निकायों में उनकी भागीदारी बढ़ी है। इस प्रावधान ने महिलाओं को जमीनी स्तर पर शासन में शामिल होने का अवसर दिया और समाज में उनकी नेतृत्व क्षमता को विकसित किया। इसके अलावा, संसद और विधानसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण को लेकर नारी शक्ति वंदन अधिनियम, 2023 पारित किया गया, जो उनके राजनीतिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस विधेयक के माध्यम से राष्ट्रीय और राज्य स्तर की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित किया गया है, जिससे नीति–निर्माण में उनकी आवाज को सशक्त किया जा सके। इन राजनीतिक अधिकारों का उद्देश्य महिलाओं को नेतृत्व की मुख्यधारा में लाना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उनकी प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करना है। Duflo Esther अपने शोध पत्र “Women Empowerment and Economic Development में उल्लेख करते हैं कि “राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए नीतिगत आरक्षण आवश्यक है, लेकिन यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि वे प्रभावी निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में शामिल हों।“

4. आर्थिक अधिकार

महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए विभिन्न अधिकार और नीतियाँ लागू की गई हैं, जो उन्हें आत्मनिर्भरता और वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करती हैं। संपत्ति और विरासत के अधिकार के तहत, हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम, 1956 और अन्य संबंधित कानून महिलाओं को पैतृक संपत्ति में समान अधिकार देते हैं, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें। समान वेतन और रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने के लिए संविधान और श्रम कानूनों के माध्यम से महिलाओं को पुरुषों के समान वेतन और कार्य के अवसर प्रदान किए गए हैं, जिससे कार्यस्थल पर लैंगिक भेदभाव को कम किया जा सके। इसके अलावा, महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने स्टार्टअप इंडिया, मुद्रा योजना और महिला स्वयं सहायता समूहों जैसी कई योजनाएँ शुरू की हैं, जो महिलाओं को वित्तीय सहायता और व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान करती हैं। इन आर्थिक अधिकारों का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें समाज में एक मजबूत आर्थिक भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करना है।

5. सांस्कृतिक और धार्मिक अधिकार

भारतीय संविधान महिलाओं को सांस्कृतिक और धार्मिक अधिकार प्रदान करता है, जिससे वे अपनी आस्था, परंपराओं और सांस्कृतिक गतिविधियों में स्वतंत्र रूप से भाग ले सकें। संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत प्रत्येक व्यक्ति को धर्म की स्वतंत्रता प्राप्त है, जिससे महिलाएँ अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने और प्रचार करने के लिए स्वतंत्र होती हैं। इसके अलावा, अनुच्छेद 29 और 30 सांस्कृतिक और शैक्षिक अधिकारों की रक्षा करते हैं, जिससे महिलाएँ अपनी संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित और प्रचारित कर सकती हैं। महिलाओं के व्यक्तिगत कानूनों में सुधार करते हुए हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम, 1956 (संशोधित 2005) के माध्यम से बेटियों को पैतृक संपत्ति में समान अधिकार प्रदान किया गया, वहीं मुस्लिम महिलाओं (विवाह पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 के तहत तीन तलाक को असंवैधानिक घोषित किया गया, जिससे मुस्लिम महिलाओं को उनके अधिकारों की रक्षा मिली। इसके अतिरिक्त, महिलाएँ भारतीय संस्कृति की विभिन्न विधाओं, जैसे कि संगीत, नृत्य, चित्रकला, और अन्य कलाओं में स्वतंत्र रूप से भाग ले सकती हैं। पारंपरिक त्योहारों और धार्मिक आयोजनों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे वे सांस्कृतिक रूप से सशक्त हो सकें। भारतीय संविधान महिलाओं के सांस्कृतिक और धार्मिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कानूनी समर्थन प्रदान करता है, लेकिन सामाजिक और धार्मिक रूढ़ियों को तोड़ने के लिए लगातार संवैधानिक सुधार और सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता बनी हुई है।

इस प्रकार इन बिंदुओं के अंतर्गत वर्तमान में महिलाओं की कानूनी स्थितियों का ज्ञान होता है। क्रमश: …

स्रोत: मनुस्मृति, संविधान, नारी सशक्तिकरण, Manusmriti, constitution, women empowerment,
Tags: ConstitutionManusmritiwomen empowermentनारी सशक्तिकरणमनुस्मृतिसंविधान
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

वक्फ कानून पर दो फाड़ हुए मुस्लिम संगठन: मुस्लिम वुमेन पर्सनल लॉ बोर्ड ने किया कानून का समर्थन, पीएम मोदी की जमकर की तारीफ

अगली पोस्ट

‘नॉर्थ बनाम साउथ’ की राजनीति को लेकर अमित शाह का स्टालिन पर करारा प्रहार, बोले- अपना भ्रष्टाचार छिपा रहे हैं

संबंधित पोस्ट

आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया
धर्म

आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

26 July 2025

DMK सरकार के अधीन तमिलनाडु हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती (HR&CE) विभाग ने एक विवादास्पद कदम उठाया है, जिससे हिंदू समुदाय के लोगों में आक्रोश...

पार्टी दफ्तर समझ रखा है क्या, अखिलेश की मस्जिद में मीटिंग पर BJP ने उठाया सवाल ​
धर्म

पार्टी दफ्तर समझ रखा है क्या? अखिलेश की मस्जिद में मीटिंग पर BJP ने उठाया सवाल ​

23 July 2025

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की संसद भवन के पास स्थित मस्जिद में पार्टी नेताओं के साथ बैठक का बीजेपी ने विरोध शुरू कर दिया...

लंदन के ISKCON रेस्टोरेंट में चिकन खाने वाले हिंदू विरोधी यूट्यूबर ने मांगी माफी
धर्म

लंदन के ISKCON रेस्टोरेंट में चिकन खाने वाले हिंदू विरोधी यूट्यूबर ने मांगी माफी

23 July 2025

आज के क्लिक और शेयर के दौर में हंसी और अपमान के बीच की सीमा कभी इतनी पतली नहीं रही। हाल ही में, ब्रिटिश अफ्रीकी...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Gandhi Family Losing Grip allies Disown Rahul’s Trump-Style Attack on Indian Economy

Gandhi Family Losing Grip allies Disown Rahul’s Trump-Style Attack on Indian Economy

00:06:28

Trump's Tariff Prompt India to Exit F-35 Jet Deal?

00:06:28

Sawan’s Fire, Bharat’s Voice: How India Is Leading the Global Narrative Now

00:06:03

When Reuters Insults India, Its Indian Staff Looks the Other way

00:07:38

NISAR Explained: Why the World Is Watching ISRO and NASA’s Next Move

00:07:26
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited