जब भारत का लोकतंत्र मजबूत खड़ा है, हाइड्रोजन बम से दावे नहीं चलेंगे: राहुल गांधी के आरोप पर बीजेपी का जवाब
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    प्रधानमंत्री मोदी

    BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    प्रधानमंत्री मोदी

    BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जब भारत का लोकतंत्र मजबूत खड़ा है, हाइड्रोजन बम से दावे नहीं चलेंगे: राहुल गांधी के आरोप पर बीजेपी का जवाब

राहुल गांधी के हरियाणा में 25 लाख फेक वोट और हाइड्रोजन बम के दावों पर बीजेपी ने तंज किया। चुनाव आयोग ने बताया कि प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सुरक्षित है। लोकतंत्र मजबूत, विपक्ष के दावे हवा में!

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
5 November 2025
in चर्चित, बिहार डायरी, भारत, मत, राजनीति, समीक्षा
जब भारत का लोकतंत्र मजबूत खड़ा है, हाइड्रोजन बम से दावे नहीं चलेंगे: राहुल गांधी के आरोप पर बीजेपी का जवाब

बीजेपी और चुनाव आयोग ने इस पूरे प्रकरण में संयम और तथ्यात्मक दृष्टिकोण अपनाया।

Share on FacebookShare on X

राहुल गांधी के हालिया आरोप और उनका हरियाणा के संदर्भ में “हाइड्रोजन बम” बयान अब सिर्फ़ राजनीतिक बयान नहीं रह गया है, बल्कि यह साफ़ संकेत है कि कांग्रेस अपनी हताशा और भ्रमित रणनीति के चलते किसी भी बड़े, नाटकीय दावे का सहारा लेने को तैयार है। राहुल गांधी ने बिहार के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले हरियाणा में 25 लाख फेक वोट और एक विदेशी मॉडल की तस्वीर दिखाकर यह दावा किया कि चुनाव में गड़बड़ी हुई है। यह बयान न केवल वास्तविकता से कोसों दूर है, बल्कि भारतीय लोकतंत्र और चुनावी प्रक्रिया का मज़ाक बनाने जैसा है। यह वही विपक्ष है जो चुनाव में हारने के बाद भी तथ्यों और प्रक्रिया को चुनौती देने के बजाय केवल शोर मचाता है।

वास्तव में, इस पूरे प्रकरण में सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि भारत का चुनाव तंत्र इतना सशक्त है कि किसी भी तरह के आरोप आसानी से ठोस प्रमाण की मांग के बिना टिक नहीं सकते। बीजेपी ने राहुल गांधी के इस आरोप का जवाब तेज़ी और तथ्यात्मक ठहराव के साथ दिया। केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने तंज कसा कि 2004 में भी एग्जिट पोल्स में बीजेपी की जीत का दावा किया गया था, लेकिन परिणाम विपरीत आए। तब बीजेपी ने शांतिपूर्वक प्रक्रिया का सम्मान किया और विरोध नहीं किया। यही तर्क आज भी उपयुक्त है। जब विपक्षी दल विरोध या अपील करना चाहते हैं, तो उनकी प्रक्रिया वही हो सकती है जो लोकतंत्र के नियम निर्धारित करते हैं, न कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखावटी बम फोड़ना।

संबंधितपोस्ट

BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

और लोड करें

आखिर अपनी हार को कितना छुपायेगी कांग्रेस?

राहुल गांधी का “एटम बम फटता क्यों नहीं” वाला तंज अब हास्य की श्रेणी में आता है, लेकिन यह दर्शाता है कि कांग्रेस किस हद तक अपने चुनावी नुकसान और आंतरिक असहमति को छिपाने की कोशिश कर रही है। रिजिजू ने भी तंज के साथ बताया कि हरियाणा कांग्रेस के भीतर तालमेल ही नहीं है। राज्य के नेताओं का मानना है कि वे अपने ही कारण से हार रहे हैं और इसका दोष किसी भी वोटिंग प्रणाली या चुनाव आयोग पर डालने की क्षमता नहीं रखते। जब राजनीतिक दल अपनी असफलता के पीछे बाहरी तत्वों को दोष देने का प्रयास करते हैं, तो यह लोकतांत्रिक परिपाटी के लिए खतरनाक उदाहरण बन जाता है।

चुनाव आयोग ने भी इस मामले में स्पष्ट किया है कि वोटर लिस्ट सभी दलों के लिए उपलब्ध है और किसी भी विवाद की स्थिति में उन्हें क्लेम और ऑब्जेक्शन दर्ज करने का पूरा अधिकार है। पोलिंग एजेंट्स मतदान प्रक्रिया में तैनात रहते हैं और काउंटिंग के समय हर दल का प्रतिनिधि मौजूद होता है। यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी तरह की गड़बड़ी या फर्जीवाड़ा नहीं हो। अगर कांग्रेस या कोई भी विपक्षी दल इस प्रक्रिया में असमर्थ रहता है, तो उसका दोष चुनाव तंत्र या प्रशासन पर नहीं डाला जा सकता।

मुद्दा तो है नहीं, नाटक क्यों?

राहुल गांधी की हरियाणा की कहानी को बिहार से जोड़ने की कोशिश अब स्पष्ट रूप से राजनीतिक रणनीति के रूप में दिखाई देती है। बिहार में मतदान के समय कांग्रेस के पास पर्याप्त पोलिंग एजेंट नहीं थे और वे वोटिंग प्रक्रिया पर नियंत्रण नहीं रख पाए। अब उन्होंने मीडिया के जरिए विदेश की महिला की तस्वीर और फर्जी कथित उदाहरण दिखाकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया। यह वही रणनीति है जो अक्सर विपक्षी दलों के पास रहती है, वास्तविक मुद्दों की जगह दिखावटी और तथ्यों से परे नाटक करना।

बीजेपी और चुनाव आयोग ने इस पूरे प्रकरण में संयम और तथ्यात्मक दृष्टिकोण अपनाया। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का बयान स्पष्ट करता है कि चुनाव में जीत के पीछे कार्यकर्ताओं का अनुशासन, मेहनत और जनता के बीच लगातार संवाद ही निर्णायक होता है। तीन-तीन महीने पैदल दौड़ना, 24 घंटे सक्रिय रहना और वोटरों के साथ जुड़ना ही लोकतंत्र की वास्तविक ताकत है। चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता, वोटर लिस्ट की उपलब्धता और प्रत्येक दल के एजेंटों की मौजूदगी इसे और मजबूत बनाती है।

राहुल गांधी और कांग्रेस के नेताओं द्वारा उठाए गए आरोप इस तथ्य को और उजागर करते हैं कि विपक्ष के पास अब वास्तविक मुद्दों की लड़ाई लड़ने की क्षमता नहीं बची है। वे दिखावटी बम, विदेशी उदाहरण और मीडिया शो के सहारे अपने राजनीतिक अस्तित्व को बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि बीजेपी और चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि लोकतंत्र की प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और मजबूत है। किसी भी तरह के आरोप केवल सार्वजनिक ध्यान भटकाने का हथियार बनते हैं, लेकिन चुनाव तंत्र पर उनका कोई असर नहीं पड़ता।

क्यों हारते हैं चुनाव, क्यों नहीं करते इसकी समीक्षा?

वास्तव में, यह मामला यह भी दिखाता है कि भारतीय लोकतंत्र ने वर्षों में कितनी ताकत हासिल की है। एग्जिट पोल्स और ओपिनियन पोल के परिणाम विरोधाभासी हो सकते हैं, लेकिन प्रक्रिया के प्रति विश्वास और प्रणाली की मजबूती हमेशा सर्वोपरि रहती है। विपक्षी दल यदि असफल होते हैं तो यह उनकी आंतरिक कमी और संगठनात्मक असंतुलन का संकेत है, न कि लोकतंत्र की कमजोरी। इस पूरे प्रकरण में रिजिजू का तर्क यही है कि कांग्रेस के नेता अपनी ही विफलताओं और असमंजस को मीडिया और जनता पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि वास्तविक लोकतांत्रिक प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित और नियंत्रित है।

इस पूरे विवाद में राहुल गांधी द्वारा किए गए आरोप और उनका “हाइड्रोजन बम” का संदर्भ केवल मीडिया शो और राजनीतिक नाटकीयता के लिए था। उन्होंने चुनाव आयोग और पोलिंग एजेंट्स की वास्तविक भूमिका को नजरअंदाज किया। भारतीय चुनाव तंत्र इतने सुदृढ़ हैं कि किसी भी राजनीतिक बयान या शोर से प्रक्रिया प्रभावित नहीं होती। वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण, पोलिंग एजेंट्स की मौजूदगी और काउंटिंग में पारदर्शिता यह सुनिश्चित करती हैं कि चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से संपन्न हों।

किसी भी विपक्षी बम से नहीं पड़ता असर

राहुल गांधी और कांग्रेस के नेता यह समझ लें कि भारत का लोकतंत्र अब केवल बयानबाजी और नाटक से प्रभावित नहीं होता। यह लोकतंत्र तथ्यों, प्रक्रिया और नियमों पर आधारित है। विपक्ष का काम है अपनी असफलता को स्वीकार करना और प्रक्रिया में सुधार करना, न कि मीडिया के मंच से भ्रम फैलाना। इस पूरे प्रकरण ने स्पष्ट किया है कि बीजेपी और चुनाव आयोग ने लोकतंत्र की ताकत और पारदर्शिता को बनाए रखते हुए विपक्षी दावों का सामना किया।

अंत में, यह मामला यह संदेश देता है कि भारतीय लोकतंत्र, चुनाव आयोग और राजनीतिक प्रक्रिया इतनी मजबूत है कि किसी भी विपक्षी बयानी बम, विदेशी उदाहरण या शोर से इसकी स्थिरता पर असर नहीं पड़ता। विपक्ष का काम है मुद्दों पर चर्चा करना और जनता को विकल्प देना, न कि तथ्यों को तोड़-मरोड़कर बयानबाजी करना। लोकतंत्र में सक्रियता, अनुशासन और जनता के साथ प्रत्यक्ष संपर्क ही निर्णायक होता है।

भारत अब अपने लोकतंत्र, प्रक्रिया और चुनाव तंत्र में इतना मजबूत है कि किसी भी तरह के “हाइड्रोजन बम” बयान सिर्फ़ हास्य और राजनीति का हिस्सा बनकर रह जाते हैं, जबकि वास्तविक शक्ति और निर्णायक क्षमता व्यवस्था, कार्यकर्ता और जनता की जागरूकता में है।

Tags: Bihar ElectionsBJPFake VotesHaryanaHydrogen BombIndiaKiren RijijuRahul Gandhiकिरेन रिजिजूफेक वोटबिहार चुनावबीजेपीभारतराहुल गाँधीहरियाणाहाइड्रोजन बम
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

जो देश के लिए लड़ता रहा, अब देश उसके लिए खड़ा है: मेजर विक्रांत जेटली की वीरता और भारत की ताकत

अगली पोस्ट

स्वदेशी तकनीक की ताकत: तेजस Mk1A को स्टील्थ बना DRDO ने बदल दिया युद्ध का नक्शा

संबंधित पोस्ट

vijay diwas
इतिहास

Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

16 December 2025

16 दिसंबर 2025 को भारत में विजय दिवस (Vijay Diwas) के रूप में मनाया जाता है. 1971 में इसी दिन भारत ने पाकिस्तान सेना से...

जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’
समीक्षा

जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

15 December 2025

अंग्रेजी भाषा में कहा जाता है कि ‘डेमोग्राफी इज डेमोक्रेसी’। किसी भी देश में लोकतंत्र रहेगा या नहीं रहेगा ये इस बात पर निर्भर करता...

प्रधानमंत्री मोदी
भारत

BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

15 December 2025

संसद का मौजूदा शीतकालीन सत्र इसी 19 दिसंबर को समाप्त हो रहा है, यानी सरकार के पास अहम विधेयकों को पास कराने के लिए एक...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited