TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अस्थिरता के साये में बांग्लादेश

    हिंसा और अस्थिरता के साये में बांग्लादेश: चुनाव से पहले बढ़ता संकट

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अस्थिरता के साये में बांग्लादेश

    हिंसा और अस्थिरता के साये में बांग्लादेश: चुनाव से पहले बढ़ता संकट

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मनमोहन सिंह के 82% विश्वास मत, मोदी के सिर्फ 73%, तो ये अच्छी खबर कैसे हुई? हम समझाते हैं

Dev Desai द्वारा Dev Desai
18 July 2017
in मत
मोदी सरकार
Share on FacebookShare on X

अभी कल ही इंटरनेट पर नरेंद्र मोदी की सरकार की एक ओईसीडी सर्वे द्वारा 73% विश्वास मत मिलने की उपलब्धि की चर्चा ज़ोरों शोरों से चल रही थी। ये हमारे देश के लिए गर्व की बात है, इसलिए हमें इस खोज के बारे में थोड़ी और जानकारी लेनी चाहिए।

क्या है ओईसीडी?

ओईसीडी माने ऑर्गनाइज़ेशन फॉर इकनॉमिक कोऑपरेशन एंड डेव्लपमेंट  [आर्थिक सहकारी और विकास संगठन], जिसकी स्थापना 1948 में इस उद्देश्य से की गयी थी की प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध की गलतियाँ दोबारा नहीं दोहराई जाएंगी। हारे हुये मुल्कों के साथ सहायता और सद्भाव की भावनाएँ दिखाई जाएंगी, न की बरबादी और दंड की। इस संगठन की सफलता को देखते हुये यूएस, जापान और कनाडा ने भी इसमें हिस्सा लिया, और आज 39 सदस्य देशों से सुसज्जित है ये संगठन। हम आपको पहले ही बता दें की यद्यपि भारत ओईसीडी का हिस्सा नहीं है, परंतु ओईसीडी भारत, और उसके जैसे देश जैसे चीन, ब्राज़ील इत्यादि  को एक अहम आर्थिक महाशक्ति और एक महत्वपूर्ण साझेदार के तौर पर स्वीकार करता है। (Source: http://www.oecd.org/about/history/)

संबंधितपोस्ट

SHANTI बिल: नरेन्द्र मोदी सरकार की परमाणु ऊर्जा नीति, विकसित भारत की भविष्य दृष्टि

संघ के 100 वर्ष: डॉ. हेडगेवार को भारत रत्न से सम्मानित कर शताब्दी समारोह को ख़ास बनाएगी मोदी सरकार ?

भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

और लोड करें

ये ओईसीडी की ‘सरकार पर एक नज़र’ सर्वे क्या है?

जिस खोज की वजह से अभी इंटरनेट के बाज़ार में गहमागहमी फैली हुई है, उसका नाम है ‘ओईसीडी : गोवेर्न्मेंट्स एट ए ग्लान्स सर्वे 2017’ [ओईसीडी : ‘सरकार पर एक नज़र’ सर्वेक्षण 2017] सर्वे के प्रथम कुछ पन्ने(http://www.oecd.org/gov/government-at-a-glance-22214399.htm) यह बताते हैं की यह एक प्रकार का जीपीएस है, जिससे कई मानकों पर सरकारें अपना उचित आंकलन कर सकती है, और प्रगति के पथ पर अपने स्तर पर आगे बढ़ सकती है।

इसमें भारत के लिए खुश होने वाली क्या बात है भला?

इस सर्वे रिपोर्ट के पेज 214-215 पे एक नयी खोज मिलेगी, जो जनता का अपने सरकार में कितना विश्वास है, इस तथ्य का आंकलन करती है। इस रिपोर्ट के अनुसार विश्वास को एक सकारात्मक अनुभूति माना जाता है, जिससे एक व्यक्ति या एक संगठन के कार्यों का आंकलन संभव है, और आगे यह भी बताती है की विश्वास की ऊंची दरें ये संकेत देती है की जनता का अपने सरकार में अटूट विश्वास है, उसे लगता है की उक्त सरकार निष्पक्ष, विश्वसनीय, उत्तरदायी और लोक सेवाएँ देने में समर्थ और योग्य साबित होती है, और साथ ही साथ उक्त देश की आशाओं और मंज़िलों को एक नयी उड़ान देने के लिए तत्पर भी है। इस सूचक के लिए आवश्यक जानकारी गैलप वर्ल्ड पोल से एकत्रित की जाती है, जो हर देश के हिसाब से लगभग 1000 नागरिकों का नमूना इकट्ठा करती है।

तो इन खोजों के अनुसार 73% भारतीय को वर्तमान सरकार माने मोदी सरकार में अटूट विश्वास है, जो इस वक़्त दुनिया में तीसरी सबसे भरोसेमंद सरकार है, और इससे आगे केवल स्विट्ज़रलैंड और इंडोनेशिया की सरकार है। ये तो वाकई में खुश होने वाली बात है, नहीं?

पर वो क्या है न, जैसे कुत्ते को देसी घी हजम नहीं होता, वैसे ही कुछ लोगों को जनता का मोदी सरकार में अटूट विश्वास फूटी आँख नहीं सुहाता। ऐसे छील्पकौव्वों ने ये जताने की कोशिश की है  की जनता का विश्वास मनमोहन सरकार में ज़्यादा था, जो 82% के उचत्तम स्तर पर था और मोदी सरकार में यह विश्वास गिरकर 73% तक पहुँच गया है। पर हमने तो सुना था जीत बहुमत की होती है? असल में, ये नमूनें बड़े सफाई से सच्चाई छुपाने में माहिर हैं, क्योंकि 2012 में हुये एक ऐसे ही सर्वे(http://www.pewresearch.org/fact-tank/2013/11/21/confidence-in-government-falls-in-much-of-the-developed-world/) में मनमोहन सरकार में विश्वास 55% के न्यूनतम स्तर तक पहुँच गया था [यह 27% की गिरावट दुनिया में दूसरी सबसे तीव्र गिरावट थी 2007-2012 के समय के लिए, रिपोर्ट के अनुसार]

तो अगर कुछ भी हुआ है, केंद्र सरकार में विश्वास पिछले 3 सालों में दिन दुगनी, रात चौगुनी तरक्की करते हुए दिखा है। ऐसे ही नहीं मोदी सरकार जनता की प्रिय सरकार है।

मोदी सरकार
यूपी चुनाव अभियान 2017 के दौरान मोदी रोडशो, वाराणसी

इस नाटकीय बदलाव का कारण क्या है?

अब चूंकि ओईसीडी रिपोर्ट ने मोदी सरकार में जनता के विश्वास के स्पष्ट कारण बताने से मना किया है, तो हम क्या कर सकते हैं की कुछ बुद्धि का इस्तेमाल कर संभावित कारणों को क्रमबद्ध तरीके से सजा सकते हैं:-

  • 2007 में यूपीए अपने प्रथम सत्रह के मध्यकाल में आ गया था; उस समय देश के मूड में उफान था, क्योंकि नरेगा और आरटीआई जैसे क़ानूनों को 2005 तक पारित कराया गया था। शहरी भारतीयों में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह लोकप्रिय थे, क्योंकि उनकी छवि एक साफ सुथरे, सुधारवादी प्रधानमंत्री की थी, जिसका असर 2009 के चुनाव के परिणाम में भी पड़ा, जब यूपीए ने अपने सीटों में सुधार किया।
  • पर शायद वो तूफान से पहले की खामोशी थी। जब भारतीय जनता मनमोहन की साफ सुथरी छवि पर फिदा हो रही थी, पर्दे के पीछे तो कुछ और ही चक्कर चल रहा था। यूपीए प्रथम में दरअसल सीएजी द्वारा सामने लायी गयी यूपीए द्वितीय के करोड़ों रुपये के घोटालों की नींव आखिर जो पड़ रही थी।
  • फिर सैलाब की तरह अन्ना हज़ारे का आंदोलन और निर्भया कांड सामने आया। भ्रष्टाचार और यौन शोषण के विरुद्ध हुये भीषण आंदोलनो ने मानो पूरे देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था। सारी सरकारी नीतियों को मानो लकवा मार गया था और ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो कोई सरकार है ही नहीं, सिर्फ कुछ सरकारी ठेकेदार हैं, जिनके इशारों पर सब काम हो रहा है। इसमें कोई संदेह नहीं है की सरकार की छवि क्यों जनता की नज़रों में बदनाम होती चली गयी।
  • 2013-14 का सत्र आया, और राष्ट्रीय मंच पर नरेंद्र मोदी का आगमन हुआ, जिनहोने मझधार में फंसे देश को सहारा दिया और उसे अच्छे दिन की उम्मीद भी दिखाई। देश ने उस आदमी में विश्वास दिखाया जिसने कहा ‘न खाऊँगा, न खाने दूँगा’ और उसे प्रधान सेवक के तौर पर 2014 में नियुक्त किया। पिछले 30 सालों में जिस स्तर से कोई पार्टी विजय नहीं दर्ज़ कर पायी, उस स्तर से इनहोने विजय हासिल की।
  • भले ही मीडिया, विपक्ष और कुछ कुटिल बुद्धि के लोग आपको कुछ और सोचने पर मजबूर करना चाहे, पर सत्य तो यह है की मोदी सरकार ने अपने और अपनी सरकार में जनता का विश्वास बरकरार रखा है। सबसे महत्वपूर्ण तो यह बात है की देश को यकीन है की कोई तो है जो अपना शत प्रतिशत से भी ज़्यादा देकर इस देश को सुधारने में लगा हुआ है, जिससे उनका भविष्य सुधर सके। जन धन योजना, स्वच्छ भारत अभियान, पहल योजना, उज्ज्वला योजना, विमुद्रीकरण और जीएसटी(https://twitter.com/5forty3?lang=en) जैसी योजनाओं ने भारत में एक अहम बदलाव लाने में सफल रहीं हैं। और अगर यह सर्वे सबूत के तौर पर काफी नहीं है, तो 2014 के बाद के जितने चुनाव हुये है, दिल्ली और बिहार को छोडकर, वो तो सच में सबूत है।
  • एक देश के तौर पर भारत हमेशा से आशावादी रहा है। और क्या कारण हो सकता है की हर मोर्चे पर असफल होने वाली मनमोहन सरकार में 2012 में भी 55% का अटूट विश्वास रखा गया था? अब हमारे पास एक ऐसे कुशल नेता हैं, जो हमारी आशाओं के अनुरूप चलकर हमारे भारत को एक बार फिर विश्वगुरु बना सकते है।

भारत माता की जय!

Tags: ओईसीडी सर्वेकेंद्रीय सरकारमोदी सरकार
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ऐसे चुने जाते हैं देश के राष्ट्रपति, थोड़ी जटिल पर बड़ी अनोखी प्रक्रिया है

अगली पोस्ट

सिर्फ 8 शब्दों में अजित डोभाल ने भेजी आतंकियों को दिल दहलाने वाली चेतावनी

संबंधित पोस्ट

बांग्लादेश
चर्चित

हिंदू दीपू दास की इस्लामी भीड़ के हाथों बर्बर हत्या उस्मान हादी हत्याकांड का ‘साइड इफेक्ट’ नहीं है, ये मजहबी कट्टरता को आत्मसात कर चुके बांग्लादेश का नया सच है

20 December 2025

बांग्लादेश इस समय गहरी अस्थिरता से गुज़र रहा है। दुर्भाग्य से ये अस्थिरता सिर्फ राजनैतिक नहीं है, ये नैतिक और सामाजिक भी है। अलग भाषाई...

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited