TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के जागरण की कहानी

    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    अमित शाह ने रचा इतिहास: 2,258 दिन तक गृह मंत्री, आडवाणी का रिकॉर्ड तोड़ा

    अमित शाह ने रचा इतिहास: 2,258 दिन तक गृह मंत्री, आडवाणी का रिकॉर्ड तोड़ा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मोदी बनाम ट्रंप पर कांग्रेस में फूट: तिवारी और कार्ति ने किया सरकार का समर्थन, अलग-थलग पड़ गए राहुल गांधी

    मोदी-ट्रंप टैरिफ विवाद: कांग्रेस में मतभेद, तिवारी और कार्ति सरकार के साथ, राहुल गांधी अलग-थलग

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: '1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ

    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: ‘1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ’

    मोदी बनाम ट्रंप पर कांग्रेस में फूट: तिवारी और कार्ति ने किया सरकार का समर्थन, अलग-थलग पड़ गए राहुल गांधी

    मोदी-ट्रंप टैरिफ विवाद: कांग्रेस में मतभेद, तिवारी और कार्ति सरकार के साथ, राहुल गांधी अलग-थलग

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के जागरण की कहानी

    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    अमित शाह ने रचा इतिहास: 2,258 दिन तक गृह मंत्री, आडवाणी का रिकॉर्ड तोड़ा

    अमित शाह ने रचा इतिहास: 2,258 दिन तक गृह मंत्री, आडवाणी का रिकॉर्ड तोड़ा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मोदी बनाम ट्रंप पर कांग्रेस में फूट: तिवारी और कार्ति ने किया सरकार का समर्थन, अलग-थलग पड़ गए राहुल गांधी

    मोदी-ट्रंप टैरिफ विवाद: कांग्रेस में मतभेद, तिवारी और कार्ति सरकार के साथ, राहुल गांधी अलग-थलग

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: '1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ

    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: ‘1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ’

    मोदी बनाम ट्रंप पर कांग्रेस में फूट: तिवारी और कार्ति ने किया सरकार का समर्थन, अलग-थलग पड़ गए राहुल गांधी

    मोदी-ट्रंप टैरिफ विवाद: कांग्रेस में मतभेद, तिवारी और कार्ति सरकार के साथ, राहुल गांधी अलग-थलग

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

गुजरात चुनाव में अमित शाह के नए दाव ने किया विपक्षियों को चारों खाने चित्त

Nitesh Kumar Harne द्वारा Nitesh Kumar Harne
23 October 2017
in मत
गुजरात चुनाव, पाटीदार
Share on FacebookShare on X

गुजरात चुनाव को लेकर राज्य की राजनीतिक गतिविधियाँ अपने चरम पर है जैसे-जैसे राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है, राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ने लगी है और चुनावी माहौल गरमाने लगा है। गुजरात चुनाव को इसीलिए भी महत्वपूर्ण और दिलचस्प बना दिया गया है क्योंकि गुजरात नरेंद्र मोदी के गुजरात मॉडल के लिए तो विख्यात रहा ही है लेकिन इसलिए भी है कि इसी राज्य ने देश को एक कुशल प्रधानमंत्री भी दिया है। यही नही बल्कि भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले रणनीतिकार अमित शाह का भी गृह राज्य है। एक के बाद एक लगातार संसद से पंचायत तक के चुनाव भाजपा को जितवाने के बाद यह देखना होगा कि वह खुद के गृह राज्य में बीजेपी का विजय रथ को कैसे आगे बढ़ा पाएंगे, क्योंकि इसी मेनस्ट्रीम मीडिया द्वारा पालिका से लेकर विधानसभा तक हर चुनाव को मोदी के लिए साख का चुनाव बना दिया जाता है। वही राहुल गांधी के चुनाव दर चुनाव मात खाने के बाद भी राहुल में इन्हें हर चुनाव के पहले एक नई रणनीति और प्रतिभा नजर आने लगती है। तो अपनी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए मीडिया द्वारा गुजरात चुनाव भी अमित शाह और मोदी की साख का चुनाव माना जायेगा। ऐसे में तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए जहाँ अमित शाह जीत की हामी भर रहे है तो वहीं कांग्रेस को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के समर्थन मिलने से प्रदेश कांग्रेस गदगद है।

वादों और दावों का दौर चला है तो बीजेपी भी इसमे पीछे नही है। लेकिन यह चुनाव एक और मामले में दिलचस्प हो जाता है जब पाटीदार आंदोलन से निकलें युवा नेता आपस में ही बाट जाते है। जहाँ हार्दिक पटेल कांग्रेस को समर्थन कर रहे है वहीं उनके साथी रहे रेशमा और वरुण पटेल चुनाव के तुरंत पहले बीजेपी में शामिल हो गये।

संबंधितपोस्ट

यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

‘आप सच्चे भारतीय होते तो ऐसा नहीं कहते’: चीनी कब्जे के दावे पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार

और लोड करें

इसके बाद पाटीदार आन्दोलन की हवा निकल गयी और यह एक राजनितिक आन्दोलन ही प्रतीत होता दिख रहा है।

बीजेपी में शामिल हुए पाटीदार आन्दोलन के दो बड़े नेता :

गुजरात चुनाव को लेकर राजनीती पूरी तरह गरमा गयी है। इस बार यह इसलिए भी ज्यादा दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है क्योंकि पाटीदार आन्दोलन से निकले नेताओं में से कुछ बीजेपी में शामिल हो गए तो कुछ कांग्रेस को समर्थन करने लगे जिससे तमाम समीकरण बदलने लगे है। इससे पहले पाटीदार नेता रेशमा पटेल और वरुण पटेल ने शनिवार को अहमदाबाद में भाजपा कार्यालय में अमित शाह से मुलाकात की। दोनों भाजपा में शामिल हो गए। वरूण और रेशमा हार्दिक पटेल की पाटीदार अनामत आंदोलन समिति का प्रमुख चेहरा थे और आंदोलन के दौरान सत्तारूढ़ बीजेपी के आलोचक रहे है। अब दोनों नेताओं के भाजपा में शामिल होने से हार्दिक पटेल के लिए इसे तगड़ा झटका माना जाए तो अतिशयोक्ती नहीं होगा। उधर अल्पेश ठाकुर भी कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। इससे पहले यह भी खबर थी कि अल्पेश आने वाले समय में गुजरात चुनाव को लेकर अपनी रणनीति की घोषणा कर सकते हैं। यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि वे नई राजनीतिक पार्टी भी बना सकते हैं।

गुजरात चुनाव की सुगबुगाहट के बीच एक नाटकीय घटनाक्रम में पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के महत्वपूर्ण सहयोगी वरूण पटेल और रेशमा पटेल सत्ता पक्ष बीजेपी में शामिल हो जाने से बीजेपी इसे अपनी बड़ी जीत मान रही है क्योंकि गुजरात में पाटीदार आन्दोलन बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती था। जिसमे सेंध लगाने में अमित शाह कामयाब होती हुए।

पूरे घटनाक्रम की दिलचस्प बात यह है कि यह घटनाक्रम कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी के हार्दिक पटेल को उनकी पार्टी के साथ हाथ मिलाने का न्योता देने के कुछ घंटों बाद हुआ है। सोलंकी ने आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के राज्य की सत्ता में आने पर ओबीसी वर्ग को 20 फीसदी अतिरिक्त आरक्षण देने का वादा किया था। मतलब जैसे ही हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को समर्थन देने का मन बनाया उनके साथी ने भाजपा का दामन थाम लिया।

क्या था पाटीदार आन्दोलन ?

पाटीदार समाज के आरक्षण की मांग करते हुए हार्दिक पटेल ने पिछले साल बड़ा आन्दोलन खड़ा किया था जिनके अगुवाई में पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) बनाई गयी। आरक्षण की मांग को लेकर पिछले साल हुए पटेल आंदोलन के दौरान जान माल की भयानक हानि हुयी थी और 14 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। इसी आन्दोलन में हार्दिक के सहयोगी और नेता रहे रेशमा और वरुण प्रमुख चेहरा थे। लेकिन हार्दिक पटेल से नाराजगी के बाद रेशमा और वरुण आंदोलन से अलग हो गए थे।

क्या है गुजरात के जातीगत समीकरण :

हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी, नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से गुजरात बीजेपी के चुनौती बने हुए हैं। कांग्रेस इन तीनों युवा नेताओं को अपने पाले में करने की कोशिश लगातार कर रही है। आपको बता दें कि गुजरात में पिछड़ी जाति की आबादी करीब 40 प्रतिशत, पटेल कुणबी पाटीदार की आबादी 12.16 प्रतिशत है। दलित जातियों की गुजरात में अन्य राज्यों से काफी कम मात्र 7.17 प्रतिशत आबादी है। हार्दिक पटेल पाटीदार नेता है तो अल्पेश ओबीसी समाज के नेता है। जिग्नेश मेवानी दलित नेता के रूप में उभर कर आये है।

हार्दिक पटेल के समर्थन से कांग्रेस गदगद:

कांग्रेस ने पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को गुजरात में विधानसभा चुनाव लड़ने का न्योता दिया है। जिसके बाद शनिवार को एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए हार्दिक ने कहा कि वह बीजेपी को हराने के लिए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ देंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस ने गुजरात में बीजेपी को हराने के लिए हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी और अल्पेश ठाकोर को एक साथ आने का न्योता दिया था। इस बीच गुजरात की पिछड़ी जातियों के युवा नेता अल्पेश ठाकोर ने कांग्रेस में शामिल होने का ऐलान किया है। जिससे कांग्रेस दो बड़े नेताओं का साथ पाकर गदगद है और अपनी जीत का दावा करही है।

हार्दिक पटेल को बताया गद्दार :

अहमदाबाद में रेशमा और वरुण ने बीजेपी में शामिल होने के बाद हार्दिक पटेल को गद्दार बताया। पाटीदार आंदोलन दो गुटों में बंटने के बाद बीजेपी में शामिल हुए पाटीदार नेताओं ने कहा कि हार्दिक ‘कांग्रेस का एजेंट’ बन गया है और मौजूदा राज्य सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आंदोलन का इस्तेमाल करने का प्रयास कर रहा है। वहीं पाटीदार आन्दोलन से निकली युवा नेता रश्मी पटेल ने भाजपा ज्वाइन करने के बाद कहा ‘‘हमारा आंदोलन ओबीसी कोटा के तहत आरक्षण के बारे में था। यह बीजेपी को उखाड़कर उसकी जगह कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए नहीं था। जहां बीजेपी ने हमेशा समुदाय का समर्थन किया है और हमारी ज्यादातर मांगे मान ली हैं। कांग्रेस सिर्फ पटेलों को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करने का प्रयास कर रही है | हम इस तरह की दुर्भावनापूर्ण साजिश का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं।’’ रेशमा और वरुण के बीजेपी में शामिल होने पर हार्दिक ने अपना दुःख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया है ‘कनखजूरा के पैर टूट जाने के बावजूद भी कनखजुरा दौड़ेगा ! मेरें साथ जनता हैं। जनता का साथ है तब तक लड़ता रहूँगा !’

यह कई मायनों में भाजपा के रणनीतिकार अमित शाह की बड़ी जीत है क्योंकि माना जाता है आज भी राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस भाजपा के लिए गुजरात मे कोई चुनौती खड़ी नही कर पाई है।

भले ही मोदी के प्रधानमंत्री बन जाने के बाद गुजरात भाजपा थोड़ी कमजोर जरूर हुई लेकिन देर न करते भाजपा ने आनंदी बेन को हटा विजय रूपानी को मुख्यमंत्री बनाकर समय रहते स्थिति को भांप काबू कर लिया। ऐसे में भाजपा के लिए पाटीदार आन्दोलन के हार्दिक पटेल ही बड़ी चुनौती बनकर उभरे थे। हालांकि पाटीदार जाट और मराठा आंदोलन, आन्दोलन कम और भाजपा का विजय रथ रोकने के लिए विपक्ष द्वारा खड़ा किया गया आंदोलन ज्यादा नजर आता है। बहरहाल हार्दिक पटेल ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि यह आंदोलन सिर्फ गुजरात मे भाजपा को रोकने के लिए ही है। ऐसे में भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती थी हार्दिक पटेल और उनका आंदोलन जिसकी एक बड़ी धुरी थे वरुण और रेशमा पटेल और इन दोनों युवा नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा विपक्षियों की इस चाल को भी नाकाम करने में कामयाब होती नजर आ रही है।

अब यह देखना मजेदार होगा की पाटीदार नेताओं के बंटवारे के बाद कौन सी पार्टी इसका लाभ ले पायेगी और इन्हें भुनाने में कामयाब हो पायेगी। अगर राहुल गांधी हार्दिक पटेल के सहयोग बाद भी गुजरात चुनाव में जैसे तैसे कुछ चमत्कार करने सफल हो जाते है तो आने वाले समय में इसे कांग्रेस के रिफार्म में रूप में देखा जायेगा और कांग्रेस में फिर राहुल के लिए आगे की चुनौतियाँ थोड़ी आसान होगी लेकिन वहीं अगर हार्दिक के समर्थन के बावजूद एक बार फिर विफल होते है तो कांग्रेस अपने कई बड़े चेहरे खो देगी और राहुल खुद कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती माने जाने लग जायेंगे। बररहाल तो यही कहना सही रहेगा कि अमित शाह के राजनीतिक सूझबूझ ने फिर से भाजपा के एक नए परन्तु तगड़े विपक्षी दल को तहस नहस कर दिया है।

Tags: कांग्रेसगुजरातगुजरात चुनावपाटीदारभाजपाहार्दिक पटेल
शेयर1564ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

बरखा दत्त ने एनडीटीवी के खिलाफ जो बताया वो सुन लिया हो तो अब ये सुनिए जो उसने नहीं बताया

अगली पोस्ट

बिना समर्थक का नेता देखा है क्या? नहीं देखा? इनसे मिलिए

संबंधित पोस्ट

यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के जागरण की कहानी
भारत

यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

5 August 2025

स्वतंत्रता के बाद से देश में कई आंदोलन हुए। इसी कड़ी में तीन ऐसी यात्राएं हैं, जिन्होंने देश की तस्वीर तो बदली ही, ऐसी सरकार...

युवाओं के परिप्रेक्ष्य में ‘अनुच्छेद 370’ का निरस्तीकरण: तर्क, आवश्यकता और इतिहास
चर्चित

युवाओं के परिप्रेक्ष्य में ‘अनुच्छेद 370’ का निरस्तीकरण: तर्क, आवश्यकता और इतिहास

5 August 2025

आज 5 अगस्त है और 5 अगस्त भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखी जाने वाली तिथि है। ऐसा इसलिए क्योंकि 5 अगस्त, 2019...

मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”
चर्चित

मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”

2 August 2025

17 वर्ष की प्रतीक्षा, 6200 से अधिक दिन और 1 अनकहा नैरेटिव—जिसे सत्ता, मीडिया और राजनीति ने मिलकर गढ़ा था। मालेगांव विस्फोट मामले में साध्वी...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

PRALAY MISSILE: Know about India’s 5,000 kg Beast That Can Evade Any Radar

PRALAY MISSILE: Know about India’s 5,000 kg Beast That Can Evade Any Radar

00:05:52

Is Congress Against Migrants? Chidambaram Calls Biharis 'Illegal Voters'

00:07:49

Gandhi Family Losing Grip allies Disown Rahul’s Trump-Style Attack on Indian Economy

00:06:28

Trump's Tariff Prompt India to Exit F-35 Jet Deal?

00:06:28

Sawan’s Fire, Bharat’s Voice: How India Is Leading the Global Narrative Now

00:06:03
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited