TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्” के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्” के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

उनकी ‘चॉइस’ स्वतंत्रता और दूसरे की ‘चॉइस’ नपुंसकता!

Guest Author द्वारा Guest Author
19 January 2020
in व्यंग
जेएनयू
Share on FacebookShare on X

यार, जेएनयू में जाने घुसने वाले नकाबपोश छात्र कौन थे ये तो अभी तक पता नहीं लगा है! झगड़े की शुरुआत कहाँ से हुई, पता नहीं लगा है! मारपीट में छात्र यूनिवर्सिटी के थे या बाहर के वो भी पता नहीं लगा है! लेकिन बड़ा अजीब है कि एकदम से किसी एक को गुंडा बता दिया जा रहा है और दूसरे को पीड़ित! आरोप दोनों तरफ से हैं इसलिए पुलिस को समय दिया जाना चाहिए कि वे छानबीन पूरी कर लें!

मैं मानता हूं कि 5जनवरी को जो कुछ हुआ वह किसी भी तरह से वाज़िब नहीं था, ऐसा करने वालों की जल्द से जल्द पहचान कर उन्हें सज़ा मिलनी चाहिए! लेकिन आज जो लोग ‘आज़ादी’ के नारों से गुलामी का रोना रो रहे हैं वे लेफ्ट वाले भी कोई दूध के धुले नहीं है!

संबंधितपोस्ट

DUSU चुनाव 2025: Gen Z ने अपने वोट से दिया राष्ट्रवाद का संदेश

क्यों कॉलर ट्यून से हटाई जा रही है अमिताभ बच्चन की आवाज़?

सलमान से शाहरुख तक, ऑपरेशन सिंदूर पर क्यों खामोश रहे ‘रील हीरोज़’?

और लोड करें

उनपर कटी पहली FIR में लिखा है कि ‘1 जवनरी को कुछ नक़ाबपोश लोग एडमिन ब्लॉक के पास मौजूद CIS में घुस गए। उन्होंने सभी टेक्नीकल स्टाफ को बाहर निकाल दिया, बिजली की सप्लाई बंद कर दी, और सर्वरों को ऐसा कर दिया कि उनसे काम नहीं लिया जा सके। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों को उनकी ड्यूटी निभाने से रोका। ये भी आरोप है कि नक़ाबपोश छात्रों ने सर्वर रूम में मौजूद कर्मचारियों को डराया, गालियां दी और धमकी देकर बाहर निकाल दिया। उन्होंने कमरा बंद कर दिया और कर्मचारियों को दोबारा कमरे में घुसने नहीं दिया। इसके बाद जेएनयू के चीफ सिक्योरिटी अफसर ने कम्प्लेन की, जिसके बाद FIR दर्ज की गयी।’

दूसरी FIR में कहा गया कि ‘3 और 4 जनवरी की रात CIS को बंद कर दिया गया, जिसके बाद रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में बाधा पहुंची। जेएनयू के सुरक्षाकर्मियों की मदद से 4 जनवरी की सुबह 6 बजे CIS को खोलने की कोशिश की गयी। इस FIR में आरोप लगाए गए कि उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को धमकाया, महिला गार्डों को धक्का दिया, गाली दी, शारीरिक रूप से हिंसा की, और धमकी दी कि अगर गेट खोला तो बहुत गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। कुछ गार्डों को पीटा भी गया।’ ऐसे ही कुछ आरोप 5 जनवरी की घटना को लेकर ABVP पर भी लगे हैं! लेकिन फिर क्यों ऐसी छवि बना दी गई है कि ABVP वाले तो गुंडे हैं और लेफ्ट वाले पीड़ित हैं! ABVP के पक्ष में बोला तो आप भक्त हैं और लेफ्ट के पक्ष में बोला तो आप ब्रेवो हैं! जबकि दोनों गुटों से छात्र अस्पतालों में हैं! मारपीट दोनों गुटों के बीच हुई है तो दोनों ओर से छात्र शामिल होंगे ही!

दूसरी बड़ी बात, आज़ादी के नारों में जिन सेलेब्स का समर्थन है उनका ये अधिकार ‘फ्रीडम ऑफ़ चॉइस’ है लेकिन दूसरी ओर जो सेलेब्स अपनी ‘फ्रीडम ऑफ़ चॉइस’ का इस्तेमाल कर इस नारेबाज़ी पर समर्थन नहीं कर रहे हैं उनको तो गालियां दी जा रही है!

अभी थोड़ी देर पहले ही कुछ ट्वीट्स पढ़ीं जहां अमिताभ बच्चन, लता मंगेशकर, सचिन तेंदुलकर, सलमान, आमिर, शाहरुख़, अनुपम खेर जैसी हस्तियों के लिए बुरे-भले शब्द लिखें थे। मैं ट्वीटर को इतना सीरियसली नहीं लेता लेकिन जब सेक्युलर होने का दावा ठोकने वाले मीडिया समूहों को भी यह बिनबिनाते हुए पढ़ा तो सोचा ये क्या चल रहा है!

स्क्रॉल ने बड़ी चालाकी से बच्चन साहब को तो बीजेपी का एजेंट साबित करने का प्रयत्न कर दिया!

सत्य हिंदी बड़ा क्यूट सा सवाल कर रहा है कि आमिर, शाहरुख़, आमिर जैसे मेगा स्टार की चुप्पी का क्या संकेत है? वह जावेद अख्तर को ब्रेवो बताते हुए उनके पाठकों की जिज्ञासा यह बताते हुए शांत कर रहा है कि “जावेद अख़्तर को डर क्यों नहीं लगता?”

अजय देवगन ने एक इंटरव्यू में कहा कि “हम (एक्टर्स) जब भी कुछ कहते हैं, तो उसे सीरियसली लिया जाता है। कभी सही, तो कभी गलत तरीके से। मैं ये कहूंगा कि जब तक आपको किसी मामले के बारे में सबकुछ नहीं पता, तब तक आपको उस पर बोलने का कोई हक नहीं है। पहले ही कुछ साफ नहीं है और उस पर कमेंट करके हम कंफ्यूज़न नहीं बढ़ाना चाहते। हमें इस मामले को और जानने की ज़रूरत है। जब तक हम नहीं जानते, हमें चुप रहना चाहिए। अगर लोगों को लगता है कि इस मामले पर कुछ नहीं बोलने का मतलब, दोषियों के साथ खड़ा होना है, तो ये बेवकूफी है। हम आग में और घी नहीं डाल सकते।”

लेकिन अजय की परिपक्व बात पर लल्लनटॉप ने एक लेख इस शीर्षक के साथ छाप दिया कि “अजय देवगन ने जेएनयू हिंसा पर जो बोला, वो उनके कद के सुपरस्टार से सुनकर बुरा लगता है।”

सोचने वाली बात है ना, ये लोग सदी के महानायक को, लताजी को, तेंदुलकर को कहेंगे कि उन्हें क्या करना चाहिए! वाह!

उनकी ‘चॉइस‘ स्वतंत्रता और दूसरे की ‘चॉइस‘ नपुसंकता! ग़जब! बहुत क्रांतिकारी है!

खैर, आप समझेंगे कि यह एक बहुत ही सुनियोजित तरीके से पिछले कुछ दिनों से पूरा खेल चलाया जा रहा है! इसमें उनका पूरा एक नेटवर्क काम कर रहा है जिसमें मीडिया से पत्रकार, फ़िल्मी दुनिया से कलाकार, कॉलेजों से छात्र, पार्टियों से नेता, वगैरह सब अपना-अपना शत प्रतिशत दे रहे हैं!

पहले मुसलमानों को भड़काया गया कि आपकी नागरिकता छीन ली जाएगी! पत्रकार अपनी टीवी स्क्रीन से निकल कर सड़कों पर आ गए! सेलेब्स भी परदे से निकल कर धरने देने लगे! कुछ ने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर तोड़-फोड़-मारपीट की-करवाई लेकिन उनका मकसद जब उजागर हो गया तो अब दूसरे तरीके ढूंढे जा रहे हैं!

युद्ध का समर्थन मैं भी नहीं करता लेकिन कभी पाकिस्तान से युद्ध की बात हो तो इनका कहना है कि बातचीत से हल निकालों लेकिन, जेएनयू के मुद्दे पर ये लोग तो बातचीत के लिए तैयार ही नहीं है! बस उनकी मान लो या इस्तीफा दे दो! उनके घर पर गटर भर जाये तब भी ये प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांग लेते हैं! अब उनका अगला टारगेट बन गए जेएनयू के VC जिन्होंने उनकी बात नहीं मानी और सेमेस्टर-2 के रेजिस्ट्रेशन रद्द नहीं किये! उनके हिसाब से VC को सभी छात्रों का रेजिस्ट्रेशन रोक देना चाहिए था क्योंकि वे ऐसा चाहते हैं! अब VC ने ऐसा नहीं किया तो एक और नारा जुड़ गया – “वाइस चांसलर से, आज़ादी!”‘

इन सब के बीच सरकार ने कुछ सेलेब्स को CAA के बारे में बातचीत हेतु आमंत्रित किया था जिसमें जावेद साहेब और उनकी फैमिली का भी नाम था लेकिन वे गए नहीं! अब बताओ वे टीवी इंटरव्यूज में तो पहुँच जातें है अपने विचार रखने लेकिन सरकार ने बुलाया तो कट लिए!

Tags: अमिताभ बच्चनजेएनयू
शेयर142ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Pak में क्रिकेट सीरीज होनी थी, Bangladesh के आधे खिलाड़ी और कोच बहाने बनाकर पतली गली से निकल लिए

अगली पोस्ट

“CAA लागू करो वरना problem हो जाएगी”, कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने अपनी ही पार्टी को चेताया

संबंधित पोस्ट

नीतीश कुमार
चर्चित

जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

14 November 2025

लंबे चुनाव अभियान के बाद अब जबकि वोटों की गिनती हो रही है और शुरुआती रुझान बता रहे हैं कि जनता नीतीश रिटर्न पर मुहर...

जसप्रीत बुमराह
क्रिकेट

आलसी बुमराह हैं टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन का कारण, ‘तुक्के वाली जीत’ के बाद अहंकार से भर गए हैं बूम-बूम

18 December 2024

मुझे हैरानी है कि सोशल मीडिया पर 'बुमराह आई हेट यू', 'बॉयकॉट बुमराह' और 'बुमराह को टीम से निकालो' जैसे शब्द ट्रेंड क्यों नहीं कर...

त्रयंबकेश्वर में एक स्वर्णिम अवसर निकला हाथ से!
व्यंग

त्रयंबकेश्वर में एक स्वर्णिम अवसर निकला हाथ से!

17 May 2023

Nashik Trimbakeshwar temple incident: बहुत समय पूर्व नाशिक के प्राचीन नगर में चार निर्भीक मुस्लिम यात्री या यूं कहें निद्रा में लीन राहगीर] त्रयंबकेश्वर मंदिर के...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

00:06:27

How DRDO’s New Laser System Can Destroy Drones at 5 KM Range?

00:04:31

How Nehru Turned His Own Birthday Into Children’s Day

00:05:01
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited