TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘हम पीछे हटने को तैयार हैं’, लद्दाख की ठंड बर्दाश्त नहीं कर पाएं चीनी सैनिक,सैनिकों की संख्या कम करने के लिए भारत से किया वादा

बातों के शेर ,आखिर मिट्टी में हो ही गए ढेर

Krishna Bajpai द्वारा Krishna Bajpai
23 September 2020
in रणनीति
चीनी
Share on FacebookShare on X

लद्दाख में इंडो-तिब्बत सीमा पर भारत-चीन विवाद के बीच अब भारतीय सेना की शक्ति को देखकर चीनी पीएलए और सरकार के हाथ-पांव फूलने लगे हैं। पीएलए के सैनिक लद्दाख की ठंड में अस्पताल भाग रहे हैं तो भारतीय सेना लगातार बर्फ जमीं चोटियों पर तिरंगा लहरा रही है। भारतीय सेना के इस शौर्य से डरकर अब चीनी सरकार सरेंडर करते हुए भारत के सामने कहने लगी है कि हम अब सीमा पर सैनिक नहीं भेजेंगे आप भी मत भेजिए।

दरअसल, कमांडर लेवल की बैठक के बाद भारत-चीन के अपने सुंयक्त बयान में कहा है कि “गलतफहमी से बचने, सीमा पर ज्यादा जवान नहीं भेजने, एकतरफा जमीनी कार्रवाई से हालात बदलने की कोशिश से बचने की बात के पालन पर सहमति बनी है. जल्द से जल्द कमांडर लेवल की बैठक के 7वें राउंड के आयोजन पर भी सहमति बनी.” बयान में आगे कहा गया कि, “दोनों पक्ष भारत और चीन के नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति के ईमानदारी से क्रियान्वयन पर सहमत हुए. भारत और चीन की सेनाएं आपस में संपर्क मजबूत करने और गलतफहमी तथा गलत निर्णय से बचने पर सहमत हुईं.”

संबंधितपोस्ट

ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

ट्रंप से लड़ाई के बीच एलन मस्क को लेकर भारत का बड़ा एलान

भारत में दंगे कराना चाहता था पाकिस्तान लेकिन…: जम्मू-कश्मीर से पीएम मोदी का कड़ा संदेश, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर कही ये बात

और लोड करें

कई स्तर की बैठकों के बाद इस बयान से अगर किसी की हार दिखाई देती है तो वो चीन ही है. भारत ने तो पहले ही लद्दाख में बढ़त हासिल की हुई है और चीन के हर नापाक मंसूबों पर पानी फेर रहा है. पिछले एक महीने के अंदर जिस तरह से भारतीय सैनिकों ने चीन द्वारा हड़पी गयी चोटियों को अपने कब्जे में किया है और लगातार बढ़त बनाये हुए है उससे चीन अब इस तनाव पर विराम लगाने की बात कर रहा है.

हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई थी कि भारतीय सेना ने लद्दाख की 6 चोटियों अपना कब्जा जमाया था। यही नहीं, 29-30 अगस्त के बीच चीनी सैनिकों की घुसपैठ की कोशिशों पर भारतीय सेना ने जिस तरह से अपनी बचाव की रणनीति को हमलावर कर दिया है उससे चीनी पीएलए के होश फाख्ता हो गए हैं। चीनी सेना जिन जगहों से भारत के खिलाफ भारी पड़ सकती थी उन सभी जगहों पर चीनी सैनिकों से पहले चुस्ती दिखाते हुए भारतीय जवानों ने न केवल कैंप लगा लिए हैं बल्कि लंबे वक्त के लिए ठहरने के इंतजाम भी कर लिया है।

ठंड को लेकर रक्षा विशेषज्ञों को चिंता थी कि भारतीय सेना को इसके कारण दिक्कतें होंगी और सेना को लॉजिस्टिक्स पहुंचाने में समस्याएं आएंगी। लेकिन सेना ने अगले 7-8 महीनों के लिए पहले से ही हथियार, टैंक्स, कपड़े, ईंधन समेत भोजन का बेहतरीन इंतजाम कर लिया है जिससे भारतीय जवान किसी भी विषम परिस्थिति में चीनी सैनिकों को उनकी औकात दिखा सकें।

यही नहीं, भारत ने लद्दाख सीमा पर क़रीब 30 से 35 हजार जवानों की तैनाती कर दी है जिसमें स्पेशल फोर्सेज के प्रशिक्षित जवान और कमांडो भी शामिल हैं। इसके अलावा वायुसेना के महत्वपूर्ण लड़ाकू विमानों को हाईअलर्ट पर रखने के साथ ही भारतीय सरकार ने चीन से जुड़ीं सभी सीमाओं पर अपनी चौकसी पहले से ज्यादा सख्त करते हुए भारी संख्या में सैन्य तैनाती कर दी है। भारत के इसी रवैए के चलते उसका पलड़ा पूरे क्षेत्र में भारी हो गया है जो कि चीन के लिए परेशानी का सबब है।

बता दें कि सर्दी के मौसम में दोनों देशों की सेनाएं लंबे वक्त तक बाहरी दुनिया से कट जाती हैं। ऐसे में वहां भारतीय सेना पहले ही अपनी जबरदस्त तैयारी कर चुकी है जबकि चीनी सैनिकों की हालत बेहद पतली हो गई है। वो लद्दाख की ठंड नहीं झेल पा रहे हैं और उन्हें आए दिन अस्पताल जाना पड़ रहा है. हमने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि भारतीय सैनिकों ने एलएसी के उस पार पीएलए के सैनिकों को पैंगोंग त्सो के उत्तरी छोर पर स्थित फिंगर 4 क्षेत्र से स्ट्रेचर पर नीचे जाते देखा है। उन्हें फिंगर छह से आगे स्थित चीनी मेडिकल फैसिलिटी पर भेजा गया, क्योंकि पीएलए के सैनिकों को ऊंचे इलाकों में काम करने के कारण तकलीफ़ें महसूस हो रही हैं। ये प्रकरण पिछले कई दिनों से जारी है।

बता दें कि सर्दियों की शुरुआत को ध्यान में रखते हुए पहले ही भारतीय सैनिकों ने अपनी तैयारी कर ली थी। इसके साथ ही ऊंचाई वाले स्थानों पर काम आने वाले उपकरणों और अन्य सामग्री की पर्याप्त आपूर्ति का प्रबंध किया गया है। इसके अलावा लद्दाख में स्थानीय निवासी भी भारतीय सेना की मदद करने के लिए स्वेच्छा से आगे हैं और जब भी किसी चीज की जरूरत होगी, तब वह भारतीय जवानों की सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।

ऐसे में संभावनाएं ये भी हो सकती है कि भारत चीन की विस्तारवादी नीति पर ब्रेक लगाते हुए चीन द्वारा हड़पे गए भारतीय गोस्थान क्षेत्र यानी अक्साई चिन को वापस अपने कब्जे में ले ले. भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में संसद के अपने संबोधन में कहा था, “चीन ने आज भी लद्दाख के 38000 स्क्वेयर किलोमीटर वर्ग क्षेत्र की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा जमाया हुआ है। इसके अलावा 1963 के सिनो-पाकिस्तान बाउंडरी एग्रीमेंट के अंतर्गत पाकिस्तान ने अपने कब्ज़े में स्थित कश्मीर का 5180 स्क्वेयर किलोमीटर हिस्सा चीन को सौंप दिया। चीन अरुणाचल प्रदेश के लगभग 90,000 स्क्वेयर किलोमीटर के भूमि क्षेत्र पर भी दावा करता है। जो कि भारत का ही है।” गौरतलब है कि गृहमंत्री अमित शाह अक्साई चिन को लेकर भारत की प्रतिबद्धता ज़ाहिर कर चुके हैं। शायद यही कारण है कि चीन अब इस तनाव को कम करने पर जोर दे रहा है जो चीन की भारतीय सैनिकों के समक्ष उसकी निराशा को दर्शाता है।

जहाँ एक तरफ भारतीय सैनिक सीमा पर डटे हुए हैं तो वहीं चीनी सैनिक अस्पताल के चक्कर काट रहे.
भारत अब सीमा पर और जवान नहीं भेज रहा क्योंकि पहले ही भारत ने आवश्यक सैनिकों की तैनाती कर दी है खासकर पूर्वी लद्दाख में. जबकि चीन को अपने सैनिकों को सीमा पर लगातार भेज रहा और ये उसकी जरूरत भी थी परन्तु अब चीन ने ऐसा न करने की बात कही है.

हर बार चीन को भारत के सामने झुकना ही पड़ता और इस बार भी ऐसा ही होता दिखाई दे रहा है. डोकलाम विवाद के बाद एक बार फिर चीनी पीएलए को भारत के सामने मुंह की खानी पड़ी है और बातचीत के टेबल पर आना पड़ा।

चीन भले ही अपने इस कदम को दोनों देशों की साझा नीति बताकर पेश कर रहा हो लेकिन असल में चीन भारत की युद्धक तैयारियों, कठोर रुख और भारतीय सेना के आक्रामक रवैए से डर गया है जिस कारण उसने सेना के पीछे हटाने की भारतीय कूटनीतिज्ञों की बात को स्वीकार किया है।

शेयर112ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

इधर भारत मिराज, सुखोई और राफेल के साथ रेड मारने की प्रैक्टिस कर रहा है, उधर चीनी Ambulance को फोन मिला रहे हैं

अगली पोस्ट

‘हमारे यहाँ निवेश करें’, चीन ने दिवालिया होने से बचने के लिए अपनी अर्थव्यवस्था को दुनिया के लिए खोलना शुरू कर दिया है

संबंधित पोस्ट

PMO PM Modi Indian Jet Engine Program
रक्षा

PMO को अपने हाथों क्यों लेनी चाहिए जेट इंजन प्रोग्राम की कमान?

17 May 2025

भारत आज एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां उसे अपनी रणनीतिक दिशा तय करनी है। दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं...

China Pakistan Operation Sindoor India
भारत

ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

12 May 2025

'हाथी के दांत दिखाने के अलग और चबाने के अलग होते हैं'। भारत और पाकिस्तान के मामले में यही हाल चीन का होता है। पहलगाम...

Operation Sindoor Indian Air Force
भारत

‘ऑपरेशन सिंदूर जारी है, कोई कयास न लगाएं’, कहां है वायुसेना का इशारा?

11 May 2025

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने उग्र रूप से आतंकियों को जवाब दिया। इससे तिलमिलाए पाकिस्तान ने इसी सैन्य कार्रवाई में बदल दिया। इसके...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited