TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    26 नवंबर भारतीय संविधान दिवस

    संविधान दिवस: भारतीय चिंतन परंपरा की दृष्टि से संविधान 

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा की स्थापना की

    धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    26 नवंबर भारतीय संविधान दिवस

    संविधान दिवस: भारतीय चिंतन परंपरा की दृष्टि से संविधान 

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा की स्थापना की

    धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

1971 – जब अमेरिका ने चीन को भारत पर आक्रमण करने के लिए उकसाया

एजेंडा का चक्कर बाबू भैया!

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
16 December 2021
in इतिहास
1971 War

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

आज विजय दिवस है। आज ही के दिन 1971 में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध जीता और एक नए देश का निर्माण कर विश्व को चेतावनी दी थी कि भारत को कम आंकना किसी भी देश के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। यह चेतावनी अमेरिका के लिए भी थी, जो उस समय भारत के खिलाफ कई षड्यंत्र रच रहा था। यह 93,000 से अधिक सेना को बंदी बनाने वाली जीत, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन और सुरक्षा सलाहकार हेनरी किसिंजर के भारत विरोधी पूर्वाग्रहों को भी एक चेतावनी थी। हालांकि, कम लोग ही यह जानते हैं कि जब भारत-पाकिस्तान को अपने पश्चिमी तट से लेकर पूर्वी तट तक और कराची से लेकर बांग्लादेश की धरती तक रौंद रहा था, तब अमेरिका, चीन को भारत पर आक्रमण करने के लिए उकसा रहा था।

निक्सन का चीन के साथ Re-approchement अभियान

दरअसल, भारत-पाकिस्तान का युद्ध उस दौर में आरंभ हुआ था, जब अमेरिका में कुख्यात रिचर्ड निक्सन और उनके सुरक्षा सलाहकर हेनरी किसिंजर की जोड़ी शासन कर रही थी। इन दोनों को ही भारत फूटी आंख भी नहीं सुहाता था। भारत का रूस के साथ बढ़ते संबंधों के कारण इन्हें लगता था कि भारत एक Russian Stooge है। यही नहीं, चीन की उस दौरान रूस के साथ बढ़े तकरार के मौके को भुनाने के लिए इन दोनों ने चीन के साथ Re-approchement अभियान चलाया और इसके लिए उन्होंने मोहरा बनाया पाकिस्तान के तानाशाह याह्या खान को।

संबंधितपोस्ट

अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

कितना भरोसेमंद है BBC? नई दिल्ली से तेल अवीव और वॉशिंगटन तक क्यों गिरती जा रही है बीबीसी की साख और विश्वसनीयता ?tfi

दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

और लोड करें

पाकिस्तान और चीन की दोस्ती का फायदा उठाते हुए अमेरिका ने चीनी समर्थन के लिए हरसंभव कोशिश की जो वह कर सकता था, जिससे एशिया में उसे सोवियत संघ के विरुद्ध एक मजबूत देश मिल जाए। निक्सन के इस गणित में भारत कहीं भी नहीं था। साल 2002 में NSA और The George Washington University’s Cold War Group ने कई अमेरिकी दस्तावेज़ को Declassify किया था, जिसमें अमेरिका के इस योजना का खुलासा हुआ था। इसमें स्पष्ट लिखा था कि “1969 की शुरुआत में राष्ट्रपति पद पर बैठने के बाद से और इससे भी पहले, कम से कम संभावित परमाणु खतरे को रोकने के लिए नहीं, बल्कि प्रतिकूल चीन-सोवियत संबंधों का लाभ उठाकर, शीत युद्ध में सोवियत संघ के साथ एक और मोर्चा खोलने के लिए निक्सन चीन के साथ संबंधों को बदलने में रुचि रखते थे।”

और पढ़े: लोंगेवाला का वास्तविक युद्ध, जिसके साथ ‘बॉर्डर’ फिल्म ने पूर्ण न्याय नहीं किया

चीन को साधने में पाकिस्तान ने की अमेरिका की मदद

अक्टूबर 1970 में, किसिंजर ने पाकिस्तान के तानाशाह जनरल याह्या खान से मुलाकात की, जिन्होंने एक साल पहले चीन और अमेरिका के बीच संचार के लिए एक चैनल की पेशकश की थी। उसी समय पाकिस्तान ने बताया कि चीन के प्रधानमंत्री का एक महत्वपूर्ण संदेश आया है। इससे अमेरिका खुश हो गया और बांग्लादेश की समस्या को नजरंदाज करते हुए ‘Ping Pong Diplomacy’ पर ही अपने ध्यान को केन्द्रित रखा। उसी समय, अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन ने चीन जाने में अपनी रुचि के बारे में सार्वजनिक बयान दिए।

फ्रांसीसी मूल के लेखक, पत्रकार, इतिहासकार और तिब्बत विशेषज्ञ क्लाउड अर्पी ने अपने लेख में बताया है कि 27 अप्रैल, 1971 को पाकिस्तानी राजदूत ने तत्कालीन चीनी प्रधानमंत्री Zhou Enlai का जवाब दिया। इस संदेश में यही था कि Mao Zedong और Zhou Enlai, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन की यात्रा में रुचि दिखा रहे हैं। इसी सकारात्मक जवाब को देख कर निक्सन ने जुलाई 1971 में किसिंजर को चीन की गुप्त यात्रा पर भेज दिया, जिसे आज भी अमेरिका और चीन के संबंधों में एक अहम मोड़ माना जाता है।

अमेरिका ने ऑपरेशन सर्चलाइट के अत्याचार की खबरों को दबाया

यहां ध्यान देना होगा कि यह वही समय है, जब पाकिस्तानी सेना ने पूर्वी पाकिस्तान में ऑपरेशन सर्चलाइट चला कर अत्याचार का वो तांडव आरंभ किया था, जो विश्व युद्ध के बाद कभी भी नहीं देखा गया था। पाकिस्तानी सेना द्वारा किए जा रहे जुल्मों से बचने के लिए लाखों शरणार्थी भारत में शरण लेने लगे थे। परंतु, वाशिंगटन को इससे कोई मतलब नहीं था और इस मामले को अमेरिका ने दबाने का कुत्सित प्रयास भी किया। इसी दौरान अमेरिका ने चीन को पाकिस्तान के तरफ से भारत पर चढ़ाई करने का सुझाव भी दे दिया था। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन और सुरक्षा सलाहकरा किसिंजर को ढाका स्थित महावाणिज्य दूतावास में तैनात अपने कर्मचारियों से पाकिस्तानी सेना द्वारा किए जा रहे ‘आतंक के तांडव’ की रिपोर्ट मिली, लेकिन उन्होंने इसे नजरंदाज कर दिया।

और पढ़े: Navy Day: जब पाकिस्तान ने डाली थी द्वारका पर बुरी नज़र, तो बदले में मिली थी कराची की तबाही

NSA वेबसाइट ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि निक्सन और किसिंजर नहीं चाहते थे कि पश्चिमी पाकिस्तान के लोग अमेरिका के खिलाफ हो जाएं और चीन के साथ चल रहे उनके प्रयास पर कोई आंच आए। दस्तावेजों के अनुसार जब शरणार्थी मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध का कारण बना, तब निक्सन और किसिंजर ने सोचा कि चीन, जिसका पाकिस्तान के साथ घनिष्ठ संबंध था, वह संकट में भूमिका निभा सकता है। भारतीय प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की वाशिंगटन यात्रा के बाद, 5 नवंबर, 1971 को किसिंजर के साथ निक्सन की मुलाकातों के दिलचस्प विवरण हैं। तब किसिंजर ने कहा था कि “भारतीय वैसे भी कमीने हैं। वे वहां [बांग्लादेश में] युद्ध शुरू कर रहे हैं।”

किसिंजर और निक्सन ने चीन को उकसाया

तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन और उनके सुरक्षा सलाहकरा किसिंजर चाहते थे कि चीन भारत पर अधिक दबाव डाले। दस्तावेजों के अनुसार किसिंजर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमें [चीन को] बताना होगा कि उनकी ओर से भारतीय सीमा पर चढ़ाई बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है।’

10 दिसंबर से किसिंजर ने भारत के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए चीनियों को प्रोत्साहित करना शुरू किया। दस्तावेजों के अनुसार किसिंजर ने कहा, ‘यदि पीपुल्स रिपब्लिक भारतीय उपमहाद्वीप की स्थिति को सुरक्षा के लिए खतरा मानता है और यदि वह अपनी सुरक्षा की रक्षा के लिए उपाय करता है, तो अमेरिका उन प्रयासों का विरोध करेगा जो People’s Republic (चीन) के खिलाफ हस्तक्षेप करने के लिए आगे बढ़ेगा।’ अर्थात् वे स्पष्ट रूप से यह कह रहे थे कि चीन, भारत पर हमला करे। साथ ही मदद का आश्वासन देने हुए यह भी कह रहे हैं कि जो भी चीन को भारत के खिलाफ आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास करेगा, उससे वे युद्ध के लिए तैयार हैं।

और पढ़े: 1971 में इंदिरा गांधी POK को वापस ले सकती थीं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया

इसी बीच 12 दिसंबर 1971 को, संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत Huang Hua ने किसिंजर के साथ न्यूयॉर्क में एक तत्काल बैठक के लिए कहा था। किसिंजर निश्चिंत थें कि बीजिंग भारतीय सीमा की ओर आगे बढ़ने वाला है। ऐसे में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति निक्सन को यह चिंता सताने लगी कि अगर सोवियत संघ चीन के खिलाफ आ गया, तो अमेरिका क्या करेगा? इस पर किसिंजर ने उनसे कहा, ‘हमें परमाणु हथियारों की पैरवी नहीं करनी है। हमें सतर्क रहना होगा, हमें सेना को भेजना पड़ सकता है। हमें उन्हें (चीन को) बमबारी में सहायता देनी पड़ सकती है।’ हालांकि, ऐसा कुछ हुआ नहीं और चीन ने अपने आप को अपनी सीमा में ही रखना उचित समझा।

जब अमेरिका के विरुद्ध भारत का साथ देने आ गया था रुस

हालांकि, उस समय निक्सन और किसिंजर ने जानबूझ कर पाकिस्तानी सेना की मदद के लिए एक अमेरिकी विमानवाहक पोत और अन्य नौसैनिक बलों को बंगाल की खाड़ी में भेजने का फैसला किया था। अमेरिका ने अपने 7वें बेड़े को भारत के खिलाफ उतार दिया था, ब्रिटेन ने भी अपने ईगल नामक बेड़े को भारत के खिलाफ बंगाल की खाड़ी में भेज दिया था। जिसके बाद भारत ने रुस से सहायता मांगी और रुस ने भारत का साथ देते हुए अपना 40वां बेड़ा भेज दिया। जिसे देखते ही अमेरिका और ब्रिटेन की हालत पतली हो गई थी। ब्रिटेन ने तो यहां तक कह दिया था कि ‘We are so late’। अमेरिका का मानना था कि ‘सोवियत हथियारों द्वारा समर्थित सोवियत कठपुतली’ को पाकिस्तान पर जीत से रोका जा सके। इसमें भी निक्सन को सफलता नहीं मिली।

भारतीय सेना ने न सिर्फ कराची को धूल धूसरित किया, बल्कि पाकिस्तान से विश्व के सबसे बड़े सार्वजनिक आत्मसमर्पण पत्र हस्ताक्षर करवाया। यह कहानी थी अमेरिका के धोखे की, जो वह चीन और पाकिस्तान के साथ मिल कर भारत को देना चाहता था। आज विजय दिवस के दिन भारत के इस जीत का उत्सव और दोगुना हो जाता है, जब यह पता चलता है कि अमेरिका ने न सिर्फ पाकिस्तान की मदद की, बल्कि चीन को भी भारत के खिलाफ उकसाने का प्रयास किया, जिसमें वह सफल नहीं हो सका था।

और पढ़े: JFR Jacob – भारत के वो शूरवीर जिन्होंने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के पराजय की पटकथा रची

Tags: अमेरिकाभारतीय सेनाविजय दिवस
शेयर40ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

मियां को प्यार, हिन्दू भाई को फटकार: ‘आज तक’ की Oscar Winning नौटंकी

अगली पोस्ट

प्रिय बैंक कर्मचारियों, अपनी हड़ताल जारी रखें, PSB का निजीकरण होकर रहेगा

संबंधित पोस्ट

बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है
इतिहास

क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

26 November 2025

इतिहास की एक बड़ी विशेषता ये है कि वो नायकों और खलनायकों को परिभाषित करने का जिम्मा आने वाली पीढ़ियों पर छोड़ देता है, और...

26 नवंबर भारतीय संविधान दिवस
इतिहास

संविधान दिवस: भारतीय चिंतन परंपरा की दृष्टि से संविधान 

26 November 2025

भारत में संविधान दिवस  प्रतिवर्ष  26 नवंबर को मनाया जाता है। यह मात्र एक स्मृति-दिवस नहीं, बल्कि उस ऐतिहासिक क्षण का उत्सव है जब 1949...

श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति
Uncategorized

श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

25 November 2025

कुरुक्षेत्र की पवित्र भूमि मंगलवार को एक अद्वितीय आध्यात्मिक भाव से भर उठी, जब श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर राज्य...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited