TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    गाजा मायने रखता है, हिंदू नहीं? गांधी परिवार की तुष्टिकरण की राजनीति जारी है

    “गांधी परिवार की प्राथमिकताएं सवालों के घेरे में, गाजा पर आवाज़, हिंदुओं पर चुप्पी?”

    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    भारत में धर्मांतरण विवाद: अपराधों को छुपाने के लिए भारत में ईसाई समूहों का ‘उत्पीड़न’ का आरोप

    भारत में धर्मांतरण विवाद: अपराधों को छुपाने के लिए भारत में ईसाई समूहों का ‘उत्पीड़न’ का आरोप

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार"

    “भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार”

    "माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया"

    “माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया”

    भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    गाजा मायने रखता है, हिंदू नहीं? गांधी परिवार की तुष्टिकरण की राजनीति जारी है

    “गांधी परिवार की प्राथमिकताएं सवालों के घेरे में, गाजा पर आवाज़, हिंदुओं पर चुप्पी?”

    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    भारत में धर्मांतरण विवाद: अपराधों को छुपाने के लिए भारत में ईसाई समूहों का ‘उत्पीड़न’ का आरोप

    भारत में धर्मांतरण विवाद: अपराधों को छुपाने के लिए भारत में ईसाई समूहों का ‘उत्पीड़न’ का आरोप

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार"

    “भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार”

    "माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया"

    “माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया”

    भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

चीनी ऋण जाल बहुत बड़ा झोल है, अफ्रीकी देशों को श्रीलंका से सबक लेना चाहिए

अफ्रीकी देशों के लिए घातक है चीन की 'कर्ज-जाल कूटनीति'?

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
27 June 2022
in विश्व
China

Source- TFIPOST.in

Share on FacebookShare on X

श्रीलंका के साथ चीन की ऋण जाल की कूटनीति ने कई अफ्रीकी देशो को डरा दिया हैं। जिस तरह से श्रीलंका ने हंबनटोटा के रणनीतिक बंदरगाह का नियंत्रण चीन को सौंप दिया है, वह चीन के ‘ऋण-जाल कूटनीति’ को उजागर करता है। इससे यह सवाल खड़ा होता है कि क्या विकासशील देश अपने संसाधनों और सामरिक संपत्तियों को चीन को गिरवी रख रहे हैं? वित्त पोषण हेतु चीन पर अफ्रीकी देशों की भारी निर्भरता को देखते हुए पूरे विश्व को यह चिंता सता रही है कि क्या आने वाले समय में अफ्रीकी राज्यों को भी श्रीलंका जैसे हालातों का सामना करना पड़ेगा और अनजाने में ये देश भी चीन के वैश्विक रणनीतिक एजेंडे में मोहरे बन जाएंगे?

श्रीलंका में क्या हुआ?

श्रीलंका में जो हुआ उसे फिर से समझना महत्वपूर्ण है। गृहयुद्ध के बाद श्रीलंका ने जीर्ण-शीर्ण बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के लिए उधार लिया। श्रीलंकाई सरकारों के लिए चीन एक उदार मित्र था, जो सस्ते और आसान और धन की पेशकश करता था। लेकिन देश जल्द ही आर्थिक संकट में पड़ गया और जब कर्ज का बोझ अस्थिर हो गया, तो श्रीलंका सरकार को चुकौती के एवज में 2017 में बंदरगाह पर नियंत्रण छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।

संबंधितपोस्ट

अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर शुरू किया सबसे बड़े बांध का निर्माण, जानिए भारत पर क्या होगा इसका असर

चीन की सरहद पर भारत की रणनीतिक बढ़त, नवंबर 2026 तक तैयार होगा नया ‘सैन्य मार्ग’

और लोड करें

आमतौर पर, चीनी ऋण के चुकौती हेतु संसाधनों को नकद के रूप में ग्रहण करते हैं। गरीब देशों को जिस बुनियादी ढांचे की जरूरत है, उसके वित्तपोषण और निर्माण के बदले में, चीन खनिज संसाधनों से लेकर बंदरगाहों तक उनकी प्राकृतिक संपत्ति तक अनुकूल पहुंच की मांग करता है। प्राप्तकर्ता राष्ट्र आमतौर पर कम क्रेडिट रेटिंग से पीड़ित होते हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय वित्तीय बाजार से धन प्राप्त करने में कठिनाई होती है। अतः, वो मान जाते हैं. ऊपर से चीन कुछ शर्तों और पारंपरिक स्रोतों की तुलना में कम ‘कागजी कार्रवाई’ के साथ अपेक्षाकृत आसानी से वित्तपोषण उपलब्ध कराता है।

और पढ़ें: ‘वामपंथी चिंटुओं’ को साइड करिए, ‘परिवारवाद’ और ‘फ्री-बांटो मॉडल’ से बर्बाद हुआ श्रीलंका

अफ्रीका में चीन की भागीदारी की प्रकृति क्या है?

इस प्रवृत्ति के आलोक में, अफ्रीका में चीन की भागीदारी की प्रकृति क्या है और क्या अफ्रीकी देशों को श्रीलंका जैसी हालातों का सामना करना पड़ेगा? यह प्रश्न चीन की व्यापक भू-राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के आलोक में विशेष रूप से प्रासंगिक है।

पश्चिम के पीछे हटने और आंतरिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, चीन पूरे अफ्रीका में पाँव जमा रहा है। 2008 के बाद से अफ्रीका के मुख्य व्यापारिक भागीदार के रूप में, चीन एक दीर्घकालिक बढ़त हासिल कर रहा है, जहां वह व्यापार कर सकता है और अपने नागरिकों और कंपनियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकता है। चीन के ऋण जाल का पहला कदम बना वन बेल्ट, वन रोड पहल। चीन ने एशिया, यूरोप और उससे आगे के विशाल व्यापार मार्ग के हिस्से के रूप में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में 1.3 ट्रिलियन डॉलर तक का निवेश करने घोषणा की । चीन ने घोषणा की है कि चीन जिबूती को अफ्रीका महाद्वीप का सबसे बड़ा मुक्त-व्यापार क्षेत्र बनाएगी और इसमें पूर्वी अफ्रीकी रेलवे मास्टर प्लान जैसी प्रमुख परियोजनाएं भी शामिल होंगी।

जिबूती का महत्व

यह छोटा पूर्वी अफ्रीकी देश इस रणनीति के मूल में है। बीजिंग ने एक नए बंदरगाह, दो नए हवाई अड्डों और इथियोपिया-जिबूती रेलवे सहित कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के माध्यम से जिबूती में जड़ें जमा ली हैं। इन परियोजनाओं का विशाल स्तर, इस तथ्य के साथ संयुक्त है कि वे एक छोटे लेकिन रणनीतिक रूप से स्थित नकदी-संकट वाले देश में केंद्रित हैं. यह चीन की उपस्थिति को महत्वपूर्ण बनाते हैं। चीन का पहला विदेशी सैन्य अड्डा होने के अलावा, जिबूती बेस चीन के ‘स्ट्रिंग ऑफ पर्ल्स’ रणनीति का प्रतिनिधित्व करता है।

तो समस्या क्या है? अगर अफ्रीका में बुनियादी ढांचे की पर्याप्त कमी है और चीन अगर इस अंतर को पाटने में मदद कर सकता है, तो इसकी आलोचना करने के बजाय इसे माना जाना चाहिए? सैद्धांतिक रूप से यह समझ में आता है, लेकिन व्यावहारिक रूप से यह काफी नहीं। अफ्रीकी देशों को निवेश की जरूरत है और चीन का ऋण मदद की जगह एक पकड़ है। संकीर्ण राजस्व आधारों और विविध अर्थव्यवस्थाओं के साथ, इस बारे में संदेह है कि क्या ये देश कर्ज चुकाने में सक्षम होंगे?

और पढ़ें: श्रीलंका को आर्थिक संकट से बचाना केवल भाईचारा मात्र नहीं है, भारत के पास है ‘long term strategy

कौन कौन से देश फंसे ऋण जाल में?

दरअसल, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (तांबा, कोबाल्ट), जाम्बिया (तांबा) और अंगोला (तेल) ने हाल ही में इस रणनीति के नकारात्मक परिणामों का अनुभव किया है। मोज़ाम्बिक के भी ऊंचे ऋण स्तर को देखते हुए जोखिम के बारे में पता होना चाहिए। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे चीन और अन्य एशियाई देशों जैसे म्यांमार, नेपाल और मलेशिया में भी चीनी निवेश परियोजनाओं को निलंबित करने की योजना है। अनुमानों के अनुसार, अफ्रीका के पांच भारी-ऋण वाले देश-घाना, केन्या, अंगोला, इथियोपिया और जाम्बिया गंभीर ऋण जोखिमों का अनुभव करने वाले हैं। भुगतान में चूक के डर से कई अफ्रीकी देश चीनी संस्थाओं के साथ ऋण शर्तों पर फिर से बातचीत कर रहे हैं जिसमें ब्याज भुगतान को स्थगित करना और गैर-व्यवहार्य परियोजनाओं को निलंबित करना शामिल है।

कम से कम 18 अफ्रीकी देशों ने अपने कर्ज पर फिर से बातचीत की है, जबकि 12 अन्य चीन के साथ लगभग 28 बिलियन अमरीकी डालर के ऋण को प्रतिबंधित करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। आईएमएफ के अनुमानों के अनुसार, 2021-25 के दौरान अफ्रीकी देशों को 285 बिलियन अमरीकी डालर तक के अतिरिक्त वित्तपोषण की आवश्यकता होगी ताकि कोविड महामारी में हुए खर्च को नियंत्रित किया जा सके। चीन केन्या के लगभग 72 प्रतिशत विदेशी ऋण का मालिक है जो कि 50 बिलियन अमरीकी डालर है। अंगोला में चीन से ऋण के बदले तेल की अदायगी के कारण व्यापक असंतोष था। 2010-15 के दौरान, चीन को नाइजीरिया का कर्ज भी 136 प्रतिशत बढ़कर 1.4 बिलियन अमरीकी डालर से 3.3 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया था और देश को 2020 में चीन को ऋण चुकाने के रूप में 195 मिलियन अमरीकी डालर खर्च करना पड़ा था।

2000-18 के दौरान अफ्रीका को चीन का कुल ऋण 148 बिलियन अमरीकी डालर का रहा है, जो ज्यादातर बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में है। चीन वर्तमान में 32 अफ्रीकी देशों में एक प्रमुख द्विपक्षीय ऋणदाता है और पूरे महाद्वीप का शीर्ष ऋणदाता है। जिबूती में, चीन ने लगभग 1.4 बिलियन अमरीकी डालर की धनराशि प्रदान की है जो देश के सकल घरेलू उत्पाद का 75 प्रतिशत है। जिबूती में, स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है। वे इसके बंदरगाह को लेने जा रहे हैं, जैसा कि उन्होंने श्रीलंका में किया था. अंततः, अफ्रीका में नीति निर्माताओं के लिए प्रश्न यह है कि क्या उन्हें चीन से निपटने के लिए अधिक चौकस दृष्टिकोण अपनाना चाहिए? इस तरह की व्यवस्थाओं से जुड़े शोषणकारी खतरों से अवगत होना महत्वपूर्ण है। यहां एक स्तर की सामरिक और आर्थिक कूटनीति की आवश्यकता है।

और पढ़ें: श्रीलंका-चीन प्रकरण से सीख- पड़ोसी देश भारत के साथ रहेंगे तो बचेंगे वरना कुचल दिए जाएंगे

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: अफ्रीकाअफ्रीकी देशऋण-जाल कूटनीतिचीनश्रीलंका
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

तीस्ता सीतलवाड़ के अपराधों का काला चिठ्ठा, जिसने उसे जेल में पहुंचा दिया

अगली पोस्ट

‘गंगा ढाबा’ अब नहीं बनेगा अड्डा, JNU के ‘वामपंथी मुफ्तखोरों’ के सीधे पेट पर लात पड़ी है

संबंधित पोस्ट

"भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार"
विश्व

“भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार”

29 July 2025

सोशल मीडिया पर व्यापक आक्रोश पैदा करने वाली और परेशान करने वाली एक घटना में मुसलमानों के पवित्र शहर मदीना में संगठित रूप से भीख...

"माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया"
क्राइम

“माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया”

29 July 2025

केरल की नर्स निमिषा प्रिया को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। पहले ऐसी खबरें आईं कि यमन में निमिषा प्रिया की फांसी रद्द...

भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’
भारत

पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

28 July 2025

ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने रूस से भारत के निरंतर तेल आयात पर पश्चिमी आलोचना का कड़ा और बेबाक लहजे में जवाब दिया।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

00:04:08

Should the HR&CE Exist? The Controversial Control Over Hindu Temples in Tamil Nadu

00:06:31

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited