TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

राजनाथ सिंह– वो व्यक्ति जिसके प्रति भाजपा से लेकर सम्पूर्ण राष्ट्र कृतज्ञ है

देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के जन्मदिन पर पढ़ें उनकी यात्रा !

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
10 July 2022
in चर्चित
raajnaath

Source- Google

Share on FacebookShare on X

“हम इसकी कड़ी से कड़ी निन्दा करते हैं….”

यह लाइन हमने सोशल मीडिया पर कभी न कभी तो अवश्य सुनी होगी। पर इस लाइन का उपहास जितनी बार जाने अनजाने हम सभी ने उड़ाया है न, उस व्यक्ति के अधिकतम योगदानों से आज भी हम सब अपरिचित हैं। आज हम बात करते हैं राजनाथ सिंह की, जो न केवल देश के सबसे उच्चतम सेवकों में से एक रहे हैं, अपितु जिनके कारण भाजपा भी अक्षुण्ण है, और भारत भी।

संबंधितपोस्ट

ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

भारत में दंगे कराना चाहता था पाकिस्तान लेकिन…: जम्मू-कश्मीर से पीएम मोदी का कड़ा संदेश, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर कही ये बात

जून के अंत तक भाजपा को मिल जाएगा नया अध्यक्ष!, संगठन में नेतृत्व परिवर्तन की तैयारियां तेज

और लोड करें

अब आप भी सोच रहे हैं – ऐसे कैसे? भला एक व्यक्ति के कारण भारत की अखंडता की रक्षा कैसे अक्षुण्ण हो सकती है? क्या हमारी सेना योग्य नहीं? ऐसा नहीं, परंतु राजनीतिक इच्छाशक्ति भी कोई चीज़ होती है, और 2010 तक आते आते वह लगभग नगण्य पड़ चुकी थी। कांग्रेस का भारत पर एकछत्र राज था, पर उसके निरंकुश शासन से पूरा देश तंग आ चुका था। परंतु उनके पास एक मजबूत और दमदार विकल्प की कमी थी। अब इस समय भारतीय जनता पार्टी देश में सबसे प्रभावशाली विपक्षी पार्टी थी, परंतु उसमें भी समस्याओं का भंडार लगा हुआ था। न अब उसे दिशा देने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी थे, न ही बढ़ावा देने के लिए कोई श्यामा प्रसाद मुखर्जी या दीनदयाल मुखर्जी जैसे ओजस्वी नेता। अब नेतृत्व के नाम पर लालकृष्ण आडवाणी ही बचे थे, जो नेतृत्व पर तो मानो जैसे कुंडली मारकर बैठ चुके थे।

और पढ़ें: “भिड़ने की न सोचें, परिणाम अच्छे नहीं होंगे”, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को चेतावनी दी

राजनाथ सिंह कैसे उभरे?

राजनीति उन्हे विरासत में नहीं मिली, परंतु वे उसकी ओर काफी आकर्षित हुए। मूल रूप से कृषि परिवार से आने वाले राजनाथ सिंह का जन्म  भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी जिले के एक छोटे से ग्राम भाभोरा में 10 जून 1951 को हुआ था। इनके पिता का नाम राम बदन सिंह और माता का नाम गुजराती देवी प्रारम्भिक शिक्षा के पश्चात इन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में भौतिक शास्त्र में आचार्य की उपाधी प्राप्त की। किशोरावस्था से ही वे १३ वर्ष की आयु में ही संघ परिवार से जुड़ गए और मिर्ज़ापुर में भौतिकी व्याख्यता की नौकरी लगने के बाद भी संघ से जुड़े रहे। १९७४ में, माथे पर एक चमकदार लाल तिलक के साथ, उन्हें भारतीय जनसंघ का सचिव नियुक्त किया गया।

जब आपातकाल भारत पर थोपा गया, तो राजनाथ ने तुरंत इंदिरा गांधी के अत्याचारी शासन के विरुद्ध नारा बुलंद किया, और परिणामस्वरूप उन्हे 2 वर्ष कारावास भोगना पड़ा। परंतु उनका प्रयास निष्फल नहीं गया। 1977 में, वह मिर्जापुर से विधान सभा के सदस्य चुने गए। उस समय वह जयप्रकाश नारायण के जेपी आंदोलन से प्रभावित थे और जनता पार्टी में शामिल हो गए थे और मिर्जापुर से विधान सभा के सदस्य के रूप में चुने गए थे। उस समय उन्होंने राज्य (राजनीति) में लोकप्रियता हासिल की और 1980 में नवनिर्मित भाजपा में शामिल हो गए और पार्टी के शुरुआती सदस्यों में से एक थे। वह 1984 में भाजपा युवा विंग के राज्य अध्यक्ष, 1986 में राष्ट्रीय महासचिव और 1988 में राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। उन्हें उत्तर प्रदेश विधान परिषद में भी चुना गया था।

राजनाथ सिंह उन नेताओं के गुट में शामिल हैं, जो ढिंढोरा पीटने में नहीं, अपितु अपने काम से उत्तर देने में विश्वास रखते हैं। जब कल्याण सिंह की सरकार प्रथमतया उत्तर प्रदेश की सत्ता में आई, तो राजनाथ सिंह को शिक्षा मंत्रालय का पद प्रभार सौंपा गया। आज जिस सख्ती से योगी आदित्यनाथ अपराधियों के प्रति रवैया अपना रहे हैं, उसकी झलक राजनाथ सिंह ने अपने कार्यकाल में ही दे दी, जब उन्होंने उस समय परीक्षा में चीटिंग और चीटिंग माफिया के विरुद्ध डंडा चलाया, जब कोई सपने में भी इसके विरुद्ध सोच नहीं सकता था, परंतु अयोध्या जन्मभूमि आंदोलन और चीटिंग माफिया प्रकरण के कारण जल्द ही राजनाथ सिंह को अपने पद से हाथ धोना पड़ा।

और पढ़ें: राजनाथ सिंह ने दी पेपर ड्रैगन को चेतावनी, UNCLOS पर चीन की मनमानी व्याख्या नहीं चलेगी

राजनाथ सिंह जब 2000 में स्वयं मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने पुनः इस प्रवृत्ति को लागू करने का प्रयास किया, परंतु उनके इस निर्णय का स्वागत करने का बजाय इस राज्य की जनता ने उल्टा विरोध किया, क्योंकि मुफ्तखोरी की बीमारी तब केवल दिल्ली तक सीमित नहीं थी। 2002 में राजनाथ सिंह को पुनः सत्ता से हाथ धोना पड़ा, और जनता ने पहले मायावती और फिर उस मुलायम सिंह यादव को सत्ता में बैठाया, जो भ्रष्ट और निरंकुश लोगों को खुलेआम बढ़ावा दे।

परंतु राजनाथ सिंह ने कभी पराजय नहीं मानी। उनके आदर्श स्पष्ट और मजबूत थे। दिसंबर 2005 को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, और 19 दिसंबर 2009 तक वह इस पद पर रहे। इस बीच भाजपा के पास देश की परिस्थितियों को देखते हुए इतना तो स्पष्ट था कि वह आसानी से 2009 में काँग्रेस को 2009 में सत्ता से पदच्युत कर सकती हैं, परंतु आडवाणी की हठधर्मिता के कारण ये सुनहरा अवसर उनके हाथ से निकल गया। परंतु इस समय भी राजनाथ सिंह ने अपनी सूझ बूझ का परिचय अवश्य दिया। भाजपा के लिए निरंतर सरदर्द बनते जा रहे जसवंत सिंह ने जब मुहम्मद अली जिन्ना के गुणगान में एक पुस्तक निकाली, तो सबकी आशाओं के विपरीत राजनाथ सिंह ने न केवल उनकी भर्त्सना की, अपितु उसे पार्टी से भी निकलवाया।

परंतु उनका असल व्यक्तित्व 2013 में निकलकर सामने आया। राजनाथ सिंह को पुनः भाजपा का अध्यक्ष चुना गया था, क्योंकि नितिन गडकरी ने तब इस्तीफा दिया था। तब गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभुत्व हर ओर था, और उनका प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में चुना जाना था। परंतु इसमें सबसे बड़ी अड़चन फिर बन रहे थे लालकृष्ण आडवाणी, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि नरेंद्र मोदी पीएम उम्मीदवार बने। यूं तो राजनाथ सिंह भी नरेंद्र मोदी के कोई विशेष पक्षधर नहीं थे, परंतु वे परिस्थितियों से अनभिज्ञ नहीं थे, और वे भली भांति जानते थे कि यदि उन्होंने नरेंद्र मोदी को पीएम उम्मीदवार नहीं बनाया, तो भाजपा की सत्ता वापसी करना असंभव हो जाएगा। फिर आगे क्या, इसके लिए कोई रॉकेट साइंस लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है।

इसका उन्हें उचित पुरस्कार भी मिला, क्योंकि जब नरेंद्र मोदी की सरकार, तो प्रथम सरकार में वे देश के गृह मंत्री बने, और दूसरे सत्र में वे रक्षा मंत्री के रूप में सबके समक्ष आए। वे भले ही लोगों के लिए ‘निन्दा मामा’ के रूप में चर्चित हों, पर उनकी कार्यकुशलता और उनकी क्षमता पर शायद ही कोई संदेह कर पाएगा। यदि राजनाथ सिंह नहीं होते, तो न ही भाजपा आज देश में इतनी शक्तिशाली हो पाती, और न ही भारत संसार के समक्ष फिर से अपनी योग्यता दिखाने योग्य हो पाता।

और पढ़ें: राजनाथ सिंह ने सैन फ्रांसिस्को में बताया कैसे भारत ने चीन की कमर तोड़ दी है

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: उत्तर प्रदेशनरेंद्र मोदीभाजपाभारतराजनाथ सिंह
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘बड़े अमन-प्रेम से चादर चढ़ाते थे’, अब अजमेर दरगाह की सच्चाई आ गई है सामने

अगली पोस्ट

अंग्रेजों ने बैन किया था, मोदी ने प्रतिबंध हटा दिया

संबंधित पोस्ट

एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच जारी है 'जंग'
चर्चित

ट्रंप से लड़ाई के बीच एलन मस्क को लेकर भारत का बड़ा एलान

6 June 2025

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के बीच चल रही 'जंग' के बीच भारत में इंटरनेट और संचार...

जम्मू-कश्मीर में पीएम मोदी ने पाकिस्तान को सुनाई खरी-खरी
चर्चित

भारत में दंगे कराना चाहता था पाकिस्तान लेकिन…: जम्मू-कश्मीर से पीएम मोदी का कड़ा संदेश, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर कही ये बात

6 June 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के कटरा में ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि अब...

बकरीद पर दिल्ली सरकार की विशेष एडवाइज़री
चर्चित

बकरीद पर दिल्ली सरकार की विशेष एडवाइज़री, जानें कैसी कुर्बानी को बताया गया है गैर-कानूनी?

6 June 2025

दिल्ली में बकरीद के मौके पर कुर्बानी को लेकर सरकार ने सख्ती दिखाते हुए एक विशेष एडवाइज़री जारी की है। इस एडवाइज़री में स्पष्ट किया...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited