TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    INDIA-Pakistan match

    BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    Operation Polo

    ऑपरेशन पोलो: जब दिल्ली में बम गिराने जा रहा था पाकिस्तान

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    INDIA-Pakistan match

    BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    Operation Polo

    ऑपरेशन पोलो: जब दिल्ली में बम गिराने जा रहा था पाकिस्तान

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

RAW के वो 5 ऑपरेशन्स जिनके बारे में पढ़कर आप गौरवान्वित महसूस करेंगे

इन ऑपरेशन्स के बारे में कम लोग ही जानते हैं!

Prashant Srivastava द्वारा Prashant Srivastava
19 September 2022
in समीक्षा
रॉ ऑपरेशन
Share on FacebookShare on X

जब भी हम भारत में बड़े-बड़े साम्राज्य का नाम लेते हैं तो उनमें मौर्य साम्राज्य का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। बड़े ही योग्य एवं पराक्रमी योद्धाओं ने इस साम्राज्य के अंतर्गत एक विशाल अखंड भारत की रूप रेखा खींची। वस्तुतः मौर्य साम्राज्य की भौगोलिक सीमाएं गंगा नदी, ब्रह्मपुत्र, पूर्वी और पश्चिमी घाट, बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और सिंधु नदी तक फैली हुई थी। इतने विशाल साम्राज्य पर शासन करने के लिए असमान्य रणनीति की आवश्यकता पड़ती, विशाल क्षेत्र में फैले होने के कारण सुदूर क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों द्वारा हमेशा विद्रोह करने का भय बना रहता था। इसी क्रम में पराक्रमी राजा चंद्रगुप्त मौर्य के युग में गुप्तचर व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाया गया ताकि ऐसे अधिकारियों पर नियंत्रण रखा जा सके।

मूलतः इस गुप्तचर व्यवस्था के अंतर्गत गुप्त संवाददाता एवं भ्रमणशील निर्णायकों का उपयोग किया जाता था। ये संवाददाता एवं निर्णायक सुदूर क्षेत्र में रह रहे अधिकारियों द्वारा किए गए क्रियाकलापों का गुप्त रूप से भलीभांति निरीक्षण करते थे और राजा को इस सम्बंध में सूचना देते थे। इन सब का सम्मिलित रूप से यदि अर्थ निकाला जाए तो ये गुप्तचर व्यवस्था समूचे साम्राज्य में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थी। इसी क्रम में भारत में भी इंटेलिजेंस ब्यूरो और रिसर्च एण्ड एनालिसिस विंग जैसी गुप्तचर एजेंसी का गठन किया गया।

संबंधितपोस्ट

कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है
और लोड करें

इंटेलिजेंस ब्यूरो की स्थापना 1887 में ब्रिटिश भारत सरकार द्वारा केंद्रीय विशेष शाखा के रूप में की गयी थी। स्वतंत्रता के पश्चात् 1968 तक यह घरेलू और विदेशी दोनों तरह की खुफिया सूचनाओं को संभालता था, अतः विदेशी खुफिया जानकारी शुरू में इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) द्वारा नियंत्रित की जाती थी। लेकिन 1962 के भारत-चीन युद्ध और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में खुफिया विफलता के कारण एक अलग बाहरी खुफिया एजेंसी की आवश्यकता को भांपा गया। जिसके बाद विशेष रूप से विदेशी खुफिया जानकारी के लिए रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का गठन किया गया।

और पढ़ें- जयशंकर की एक चाल और चीनी ‘जासूसी जहाज’ श्रीलंका से बाहर

रोमांचक किंतु खतरनाक मिशन

रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी है जिसका प्राथमिक कार्य विदेशी खुफिया जानकारी एकत्र करना, आतंकवाद का मुकाबला करना, भारतीय नीति निर्माताओं को सलाह देना और भारत के विदेशी रणनीतिक हितों को आगे बढ़ाना है। अपने इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए रॉ ने एक से एक उत्तम खूफिया मिशन चलाए जिसकी चर्चा आज हम इस लेख में करेंगे और आपको भी रॉ के कुछ रोमांचकारी किंतु खतरनाक मिशन के बारे में बताएंगे जिन्होंने भारत की मजबूत नींव का निर्माण किया।

ऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा- याद करिए भारत का स्माइलिंग बुद्धा परमाणु कार्यक्रम, इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए रॉ को पूरे ऑपरेशन को गुप्त रखने का काम सौंपा गया था। यह पहली बार था कि रॉ को भारत के अंदर किसी प्रोजेक्ट में शामिल होने के लिए कहा गया था। अंत में 18 मई, 1974 को भारत ने पोखरण में 15 किलोटन प्लूटोनियम उपकरण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया और परमाणु तैयार राष्ट्रों के कुलीन समूह का सदस्य बन गया। न केवल बिना किसी बाधाओं के ऑपरेशन को पूरा किया गया बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और पाकिस्तान जैसे देशों की खुफिया एजेंसियों को भी इस परमाणु उपकरण के हुए परीक्षण पर आश्चर्य हुआ था। इसी की देन है कि आज भारत परमाणु संपन्न राष्ट्र के रूप में उभरा है।

खालिस्तानियों एवं ISI को जब चारों खाने चित्त किया- 80 के दशक की बात करें तो भारत के लिए वो दौर काला था, ISI के समर्थन से खालिस्तानी उग्रवाद अपने चरम पर पहुंच रहा था। कठिन समय में रॉ ने पंजाब में आतंकवादियों का मुकाबला करने के लिए दो गुप्त टास्क फोर्स का गठन किया। काउंटर इंटेलिजेंस टीम- X या CIT-X, और काउंटर इंटेलिजेंस टीम- J या CIT-J।. CIT-X का उद्देश्य पाकिस्तान को निशाना बनाना था जबकि CIT-J को खालिस्तानी समूहों को निशाना बनाना था। रॉ ने न केवल पंजाब की सड़कों से खालिस्तानी आतंकवादियों को खदेड़ दिया बल्कि पाकिस्तान के कई प्रमुख शहरों को भी अस्थिर कर दिया। अंततः रॉ ने ISI को पीछे हटने और वहां अपनी सभी गतिविधियों को समाप्त करने के लिए मजबूर कर दिया और जीत भारत की हुई।

ऑपरेशन कहूता- पाकिस्तान की प्रमुख परमाणु हथियार प्रयोगशाला, खान रिसर्च लेबोरेटरीज (KRL) भी लंबी दूरी की मिसाइल विकास के लिए एक उभरता हुआ केंद्र था। KRL पंजाब प्रांत, पाकिस्तान के रावलपिंडी जिले में काहूता नामक एक छोटे से शहर में स्थित है। रॉ को सबसे पहले काहूता के पास नाई की दुकानों से बालों के नमूनों का विश्लेषण करके पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रमों के बारे में पता चला। बालों ने दिखाया कि पाकिस्तान ने हथियारों के लिए यूरेनियम को इनरिच करने का तरीका खोज लिया था। रॉ ने पाकिस्तान के परमाणु ऊर्जा प्रतिष्ठानों में घुसपैठ करने के इरादे से ”ऑपरेशन कहूता” शुरू किया, लेकिन हमारे तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा अति उत्साहित होकर की गयी गलती के कारण यह योजना सफल नहीं हो पायी। मोरारजी देसाई ने गलती से रॉ की इस योजना को पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जिया-उल-हक से बातों-बातों में बता दिया।

ऑपरेशन चाणक्य- कश्मीर में हिंसा के परीक्षण के समय के दौरान रॉ को विभिन्न ISI समर्थित कश्मीरी अलगाववादी समूहों में घुसपैठ करने और कश्मीर की खूबसूरत घाटी में शांति बहाल करने का काम सौंपा गया था। रॉ न केवल इस क्षेत्र में सफलतापूर्वक घुसपैठ करने में कामयाब रहा बल्कि घाटी में कश्मीरी अलगाववादी समूहों के प्रशिक्षण और वित्त पोषण में ISI की भागीदारी का सबूत भी एकत्रित करने में सफल रहा। अतः शांति भी बहाल हो गयी और ऑपरेशन ने कश्मीर में भारतीय समर्थक समूहों के निर्माण को भी चिह्नित किया।

ऑपरेशन लीच- अराकान (म्यांमार के जातीय लोग) से घिरे घने जंगलों के कारण म्यांमार हमेशा भारतीय खुफिया तंत्र के लिए एक मुश्किल क्षेत्र रहा है। वस्तुतः भारत लोकतंत्र को बढ़ावा देना चाहता था और इस क्षेत्र में एक मित्रतापूर्ण सम्बंध निभाने वाली सरकार चाहता था। इसके लिए रॉ ने काचिन इंडिपेंडेंस आर्मी (केआईए) जैसे क्षेत्र में बर्मी विद्रोही समूहों और लोकतंत्र समर्थक दलों की स्थापना की। भारत ने केआईए को जेड और कीमती पत्थरों में व्यापार करने की अनुमति दी, उन्होंने उन्हें हथियार भी दिए लेकिन जब केआईए के साथ संबंध खराब हो गए और यह उत्तर-पूर्वी विद्रोही समूहों के लिए प्रशिक्षण और गोला-बारूद का स्रोत बन गया तो रॉ ने ऑपरेशन लीच शुरू किया। उनका मिशन अन्य विद्रोही समूहों के लिए एक उदाहरण के रूप में बर्मी विद्रोही नेताओं की हत्या करना था जिन्होंने म्यांमार और भारत के कल्याण के विरुद्ध षड्यंत्र रचा था। 1998 में छह शीर्ष विद्रोही नेताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी और 34 अराकानी गुरिल्लाओं को देश में बंदूक चलाने के क्रम में गिरफ्तार भी किया गया था।

और पढ़ें- मोदी सरकार को गिराने के लिए पेगासस जासूसी मामले के पीछे जोर्ज सोरोस का हाथ है?

यह रॉ द्वारा चलाए गए कुछ ऐसे ऑपरेशन थे जिन्होंने भारत को दशा, दिशा और चाल तीनों को क्रांतिकारी रूप से बदलकर रख दिया। आज भारत जिस शिखर पर खड़ा है उसका बड़ा हिस्सा रॉ के हिस्से में आता है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Tags: ऑपरेशन कहूताऑपरेशन चाणक्यऑपरेशन लीचऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

जब मुस्लिम लेखकों ने ‘सेक्युलर’ प्रेमचंद का उर्दू में लिखना बंद करा दिया

अगली पोस्ट

चंडीगढ़ मामला: पोर्न माफिया समेत पूरे सिंडिकेट के अस्तित्व को खत्म करने की आवश्यकता है

संबंधित पोस्ट

अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक
चर्चित

अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

15 September 2025

दिल्ली की अदालत में सोमवार सुबह का दृश्य किसी ऐतिहासिक मुकदमे जैसा था। खचाखच भरे कक्ष में वकीलों की फुसफुसाहट और दर्शकों की उत्सुक निगाहें...

डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य
आयुध

“डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

15 September 2025

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जब ‘डिफेन्स प्रोक्योरमेंट मैनुअल 2025’ को मंजूरी दी, तो यह केवल कागज़ पर हुआ प्रशासनिक बदलाव नहीं था। यह उस...

‘वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!’
चर्चित

वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

13 September 2025

तेलंगाना की मुख्य विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने कांग्रेस पर ‘एमएलए चोरी’ का गंभीर आरोप लगा दिया है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited