TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    Corona New Variant

    कोरोना का तांडव शुरू: देशभर में 24 घंटे के भीतर 7 लोगों की मौत, दिल्ली में बुजुर्ग ने तोड़ा दम

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संबोधित किया (फोटो: सिन्हुआ)

    White House ने एक और जंग रुकवाने का किया दावा, इज़रायल ने अस्थायी युद्धविराम को दी हरी झंडी, गाज़ा में जगी शांति की उम्मीद!

    America Chine communist visas

    कम्युनिस्ट विचार पर अमेरिका का प्रहार, चीनी छात्रों का वीजा होगा रद्द; रुबियो ने बताया कारण

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे

    ‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

    Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram

    माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

    Corona New Variant

    कोरोना का तांडव शुरू: देशभर में 24 घंटे के भीतर 7 लोगों की मौत, दिल्ली में बुजुर्ग ने तोड़ा दम

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    operation sindoor china pakistan

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद धर्म संकट में ड्रैगन! क्या हथियार व्यापार में पाकिस्तान को धोखा दे रहा है चीन?

    व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान संबोधित किया (फोटो: सिन्हुआ)

    White House ने एक और जंग रुकवाने का किया दावा, इज़रायल ने अस्थायी युद्धविराम को दी हरी झंडी, गाज़ा में जगी शांति की उम्मीद!

    America Chine communist visas

    कम्युनिस्ट विचार पर अमेरिका का प्रहार, चीनी छात्रों का वीजा होगा रद्द; रुबियो ने बताया कारण

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘खतियान 1932′ और ’77 फीसदी आरक्षण’, हेमंत सोरेन का राजनीतिक अंत कर देंगे

हड़बड़ाहट में सोरेन ने जो किया, वो बहुत ख़तरनाक है!

Utkarsh Upadhyay द्वारा Utkarsh Upadhyay
18 September 2022
in राजनीति
hemant soren
Share on FacebookShare on X

परिवार सहित राजनीतिक संन्यास पर जाने की आहट के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बिलबिला उठे हैं। इस बिलबिलाहट में वो ऐसे कदम उठाने को आतुर बैठे हैं कि अब तक तो सोरेन सरकार अपने अंत की ओर बढ़ रही थी, लेकिन अब लगता है कि वह पूर्णरूपेण खत्म हो चुकी है। हुआ यह है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड कैबिनेट ने बुधवार को दो विधेयकों को मंजूरी दी है। एक राज्य में अधिवास के आधार के रूप में 1932 के भूमि रिकॉर्ड को ठीक करना और दूसरा सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए नौकरियों में आरक्षण को बढ़ाकर 77% करना। इसमें सबसे बड़ा विवाद जो सामने आया है वो यह है कि झारखंड में स्थानीय वही होंगे, जिनके पास 1932 का खतियान होगा।

दो विवादित विधेयक

दरअसल, बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में राज्य के स्थानीय निवासी की परिभाषा, पहचान व झारखंड के स्थानीय व्यक्तियों की परिणामी सामाजिक एवं अन्य लाभों के लिए विधेयक-2022 के गठन को मंजूरी दी गयी है। इसके तहत ही झारखंड के स्थानीय होने की पहचान होगी। विधेयक के प्रस्ताव में प्रावधान किया गया है कि जिनके पूर्वजों का नाम 1932 या पूर्व के सर्वे खतियान में दर्ज है, वही स्थानीय होंगे। मतलब अब सोरेन सरकार अपने हिसाब से यह मानक बनाकर तय करेगी। वैसे ही झारखंड अभी इस्लामिक टेरर, लव-जिहाद और अन्य कई सारे त्रास से जूझ रहा है, इसी बीच हेमंत सोरेन की विधानसभा में एक विधायक के रूप में सदस्यता तक जाती दिख रही है पर बिलबिलाए हेमंत सोरेन ने कुछ भी करने का ऐसा मन बनाया कि आरक्षण और 1932 का खतियान याद आ गया।

संबंधितपोस्ट

नक्सलवाद पर एक और प्रहार, पलामू में मारा गया टॉप कमांडर तुलसी भुइयां

राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट ने जारी किया गैर जमानती वॉरंट, अमित शाह से जुड़ा है मामला

अंत की ओर लाल आतंक! झारखंड में पुलिस मुठभेड़ में 10 लाख के इनामी पप्पू लोहरा समेत 2 नक्सली मारे गए

और लोड करें

इन दो विधेयकों के बारे में जानकारी देते हुए झारखंड कैबिनेट सचिव वंदना दादेल ने कहा कि कैबिनेट ने इन दोनों विधेयकों को राज्य विधानसभा से मंजूरी के बाद केंद्र को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने के प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी है। नौवीं अनुसूची में एक कानून न्यायिक समीक्षा से परिरक्षित है। मुख्यमंत्री सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक के बाद दादेल ने कहा, “मंत्रिमंडल ने स्थानीय व्यक्तियों की झारखंड परिभाषा और ऐसे स्थानीय व्यक्तियों के लिए परिणामी, सामाजिक, सांस्कृतिक और अन्य लाभों का विस्तार करने के लिए विधेयक, 2022” को मंजूरी दी है। “बिल के अनुसार, जिन लोगों के नाम उनके पूर्वजों के नाम 1932 या उससे पहले के खतियान (भूमि अभिलेख) में हैं, उन्हें झारखंड का स्थानीय निवासी माना जाएगा।” इसके अलावा, जो भूमिहीन हैं या जिनके पास 1932 के खतियान में उनके या उनके परिवार के नाम नहीं हैं, संबंधित ग्राम सभा को उनकी भाषा, प्रथागत परंपराओं के आधार पर उन्हें प्रमाणित करने का अधिकार होगा।

और पढ़ें- NCPCR के चौंकाने वाले खुलासों के बाद बढ़ सकती है झारखंड सरकार की मुसीबतें

कैबिनेट द्वारा पारित दूसरे विधेयक में समाज के सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए राज्य की नौकरियों में आरक्षण को 60% से बढ़ाकर 77% करने का प्रस्ताव है। “बिल के अनुसार, अनुसूचित जनजाति (एसटी) का आरक्षण 28% (26% से), ओबीसी को 27% (14% से ऊपर) और अनुसूचित जातियों के लिए 12% (10% से ऊपर) मिलेगा।” “ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) के लिए 10% आरक्षण को शामिल करने के बाद, कुल आरक्षण 77% हो जाएगा।”

इससे पहले, रघुबर दास के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने राज्य के अधिवास का निर्धारण करने के लिए 1985 को आधार वर्ष के रूप में निर्धारित किया था। झारखंड हाई कोर्ट ने इस फैसले को रद्द कर दिया था। विभिन्न सरकारी लाभों का दावा करने के लिए अधिवास नीति आवश्यक है। इसीलिए, 1932 खातियान आधारित अधिवास नीति बनाने की सरकार की घोषणा लाखों निवासियों के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगी। सोरेन सरकार को इस फैसले के लिए कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है। विपक्षी दल, भाजपा ने इन दो मसौदा प्रस्तावों के लिए झामुमो सरकार को लताड़ा है।

और पढ़ें- हेमंत सोरेन की कुर्सी गयी, झारखंड अब होगा ‘सोरेन-मुक्त’

झामुमो सरकार का पाखंड

भाजपा ने झामुमो सरकार के पाखंड की ओर इशारा करते हुए इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि अपने बजट भाषण के दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने 1932 की कट ऑफ टाइम लाइन का विरोध किया था। मार्च में, सीएम सोरेन ने घोषणा की थी कि 1932 को कट ऑफ वर्ष बनाना कानूनी रूप से बनाए रखने योग्य नहीं होगा।

भारतीय जनता पार्टी जनभावना का सम्मान करते हुए एक विधिसम्मत एवं सर्वसम्मत निर्णय की पक्षधर है.

स्थानीयता के लिए वर्तमान सरकार द्वारा निर्धारित आधार अपूर्ण है एवं इसे नियोजन नीति से नहीं जोड़ना भी समझ से परे हैं.

ऐसा प्रतीत होता है कि यह निर्णय आनन-फानन में लिया गया है. pic.twitter.com/wWQJYgTISP

— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) September 16, 2022

भाजपा ही नहीं, स्वयं हेमंत सोरेन के साथी उनके विरोध में उतर आए हैं। सोरेन को गठबंधन सहयोगियों सहित अपने ही समर्थकों के एक वर्ग की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस सांसद और कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा और झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, निर्दलीय विधायक सरयू रॉय ने इस कदम पर नाराजगी व्यक्त की है। विधेयकों को अस्वीकार्य बताते हुए कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा ने कहा, ‘इस फैसले से झारखंड के कोल्हान क्षेत्र की आम जनता स्थानीय होने से वंचित हो जाएगी। अपने ही जन्मस्थान पर स्थानीय का दर्जा नहीं मिलने पर इस क्षेत्र के लोग प्रवासी ही रहेंगे। कोल्हान में सर्वेक्षण 1964, 65 और 70 में किया गया था। ऐसे में 1932 के खातियान को इलाके का आधार बनाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है।’ उन्होंने मांग की कि बिलों पर पुनर्विचार किया जाए और झारखंड के फाइनल सर्वे सेटलमेंट को स्थानीयता का आधार बनाया जाए।

अब जब स्वयं सोरेन अपने ही साथियों के विरोध का सामना कर रहे हैं तो इससे हास्यास्पद और क्या ही होगा। अब अगर केबिनेट की मंज़ूरी मिल गयी है तो इसका मतलब तो यही हुआ कि यह तुगलकी फरमान है जो हेमंत सोरेन ने जारी कर अपने अस्तित्व को भुनाने की कोशिश की है। हेमंत सोरेन के इन हताश उपायों में उन्हें अपनी ही पार्टी और सहयोगियों से चुनौती दी जा रही है। यदि बिल न्यायालयों द्वारा रद्द कर दिए जाते हैं या विधानसभा में पारित होने में विफल हो जाते हैं तो दोनों की संभावना अधिक होती है क्योंकि इसे भाजपा के साथ-साथ गठबंधन सहयोगियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है और यह प्रभावी रूप से सोरेन सरकार की अंतिम तिथि की घंटी होगी।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Tags: आरक्षणगीता कोड़ाझारखंडहेमंत सोरेन
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

वक्फ बोर्ड को दिल्ली ‘बेचना’ चाहती थी UPA सरकार?

अगली पोस्ट

BYJUs का घाटा 17 गुना बढ़ा, धीमी मौत मर रही है कंपनी

संबंधित पोस्ट

Bajrang Punia
चर्चित

बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

31 May 2025

पहलवानों का अखाड़ा हो या सियासी मैदान, बात का बतंगड़ बनने में देर नहीं लगती है। जब बात जुबान से निकल जाए तो कई बार...

कांग्रेस और ममता ने BJP के कथित अभियान को लेकर सवाल उठाए थे
राजनीति

‘घर-घर सिंदूर’: दैनिक भास्कर ने तो माफी मांग ली, ममता और कांग्रेस कब मांगेंगे?

31 May 2025

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को...

Kolkata Police arrested Sharmistha Panoli from Gurugram
चर्चित

माफी से नहीं बनी बात! शर्मिष्ठा पनौली गुरुग्राम से गिरफ्तार, कोलकाता पुलिस का एक्शन

31 May 2025

ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर में इसकी चर्चा हुई। इस दौरान कई विवादों ने भी जन्म लिया। इसमें सबसे आगे रहे तथाकथित इन्फ्लुएंसर जो वीडियो...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited