TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

भारतीय सेना के सबसे बड़े हितैषी, बीएस मुंजे की अनकही कथा

इन्हें 'सैनिक स्कूलों के जनक' के तौर पर याद किया जाना चाहिए!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
9 February 2023
in इतिहास, ज्ञान
बीएस मुंजे

SOURCE TFI

Share on FacebookShare on X

हमारे राष्ट्र में सैनिक स्कूल की स्थापना कब हुई? अगर किसी ने तनिक भी इतिहास पढ़ा हो तो उसके अनुसार 1960 के दशक में सैनिक स्कूल की स्थापना हुई थी, जिसके ‘प्रणेता’ थे तत्कालीन रक्षा मंत्री वीके कृष्ण मेनन। परंतु यदि आपको बताया जाए कि सैनिक स्कूल की कल्पना एवं रचना उनसे पूर्व ही कर दी गई थी, तो?

इस लेख में हम जानेंगे श्री बीएस मुंजे के बारे में जो न केवल प्रखर राष्ट्रवादी थे अपितु उनके योगदानों को आज भी कई स्वघोषित इतिहासकार हेय दृष्टि से देखते हैं।

संबंधितपोस्ट

कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है
और लोड करें

और पढ़ें- मिलिए इतिहासकार जेम्स मिल से, जो एक बार भी भारत नहीं आए लेकिन भारत का इतिहास लिख डाला

बीएस मुंजे फर्जी राष्ट्रवादी नहीं थे

बालकृष्ण शिवराम मुंजे के बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं और जो भी जानते हैं वो भी वामपंथियों के दृष्टिकोण से। परंतु बीएस मुंजे फर्जी राष्ट्रवादी नहीं थे, वे अंग्रेज़ों की नीतियों और उनकी कार्यशैली से भलीभांति परिचित थे। वे भारतीयों को एक अनोखी सैन्य पद्धति के अंतर्गत प्रशिक्षित करना चाहते थे और उनके पदचिह्नों पर चलते हुए पीएम मोदी की सरकार आज सैन्य सुधारों में अग्रणी है।

डॉ बीएस मुंजे का जन्म 1872 में मध्य प्रांत (तत्कालीन सेंट्रल प्रोविंस, वर्तमान में छत्तीसगढ़) के बिलासपुर में हुआ था। उन्होंने 1898 में मुम्बई में ग्रांट मेडिकल कॉलेज से मेडिकल डिग्री ली फिर वो मुम्बई नगर निगम में चिकित्सा अधिकारी के रूप में काम करने लगे। वे इसी बीच राजनीतिक रूप से भी सक्रिय रहे और कांग्रेस से जुड़ गए, जहां वे लोकमान्य तिलक को अपना प्रेरणास्त्रोत मानते रहे।

जब 1907 में सूरत में कांग्रेस के अधिवेशन में नरम दल और गरम दल के बीच तनाव बढ़ा तो बीएस मुंजे ने खुलकर तिलक का समर्थन किया और यही कारण था कि भविष्य में भी वो तिलक के काफी करीबी रहे। जब राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने हेतु तिलक जी ने गणेश पूजा का प्रारंभ किया तो उसे भी बीएस मुंजे का पूरा समर्थन मिला। पंडाल लगाने, मूर्ति बैठाने और उसे विसर्जित करने तक के कार्यक्रम के जरिए लोकमान्य तिलक ने जो व्यवस्था महाराष्ट्र में शुरू की थी, उसको मुंजे महोदय बाद में कोलकाता भी ले गए।

और पढ़ें- पिछले 70 वर्षों से उसे कमजोर साबित किया जा रहा है, लेकिन अर्जुन भारतीय इतिहास के सबसे महान योद्धा थे

कांग्रेस से अलग क्यों हुए?

तो वे कांग्रेस से अलग क्यों हुए? कई राष्ट्रवादियों की भांति डॉ. मुंजे गांधी की मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति से असहमत थे इसलिए वे कांग्रेस से अलग हो गए और उनकी गिनती हिन्दू महासभा के ओजस्वी नेताओं में होने लगी। 1930 और 1931 के गोलमेज सम्मेलनों में वे हिन्दू महासभा के प्रतिनिधि के रूप में गए थे। इसी गोलमेज सम्मेलन के बाद फरवरी से मार्च 1931 तक उन्होंने यूरोप का भ्रमण किया। 15 मार्च से 24 मार्च तक वे इटली में भी रुके। वहां वे मुसोलिनी से भी मिले। अपने पूरे जीवन वो यात्राएं ही करते रहे।

तो इन सबका सैनिक स्कूल से क्या लेना देना है? यूरोप के सैन्य प्रशिक्षण को समझकर, उनकी कमी बेसी का विश्लेषण कर 1934 में मुंजे ने सेंट्रल हिंदू मिलिट्री एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना की जिसका उद्देश्य मातृ भूमि की रक्षा के लिए युवा हिंदुओं को सैन्य प्रशिक्षण देना और उन्हें ‘सनातन धर्म’ की शिक्षा देना था। साथ ही, निजी सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा की कला में युवाओं को प्रशिक्षित करना था। इसी पद्धति पर विनायक दामोदर सावरकर ने भारतीय युवाओं, विशेषकर सनातनियों को सैन्य प्रशिक्षण के लिए प्रेरित किया, जिसका उल्लेख नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने भी कई अवसरों पर किया था।

इसी परिप्रेक्ष्य में 1931 में डॉ मुंजे ने कई यात्राएं कीं। फरवरी से मार्च 1931 तक यूरोप का भ्रमण किया। 15 मार्च से 24 मार्च तक वे इटली में भी रुके, वहां वे मुसोलिनी से भी मिले। परंतु उनकी इटली यात्रा को लेकर आज भी वामपंथी वैसे ही विलाप करते हैं जैसे आजकल अडानी प्रकरण को लेकर वे मोदी सरकार के विरुद्ध कर रहे हैं।

और पढ़ें- पिछले 70 वर्षों से उसे कमजोर साबित किया जा रहा है, लेकिन अर्जुन भारतीय इतिहास के सबसे महान योद्धा थे

देशभक्ति से ओतप्रोत डॉ. मुंजे

देशभक्ति से ओतप्रोत डॉ. बीएस मुंजे ने सैनिक शिक्षा देने के लिए सेंट्रल हिंदू मिलिट्री एज्यूकेशन सोसायटी की स्थापना की और 1937 में भोंसला मिलिट्री स्कूल आरंभ हुई। इस वर्ष लगभग अगस्त माह में ‘दि सेंट्रल हिंदू मिलिट्री एज्यूकेशन सोसायटी’ का पंजीयन हुआ। संस्था के पहले अध्यक्ष प्रताप शेठ (धुले) थे। संस्था की पहली सभा 16 अगस्त 1936 को हुई और इसी सभा में 15 जून 1937 से सैनिक स्कूल आरंभ करने का निर्णय किया गया। 26 मार्च 1938 को जिवाजीराव सिंधिया के करकमलों द्वारा स्कूल की इमारत का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. हेडगेवार उपस्थित थे। चूंकि भारतीय युवाओं के सैन्यकरण एवं “सेंट्रल हिन्दू मिलिट्री सोसाइटी” के स्थापना में नासिक के भोंसला परिवार ने उनका साथ दिया था इसीलिए उनके सम्मान में इस स्कूल का नाम भोंसला मिलिट्री स्कूल रखा गया।

नेहरूवादी नीतियों के कारण इस स्कूल को काफी संकट झेलने पड़े और 1948 के पश्चात डॉ बीएस मुंजे का निधन होने के कारण उनका आशीर्वाद ही स्कूल के सर पर से उठ गया। परंतु उनके मार्गदर्शन को उनके अनुयायी नहीं भूले और 1962 में उन्हें अपनी विद्वता सिद्ध करने का अवसर भी मिला।

और पढ़ें- Tajmahal History in Hindi : ताजमहल का इतिहास हिंदी में

जब भारत की हालत खस्ता हो गई

1962 में भारत पर चीन का आक्रमण हुआ। भारत की हालत खस्ता हो गई और सारा देश मानो नींद से जाग उठा। देश की सेना बलशाली होनी चाहिए, यह बात जनता के साथ सरकार के भी ध्यान में आ गई। भोंसला मिलिट्री स्कूल सेना में भर्ती होने के पूर्व छात्रों को फौजी शिक्षा के लिए पूर्व प्रशिक्षण देने वाली संस्था है और इसी कारण वह सेना के लिए सक्षम युवकों की आपूर्ति करने वाली संस्था के रूप में अगुवा रही। नासिक स्थित सेना के आर्टिलरी सेंटर के अधिकारियों की पूर्ण सहानुभूति व सहयोग स्कूल को प्राप्त होने लगा। स्कूल ने इस अवसर को नहीं गंवाया। इस अवसर का पूरा लाभ स्कूल की फौजी शिक्षा के स्तर को सुधारने में हुआ।

और पढ़ें- बीच, समुद्र से परे भी एक गोवा है जिसका समृद्ध हिंदू इतिहास है

शिक्षा के स्तर में सुधार के कारण भोंसला मिलिट्री स्कूल अधिकाधिक लोकप्रिय होने लगी। फौजी विषयों के विशेषज्ञों का सहयोग मिलने लगा। स्कूल की प्रगति होने लगी, और आज उन्हीं के पदचिह्नों पर चलते हुए सैन्यबलों का भारतीयकरण भी सही मायनों में होने लगा है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: Bhonsla Military SchoolDr MoonjeThe Central Hindu Military Education Societyडॉ मुंजेदि सेंट्रल हिंदू मिलिट्री एज्यूकेशन सोसायटीबालकृष्ण शिवराम मुंजेभोंसला मिलिट्री स्कूल
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पेट्रोलियम क्षेत्र में बड़े बदलाव के लिए आ गया है E20 पेट्रोल

अगली पोस्ट

हिजाब नहीं तो स्वर्ण पदक नहीं, भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी तान्या हेमंत का ईरान में किया गया अपमान

संबंधित पोस्ट

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर
इतिहास

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

26 July 2025

देशभक्ति को बढ़ावा देने और स्थानीय नायकों की स्मृति को संजोने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार अपने सरकारी स्कूलों का नाम कारगिल युद्ध में शहीद...

अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश
इतिहास

आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

23 July 2025

एक ऐसे अमर स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने देश को आजाद करने की कसम तो खाई ही, खुद भी आजाद ही रहे, अंतिम समय तक। लेकिन, यह...

ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)
इतिहास

इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

18 July 2025

इज़रायल ने हाल ही में सीरिया की राजधानी दमिश्क पर हवाई हमले किए और इनमें सीरियाई रक्षा मंत्रालय व राष्ट्रपति भवन के आसपास के क्षेत्र...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

00:04:08

Should the HR&CE Exist? The Controversial Control Over Hindu Temples in Tamil Nadu

00:06:31

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited