TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    रविवार शाम को होनी है बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक

    कल तय होगा बीजेपी का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, किसके नाम पर लगेगी मुहर?


    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, BJP बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, भाजपा बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    ट्रंप का पाकिस्तान तेल सौदा और बलूच विद्रोहियों पर अमेरिकी आतंकवाद का ठप्पा

    ट्रंप की पाकिस्तान से तेल डील और बलूच विद्रोही ‘आतंकी’, क्या संसाधन युद्ध की है तैयारी?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी, ग्लोबल टेंडर को किया दरकिनार

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी: रिपोर्ट

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    बांग्लादेशी घुसपैठ है देश की बड़ी समस्या।

    कोई अपना देश दूसरों के हवाले नहीं कर सकता, जानें पीएम मोदी ने क्यों कही ये बात

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    गर्व: स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    रविवार शाम को होनी है बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक

    कल तय होगा बीजेपी का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, किसके नाम पर लगेगी मुहर?


    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, BJP बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, भाजपा बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    ट्रंप का पाकिस्तान तेल सौदा और बलूच विद्रोहियों पर अमेरिकी आतंकवाद का ठप्पा

    ट्रंप की पाकिस्तान से तेल डील और बलूच विद्रोही ‘आतंकी’, क्या संसाधन युद्ध की है तैयारी?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी, ग्लोबल टेंडर को किया दरकिनार

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी: रिपोर्ट

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    बांग्लादेशी घुसपैठ है देश की बड़ी समस्या।

    कोई अपना देश दूसरों के हवाले नहीं कर सकता, जानें पीएम मोदी ने क्यों कही ये बात

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    गर्व: स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘महाराष्ट्र के मुखिया’: आंखों के सामने दुनिया छोड़ गए बेटा-बेटी, ऑटो चलाने वाले शिंदे ऐसे बने मुख्यमंत्री

2004 में शिंदे ने पहली बार ठाणे विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और वे पहली ही कोशिश में चुनाव जीते में सफल भी रहे

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
21 November 2024
in इतिहास, राजनीति
शिंदे के बेटा और बेटी उनकी आंखों के सामने सतारा में डूबकर मर गए थे जिसके बाद वे एकांतप्रिय हो गए थे और राजनीति छोड़ने का मन बना लिया था।

शिंदे के बेटा और बेटी उनकी आंखों के सामने सतारा में डूबकर मर गए थे जिसके बाद वे एकांतप्रिय हो गए थे और राजनीति छोड़ने का मन बना लिया था।

Share on FacebookShare on X

उद्धव ठाकरे ने अक्टूबर 2019 में अपनी विचारधारा से अलग जाकर कांग्रेस व एनसीपी के साथ सरकार बना ली थी और खुद ठाकरे परिवार के पहले मुख्यमंत्री बन गए थे। इसके बाद सरकार चलाते हुए उद्धव के सामने कोविड-19 और सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के बाद बने माहौल से चुनौती सामने आईं लेकिन असल समस्या उनकी पार्टी के भीतर चल रही थी। पार्टी के कई नेता बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा छोड़ने का आरोप लगाते हुए अंदर ही अंदर धधक रहे थे और उद्धव को शायद इसका अंदाजा भी नहीं था।

जून 2022 आते-आते नेताओं की नाराजगी का यह ज्वालामुखी फूट गया। 20 जून को शिवसेना के दूसरे सबसे बड़े नेता माने जाने वाले एकनाथ शिंदे कई विधायकों के साथ सरकार के संपर्क से बाहर हो गए थे। कभी ऑटो ड्राइवर रहे शिंदे इस बगावत के बाद बीजेपी के साथ मिल गए और 30 जून 2022 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। महाराष्ट्र के मुखिया में आज कहानी एकनाथ शिंदे की।

संबंधितपोस्ट

कल तय होगा बीजेपी का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, किसके नाम पर लगेगी मुहर?


संघ-भाजपा पूरी तरह एकजुट: राम माधव के इस बयान के क्या मायने हैं ?

NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

और लोड करें

पढ़ाई छोड़कर ऑटो चलाने लगे थे शिंदे

महाराष्ट्र में 9 फरवरी 1964 को जन्मे एकनाथ शिंदे सतारा जिले के जवाली तालुका के एक गांव से आते हैं और मराठी समुदाय से हैं। शिंदे का परिवार मुंबई के बाहरी इलाके में ठाणे चला गया था। उन्होंने 11वीं कक्षा तक ठाणे में ही पढ़ाई की, इसके बाद उन्होंने परिवार की मदद करने के लिए पढ़ाई छोड़ दी थी। इसके बाद वागले एस्टेट इलाके में रहकर ऑटो रिक्शा चलाने लगे थे। हालांकि, 2014 के बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई फिर से शुरू की और 2020 में यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। ऑटो चलाते-चलाते शिंदे अस्सी के दशक में शिवसेना से जुड़े गए थे और उन्होंने पार्टी के एक आम कार्यकर्ता के तौर पर सियासी सफर शुरू किया था। शिंदे को मार्च 2023 में डी.वाई. पाटिल विश्वविद्यालय ने डी.लिट की मानद उपाधि प्रदान की थी।

पार्षद से मंत्री तक का सफर

शिवसेना में शामिल होने के बाद शिंदे को पार्टी के मजबूत नेता आनंद दिघे का मार्गदर्शक मिला और वे बालासाहेब ठाकरे के संपर्क में भी आए। ठाणे क्षेत्र के शिवसेना के बड़े नेता आनंद दिघे को उनका गुरु माना जाता है। शिवसेना में करीब डेढ दशक तक काम करने के बाद 1997 में आनंद दिघे ने शिंदे को ठाणे नगर निगम के चुनाव में पार्षद का टिकट दिया उन्होंने ना केवल यह चुनाव जीता बल्कि वे ठाणे नगर निगम के हाउस लीडर भी बन गए।

शिंदे के बेटा और बेटी उनकी आंखों के सामने सतारा में डूबकर मर गए थे जिसके बाद वे एकांतप्रिय हो गए थे और राजनीति छोड़ने का मन बना लिया था। उस दौरान वे पार्षद थे लेकिन आनंद दिघे उन्हें फिर से सार्वजनिक जीवन में वापस लेकर आए थे। इसके बाद दोबारा साल 2002 में दूसरी बार निगम पार्षद बने और इसके अलावा वे 3 वर्षों तक स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य भी रहे।

2004 में शिंदे ने पहली बार ठाणे विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और वे पहली ही कोशिश में चुनाव जीते में सफल भी रहे। इस बीच 2005 में शिवसेना के बड़े नेता नारायण राणे ने शिवसेना छोड़ दी जिसके बाद शिंदे का पार्टी में कद और बढ़ गया। वहीं, राज ठाकरे के शिवसेना छोड़ने के बाद वे ठाकरे परिवार के करीबी बन गए और उद्धव के साथ खड़े थे। 2009 में वे कोपरी-पचपाखड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक चुने गए और लगातार वहीं से विधायक हैं। 2014 में वे पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल हुए और उन्हें लोक निर्माण विभाग का प्रभार दिया गया। वहीं, 2019 में उन्हें लोक निर्माण के साथ शहरी विकास मंत्रालय का प्रभार भी दिया गया था।

2022 की बगावत की पूरी कहानी

एकनाथ शिंदे और शिवसेना के बीच दूरी बनने की सबसे बड़ी वजह उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को माना जाता है। महाविकास अघाड़ी की सरकार में जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने तो कुछ अहम मंत्रालय ही शिवसेना को मिले थे। इनमें से एक नगर विकास मंत्रालय था जो शिंदे को दिया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आदित्य ठाकरे पर्यावरण मंत्री थे लेकिन शिंदे के मंत्रालय पर भी उन्होंने अधिकार कर लिया था। मुंबई मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट सोसाइटी अथॉरिटी की जिन बैठकों को लेने का जिम्मा शिंदे के पास था उन्हें आदित्य ठाकरे लेने लगे थे। मंत्रालय के कई फैसले आदित्य लेते और शिंदे के पास साइन करवाने के लिए सिर्फ फाइल भेज दी जाती थी।

इसकी भी चर्चा थी कि शरद पवार रिमोट कंट्रोल से सरकार चला रहे हैं और यह बात शिवसेना विधायकों को रास नहीं आ रही थी। विधायकों को लगने लगा कि पार्टी को कमजोर किया जा रहा है और यहीं से शिवसेना में बगावत का बीज पड़ गया। यह अंदरूनी कलह धीरे-धीरे बढ़ती गई। महाराष्ट्र में विधान परिषद के चुनाव के बाद 20 जून 2022 की शाम शिंदे कुछ विधायकों के साथ संपर्क से बाहर हो गया था। बताया जाता है कि इससे पहले उन्हें शिवसेना की एक मीटिंग में शामिल नहीं होने दिया गया था और इसके बाद उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को फोन कर खुद पार्टी छोड़ने की बात बताई थी जिसके बाद फडणवीस ने गृह मंत्री से संपर्क किया था।

उद्धव का इस्तीफा और CM बने शिंदे

21 जून को शिंदे को शिवसेना के विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया और 22 जून को उन्होंने गुवाहाटी के एक होटल से 40 से अधिक शिवसेना और 7 निर्दलीय विधायकों के साथ फोटो जारी कर शक्ति प्रदर्शन किया था। 23 जून को बागी खेमे ने शिंदे को विधायक दल का नेता घोषित किया और 29 जून उद्धव ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उद्धव के इस्तीफा देने के 24 घंटों के भीतर एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और देवेंद्र फडणवीस उनकी सरकार में उप-मुख्यमंत्री के तौर पर शामिल हुए। 4 जुलाई को शिंदे ने विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया। अक्टूबर 2022 में असली शिवसेना से जुड़ा विवाद चुनाव आयोग के पास पहुंचा और फरवरी 2023 में चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को पार्टी का नाम ‘शिवसेना’ और चुनाव चिह्न ‘घनुष और तीर’ रखने का आदेश दिया।

2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिंदे गुट के पास बालासाहेब ठाकरे की विरासत को संभालने की चुनौती है, लोकसभा चुनावों में उन्होंने उद्धव गुट को कड़ी चुनौती दी और उस गुट से बेहतर प्रदर्शन किया था। इस बार वे बीजेपी और एनसीपी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में है।

स्रोत: महाराष्ट्र, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, इतिहास, शिवसेना, एकनाथ शिंदे, कांग्रेस, बीजेपी, उद्धव ठाकरे, देवेंद्र फडणवीस, नरेंद्र मोदी, Maharashtra, Maharashtra Assembly Elections, History, Shiv Sena, Eknath Shinde, Congress, BJP, Uddhav Thackeray, Devendra Fadnavis, Narendra Modi,
Tags: BJPCongressDevendra FadnavisEknath ShindeHistoryMaharashtraMaharashtra Assembly ElectionsNarendra ModiShiv SenaUddhav Thackerayइतिहासउद्धव ठाकरेएकनाथ शिंदेकांग्रेसदेवेंद्र फडणवीसनरेंद्र मोदीबीजेपीमहाराष्ट्रमहाराष्ट्र विधानसभा चुनावशिवसेना
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारत की वो ‘दीवार’, जिससे टकरा कर ऑस्टेलिया की जीत बन गई हार: गाबा से पहले एडिलेड में टूटा था कंगारुओं का घमंड

अगली पोस्ट

UP Police Constable Result 2024: यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती का रिजल्ट जारी, ऐसे करें चेक

संबंधित पोस्ट

रविवार शाम को होनी है बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक
चर्चित

कल तय होगा बीजेपी का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, किसके नाम पर लगेगी मुहर?


16 August 2025

भारतीय जनता पार्टी  ने रविवार शाम (17 अगस्त 2025) को संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। भाजपा ने ये बैठक आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर...

NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार
इतिहास

NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

16 August 2025

NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, NCERT एक बार फिर अपने सिलेबस को लेकर विवाद में है। इस बार चर्चा एक नई किताब को लेकर हो...

1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान
इतिहास

1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

16 August 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में, ऑपरेशन सिंदूर को गर्व के साथ भारत की आत्मनिर्भर सैन्य शक्ति और दुश्मनों...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

00:06:30

Why do Journalists like Ravish kumar Keep Speaking Pakistan’s Script all the time | Op Sindoor

00:05:55

why are Punjabi pop icons yo yo honey Singh, karan aujla abusing indian culture?

00:04:17

'We’ll Start from the East’: Asim Munir’s Threat – Who’s Arming Pakistan?

00:06:14

The Secret Power of India’s Unseen Army

00:07:17
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited