यह पहली बार है जब किसी बड़े नेता ने सीधे तौर पर नेताजी और गुमनामी बाबा को एक साथ जोड़कर देखा है
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    लोकसभा में ऐतिहासिक बिल पेश कर सकते हैं गृह मंत्री अमित शाह

    TFI exclusive: संविधान में संशोधन , जम्मू कश्मीर पुर्नगठन एक्ट में बदलाव- आख़िर संसद में क्या करने वाले हैं अमित शाह ? असली कहानी कुछ और है और ज्यादा बड़ी है

    उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान विधेयक 2025

    उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान विधेयक 2025, जानें क्या होगा इसका असर

    कोटा-बूंदी को मिलेगा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, कैबिनेट ने दो मेगा इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को दी हरी झंडी

    कोटा-बूंदी को मिलेगा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, कैबिनेट ने दो मेगा इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को दी हरी झंडी

    आरिफ मसूद का कॉलेज घोटाला बेनकाब — हाईकोर्ट ने कहा, दो दशकों तक राजनीतिक संरक्षण से बचते रहे

    कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का कॉलेज घोटाला बेनकाब, हाईकोर्ट ने कहा, दो दशकों तक राजनीतिक संरक्षण से बचते रहे

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    ट्रंप का पाकिस्तान तेल सौदा और बलूच विद्रोहियों पर अमेरिकी आतंकवाद का ठप्पा

    ट्रंप की पाकिस्तान से तेल डील और बलूच विद्रोही ‘आतंकी’, क्या संसाधन युद्ध की है तैयारी?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर: भारत के सटीक हमलों से इस्लामाबाद थर्राया, पाकिस्तानी नौसेना ईरान सीमा के पास छिपने को मजबूर

    ऑपरेशन सिंदूर: इस्लामाबाद सहमा, पाक नौसेना अरब सागर से खिसककर ईरान बॉर्डर पर छिपी

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी, ग्लोबल टेंडर को किया दरकिनार

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी: रिपोर्ट

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    CSDS का असली चेहरा सामने — विदेशी पैसे से झूठे सर्वे और फेक नैरेटिव से देश को बांटने की कोशिश

    CSDS का असली चेहरा सामने – विदेशी पैसे से झूठे सर्वे और फेक नैरेटिव से देश को बांटने की कोशिश

    ऑपरेशन सिंदूर: भारत के सटीक हमलों से इस्लामाबाद थर्राया, पाकिस्तानी नौसेना ईरान सीमा के पास छिपने को मजबूर

    ऑपरेशन सिंदूर: इस्लामाबाद सहमा, पाक नौसेना अरब सागर से खिसककर ईरान बॉर्डर पर छिपी

    ट्रंप से मुलाक़ात के बाद अहम कूटनीतिक पहल, जानें मोदी-पुतिन बातचीत में क्या था खास?

    ट्रंप से मुलाक़ात के बाद अहम कूटनीतिक पहल, जानें मोदी-पुतिन बातचीत में क्या था खास?

    पाकिस्तान की कंगाली से ध्यान भटकाने की कोशिश: नक़वी ने मुनीर का ‘मर्सिडीज़’ वाला मज़ाक दुहराया

    पाकिस्तान की कंगाली से ध्यान भटकाने की कोशिश: नक़वी ने मुनीर का ‘मर्सिडीज़’ वाला मज़ाक दुहराया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    संसद में शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा पर चर्चा, विपक्षी हंगामे पर राजनाथ सिंह नाराज़ संसद में शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा पर चर्चा, विपक्षी हंगामे पर राजनाथ सिंह नाराज़

    संसद में शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा पर चर्चा, विपक्षी हंगामे पर राजनाथ सिंह नाराज़

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    लोकसभा में ऐतिहासिक बिल पेश कर सकते हैं गृह मंत्री अमित शाह

    TFI exclusive: संविधान में संशोधन , जम्मू कश्मीर पुर्नगठन एक्ट में बदलाव- आख़िर संसद में क्या करने वाले हैं अमित शाह ? असली कहानी कुछ और है और ज्यादा बड़ी है

    उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान विधेयक 2025

    उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान विधेयक 2025, जानें क्या होगा इसका असर

    कोटा-बूंदी को मिलेगा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, कैबिनेट ने दो मेगा इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को दी हरी झंडी

    कोटा-बूंदी को मिलेगा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, कैबिनेट ने दो मेगा इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को दी हरी झंडी

    आरिफ मसूद का कॉलेज घोटाला बेनकाब — हाईकोर्ट ने कहा, दो दशकों तक राजनीतिक संरक्षण से बचते रहे

    कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का कॉलेज घोटाला बेनकाब, हाईकोर्ट ने कहा, दो दशकों तक राजनीतिक संरक्षण से बचते रहे

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    ट्रंप का पाकिस्तान तेल सौदा और बलूच विद्रोहियों पर अमेरिकी आतंकवाद का ठप्पा

    ट्रंप की पाकिस्तान से तेल डील और बलूच विद्रोही ‘आतंकी’, क्या संसाधन युद्ध की है तैयारी?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर: भारत के सटीक हमलों से इस्लामाबाद थर्राया, पाकिस्तानी नौसेना ईरान सीमा के पास छिपने को मजबूर

    ऑपरेशन सिंदूर: इस्लामाबाद सहमा, पाक नौसेना अरब सागर से खिसककर ईरान बॉर्डर पर छिपी

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी, ग्लोबल टेंडर को किया दरकिनार

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी: रिपोर्ट

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    CSDS का असली चेहरा सामने — विदेशी पैसे से झूठे सर्वे और फेक नैरेटिव से देश को बांटने की कोशिश

    CSDS का असली चेहरा सामने – विदेशी पैसे से झूठे सर्वे और फेक नैरेटिव से देश को बांटने की कोशिश

    ऑपरेशन सिंदूर: भारत के सटीक हमलों से इस्लामाबाद थर्राया, पाकिस्तानी नौसेना ईरान सीमा के पास छिपने को मजबूर

    ऑपरेशन सिंदूर: इस्लामाबाद सहमा, पाक नौसेना अरब सागर से खिसककर ईरान बॉर्डर पर छिपी

    ट्रंप से मुलाक़ात के बाद अहम कूटनीतिक पहल, जानें मोदी-पुतिन बातचीत में क्या था खास?

    ट्रंप से मुलाक़ात के बाद अहम कूटनीतिक पहल, जानें मोदी-पुतिन बातचीत में क्या था खास?

    पाकिस्तान की कंगाली से ध्यान भटकाने की कोशिश: नक़वी ने मुनीर का ‘मर्सिडीज़’ वाला मज़ाक दुहराया

    पाकिस्तान की कंगाली से ध्यान भटकाने की कोशिश: नक़वी ने मुनीर का ‘मर्सिडीज़’ वाला मज़ाक दुहराया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    संसद में शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा पर चर्चा, विपक्षी हंगामे पर राजनाथ सिंह नाराज़ संसद में शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा पर चर्चा, विपक्षी हंगामे पर राजनाथ सिंह नाराज़

    संसद में शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा पर चर्चा, विपक्षी हंगामे पर राजनाथ सिंह नाराज़

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

गुमनामी बाबा पर फिर छिड़ी बहस उनके नेताजी सुभाष चंद्र बोस होने को लेकर क्या हैं दावे?

यह पहली बार है जब किसी बड़े नेता ने सीधे तौर पर नेताजी और गुमनामी बाबा को एक साथ जोड़कर देखा है

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
24 January 2025
in इतिहास
गुमनामी बाबा का प्रतीकात्मक चित्र (बाएं) और नेताजी बोस (दाएं)

गुमनामी बाबा का प्रतीकात्मक चित्र (बाएं) और नेताजी बोस (दाएं)

Share on FacebookShare on X

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के प्रमुख अखिलेश यादव का नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती (23 जनवरी) पर किया गया पोस्ट चर्चा का विषय बन गया है। अखिलेश ने पहले बोस को नमन करते हुए ‘X’ पर पोस्ट किया और लिखा, “‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा’, महान स्वतंत्रता सेनानी एवं आज़ाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन।” इस पोस्ट में अखिलेश ने दो तस्वीरें साझा की थी जिनमें पहली सुभाष चंद्र बोस की थी और दूसरी गुमनामी बाबा उर्फ भगवानजी की प्रतीकात्मक तस्वीर थी।

अखिलेश यादव का X पोस्ट

अखिलेश ने इसके थोड़ी देर बाद एक और पोस्ट करते हुए लिखा, “भाजपा सरकार से आग्रह है कि सपा सरकार में अयोध्या में बने ‘गुमनामी बाबा’ के संग्रहालय का सही रखरखाव करे और उसे गुमनामी में जाने से रोके।” अखिलेश के इस पोस्ट के बाद गुमनामी बाबा के नेताजी बोस होने की चर्चा ने एक बार फिर ज़ोर पकड़ लिया है। कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने अखिलेश की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए सरकार से गुमनामी बाबा का सच सामने लाने की अपील की है। ‘नेताजी, गुमनामी बाबा और सरकारी झूठ’ किताब के लेखक अनुज धर ने इस पर कहा, “वर्तमान यूपी सरकार कोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर रही है। वे लोगों को इस संग्रहालय में जाने से रोक रहे हैं। वे नहीं चाहते कि उन्हें सच्चाई पता चले।”

संबंधितपोस्ट

भगवा आतंक का फर्जीवाड़ा: क्या परमबीर सिंह पर चलेगा गद्दारी का मुकदमा?

8 साल और 132 दिन पद पर रहकर, योगी आदित्यनाथ बने यूपी के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री

पार्टी दफ्तर समझ रखा है क्या? अखिलेश की मस्जिद में मीटिंग पर BJP ने उठाया सवाल ​

और लोड करें

एक और जहां राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में बोस की कथित मृत्यु की तारीख 18 अगस्त 1945 का ज़िक्र किया था तो वहीं अखिलेश ने इसे गुमनामी बाबा से जोड़ा है। इससे यह साफ तौर पर नज़र आता है कि अखिलेश इस मामले में कथित प्लेन क्रैश की थ्योरी को खारिज करना चाहते हैं। यह पहली बार है, जब किसी बड़े नेता ने सीधे तौर पर नेताजी और गुमनामी बाबा को एक साथ जोड़कर देखा है, इससे पहले तक देश के बड़े नेता इससे बचते रहे हैं।

नेताजी थे गुमनामी बाबा!

दरअसल, गुमनामी बाबा के नेताजी बोस होने को लेकर कई तरह के दावे किए जाते हैं और कई शोधकर्ताओं का मानना है कि गुमनामी बाबा ही नेताजी थे। हमेशा रहस्यमयी ज़िंदगी जीने वाले गुमनामी बाबा को लेकर बडे़ पैमाने पर चर्चा उनकी मौत के बाद शुरू हुई थी। सितंबर 1985 में गुमनामी बाबा की मौत के बाद जब बक्सों में बंद उनके सामान को खोला गया तो इससे हंगामा मच गया और दावा किया जाने लगा कि यह सामान असल में नेताजी का है।

गुमनामी बाबा के समर्थकों ने कथित तौर पर दावा किया था कि गुमनामी बाबा, नेताजी ही थे और खुद ही वे अपनी पहचान छिपाए रखना चाहते थे। इसके बाद अंग्रेज़ी के एक अखबार Northern India Patrika ने 20 दिसंबर 1985 से 23 जनवरी 1986 के बीच गुमनामी बाबा और नेताजी के संबंधों को लेकर ‘The Man of Mystery‘ नाम से 17 लेखों की एक सीरीज़ प्रकाशित की थी। कई अन्य अखबारों ने भी इसे लेकर खबरें छापीं जिसके बाद यह मुद्दा लोगों के बीच और चर्चा का विषय बन गया था।

Northern India Patrika में प्रकाशित सीरीज़ का पहला लेख (चित्र: अनुज धर)
Northern India Patrika में प्रकाशित सीरीज़ का तीसरा लेख (चित्र: अनुज धर)

अनुज धर ने गुमनामी बाबा के मामले को लेकर TFI से बातचीत में कहा, “इस मामले के सामने आने के बाद नेताजी बोस की भतीजी ललिता बोस वहां पहुंचीं और उन्होंने पुलिस द्वारा सीज़ किया गया गुमनामी बाबा का सामान देखने के बाद कहा था कि ‘ये मेरे चाचा जी (सुभाष चंद्र बोस) ही हैं’।” इसके बाद ललिता ने तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह से मुलाकात की जिन्होंने उनसे कथित तौर पर इस मामले को कोर्ट ले जाने को कहा था। धर ने कहा, “इसके बाद ललिता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में केस किया और गुमनामी बाबा के सामान को संरक्षित करने की मांग की थी। जिसके बाद कोर्ट ने इस सामान की इनवेंट्री बनाने को कहा था।”

धर ने कहा कि इसके बाद लंबे समय तक यह मामला कोर्ट में अटका रहा और कल्याण सिंह के मुख्यमंत्री काल के दौरान सरकार ने कोर्ट में एफिडेविट देकर कहा कि गुमनामी बाबा नेताजी नहीं थे। धर ने कहा, “2011-12 में शक्ति सिंह नामक शख्स (इनके घर में ही गुमनामी बाबा की मौत हुई थी) ने कोर्ट में केस कर पूछा कि उनके घर से जो सामान निकला था वो अभी कहा है।” इसके बाद यह मामला एक बार भी चर्चाओं के केंद्र में आ गया था।

कोर्ट ने दिया संग्रहालय बनाने का निर्देश

इसके बाद जनवरी 2013 में इलाहाबाद हाईकोर्ट की जस्टिस देवी प्रसाद सिंह और जस्टिस वीरेंद्र कुमार दीक्षित की लखनऊ पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार को गुमनामी बाबा उर्फ ​​भगवानजी की पहचान की जांच के लिए एक पैनल बनाने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने कहा, “गुमनामी बाबा की पहचान के सिलसिले में हाईकोर्ट के एक रिटायर्ड जज के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों की एक टीम के गठन पर विचार करने के लिए राज्य सरकार को निर्देशित किया जाता है।”

साथ ही, कोर्ट ने इस मामले में राज्य सरकार को फैजाबाद में गुमनामी बाबा से जुड़ी चीजों को रखने के लिए एक संग्रहालय बनाने पर विचार करने का भी निर्देश देते हुए कहा था कि अन्य पुरानी वस्तुएं भी वैज्ञानिक तरीके से इस संग्रहालय में रखी जा सकती हैं। कोर्ट ने इन दोनों मामलों पर तीन महीने के भीतर सरकार से फैसला लेने का कहा था।

गुमनामी बाबा पर विष्णु सहाय आयोग की रिपोर्ट

कोर्ट के आदेश के बाद 2016 में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली तत्कालीन यूपी सरकार ने गुमनामी बाबा की पहचान की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया था। एक सदस्यीय इस आयोग की अध्यक्षता जस्टिस विष्णु सहाय कर रहे थे और इसे 6 महीने में अपनी रिपोर्ट देनी थी। सितंबर 2017 में विष्णु सहाय ने की अपनी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक को सौंप दी थी।

सहाय ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि गुमनामी बाबा एक ‘असाधारण व्यक्ति’ थे। सहाय ने उन्हें नेताजी का अनुयायी माना और रिपोर्ट में लिखा कि जैसे ही यह अफवाह फैलनी शुरू हुई कि वह नेताजी बोस हैं तो उन्हें अपना मकान बदल लिया था। इस रिपोर्ट में सहाय ने गुमनामी बाबा की आवाज़ नेताजी से मिलने जैसी दलीलें दीं लेकिन उनका निष्कर्ष था कि वे नेताजी नहीं हैं।

जस्टिस विष्णु सहाय आयोग का निष्कर्ष

अनुज धर ने इस आयोग को लेकर कहा है, “यह आयोग सिर्फ एक नौटंकी की तरह था। उन्हें यह पता करना था कि गुमनामी बाबा कौन हैं जो उन्होंने नहीं किया था। उनके अधिकतर निष्कर्ष बोस से मिलते जुलते थे लेकिन आखिर में उन्हें इसे खारिज कर दिया था।” धर ने कहा कि नेताजी के बड़े अनुयायियों को दुनिया जानती हैं लेकिन इनका (गुमनामी बाबा) ज़िक्र कहीं नहीं मिलता था। उन्होंने कहा, “यह जांच से ठीक तरीके से नहीं की गई थी। मुखर्जी कमीशन के आधार पर DNA टेस्ट ना कराया जाना भी बेतुका है और उन्होंने ठीक तरीके से हैंड राइटिंग जांच भी नहीं कराई थी।” साथ ही, धर ने DNA और हैंडराइटिंग की पुरानी रिपोर्ट्स को भी फर्जी बताया है।

राम कथा संग्रहालय में गुमनामी बाबा का म्यूज़ियम

अखिलेश यादव के कार्यकाल में गुमनामी बाबा के सामान को प्रदर्शित करने के लिए राम कथा संग्रहालय में एक म्यूज़ियम गैलरी बनाई गई थी। इस संग्रहालय के निर्माण के लिए बोस के परिवार के कुछ सदस्यों और मिशन नेताजी से जुड़े अनुज धर जैसे लोगों ने अखिलेश यादव से मुलाकात भी की थी। हालांकि, इसके निर्माण के कुछ ही समय बाद अखिलेश यादव की सरकार चली गई और तब से आज तक इसे आम जनता के लिए नहीं खोला गया है। इस संग्रहालय में दुर्लभ पुस्तकें ,घड़ी, अखबारों की कटिंग के अलावा अन्य महत्वपूर्ण सामग्री है। फिलहाल, संस्कृति विभाग ने राम कथा संग्रहालय को राम मंदिर ट्रस्ट को हैंड ओवर कर दिया है और इसे अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप देने का काम तेज़ी से चल रहा है।

गुमनामी बाबा का नेताजी से मिलता-जुलता चश्मा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार हाईकोर्ट के आदेश पर संरक्षित किए गए गुमनामी बाबा के 425 सामानों को भी कहीं और शिफ्ट करने की तैयारी कर रही है। दूसरी ओर, अनुज धर का कहना है, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम कथा संग्रहालय में जाते तो हैं लेकिन आज तक उस गैलरी का उद्घाटन नहीं किया गया है।” उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार को पता है कि अगर लोग आएंगे तो वे गुमनामी बाबा का हाइटेक सामान देखकर सवाल ज़रूर करेंगे कि यह किसका सामान है।”

गुमनामी बाबा के नेताजी होने से जुड़े दावे!

गुमनामी बाबा के पास मौजूद सामान, उनसे मिलने आने वाले बड़े-बड़े लोगों व देश-विदेश के मामलों में उनके अध्ययन व रूचि को लेकर उन्हें नेताजी सुभाष चंद्र बोस बताया जाता है। सरकारी रिपोर्ट में गुमनामी बाबा और नेताजी की हैंड राइटिंग के मैच करने का दावा खारिज कर दिया गया था लेकिन अनुज धर और उनके सहयोगियों ने जब गुमनामी बाबा की हैंड राइटिंग की स्वतंत्र विशेषज्ञों द्वारा जांच कराई तो रिपोर्ट का नतीजा चौंकने वाला रहा था। एक अंतर्राष्ट्रीय एक्सपर्ट समेत कम-से-कम 3 एक्सपर्ट्स ने गुमनामी बाबा और नेताजी की हैंड राइटिंग को एक जैसा माना था। उन्होंने DNA रिपोर्ट पर भी इसी तरह के दावे किए हैं।

साथ ही, गुमनामी बाबा के पास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दूसरे सरसंचालक एमएस गोलवलकर का पत्र भी मिला था। गोलवलकर ने गुमनामी बाबा को इस पत्र में स्वामी विजयानंद नाम से संबोधित किया है। किसी गुमनाम साधु को RSS के सरसंचालक द्वारा पत्र लिखा जाना उनके नेताजी होने के संदेह को और स्पष्ट ही करता है।

गुमनामी बाबा के पास से मिला गोलवलकर का पत्र (चित्र: अनुज धर)

साथ ही, गुमनामी बाबा के सामान में कई अन्य रहस्यमयी चीज़ें भी मिली थीं जिनमें हाथ से बनाए गए नक्शे भी शामिल हैं। गुमनामी बाबा के पास मिले हाथ से बने एक नक्शे में ताइहोकू पर क्रास किया गया था। ताइहोकू, ताइवान का एक प्रशासनिक प्रभाग था जहां पर नेताजी बोस का प्लेन कथित तौर पर क्रैश हुआ था।

गुमनामी बाबा के पास मिला हाथ से बना नक्शा (चित्र: HT)

गुमनामी बाबा के बक्सों से आजाद हिंद फौज की खुफिया इकाई के मुखिया पवित्र मोहन राय की वंशावली, जर्मनी का बना टाइपराइटर, हाइटेक दूरबीन, बोस के माता-पिता/परिवार की निजी तस्वीरें, जापानी, जर्मन और अंग्रेजी साहित्य, आज़ाद हिंद फौज की वर्दी, सैकड़ों टेलीग्राम, 555 सिगरेट, शराब की बोतलें और रोलेक्स की महंगी घड़ियां भी मिलीं थी। किसी एकांत में रहने वाले एक गुमनामी बाबा के पास ऐसा सामान मिलना खुद में रहस्यमयी है। उनके सामानों में नेताजी बोस की एक पारिवारिक तस्वीर भी शामिल थी।

गुमनामी बाबा के सामान में मिली नेताजी की पारिवारिक तस्वीर

बोस और गुमनामी बाबा की कद-काठी और आवाज़ में गजब का साम्य कई सवाल खड़े करता है जिनके जवाब अभी मिलने बाकी हैं। अभी तक इस विषय पर सरकारी स्तर पर बहुत सारी धुंध हटनी बाकी है और नेताजी जैसे राष्ट्र नायक के मामले में ऐसे सवाल खड़े रहना राष्ट्र के तौर पर हमारे ऊपर भी सवाल उठाता है। अखिलेश यादव द्वारा छेड़ी गई यह बहस कहां तक जाएगी यह देखना दिलचस्प होगा।

स्रोत: नेताजी, सुभाष चंद्र बोस, गुमनामी बाबा, भगवानजी, इलाहाबाद हाईकोर्ट, उत्तर प्रदेश, योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव, प्लेन क्रैश थ्योरी, मुखर्जी आयोग, सहाय आयोग, Netaji, Subhash Chandra Bose, Gumnami Baba, Bhagwanji, Allahabad High Court, Uttar Pradesh, Yogi Adityanath, Akhilesh Yadav, Plane Crash Theory, Mukherjee Commission, Sahay Commission,
Tags: Akhilesh YadavAllahabad High CourtBhagwanjiGumnami BabaMukherjee CommissionNetajiPlane Crash TheorySahay CommissionSubhash Chandra BoseUttar PradeshYogi Adityanathअखिलेश यादवइलाहाबाद हाईकोर्टउत्तर प्रदेशगुमनामी बाबानेताजीप्लेन क्रैश थ्योरीभगवानजीमुखर्जी आयोगयोगी आदित्यनाथसहाय आयोगसुभाष चंद्र बोस
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

लालू यादव के लिए ‘कपटी ठाकुर’, PM मोदी के लिए ‘भारत रत्न’: कांग्रेस के कारण कर्पूरी ठाकुर को छोड़ना पड़ा था भारत

अगली पोस्ट

एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी बनीं किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर, संन्यास की ली दीक्षा; अब कहलाएंगी ममता नंद गिरि

संबंधित पोस्ट

देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म
इतिहास

देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

19 August 2025

19 अगस्त/बलिदान-दिवस पूर्वोत्तर भारत में चर्च के षड्यन्त्रों के अनेक रूप हैं। वे हिन्दू धर्म ही नहीं, तो हिन्दी भाषा और देवनागरी लिपि के भी...

3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा
इतिहास

3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

19 August 2025

लगभग 3,000 साल पहले, भूमध्य सागर के पूर्वी किनारे पर स्थित एक बड़ा बंदरगाह शहर उगरित में, कुछ लेखकों ने एक गीत को मिट्टी की...

सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू
इतिहास

सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

18 August 2025

18 अगस्त/जन्म-दिवस पर विशेष श्री राजपाल पुरी का जन्म 18 अगस्त, 1919 को स्यालकोट (वर्तमान पाकिस्तान) में एक वकील श्री बिशम्भर नाथ एवं श्रीमती बिन्द्रा...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

After 35 Years : Kashmiri Pandits Finally Getting Justice

After 35 Years : Kashmiri Pandits Finally Getting Justice

00:05:59

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

00:06:30

Why do Journalists like Ravish kumar Keep Speaking Pakistan’s Script all the time | Op Sindoor

00:05:55

why are Punjabi pop icons yo yo honey Singh, karan aujla abusing indian culture?

00:04:17

'We’ll Start from the East’: Asim Munir’s Threat – Who’s Arming Pakistan?

00:06:14
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited