TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

क्या देश के मुस्लिम स्कॉलर पहलगाम के आतंकियों के ख़िलाफ़ फतवा जारी कर उन्हें इस्लाम से ख़ारिज करेंगे?

अगर पवित्र आयत लिखी साड़ी पहनना, अल्लाह के रसूल का चित्र बनाना नबी की शान में गुस्ताखी है, तो फिर उनके नाम पर आतंकी संगठनों का नाम रखना ईशनिंदा क्यों नहीं?

Sambhrant Mishra द्वारा Sambhrant Mishra
24 April 2025
in समीक्षा
पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों की तस्वीर

पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों की तस्वीर

Share on FacebookShare on X

पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के शव उनके घर पहुँच चुके हैं। उनके अंतिम संस्कार की हृदयविदारक तस्वीरें पूरे देश को आक्रोशित और उद्वेलित कर रही हैं। कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या हों, या फिर इंदौर के सुशील की पत्नी जेनिफर, वो चीख चीख कर बता रही हैं कि किस तरह आतंकियों ने पहले उनका धर्म पूछा, कलमा पढ़ने को कहा और जब वो नहीं पढ़ सके तो प्वाइंट ब्लैक रेंज से उन्हें गोली मार दी गई। ये बयान स्पष्ट रूप से बताते हैं कि पहलगाम में हुआ हमला सिर्फ आतंकी हमला नहीं, बल्कि धर्म के आधार पर हुआ एक नरसंहार है, जहां आतंकियों ने हिंदुओं (काफिरों) को चुन-चुन कर मौत के घाट उतार दिया।

सोशल मीडिया पर वायरल इन बयानों को देखकर लोग पूछ रहे हैं कि क्या अपने ही देश में घूमने के लिए, कारोबार करने या फिर जिन्दा रहने के लिए उन्हें कलमा पढ़ना सीखना पड़ेगा, या फिर सुरक्षा के नज़रिए से खतना करवाना ज्यादा ठीक रहेगा? इस नरसंहार के बाद ये प्रतिक्रियाएं स्वाभाविक भी हैं और शुक्र है कि ये प्रतिक्रियाएं अभी सोशल मीडिया तक ही हैं। लेकिन इससे सबसे ज्यादा परेशानी उस ‘सिकुलर’ जमात को हो रही है, जो हर आतंकी हमले के बाद एक पहले से ही तैयार नोट जारी कर देती है- ‘आतंक का कोई धर्म नहीं होता’। लेकिन पहलगाम नरसंहार ने स्पष्ट कर दिया कि आतंक का मज़हब तो ज़रूर है।

संबंधितपोस्ट

6 दिसंबर के दिन राजधानी को दहलाने की थी तैयारी, पहले हो गया धमाका! ‘बाबरी विध्वंस’ के दिन 6 बड़े हमलों की तैयारी में थे आतंकी

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के छह महीने बाद फिर साजिशों में जुटे पाकिस्तान और आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

और लोड करें

अगर नहीं होता तो आतंकी लोगों को मारने से पहले कलमा नहीं पढ़वा रहे होते या फिर पीड़ितों की पैंट उतार कर नहीं देख रहे होते। इतनी स्पष्टता के बावजूद ‘सिकुलर’ रोग से ग्रस्त एक बड़ी जमात पूरी थेथरई के साथ ये समझाने में जुटी है कि भला आतंक का मजहब से क्या वास्ता? अब अगर इस सिकुलर जमात को ‘मज़हब’ के साथ आतंक का टैग चस्पा होने से इतनी ही दिक़्क़त है तो वो बात-बात पर फतवा जारी करने वाले मुस्लिम विद्वानों या दारुल उलूम जैसी इस्लामिक संस्थाओं से ये अपील क्यों नहीं करते कि वो चुन चुन कर हिंदुओं की हत्या करने वाले इन आतंकियों को इस्लाम से ख़ारिज कर दें? क्या ये ऐलान होगा कि जब ये आतंकी जहन्नुम में पहुंचा दिए जाएं (जो कि जल्द ही होगा) तब कोई भी मौलवी इनके लिए नमाज़ ए जनाज़ा न पढ़े और न ही इनकी कब्र को मिट्टी दी जाए?

पीड़ितों और मारे गए लोगों के परिजनों की आपबीती सुनने के बाद ‘आतंक का कोई मजहब नहीं होता’ वाले अभियान से सिवाय गुस्सा भड़कने के और कुछ हासिल नहीं होगा। ऐसे में जरूरी है कि इसकी जगह आतंक को ही मज़हब से बाहर का रास्ता दिखाया जाए। इसके लिए पहले सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया भर के तमाम इस्लामिक देशों की शीर्ष धार्मिक संस्थाओं और इस्लामिक विद्वानों को एक साथ आकर सभी आतंकी संगठनों उनके कमांडरों और आतंकियों के नाम फतवा जारी कर उन्हें इस्लाम से बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए। लगे हाथ ‘काफिरों’ को वाजिबुल कत्ल (मारे जाने योग्य) ठहराने वाली आतंकी थ्योरी को भी ग़ैर इस्लामिक करार दे देना चाहिए। ताकि ‘पवित्र पुस्तक’ और इस्लामी शिक्षाओं की आड़ में ऐसे पैशाचिक कृत्य करने वालों की ये ग़लतफहमी भी दूर की जा सके कि ऐसा करके वो ग़ाज़ी या शहीद कहलाएंगे। या फिर उन्हें जन्नत में  72 हूरों और अनलिमिटेड शराब का सुख मिलेगा।

ज़ाहिर है ज़्यादातर आतंकी इसी जन्नत-उल-फिरदौस के ख़्वाब दिखाकर ब्रेनवॉश किए गए होते हैं। ऐसे में अगर उन्हें ये बता दिया जाए कि जिस किस्म के जिहाद के ज़रिए वो हूरों के आग़ोश में समाने के ख़्वाब देख रहे हैं, उससे उन्हें जन्नत नहीं बल्कि जहन्नुम में गर्म तेल की कड़ाही नसीब होगी। आज, विशेषकर पहलगाम के इस हिंदू नरसंहार के बाद जिस तरह की स्थितियां और आक्रोश पैदा हुआ है वो कही न कहीं इस्लामिक नेताओं और शीर्ष संस्थाओं के लिए एक बड़ा अवसर भी है, जिसका इस्तेमाल कर उन्हें तमाम आतंकी संगठनों को इस्लाम विरोधी ठहराते हुए उनके ख़िलाफ़ नबी की शान में गुस्ताखी का फतवा भी जारी करना चाहिए। वैसे भी अधिकांश आतंकी संगठन ‘अल्लाह के रसूल’ या पवित्र इस्लामी परंपराओं का नाम रखते हैं और इसकी आड़ में मानवता के विरुद्ध अपराध करते हैं।फिर चाहे वो ‘लश्कर ए तैयबा’ (इस्लाम की धर्म सेना) हो, जैश ए मोहम्मद (पैग़म्बर मोहम्मद की सेना) हो, या फिर हिज्बउल मुजाहिदीन (पवित्र लड़ाकों की सेना)। दुनिया के सबसे दुर्दांत और पैशाचिक आतंकी संगठन ISIS ने तो अपने झंडे में ही इस्लाम का पहला कलमा (शाहदा) लिख रखा है। इसके अतिरिक्त गोल घेरे में पैग़म्बर का नाम का नाम भी साफ़ साफ़ लिखा गया है।

इसी झंडे के नीचे इस आतंकी संगठन ने न जाने कितने लोगों (काफिरों) का सिर कलम किया है। न जानें कितने बेगुनाहों का ख़ून बहाया है। अल्लाह और अल्लाह के रसूल के अपमान का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है? अगर क़ुरान की आयत लिखा कुर्ता तक पहनने पर, पैग़म्बर साहब का चित्र बनाने पर या ‘द सैटेनिक वर्सेस’ जैसी किताबें लिखने को ब्लॉसफेमी माना जा सकता है। उनके ख़िलाफ़ फतवा जारी किया जा सकता है। उनकी मॉब लिंचिंग, हत्याएं तक की जा सकती हैं, तो फिर पैग़म्बर के नाम पर नरसंहार करने वालों, क़ुरान की पवित्र आयतों की ग़लत व्याख्या कर ब्रेनवॉश करने वालों के ख़िलाफ़ ईशनिंदा का फतवा क्यों जारी नहीं होना चाहिए? उनके सिर पर ईनाम क्यों नहीं रखा जाना चाहिए?

कई निर्दोष लोगों की मौत के बाद ही सही आज इन इस्लामिक स्कॉलर्स के पास मौका है कि वो इन आतंकी संगठनों के ख़िलाफ़ फतवे जारी करें और इस्लाम के अनुयायियों को बताएं कि ऐसी कोई आयत या हदीस नहीं, जो दीन के नाम पर ग़ैर मुस्लिमों का कत्ल को, उनके बलात कन्वर्जन को जायज़ और ग़ज़वा-ए-हिंद को उनका सच्चा मकसद बताती हो। यकीन मानिए ये उनका ये कदम न सिर्फ हिंदुओं और मुसलमानों के बीच की खाई को पाटने में, बल्कि इस्लाम की बेहतरी के लिए भी बेहद कारगर सिद्ध होगा। तब इस देश का आम मुसलमान भी दावे से कह सकेगा कि ‘आतंक का कोई मज़हब’ नहीं होता। लेकिन प्रश्न ये है कि वक्फ, CAA और यहां तक कि किसान आंदोलन के लिए भी सड़कों पर उतरने का आह्वान करने वाली इस्लामिक संस्थाएं और विद्वान ऐसा कोई कदम उठा सकेंगे? वो भी तब जबकि उनके मज़हब को, मुसलमानों को और इस देश को इसकी सबसे ज्यादा ज़रूरत है।

स्रोत: जम्मू-कश्मीर, पहलगाम, आतंकी हमला, इस्लाम, फतवा, Jammu and Kashmir, Pahalgam, Terrorist attack, Islam, Fatwa,
Tags: FatwaIslamJammu and KashmirPahalgamterrorist attackआतंकी हमलाइस्लामजम्मू-कश्मीरपहलगामफतवा
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पाकिस्तान ने सिंधु संधि सस्पेंड करने को बताया ‘एक्ट ऑफ वॉर’, शिमला समझौता सस्पेंड करने की दी धमकी; जानें आगे क्या?

अगली पोस्ट

पहलगाम हमले के गुनहगारों पर एक्शन शुरू: IED से उड़ाया गया आतंकी आदिल का घर, आसिफ के घर पर चला बुलडोज़र

संबंधित पोस्ट

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी
चर्चित

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

10 November 2025

पूर्वोत्तर भारत, जिसे कभी दिल्ली की नीतिगत दृष्टि में हाशिए का इलाका माना जाता था, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि में भारत के विकास...

वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण
इतिहास

वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

10 November 2025

भारत के राजनीतिक और सांस्कृतिक इतिहास में वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक चेतना और राष्ट्र की आत्मा का उद्घोष रहा है। यह...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

00:06:27

How DRDO’s New Laser System Can Destroy Drones at 5 KM Range?

00:04:31
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited