TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!’

    वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    ‘जंगलराज’ की दास्तान और कृष्णैया हत्याकांड: बिहार का स्याह सच

    ‘जंगलराज’ की दास्तान और कृष्णैया हत्याकांड: बिहार का स्याह सच

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!’

    वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    ‘जंगलराज’ की दास्तान और कृष्णैया हत्याकांड: बिहार का स्याह सच

    ‘जंगलराज’ की दास्तान और कृष्णैया हत्याकांड: बिहार का स्याह सच

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

क्या देश के मुस्लिम स्कॉलर पहलगाम के आतंकियों के ख़िलाफ़ फतवा जारी कर उन्हें इस्लाम से ख़ारिज करेंगे?

अगर पवित्र आयत लिखी साड़ी पहनना, अल्लाह के रसूल का चित्र बनाना नबी की शान में गुस्ताखी है, तो फिर उनके नाम पर आतंकी संगठनों का नाम रखना ईशनिंदा क्यों नहीं?

Sambhrant Mishra द्वारा Sambhrant Mishra
24 April 2025
in समीक्षा
पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों की तस्वीर

पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों की तस्वीर

Share on FacebookShare on X

पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के शव उनके घर पहुँच चुके हैं। उनके अंतिम संस्कार की हृदयविदारक तस्वीरें पूरे देश को आक्रोशित और उद्वेलित कर रही हैं। कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या हों, या फिर इंदौर के सुशील की पत्नी जेनिफर, वो चीख चीख कर बता रही हैं कि किस तरह आतंकियों ने पहले उनका धर्म पूछा, कलमा पढ़ने को कहा और जब वो नहीं पढ़ सके तो प्वाइंट ब्लैक रेंज से उन्हें गोली मार दी गई। ये बयान स्पष्ट रूप से बताते हैं कि पहलगाम में हुआ हमला सिर्फ आतंकी हमला नहीं, बल्कि धर्म के आधार पर हुआ एक नरसंहार है, जहां आतंकियों ने हिंदुओं (काफिरों) को चुन-चुन कर मौत के घाट उतार दिया।

सोशल मीडिया पर वायरल इन बयानों को देखकर लोग पूछ रहे हैं कि क्या अपने ही देश में घूमने के लिए, कारोबार करने या फिर जिन्दा रहने के लिए उन्हें कलमा पढ़ना सीखना पड़ेगा, या फिर सुरक्षा के नज़रिए से खतना करवाना ज्यादा ठीक रहेगा? इस नरसंहार के बाद ये प्रतिक्रियाएं स्वाभाविक भी हैं और शुक्र है कि ये प्रतिक्रियाएं अभी सोशल मीडिया तक ही हैं। लेकिन इससे सबसे ज्यादा परेशानी उस ‘सिकुलर’ जमात को हो रही है, जो हर आतंकी हमले के बाद एक पहले से ही तैयार नोट जारी कर देती है- ‘आतंक का कोई धर्म नहीं होता’। लेकिन पहलगाम नरसंहार ने स्पष्ट कर दिया कि आतंक का मज़हब तो ज़रूर है।

संबंधितपोस्ट

जम्मू-कश्मीर के गुरेज़ सेक्टर में LoC पार करने की कोशिश करने वाले दो आतंकी ढेर, भारतीय सेना की बड़ी कार्रवाई

शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

NCERT ने जारी किया खास मॉड्यूल, कक्षा 3 से 12 तक के छात्र पढ़ेंगे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कहानी

और लोड करें

अगर नहीं होता तो आतंकी लोगों को मारने से पहले कलमा नहीं पढ़वा रहे होते या फिर पीड़ितों की पैंट उतार कर नहीं देख रहे होते। इतनी स्पष्टता के बावजूद ‘सिकुलर’ रोग से ग्रस्त एक बड़ी जमात पूरी थेथरई के साथ ये समझाने में जुटी है कि भला आतंक का मजहब से क्या वास्ता? अब अगर इस सिकुलर जमात को ‘मज़हब’ के साथ आतंक का टैग चस्पा होने से इतनी ही दिक़्क़त है तो वो बात-बात पर फतवा जारी करने वाले मुस्लिम विद्वानों या दारुल उलूम जैसी इस्लामिक संस्थाओं से ये अपील क्यों नहीं करते कि वो चुन चुन कर हिंदुओं की हत्या करने वाले इन आतंकियों को इस्लाम से ख़ारिज कर दें? क्या ये ऐलान होगा कि जब ये आतंकी जहन्नुम में पहुंचा दिए जाएं (जो कि जल्द ही होगा) तब कोई भी मौलवी इनके लिए नमाज़ ए जनाज़ा न पढ़े और न ही इनकी कब्र को मिट्टी दी जाए?

पीड़ितों और मारे गए लोगों के परिजनों की आपबीती सुनने के बाद ‘आतंक का कोई मजहब नहीं होता’ वाले अभियान से सिवाय गुस्सा भड़कने के और कुछ हासिल नहीं होगा। ऐसे में जरूरी है कि इसकी जगह आतंक को ही मज़हब से बाहर का रास्ता दिखाया जाए। इसके लिए पहले सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया भर के तमाम इस्लामिक देशों की शीर्ष धार्मिक संस्थाओं और इस्लामिक विद्वानों को एक साथ आकर सभी आतंकी संगठनों उनके कमांडरों और आतंकियों के नाम फतवा जारी कर उन्हें इस्लाम से बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए। लगे हाथ ‘काफिरों’ को वाजिबुल कत्ल (मारे जाने योग्य) ठहराने वाली आतंकी थ्योरी को भी ग़ैर इस्लामिक करार दे देना चाहिए। ताकि ‘पवित्र पुस्तक’ और इस्लामी शिक्षाओं की आड़ में ऐसे पैशाचिक कृत्य करने वालों की ये ग़लतफहमी भी दूर की जा सके कि ऐसा करके वो ग़ाज़ी या शहीद कहलाएंगे। या फिर उन्हें जन्नत में  72 हूरों और अनलिमिटेड शराब का सुख मिलेगा।

ज़ाहिर है ज़्यादातर आतंकी इसी जन्नत-उल-फिरदौस के ख़्वाब दिखाकर ब्रेनवॉश किए गए होते हैं। ऐसे में अगर उन्हें ये बता दिया जाए कि जिस किस्म के जिहाद के ज़रिए वो हूरों के आग़ोश में समाने के ख़्वाब देख रहे हैं, उससे उन्हें जन्नत नहीं बल्कि जहन्नुम में गर्म तेल की कड़ाही नसीब होगी। आज, विशेषकर पहलगाम के इस हिंदू नरसंहार के बाद जिस तरह की स्थितियां और आक्रोश पैदा हुआ है वो कही न कहीं इस्लामिक नेताओं और शीर्ष संस्थाओं के लिए एक बड़ा अवसर भी है, जिसका इस्तेमाल कर उन्हें तमाम आतंकी संगठनों को इस्लाम विरोधी ठहराते हुए उनके ख़िलाफ़ नबी की शान में गुस्ताखी का फतवा भी जारी करना चाहिए। वैसे भी अधिकांश आतंकी संगठन ‘अल्लाह के रसूल’ या पवित्र इस्लामी परंपराओं का नाम रखते हैं और इसकी आड़ में मानवता के विरुद्ध अपराध करते हैं।फिर चाहे वो ‘लश्कर ए तैयबा’ (इस्लाम की धर्म सेना) हो, जैश ए मोहम्मद (पैग़म्बर मोहम्मद की सेना) हो, या फिर हिज्बउल मुजाहिदीन (पवित्र लड़ाकों की सेना)। दुनिया के सबसे दुर्दांत और पैशाचिक आतंकी संगठन ISIS ने तो अपने झंडे में ही इस्लाम का पहला कलमा (शाहदा) लिख रखा है। इसके अतिरिक्त गोल घेरे में पैग़म्बर का नाम का नाम भी साफ़ साफ़ लिखा गया है।

इसी झंडे के नीचे इस आतंकी संगठन ने न जाने कितने लोगों (काफिरों) का सिर कलम किया है। न जानें कितने बेगुनाहों का ख़ून बहाया है। अल्लाह और अल्लाह के रसूल के अपमान का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है? अगर क़ुरान की आयत लिखा कुर्ता तक पहनने पर, पैग़म्बर साहब का चित्र बनाने पर या ‘द सैटेनिक वर्सेस’ जैसी किताबें लिखने को ब्लॉसफेमी माना जा सकता है। उनके ख़िलाफ़ फतवा जारी किया जा सकता है। उनकी मॉब लिंचिंग, हत्याएं तक की जा सकती हैं, तो फिर पैग़म्बर के नाम पर नरसंहार करने वालों, क़ुरान की पवित्र आयतों की ग़लत व्याख्या कर ब्रेनवॉश करने वालों के ख़िलाफ़ ईशनिंदा का फतवा क्यों जारी नहीं होना चाहिए? उनके सिर पर ईनाम क्यों नहीं रखा जाना चाहिए?

कई निर्दोष लोगों की मौत के बाद ही सही आज इन इस्लामिक स्कॉलर्स के पास मौका है कि वो इन आतंकी संगठनों के ख़िलाफ़ फतवे जारी करें और इस्लाम के अनुयायियों को बताएं कि ऐसी कोई आयत या हदीस नहीं, जो दीन के नाम पर ग़ैर मुस्लिमों का कत्ल को, उनके बलात कन्वर्जन को जायज़ और ग़ज़वा-ए-हिंद को उनका सच्चा मकसद बताती हो। यकीन मानिए ये उनका ये कदम न सिर्फ हिंदुओं और मुसलमानों के बीच की खाई को पाटने में, बल्कि इस्लाम की बेहतरी के लिए भी बेहद कारगर सिद्ध होगा। तब इस देश का आम मुसलमान भी दावे से कह सकेगा कि ‘आतंक का कोई मज़हब’ नहीं होता। लेकिन प्रश्न ये है कि वक्फ, CAA और यहां तक कि किसान आंदोलन के लिए भी सड़कों पर उतरने का आह्वान करने वाली इस्लामिक संस्थाएं और विद्वान ऐसा कोई कदम उठा सकेंगे? वो भी तब जबकि उनके मज़हब को, मुसलमानों को और इस देश को इसकी सबसे ज्यादा ज़रूरत है।

स्रोत: जम्मू-कश्मीर, पहलगाम, आतंकी हमला, इस्लाम, फतवा, Jammu and Kashmir, Pahalgam, Terrorist attack, Islam, Fatwa,
Tags: FatwaIslamJammu and KashmirPahalgamterrorist attackआतंकी हमलाइस्लामजम्मू-कश्मीरपहलगामफतवा
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पाकिस्तान ने सिंधु संधि सस्पेंड करने को बताया ‘एक्ट ऑफ वॉर’, शिमला समझौता सस्पेंड करने की दी धमकी; जानें आगे क्या?

अगली पोस्ट

पहलगाम हमले के गुनहगारों पर एक्शन शुरू: IED से उड़ाया गया आतंकी आदिल का घर, आसिफ के घर पर चला बुलडोज़र

संबंधित पोस्ट

‘वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!’
चर्चित

वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

13 September 2025

तेलंगाना की मुख्य विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने कांग्रेस पर ‘एमएलए चोरी’ का गंभीर आरोप लगा दिया है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और...

मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां
क्राइम

मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

13 September 2025

मणिपुर की पहाड़ियों और घाटियों में डेढ़ साल से पसरे तनाव का धुंधलका देश ने न सिर्फ़ महसूस किया था, बल्कि उसकी टीस को अपने...

‘जंगलराज’ की दास्तान और कृष्णैया हत्याकांड: बिहार का स्याह सच
क्राइम

‘जंगलराज’ की दास्तान और कृष्णैया हत्याकांड: बिहार का स्याह सच

13 September 2025

दिसंबर 1994 की ठंडी सुबह। पटना की ओर जाती सड़क पर एक सफेद एंबेसडर कार दौड़ रही थी। अंदर बैठे थे एक युवा आईएएस अधिकारी-जी....

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited