‘नकली किसानों’ का विरोध खत्म हो गया परन्तु देश को बंधक बनाने वाले अपराधी अभी भी मुक्त हैं
देश में कृषि कानून को लेकर पिछले एक वर्ष से दिल्ली की सीमाओं पर तथाकथित किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि कानून ...
देश में कृषि कानून को लेकर पिछले एक वर्ष से दिल्ली की सीमाओं पर तथाकथित किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि कानून ...
भारत एक कृषि प्रधान राष्ट्र है और यह देश के 50 प्रतिशत रोजगार का सृजनकर्ता है। देश के सकल घरेलू आय में लगभग ...
दिन 26 जनवरी, गणतन्त्र दिवस का उत्सव और राजपथ पर होने वाली परेड समाप्त हो चुकी थी। तभी लाल किले के आस-पास गहमा-गहमी ...
पिछले एक साल से चल रहे किसान आन्दोलन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर 2021 को किसानों के लाभ के लिए ...
देश में मोदी सरकार ने कई ऐसे आकस्मिक निर्णय लिए हैं, जिसने देशवासियों को आश्चर्य चकित किया है। तो वहीं विपक्षी पार्टियों की ...
पिछले कुछ दिनों से देश की राजधानी दिल्ली प्रदूषण की मार झेल रही है। प्रदुषण का स्तर इतना खरतनाक है कि आसमान धुंध ...
बीते दिन शुक्रवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने का ऐलान ...
‘चोट लगी है उसे फिर क्यों महसूस मुझे हो रहा, दिल तू बता दे क्या है इरादा तेरा?’ कुछ ऐसी ही अवस्था कृषि ...
धार्मिक पतन की पराकाष्ठा देखिये। समाज किस तरफ उन्मुख हो रहा है ज़रा ये सोचिए। सिंघू सीमा पर एक दलित सिख लखबीर सिंह ...
किसान आंदोलन के नाम पर सिंघु बॉर्डर पर बैठे हुए उपद्रवी तत्वों द्वारा बीते दिन शुक्रवार को एक दलित मजदूर की हत्या कर ...
‘भय बिन होय न प्रीत’ श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड की ये पंक्ति दिल्ली की सभी सीमाओं पर बैठे तथाकथित किसानों द्वारा चलाए जा रहे ...
किसान आंदोलन का सबसे प्रमुख कारण APMC (एपीएमसी) के एकाधिकार को मिली चुनौती है। पहली बार देश के वास्तविक अन्नदाताओं को सरकार ने जमींदारों ...
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