TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

ब्रह्मा से अर्जुन तक : जानिये हमारे धर्म में श्रापों का क्या योगदान रहा है

EX-EMPLOYEE द्वारा EX-EMPLOYEE
7 October 2017
in धार्मिक कथा, संस्कृति
श्राप, विष्णु, जया-विजया
Share on FacebookShare on X

श्राप क्या है? इससे सम्बंधित कथा

जो लोग दशहरा का उत्सव मनाते हैं वो अच्छे से जानते हैं कि इसे क्यों मनाया जाता है। इसे बुराई के प्रतीक लंकापति रावण के ऊपर अच्छाई के प्रतीक श्री राम के जीत के रूप में दर्शाया गया है। भगवान विष्णु के 7वें अवतार के रूप में श्री राम ने रावण और कुम्भकरण जो भगवान विष्णु के ही द्वारपाल (जया-विजया) के अवतार थे और 4 कुमारों द्वारा मिले श्राप से उनको मुक्त कराने के लिए इक्ष्वाकु कुल में जन्म लिया था।

भागवत पुराण में इस कथा का बेहतर विवरण किया गया है। चार कुमार सनक, सनंदन, सनातन और सनतकुमार जो उच्च आध्यात्मिक योग्यता वाले व्यक्ति थे, वो वैकुण्ठ में भगवान विष्णु के निवास पर आये थे। अपने उच्च आध्यात्मिक तपस्या के कारण उनकी उम्र अधिक नहीं लगती थी किन्तु वे अत्यधिक बुद्धिमान पुरुष थे। उन्हें कम उम्र के बच्चें समझ भगवान विष्णु के द्वारपाल जया-विजया ने उन्हें भगवान से मिलने नहीं दिया। इस पर क्रोधित होकर उन 4 कुमारों ने जया-विजया को देवत्व खोकर सामान्य मनुष्य के रूप में जन्म लेने का श्राप दिया था।

संबंधितपोस्ट

सनातन अपनाने पर इस्लामी कट्टरपंथियों ने किया हमला, 4 दिन हॉस्पिटल में भर्ती रहा परिवार; भजन गायिका शहनाज अख्तर का छलका दर्द

आचार्य प्रशांत: असली धर्मगुरु या ब्रैंडिंग से बने बाबा, क्या हैं उनके आलोचक और समर्थकों के दावे?

एक मुस्लिम जो दुनिया को पढ़ा रहा हिंदुत्व का पाठ, कहानी गोरक्षक-कथावाचक मोहम्मद फैज खान की

और लोड करें
चार कुमार और जया-विजया

उनके जाने के पहले भगवान विष्णु वहाँ पहुँच गए और उन्होंने चारों कुमारों से श्राप वापस लेने का निवेदन किया। भगवान विष्णु के आने से उनका गुस्सा शांत हुआ और उन्होंने जया-विजया को दो विकल्प दिए। पहला यह कि भगवान विष्णु के भक्त के रूप में 7 जन्म लें या दूसरा यह कि भगवान विष्णु के दुश्मन के रूप में 3 जन्म लें, इसके बाद ही वो वैकुण्ठ में पुनः अपनी स्थिति को हासिल कर सकेंगे। उन दोनों ने ही कम जन्म को देखते हुए दुसरे विकल्प को चुना था।

सतयुग में अपने पहले जीवन में वो हिरण्यक्ष और हिरण्यकश्यप के रूप में दो भाई बनकर पैदा हुए। और भगवान विष्णु वराह और नरसिंह अवतार द्वारा क्रमशः दोनों का वध हुआ। इसके बाद त्रेतायुग में रावण और कुम्भकरण के रूप में यह भाई बनकर पैदा हुए। जिसमें विष्णु के 7वें अवतार भगवान श्री राम द्वारा इनका वध किया गया। तीसरा जन्म इनका द्वापर युग में शिशुपाल और दन्तवक्र के रूप में हुआ था। इन भाइयों के रूप में जन्में इनके ताकत में लगातार गिरावट देखी जा सकती है, जहाँ भगवान विष्णु को हिरण्यक्ष और हिरण्यकश्यप को मारने के लिए अलग-अलग अवतार लेना पड़ा लेकिन उसके बाद रावण और कुम्भकरण को उनके एक ही अवतार (भगवान राम) द्वारा मार गिराया।

कलयुग में जया-विजया अपने श्राप से मुक्त हैं और पुरी और तिरुपति समेत सभी विष्णु मंदिर के द्वार पर आपको देखे जा सकते हैं।

इस पुरे प्रकरण में सनातन धर्म द्वारा उच्च बुद्धि और आध्यात्मिक योग्यता वाले पुरषों के महत्त्व पर प्रकाश डाला गया है, और यह बताया गया है कि वो जो भी भविष्यवाणी करते हैं वो वास्तविकता बन जाता है चाहे वो सर्वोच्च भगवान से भी क्यों ना जुड़ा हो।

हमारे शास्त्रों में श्राप के महत्त्व को परिभाषित करती चार कुमारों और जया-विजया की कहानी एकमात्र नहीं है। उच्च आध्यात्मिक योग्यता वाले पुरुषों और महिलाओं द्वारा मानव जाति के भाग्य को आकार देने के लिए कई बार श्राप दिए गए हैं। अर्जुन द्वारा उसके प्रणय निवेदन को ठुकराने पर उर्वशी ने उसे ‘किन्नर’ बनने का श्राप दिया था जो बाद में ‘अज्ञातवास’ के दौरान अर्जुन के काम आया जिसमे अर्जुन विराटराज के राज्य में किन्नर ब्रिहन्नलला के रूप में दिखा।

अर्जुन को श्राप देते हुए उर्वशी

परशुराम ने कर्ण को जाति के बारे में झूठ बोलने का दोषी पाया था। जिसके बाद भगवान परशुराम द्वारा कर्ण को दिया गया श्राप उसके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण लड़ाई में अंततः उसकी मृत्यु का कारण बना।

ऋषि भृगु त्रिमूर्ति देवों में श्रेष्ठ देव का आकलन करने निकले, एक एक करके वो ब्रह्मा, विष्णु और महेश के निवास पहुंचे। सबसे पहले वे ब्रह्मा के निवास पहुँचेे। भगवान ब्रम्हा उस समय अपनी पत्नी को वीणा सीखा रहे थे इस वजह से ऋषि भृगु अपनी उपेक्षा से इतने खिन्न हुए कि उन्हें श्राप दिया कि कलयुग में वो धरती के किसी भी मन्दिर में नहीं पूजे जायेंगे।

इसके बाद उन्होंने भगवान शिव के निवास का दौरा किया जहाँ उन्हें भगवान नंदी द्वारा रोक लिया गया। वहाँ उन्होंने श्राप दिया कि शिव को सिर्फ लिंग के रूप में ही पूजा जाएगा।

आखिर जब वह वैकुण्ठ में भगवान विष्णु के निवास स्थान पर पहुँचे, तो वो भगवान विष्णु को सोते देख क्रोधित हो गए और ऋषि भृगु ने उनके छाती पर अपना पैर रख दिया। देवी लक्ष्मी के लिए अपने पति का यह अपमान असहनीय था, और उन्होंने हमेशा ब्राह्मणों को त्यागने का श्राप दिया।

हम इन श्राप का असर समझ सकते हैं कि पुष्कर के अलावा भगवान ब्रम्हा का कोई मंदिर नहीं है, भगवान शिव को हमेशा ‘शिवलिंग’ के रूप में ही पूजा जाता है, और हर कहानी जो हम सुनते हैं उसमें गाँव के ‘गरीब ब्राह्मण’ की बात होती है।

इसीलिए ‘श्राप’ की अवधारणा सनातन धर्म के इतिहास में महत्वपूर्ण घटनाओं की अग्रदूत रही है। यह सनातन धर्म में ‘कर्म’ को दिए सर्वोच्च महत्त्व को भी बताता है, और इसके प्रभाव से सर्वशक्तिमान भगवान भी नहीं बच सकते। ऋषि जो सामान्य सी बात पर श्राप देते हैं वो खुद आवेगी व्यवहार होने पर नहीं बच सकते। उनको तब अपनी गलतियों का अहसाह होता है और उसके बाद वह कुछ उपाय या तपस्या कर उसके निवारण का सुझाव देते हैं।

विश्वामित्र की तपस्या भंग करने के दौरान मेनका

किसी श्राप का प्रभाव और उसकी अवधि श्राप देने वाले व्यक्ति के आध्यात्मिक योग्यता के स्तर पर निर्भर करता था, और यही एकमात्र योग्यता थी जिसके मदद से दिया हुआ श्राप उस व्यक्ति के जीवन में वास्तविक आकार लेता था। श्राप की शक्ति अक्सर आध्यात्मिक योग्यता हासिल करने पर ही आती थी जो वास्तव में उसकी शक्ति का आधार थी। इसीलिए जो व्यक्ति श्राप देता है वो भी सहता है, जैसे मेनका द्वारा विश्वामित्र की तपस्या भंग करने पर विश्वामित्र ने मेनका को श्राप दिया था जिसके बाद उनकी आध्यात्मिक शक्ति कम हुई थी, वरना वर्षों के तपस्या से अर्जित की हुई ऊर्जा से वह भगवान इंद्र के सिंहासन तक को छीन सकते थे।

तो हम यह मान सकते हैं कि ‘श्राप’ की अवधारणा सनातन धर्म में सही कर्म के महत्त्व को कम करने पर रेखांकित की गई है। एक खुश और सामान्य जिंदगी का रहस्य अच्छे कर्म करने में ही निहित है और बुरे कर्म से कोई परिणाम उत्पन्न होते हैं तो कोई रोना नहीं चल सकता।

Tags: चार कुमारजया-विजयाब्रम्हाविष्णुश्रापसनातन धर्मं
शेयर281ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

शिवसेना को काबू में रखने के लिए भाजपा का मास्टरस्ट्रोक

अगली पोस्ट

विमुद्रीकरण और जीएसटी पर आख़िरकार एक ग़ैर भाजपा नेता ने की समझदारी वाली बात

संबंधित पोस्ट

पिणी गांव की अद्भुत परंपरा: सावन में पांच दिन बिना कपड़ों के क्यों रहती हैं महिलाएं?
धार्मिक कथा

पिणी गांव की अद्भुत परंपरा: सावन में पांच दिन बिना कपड़ों के क्यों रहती हैं महिलाएं?

18 July 2025

हिमाचल प्रदेश की देवभूमि में स्थित मणिकर्ण घाटी का पिणी गांव एक ऐसी अनोखी परंपरा के लिए जाना जाता है, जो हर साल सावन के...

इंटरनेट सस्पेंड, स्कूल बंद: नूंह में जलाभिषेक यात्रा को लेकर हाई अलर्ट पर प्रशासन
धार्मिक कथा

इंटरनेट सस्पेंड, स्कूल बंद: नूंह में जलाभिषेक यात्रा को लेकर हाई अलर्ट पर प्रशासन

14 July 2025

हरियाणा सरकार ने नूंह जिले में रविवार रात 9 बजे से इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। यह...

स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान
संस्कृति

स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

12 July 2025

योग प्राचीन काल से ही भारतीय जीवनशैली का महत्वपूर्ण अंग रहा है। यहां की संस्कृति, कला और परंपराएं आज भी विदेशी पर्यटकों को भारत आने...

और लोड करें

टिप्पणियाँ 1

  1. subodh kumar says:
    7 years पहले

    good post

    Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32

Lashkar-e-Taiba on the Run from Muridke: Is Bahawalpur Becoming Pakistan’s New Terror Capital?

00:07:26

Britain’s Million-Dollar Bird Finally Takes Off!

00:06:43
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited