TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    महाराष्ट्र सरकार ने 'गणेशोत्सव' को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    सामने आया कांग्रेस का 'एम' वाला पाखंड, जानें गुजरात कांग्रेस के नेता ने राहुल गांधी पर क्यों लगाया यह आरोप

    “सामने आया कांग्रेस का ‘एम’ वाला पाखंड”, जानें गुजरात कांग्रेस के नेता ने राहुल गांधी पर क्यों लगाया यह आरोप

    मोहन भागवत, मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी (बाएं से दाएं)

    मोहन भागवत के बयान से खुश कांग्रेसी क्या 78 वर्षीय सोनिया गांधी को रिटायरमेंट के लिए कहेंगे?

    स्कूलों का समय बढ़ा तो भड़के केरल के इस्लामी संगठन; बोले- मदरसा शिक्षा पर पड़ेगा असर

    स्कूलों का समय बढ़ा तो भड़के केरल के इस्लामी संगठन; बोले- मदरसा शिक्षा पर पड़ेगा असर

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    अमेरिका और रूस के F-35A, Su-57E के प्रस्ताव को ठुकराएगा भारत, FGFA आधारित स्टील्थ लड़ाकू विमानों को चुनने की संभावना

    अमेरिका और रूस के F-35A, Su-57E के प्रस्ताव को ठुकराएगा भारत! इस स्टेल्थ जेट पर है नज़र

    केरल सरकार ने पाक जासूस को बनाया राज्य अतिथि! भाजपा ने विजयन की आलोचना की

    पाक जासूस ज्योति मल्होत्रा को केरल की वामपंथी सरकार ने दी थी फंडिंग, बनाया था ‘राज्य अतिथि’

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिम का अनुकरण

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण

    आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा

    पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

    तालिबान राज में 45 साल के शख्स को बेची गई 6 साल की बच्ची (चित्र: amu.tv)

    शादी के लिए 45 साल के शख्स को बेची गई 6 साल की बच्ची, तालिबान बोला- 9 साल की होने तक…

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    रायगड किले का चिलखती बुर्ज और मैप पर साइट्स (चित्र: UNESCO)

    UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किए गए मराठा सैन्य किलों को कितना जानते हैं आप?

    महाराष्ट्र सरकार ने 'गणेशोत्सव' को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    आक्रमणकारियों की जगह आदर्शों का प्रयोग: वास्तविक भारतीय नायकों का सम्मान करती है कक्षा 8 की नई एनसीईआरटी पुस्तक

    आक्रमणकारियों की जगह आदर्शों का प्रयोग: वास्तविक भारतीय नायकों का सम्मान करती है कक्षा 8 की नई एनसीईआरटी पुस्तक

    धर्म और जाति से अलग पले-बढ़े बच्चे ही कल का भविष्य: केरल हाईकोर्ट के जस्टिस वीजी अरुण

    धर्म और जाति से अलग पले-बढ़े बच्चे ही कल का भविष्य: जस्टिस वीजी अरुण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?

    ‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सेट से वायरल हुई स्मृति ईरानी की तस्वीर, 12 साल बाद टीवी पर तुलसी की वापसी

    ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सेट से वायरल हुई स्मृति ईरानी की तस्वीर, 12 साल बाद टीवी पर तुलसी की वापसी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    महाराष्ट्र सरकार ने 'गणेशोत्सव' को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    सामने आया कांग्रेस का 'एम' वाला पाखंड, जानें गुजरात कांग्रेस के नेता ने राहुल गांधी पर क्यों लगाया यह आरोप

    “सामने आया कांग्रेस का ‘एम’ वाला पाखंड”, जानें गुजरात कांग्रेस के नेता ने राहुल गांधी पर क्यों लगाया यह आरोप

    मोहन भागवत, मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी (बाएं से दाएं)

    मोहन भागवत के बयान से खुश कांग्रेसी क्या 78 वर्षीय सोनिया गांधी को रिटायरमेंट के लिए कहेंगे?

    स्कूलों का समय बढ़ा तो भड़के केरल के इस्लामी संगठन; बोले- मदरसा शिक्षा पर पड़ेगा असर

    स्कूलों का समय बढ़ा तो भड़के केरल के इस्लामी संगठन; बोले- मदरसा शिक्षा पर पड़ेगा असर

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    सनातन के नकली रखवालों की अब खैर नही: उत्तराखंड में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन कालनेमि’

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    अमेरिका और रूस के F-35A, Su-57E के प्रस्ताव को ठुकराएगा भारत, FGFA आधारित स्टील्थ लड़ाकू विमानों को चुनने की संभावना

    अमेरिका और रूस के F-35A, Su-57E के प्रस्ताव को ठुकराएगा भारत! इस स्टेल्थ जेट पर है नज़र

    केरल सरकार ने पाक जासूस को बनाया राज्य अतिथि! भाजपा ने विजयन की आलोचना की

    पाक जासूस ज्योति मल्होत्रा को केरल की वामपंथी सरकार ने दी थी फंडिंग, बनाया था ‘राज्य अतिथि’

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिम का अनुकरण

    भारत को नहीं करना चाहिए पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण

    आप की अराजक राजनीति ने वैश्विक मंच पर भारत को किया शर्मिंदा: विदेश मंत्रालय ने पंजाब के सीएम के बयान को नकारा

    पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

    तालिबान राज में 45 साल के शख्स को बेची गई 6 साल की बच्ची (चित्र: amu.tv)

    शादी के लिए 45 साल के शख्स को बेची गई 6 साल की बच्ची, तालिबान बोला- 9 साल की होने तक…

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में चार चीनी नागरिकों गिरफ्तार, खींची रहे थे तस्वीरें

    अब राफेल की जासूसी पर उतरा चीन, ग्रीस में 4 चीनी नागरिक गिरफ्तार; खींच रहे थे तस्वीरें

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    रायगड किले का चिलखती बुर्ज और मैप पर साइट्स (चित्र: UNESCO)

    UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किए गए मराठा सैन्य किलों को कितना जानते हैं आप?

    महाराष्ट्र सरकार ने 'गणेशोत्सव' को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

    आक्रमणकारियों की जगह आदर्शों का प्रयोग: वास्तविक भारतीय नायकों का सम्मान करती है कक्षा 8 की नई एनसीईआरटी पुस्तक

    आक्रमणकारियों की जगह आदर्शों का प्रयोग: वास्तविक भारतीय नायकों का सम्मान करती है कक्षा 8 की नई एनसीईआरटी पुस्तक

    धर्म और जाति से अलग पले-बढ़े बच्चे ही कल का भविष्य: केरल हाईकोर्ट के जस्टिस वीजी अरुण

    धर्म और जाति से अलग पले-बढ़े बच्चे ही कल का भविष्य: जस्टिस वीजी अरुण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    एलन मस्क और राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन

    मस्क की कंपनी के AI चैटबॉट Grok ने ऐसा क्या कहा कि तुर्की ने कंटेंट कर दिया बैन?

    जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?

    ‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    बिना फोन नंबर और इंटरनेट के भी होंगे मेसेज: जानें WhatsApp को टक्कर देने आए Bitchat की विशेषताएं

    ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सेट से वायरल हुई स्मृति ईरानी की तस्वीर, 12 साल बाद टीवी पर तुलसी की वापसी

    ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सेट से वायरल हुई स्मृति ईरानी की तस्वीर, 12 साल बाद टीवी पर तुलसी की वापसी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

सीआईए जासूस रबिन्दर सिंह की अनकही कथा, जो न घर का रहा न घाट का!

ट्रुथ इज स्ट्रेंजर दैन फिक्शन!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
29 September 2023
in ज्ञान
सीआईए जासूस रबिन्दर सिंह की अनकही कथा, जो न घर का रहा न घाट का!
Share on FacebookShare on X

आपने इन कथनों को कहीं न कहीं सुना या पढ़ा होगा, “Karma is watching” या “Truth is stranger than fiction”? सुनने में ये बड़े प्रभावी लगते थे, पर कइयों को, यहाँ तक कि मुझे भी इन कथनों के प्रभाव का पूर्ण आभास नहीं था, जब तक मैंने हाल ही में ‘ख़ुफ़िया’ फिल्म का ट्रेलर नहीं देखा. कहने को ये फिल्म सच्ची घटनाओं पे आधारित एक थ्रिलर है, जहाँ एक जासूस हमारे देश के साथ विश्वासघात करता है, परन्तु एक ऐसी राह पर चलता है, जहाँ से वापसी लगभग असम्भव है! इस कथा को जानकर मन में सर्वप्रथम प्रश्न यही आया : कहीं इसे पहले भी सुना या देखा था? उत्तर एक ही था : हाँ!

‘ख़ुफ़िया’ कोई साधारण कथा नहीं है। यह रबिंदर सिंह के जीवन की कथा है, जिसने अपने देश के साथ गद्दारी की, लेकिन ऐसा करते हुए उसने अपने सम्मान, अपने सपनों और अंततः अपने जीवन नष्ट कर दिया। वह सीआईए में चले गए, परन्तु जो उसे चाहिए था, वह उसे कभी मिला। उसका अंत एक ऐसे व्यक्ति के रूप में हुआ, जो न घर का रहा, न ही घाट का! आज हम कथा बताएँगे उसी रबिन्दर सिंह की, जिसका लोभ ही उसके विनाश का कारण बना!

संबंधितपोस्ट

क्या राष्ट्रीय सुरक्षा से खेल रहे हैं कथित किसान नेता? 2.5 मोर्चे पर होगा अराजकता का अंत

‘पेगासस स्पाइवेयर के इस्तेमाल में कुछ गलत नहीं है’, सुप्रीम कोर्ट बोला- राष्ट्रहित सर्वोपरि

हाथ-पाँव बाँध कर अप्रवासियों को भगा रहा अमेरिका, भारत में कब होगा? देश भर में फैले हैं लाखों बांग्लादेशी, इनमें ISI की भी पैठ

और लोड करें

कौन था रबिंदर सिंह?

तो कौन था रबिन्दर सिंह? कैसे वह एक आम सरकारी कर्मचारी से सीआईए के दलाल में बदल गया?

इसके लिए हमें उसके अतीत में झांकना होगा। अब रबिंदर सिंह की यात्रा एक सेना अधिकारी के रूप में प्रारम्भ हुई, जहाँ वे मेजर के पद पर सेवानिवृत्त हुए। हालाँकि, सशस्त्र बलों के दायरे में उनकी प्रतिष्ठा कम थी। शायद इसीलिए उन्होंने विदेश मंत्रालय में एक आरामदायक सरकारी पद चुना, जहां उनकी प्रतिभा, या उसकी कमी, उतनी ध्यान देने योग्य नहीं होगी। धीरे धीरे रबिन्दर रॉ की ओर आकृष्ट हुए । फिर भी, अपनी सैन्य पृष्ठभूमि और योग्यता के बावजूद, रबिंदर सिंह को सामान्य डेस्क नौकरियों में धकेल दिया गया। उन्हें प्रारम्भ में कोई गंभीरता से लेता भी नहीं था, परन्तु एक दिन…

कब और क्यों रबिंदर ने किया देश से विश्वासघात?

तो फिर ऐसा अदृश्य, जो रबिन्दर सिंह सीआईए का ‘ख़ास’ बन गया? क्या यह व्यक्तिगत द्वेष, अपने जीवन के प्रति गहरे असंतोष से प्रेरित था, या उसे “हनी ट्रैप” जैसी रणनीति के माध्यम से फंसाया गया था? आज भी इसका स्पष्ट शायद ही किसी को पता होगा, परन्तु एक बात स्पष्ट है : यह 1990 के दशक की शुरुआत में सीआईए की एक महिला केस अधिकारी के हाथों दमिश्क या हेग में स्थित रॉ स्टेशन पर हुआ हो सकता है। कुछ लोगों का सुझाव है कि रबिंदर सिंह, अपनी समृद्ध पृष्ठभूमि के साथ, सीआईए के लिए एक आसान टार्गेट नहीं थे। इसके बजाय, उसकी भर्ती एक सावधानीपूर्वक आयोजित, लंबा मामला प्रतीत हुआ, जिसमें हनी ट्रैप का घातक आकर्षण शामिल था।

और पढ़ें: हमें खंडित मंदिरों का उद्धार करना है, “वर्ल्ड हेरिटेज” की भीख नहीं मांगनी!

सीआईए के गुप्त संरक्षण के तहत, रबिंदर सिंह को अपने आकाओं से सीधे संपर्क किए बिना दस्तावेजों को प्रसारित करने में सावधानीपूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त हुआ। विदेशी पोस्टिंग से लौटने पर भी ये गुप्त व्यवस्थाएँ जारी रहीं। विशेष रूप से, नेपाल की उनकी लगातार यात्राओं ने संदेह पैदा किया, सीआईए एजेंटों के साथ गुप्त मुलाकात और भुगतान की प्राप्ति का सुझाव दिया।

हालाँकि, उनकी बढ़ती संपत्ति ही एकमात्र खतरे का संकेत नहीं थी। संदेह तब बढ़ गया जब रबिंदर सिंह की दस्तावेजों की फोटोकॉपी करने की नियमित आदत असामान्य आवृत्ति के साथ होने लगी। इस विशिष्ट व्यवहार पर उनके कुछ साथी R&AW एजेंटों का भी ध्यान गया, परन्तु बिना ठोस दस्तावेज़ों के वे उसे हाथ भी नहीं लगा सकते थे।

रॉ के पूर्व उच्चाधिकारी अमर भूषण के अनुसार, जिन्होंने बाद में इसी विषय पर ‘एस्केप टू नोव्हेयर’ नामक पुस्तक लिखी, रबिंदर सिंह की गतिविधियों पर संदेह होने के बाद रॉ के काउंटर इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी डिवीजन (सीआईएस) की निगरानी तेज़ हो गई। सीआईए की संबद्धता दिसंबर 2003 में सामने आई। जनवरी 2004 में सीआईएस ने गुप्त रूप से उनके कार्यालय और डिफेंस कॉलोनी स्थित उनके आवास पर तार लगा दिए, जिससे चौंकाने वाला सच सामने आया – कि रबिंदर सिंह न केवल एजेंसी के भीतर विभिन्न स्रोतों से खुफिया जानकारी एकत्र कर रहे थे, बल्कि गुप्त रूप से इसे सीआईए को आगे बढ़ा रहे थे।

न घर का रहा, न घाट का!

“वाशिंगटन की सुबह के भयानक अंधेरे में, रवि मोहन और उनकी पत्नी, विजिता, डलेस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे। सुबह के 3:40 बज रहे थे और जैसे ही वे विमान से उतरे, पैट्रिक बर्न्स नाम का एक व्यक्ति उनका इंतजार कर रहा था। जल्दबाजी में परिचय देकर, वह उन्हें दूर ले गया, कुशलतापूर्वक आप्रवासन और सीमा शुल्क को दरकिनार करते हुए, उन्हें मैरीलैंड के एकांत जंगल के बीचोंबीच ले गया। वहां, दुनिया से छिपकर, भगोड़े छाया के रूप में अपने नए जीवन का इंतजार कर रहे थे”।

यह सिर्फ एक उपन्यास का एक अंश नहीं है; यह रबिंदर सिंह की भयावह वास्तविकता थी, एक ऐसा व्यक्ति जिसने अपने विश्वासघात के लिए भारी कीमत चुकाई।
कई लोगों को ये संदेह था कि रबिन्दर सिंह के वापस न आने पाने में तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, ब्रजेश मिश्रा की भी भूमिका थी. उन्होंने सीआईए सहयोग के बारे में जानने के बाद भी कथित तौर पर जानबूझकर रबिंदर की गिरफ्तारी में देरी की थी। सूत्रों ने संकेत दिया कि मिश्रा ने कोई कार्रवाई नहीं की और ऐसा करके सीआईए को एक सफल जासूसी तख्तापलट को अंजाम देने की अनुमति दी, जिससे उनके नेटवर्क को उजागर होने से बचाया जा सके।

और पढ़ें: “सोमनाथ मंदिर को तोड़कर गजनवी ने कुछ गलत नहीं किया”, ऐसे बयानों को आप जानते हैं लेकिन ये क्यों दिए जाते हैं यह जान लीजिए

परन्तु अमर भूषण ऐसा नहीं मानते. उनकी माने तो निस्संदेह रबिन्दर का सीआईए एजेंट निकलना रॉ के लिए झटका था, परन्तु उसे ऐसे क्षितिज पर छोड़ दिया गया, जहाँ से वह या तो अपने ही साथियों द्वारा मारा जा सकता था, या फिर उन्ही का हो जाता, जिसके कारण उसने भारत से विश्वासघात करने की सोची भी. ये निर्णय सरल नहीं था, पर अमर भूषण सहित उच्चाधिकारियों के पास संभवत कोई अन्य विकल्प भी नहीं बचा था.

रबिंदर सिंह की विश्वासघाती यात्रा के लिए उसे कोई पुरस्कार नहीं मिले। जासूसी की गलाकाट दुनिया में, उसने अपने आकाओं के लिए अपनी उपयोगिता खो दी थी। शायद इसीलिए ख़ुफ़िया में एक संवाद है, “ज़िंदा आदमी बस एक मांस का टुकड़ा है आप लोगों के लिए, जब तक काम आये, तब तक एसेट, वरना लायबिलिटी!: संयुक्त राज्य अमेरिका में जीवन उस ग्लैमरस अस्तित्व से बहुत दूर था जिसकी रबिंदर ने कल्पना की होगी।

इस दुखदायी यात्रा का अंत 2016 में हुआ, जब ये सामने आया कि मैरीलैंड में एक दुखद सड़क दुर्घटना ने रबिन्दर सिंह की जान ले ली, और इसके साथ ही, उसका केस परमानेंटली बंद हो गया। रबिंदर सिंह की कहानी इस बात की याद दिलाती है कि जासूसी किस हद तक सबसे सुरक्षित संगठनों और मानव प्रेरणा के स्थायी रहस्य में भी प्रवेश कर सकती है। उनकी कहानी जटिल है, परन्तु मानव विकल्पों की अप्रत्याशित प्रकृति और राष्ट्रों और जीवन पर उनके गहरे प्रभाव का एक प्रमाण है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: CIA moleclassified informationCounterintelligenceCovert OperationsDouble agentEspionageEspionage caseEspionage mysteryintelligenceIntelligence agenciesIntelligence communityNational security.Rabinder SinghSpy thrillerUndercover agent
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कर्णम मल्लेश्वरी: भारत की ऐसी नायिका जिसे अब भी उनका उचित सम्मान नहीं मिला

अगली पोस्ट

नाना पाटेकर: कमबैक हो तो ऐसा!

संबंधित पोस्ट

रायगड किले का चिलखती बुर्ज और मैप पर साइट्स (चित्र: UNESCO)
इतिहास

UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किए गए मराठा सैन्य किलों को कितना जानते हैं आप?

12 July 2025

मराठा शासन की रणनीतिक सैन्य शक्ति की प्रतीक रहे 12 सैन्य किलों को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) की विश्व धरोहर स्थल...

महाराष्ट्र सरकार ने 'गणेशोत्सव' को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार
धर्म

महाराष्ट्र सरकार ने ‘गणेशोत्सव’ को घोषित किया राज्य उत्सव, भव्य समारोह का खर्च उठाएगी सरकार

11 July 2025

महाराष्ट्र सरकार के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री आशीष शेलार ने गुरुवार को सार्वजनिक गणेशोत्सव को राज्य उत्सव घोषित कर दिया। विधानसभा में इसकी घोषणा करते...

आक्रमणकारियों की जगह आदर्शों का प्रयोग: वास्तविक भारतीय नायकों का सम्मान करती है कक्षा 8 की नई एनसीईआरटी पुस्तक
ज्ञान

आक्रमणकारियों की जगह आदर्शों का प्रयोग: वास्तविक भारतीय नायकों का सम्मान करती है कक्षा 8 की नई एनसीईआरटी पुस्तक

10 July 2025

काफी समय तक, भारत में स्कूली बच्चों को मुगल और मुस्लिम आक्रमणकारियों की गौरवशाली कहानियां पढ़ने के लिए मजबूर किया जाता रहा, जिन्होंने मंदिरों को...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Stalin’s DMK Faces Heat Over Brutal Custodial Killings in Tamil Nadu

Stalin’s DMK Faces Heat Over Brutal Custodial Killings in Tamil Nadu

00:08:06

Hindu girl r@ped, burned with cigarettes and forced to convert to Islam

00:03:31

Delhi’s Trump Card: Kejriwal Wants a Nobel for Surviving Politics

00:05:03

Team B of DMK? The Truth About Actor Vijay’s Party

00:07:45

Rs 15,000 cr gone? Saif Ali Khan's crown crushed by enemy property law

00:04:40
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited