भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चेतावनी को ऐसे समझें
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चेतावनी को ऐसे समझें

अमित शाह का बयान इस ऐतिहासिक सिलसिले को वर्तमान राजनीतिक और सामाजिक संदर्भ से जोड़ता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मुस्लिम आबादी की वृद्धि का मुख्य कारण अवैध घुसपैठ है, न कि केवल जन्मदर।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
11 October 2025
in चर्चित, भारत, भू-राजनीति, रक्षा, रणनीति, राजनीति, विश्व, समीक्षा
भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री की चेतावनी को ऐसे समझें

अमित शाह के इस बयान का संदेश व्यापक है।

Share on FacebookShare on X

भारत के गृह मंत्री अमित शाह का हालिया बयान न केवल राजनीतिक बहस का हिस्सा है, बल्कि यह देश की राष्ट्रीय सुरक्षा, नागरिकता नीति और सांस्कृतिक अस्मिता के व्यापक परिप्रेक्ष्य को भी उजागर करता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि भारत आक्रमणकारियों के लिए धर्मशाला नहीं है। हालांकि, उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदुओं के अधिकारों को मान्यता भी दी। उनके इस बयान ने न केवल मीडिया का ध्यान खींचा, बल्कि एक गहरी बहस भी छेड़ दी है। इसमें यह सवाल भी उठता है कि एक देश अपनी सीमाओं और नागरिकता नीति में कितनी दृढ़ता और संवेदनशीलता दोनों को संतुलित कर सकता है। अमित शाह का तर्क यह है कि अवैध घुसपैठ के कारण मुस्लिम आबादी में असामान्य तौर पर वृद्धि हुई है और यह केवल जन्मदर से नहीं समझा जा सकता। उनके शब्दों का मतलब साफ था कि भारत केवल करुणा और मानवता की भूमि है, लेकिन कमजोरी या असावधानी के लिए नहीं।

अमित शाह के इस बयान को समझने के लिए हमें ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में जाना होगा। दरअसल 1947 का विभाजन केवल राजनीतिक सीमाओं का विभाजन नहीं था, बल्कि यह धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विस्थापन का युग भी था। इस दौरान लाखों हिंदू, सिख और अन्य अल्पसंख्यक पाकिस्तान से भारत आए और मुस्लिम पाकिस्तान में चले गए। यह विस्थापन न केवल सीमाओं पर नए सुरक्षा सवाल खड़े करता रहा, बल्कि शरणार्थियों और घुसपैठियों के बीच अंतर की भी पहचान कराता रहा। पूर्वोत्तर भारत और पश्चिम बंगाल जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में इस विस्थापन के प्रभाव स्पष्ट तौर पर दिखते थे। समय के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू शरणार्थियों ने स्थायी निवास बनाया और भारतीय समाज में अपनी जगह बनाई। इसी पृष्ठभूमि में नागरिकता कानूनों, NRC और बाद में CAA जैसी नीतियां जन्मीं, जो नागरिकता और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने का प्रयास करती हैं।

संबंधितपोस्ट

पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

और लोड करें

अमित शाह का बयान इस ऐतिहासिक सिलसिले को वर्तमान राजनीतिक और सामाजिक संदर्भ से जोड़ता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मुस्लिम आबादी की वृद्धि का मुख्य कारण अवैध घुसपैठ है, न कि केवल जन्मदर। सीमावर्ती क्षेत्रों में यह अवैध प्रवास लोकतंत्र की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। यदि ऐसे लोग मतदाता सूची में शामिल हो जाएं, तो यह राष्ट्रीय और सामाजिक संतुलन को चुनौती दे सकता है। वहीं, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हिंदू शरणार्थियों का अधिकार भारत में सुरक्षित और कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त है। इस दृष्टिकोण से अमित शाह केवल कानून का ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय हित और सुरक्षा का भी पक्ष रखते हैं। शरणार्थियों को सुरक्षित आश्रय देना मानवतावादी दृष्टिकोण है, जबकि अवैध घुसपैठ देश की सुरक्षा और लोकतांत्रिक संतुलन के लिए खतरा है।

वर्तमान कानूनी और नीति संदर्भ में यह बयान और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। NRC का उद्देश्य अवैध प्रवासियों की पहचान करना है। असम में इसका अनुभव दिखाता है कि कई लोग अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पाए। Citizenship Amendment Act 2019 ने शरणार्थियों को उनके धार्मिक उत्पीड़न के आधार पर भारत में नागरिकता देने की व्यवस्था की थी। अ​मित शाह का बयान इस कानून की तर्कसंगतता और आवश्यकता को भी दर्शाता है। सीमा सुरक्षा के उपाय, निगरानी तंत्र, गश्त और प्रौद्योगिकी पर जोर देकर उन्होंने संकेत दिया कि भारत केवल खुले हाथ से मानवीय सहायता नहीं करता, बल्कि सीमाओं और कानून का भी कड़ाई से पालन करता है।

नहीं कर सकते देश की सुरक्षा से समझौता

अमित शाह के इस बयान के बाद विपक्ष और आलोचकों ने इसे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का प्रयास बताया और कहा कि इससे अल्पसंख्यक समुदायों में असुरक्षा बढ़ सकती है। वे इस तथ्य को रेखांकित करते हैं कि किसी भी धार्मिक समुदाय को सामान्यतः अवैध प्रवासी मान लेना संवैधानिक दृष्टि से सही नहीं है। राष्ट्रवादी दृष्टिकोण से इसका जवाब यह है कि अमित शाह ने स्पष्ट किया कि यह बयान किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं है, बल्कि अवैध घुसपैठ और सुरक्षा के खतरे के खिलाफ है। उनका यह संदेश राष्ट्रीय नीति और सुरक्षा रणनीति को स्पष्ट करता है। भारत करुणामय है, लेकिन उसकी सुरक्षा और अखंडता में कोई समझौता नहीं किया जा सकता।

सीमाओं की वास्तविकता इस चर्चा को और भ़ी गंभीर बनाती है। पूर्वोत्तर और पश्चिमी सीमाएं लगातार संवेदनशील रहती हैं। अवैध प्रवास से न केवल सुरक्षा का संकट उत्पन्न होता है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक संतुलन भी प्रभावित हो सकता है। भारत की नीति और कानून इस खतरे को नियंत्रित करने और स्थानीय नागरिकों के अधिकार सुरक्षित रखने के लिए बनाए गए हैं। यह संतुलन बनाने का प्रयास दिखाता है कि देश मानवीय है, लेकिन उसकी सुरक्षा और संप्रभुता सर्वोपरि है।

अमित शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की सांस्कृतिक अस्मिता और सामाजिक संरचना की रक्षा अनिवार्य है। अवैध घुसपैठ और नियंत्रित नहीं प्रवास से समाज और सांस्कृतिक ताने-बाने में असर पड़ सकता है। इसलिए नीतियां इस दिशा में बनाई गई हैं कि सुरक्षा और मानवतावाद दोनों संतुलित रहें। यह नीति CAA, NRC और SIR जैसी पहलों में प्रतिफलित होती है।

अमित शाह का बयान केवल कानूनी और सुरक्षा दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय अस्मिता और पहचान को भी स्पष्ट करता है। भारत करुणामय है, लेकिन उसके प्रति आक्रमण या अनुचित प्रवेश की किसी भी कोशिश को सहन नहीं किया जाएगा। यह स्पष्ट संदेश है कि देश अपनी सीमाओं, नागरिकों और सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा के लिए सतर्क और सशक्त रहेगा।

अमित शाह के इस बयान का संदेश व्यापक है। यह केवल एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि देश की राष्ट्रीय नीति, सुरक्षा रणनीति और सामाजिक संतुलन का भी प्रतिबिंब है। अवैध घुसपैठ को नियंत्रित करना, शरणार्थियों को सुरक्षित आश्रय देना और सीमाओं व नागरिकता नीति को पारदर्शी रखना ही राष्ट्र की जिम्मेदारी है। भारत करुणामय है, लेकिन कभी भी कमजोरी या लापरवाही का स्थान नहीं देगा।

अमित शाह का यह स्पष्ट संदेश हमें याद दिलाता है कि भारत हमेशा मानवतावादी रहेगा, लेकिन उसकी सुरक्षा, अखंडता और राष्ट्रीय अस्मिता कभी समझौते के अधीन नहीं होगी। देश की सीमाएं, नागरिकता नीति और सांस्कृतिक अस्मिता एक साथ संतुलित रहनी चाहिए। यही भारत की शक्ति और धरोहर है। भारत धर्मशाला नहीं है, यह राष्ट्र है, जो करुणामय होते हुए भी दृढ़ और सतर्क है।

Tags: Amit ShahBangladeshIndiaInfiltrationPakistanअमित शाहघुसपैठपाकिस्तानबांग्लादेशभारत
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

अगली पोस्ट

मेरठ कृषि मेले में आए इस ‘विधायक’ को देखने के लिए जुट रही भारी भीड़, कीमत सुनकर चौंक जाएंगे आप

संबंधित पोस्ट

नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है
चर्चित

हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

1 December 2025

हरियाणा की नायब सैनी सरकार ने प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुए 20 IAS-IPS अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए हैं। यह फेरबदल...

चक्रवात दित्वाह ने श्रीलंका में भारी तबाही मचाई है
चर्चित

चक्रवात ‘दित्वाह’ से लड़ रहे श्री लंका की मदद को भारत ने बढ़ाया हाथ, ऑपरेशन ‘सागर बंधु’ ने बताया भारत क्यों है सबसे ‘भरोसेमंद’ पड़ोसी

29 November 2025

श्री लंका वक्त, बीते कुछ वर्षों की सबसे बड़ी और खतरनाक प्राकृतिक आपदाओं में से एक का सामना कर रहा है। चक्रवात दित्वाह ने वहां...

शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है
आयुध

पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

28 November 2025

पाकिस्तान ने हाल ही में अपनी “शिप-लॉन्च्ड एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल (ASBM)” का परीक्षण किया है। पाकिस्तान की तरफ़ से SMASH नाम की इस एंटीशिप मिसाइल...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited