केंद्र की मोदी सरकार को नोटबंदी और ईवीएएम के मुद्दे पर विदेशी सहायता से घेरने की कोशिश करने वाली कांग्रेस के लिए एक और बार शर्मिंदगी झेलना पड़ेगा। लंदन की TNN यानि Tri Colour News Network Ltd, जिसने मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए अपने चैनल पर नोटबंदी और ईवीएम पर प्रकाशित रिपोर्ट्स को लेकर चर्चा में आई थी, उसने अब एक बॉडी मसाज का बिजनेस शुरू किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिबल ने कई बार इस वैबसाइट का सहारा लेकर मोदी सरकार को निशाना बनाने की कोशिश करते रहे हैं।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक जांच के बाद यह सामने आया है कि टीएनएन चैनल को बनाने वाली डायना इरीना है, एक रोमानियन निवासी है, और उन्होंने इस समाचार प्लेटफार्म के बिजनेस मॉडल को बदलते हुए एक मसाज सेवा केंद्र बना दिया है। इस वैबसाइट का नया नाम Eva’s Tantric Massage है। और इस वैबसाइट के अनुसार पूरे लंदन में इसकी सेवा है तथा इसका टैग लाइन “intimate sensual massage promising a prolonged sexual pleasure” है।
ये चैनल अपनी खबरों को लेकर कई बार सुर्खियां भी बटोर चुका है। इसी चैनल के एक घरेलू स्टिंग ऑपरेशन को कपिल सिब्बल ने अपनी एक प्रेस वार्ता में भी दिखाया था, और उन्होंने वार्ता में मौजूद रिपोर्टर्स को इस स्टिंग की पुष्टि करने के लिए कहा था। यही नहीं अगर आप इस news चैनल का सोशल मीडिया पेज देखंगे तो ये सिर्फ कांग्रेस के एजेंडा को बढ़ावा देने वाला और भाजपा के खिलाफ नजर आयेगा। पूर्व केंद्रीय मंत्रियों जैसे कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, झामुमो के हेमंत सोरेन और राजद के मनोज झा सहित विपक्षी नेताओं ने 26 मार्च को संविधान क्लब में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर ये आरोप लगाया था कि गुजरात में एक भाजपा कार्यकर्ता ने 40 प्रतिशत कमीशन के लिए प्रतिबंधित नोटों का लेन-देन किया था वो भी तब जब पुराने नोटों को बदलने की समय-सीमा समाप्त हो चुकी थी.
इसके बाद कपिल सिब्बल ने एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस 9 अप्रैल को किया जिसमें एक बार फिर TNN की आधारहीन रिपोर्ट्स को दिखाया गया और दावा किया गया कि भाजपा के शीर्ष नेताओं ने सरकार की 26 विभिन्न विभागों के अधिकारियों की मदद से मनी एक्सचेंज ऑपरेशन चलाया था जिसमें रॉ भी शामिल था। यह मनगढ़ंत और अजीब कहानी सुनने में तो विरोधियो को अच्छी लगी होगी लेकिन यह सत्य से परे है। और इस निराधार आरोप लगाने वाली रिपोर्टों की प्रामाणिकता पर सवाल उठाया भी गया था, लेकिन कपिल सिब्बल कहां मानने वाले थे और एक के बाद एक आरोप लगते रहे। उन्होंने फिर से एक बार 17 अप्रैल को इसी पोर्टल के दावों के आधार पर पार्टी मुख्यालय में एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया।
हास्यास्पद यह है कि खुद को एक ‘स्वतंत्र यूके-आधारित समाचार प्रकाशक’ बताने वाली TNN वर्ल्ड अब एक मालिश सेवा केंद्र में बदल गया है। इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने भी TNN वर्ल्ड द्वारा जारी की गयी एक वायरल वीडियो को गलत पाया था।
हालांकि, तब भी इस पोर्टल ने लोकसभा चुनावों के दौरान अपनी मनगढ़ंत रिपोर्ट प्रकाशित करना जारी रखा था। इसने ईवीएम पर अपनी एक मनगढ़ंत तथा असत्यापित रिपोर्ट प्रकाशित की थी। कपिल सिब्बल और कांग्रेस का इस पोर्टल के साथ संबंध चुनावों के दौरान ही सामने आ गये थे।
यहां यह बताना गलत नहीं होगा कि लोकसभा चुनावों को लेकर कई विशेषज्ञों ने यह चिंता जाहीर की थी कि इस बार चुनाव के नतीजो को इंटरनेट पर एजेंडे से भरपूर गलत सामाग्री से प्रभावित करने की कोशिश की जा सकती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने जानबूझकर कांग्रेस को राजनीतिक लाभ पहुंचाने के लिए ईवीएम और विमुद्रीकरण के बारे में गलत तथ्यों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।
चुनावों से ठीक पहले मोदी सरकार ने भाजपा के खिलाफ कांग्रेस की इन साजिशों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी। तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, जो अब वित्त मंत्री हैं, उन्होनें कहा था, “हम (मोदी सरकार) कानूनी तौर पर उन (कांग्रेस) पर कार्रवाई करेंगे। हम इसे ऐसे ही नहीं जाने देंगे।” TNN World के बारे में बोलते हुए, उन्होंने कहा था की “यह वेबसाइट (TNN World) केवल एक वर्ष के लिए पंजीकृत है। और यह हो सकता है कि कांग्रेस चुनावों के बाद इसे बंद करने की योजना बनाई हो।” उनकी यह भविष्यवाणी शत- प्रतिशत सही निकली। TNN पोर्टल ने अपना व्यापार बंद तो नहीं किया लेकिन अपना व्यापार बदल कर अब मसाज सेवा कर लिया है। इस प्रतिमान विस्थापन की कल्पना तो किसी ने नहीं की होगी। अब कांग्रेस और उसके नेताओं को देश के सामने यह स्वीकार करना होगा कि इस वेब पोर्टल से उसके कैसे संबंध थे।