12 साल पहले चीन में एक भयावह baby formula कांड हुआ था जिसमें लगभग 3 लाख बच्चों की जहरीले दूध पीने की वजह से मौत हो गयी थी, क्योंकि जो milk formula बच्चों को दिया गया था उसमें मेलामाइन मिक्स था, जो प्लास्टिक की फ़ैक्टरी में इस्तेमाल किया जाता है। इस कांड के बाद दुनियाभर में ऐसे पेशेवर खरीददारों का एक गिरोह तैयार हुआ जो विदेशी बाज़ारों से सामान खरीदकर उसकी तस्करी करके चीन में पहुंचाते हैं। इस गिरोह को अक्सर “Daigou” (डाइगो) के नाम से जाना जाता है।
इस कांड के बाद जैसे ही चीन में लोकल कंपनी के बेबी फॉर्मूला उत्पादों की मांग घटी, ऑस्ट्रेलिया में बने बेबी फॉर्मूला की मांग तेजी से बढ़ने लगी। इसी मांग की पूर्ति के लिए ऑस्ट्रेलिया में डाइगो की संख्या तेजी से बढ़ती गयी। ये डाइगो चीन से बड़ी संख्या में सामान खरीदते हैं, फिर उस सामान की तस्करी करके चीन में लाते हैं और फिर ऊंचे दामों पर बेचते हैं। एक अनुमान के मुताबिक अभी ऑस्ट्रेलिया में चीन के लगभग 4 लाख डाइगो काम कर रहे हैं, और ये लोग कोई नौकरी करने की बजाय ऐसे ही सामानों की तस्करी कर अपनी रोजी-रोटी कमाते हैं।
अब ये डाइगो सिर्फ बेबी फॉर्मूला की ही तस्करी नहीं करता है, बल्कि अब ये गिरोह cosmetics, कपड़े, खाने, शराब और खिलौनों को भी चीन में भेजता है, जो चीज़ें आमतौर पर चीनी बाज़ार में उपलब्ध नहीं होती हैं। इन डाइगो के जरिये चीनी लोग ऑस्ट्रेलिया से कुछ भी अपने घर के दरवाजों पर मंगा सकते हैं।
इस डाइगो गिरोह ने इस कदर तबाही मचा रखी है कि ऑस्ट्रेलिया के बाज़ारों में बेबी फॉर्मूला की कमी होने लगी है, क्योंकि जैसे ही सामान स्टोर्स पर पहुंचता है, वैसे ही ये डाइगो उसे खरीद लेते हैं और फिर उसकी तस्करी करते हैं। कई जगहों पर तो स्टोर्स को एक बार में इन बेबी फॉर्मूला को खरीदने पर लिमिट लगानी पड़ती है ताकि कोई ग्राहक (या डाइगो) एक ही बार में सभी बेबी फॉर्मूला के packets को उठाकर न चल दें।
पिछले महीने ही सिडनी में एक डाइगो फ्लाइट “मर्सी फ्लाइट” के नाम से भेजी गयी थी, जिसमें 70 टन मेडिकल सप्लाई भरी हुई थी। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इस मेडिकल सप्लाई को लेने से मना कर दिया। हालांकि, जब वो फ्लाइट वापस गयी तो उसमें बेबी फॉर्मूला के 11298 टिन के डब्बे भरे हुए थे, साथ ही उसमें 35 हज़ार किलोग्राम Tasmania Atlantic salmon भरी हुई थी। अब सामने आया है कि उस mercy फ्लाइट का Yuan Richard Zuwen द्वारा प्रबंध किया गया था, जो कि Australia China Daigou Association का डाइरेक्टर है।
डाइगो व्यापार वाकई में बहुत बड़ी मात्रा में किया जाता है और चीनी लोग जितना भी luxury सामान खरीदते हैं, उसका एक तिहाई डाइगो गिरोह के द्वारा ही चीन में लाया जाता है। इस गिरोह पर समय-समय पर गैर-कानूनी चीजों की तस्करी करने और चीजों को बड़ी मात्रा में स्टोर करने के आरोप लगते रहते हैं। पिछले साल इस गिरोह के 8 लोगों को 1 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डोलर्स की कीमत के बेबी फॉर्मूला के साथ पकड़ा गया था।
ऑस्ट्रेलिया में डाइगो बाज़ार लगभग ढाई बिलियन डॉलर्स का है और इस सामान का लेनदेन अधिकतर चीनी सोशल मीडिया वेबसाइट जैसे कि Wechat और TMALL पर किया जाता है। इसका अर्थ है कि ये सभी लेनदेन ऑस्ट्रेलिया की नज़रों से दूर चीनी वेबसाइट पर होता है, और ऑस्ट्रेलिया की सरकार चाहकर भी इनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले पाती है।
Wow look at the attitude of the Chinese guy! 2 years ago, International Chinese Students would make a small fortune by exporting baby milk powder, vitamins & skin care products to China trading through WeChat. Locals ran dry to feed their own babies until supermarkets did this 👇 pic.twitter.com/TEgNrjowBU
— Gunjan Mehta✨ (@gunjanm_) April 15, 2020
इन डाइगो का कुछ ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों पर इतना ज़्यादा प्रभाव होता है कि ये डाइगो रातो-रात इन कंपनियों के शेयर प्राइस पर बड़ा असर डाल देते हैं। इन डाइगो की लॉबी भी इतनी मजबूत होती है कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार भी इनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले पाती। ऑस्ट्रेलिया की कई कंपनी इनके साथ मिलकर करोड़ों कमाती हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया के लोगों को इन चीजों की किल्लत का सामना करना पड़ता है।
हालांकि, अब ऑस्ट्रेलिया की सरकार को जागकर अपने देश से हो रहे Baby Formula के एक्सपोर्ट पर रोक लगानी ही होगी, जैसा कि वर्ष 2013 में हाँग-काँग ने किया था, क्योंकि उस वक्त हाँग-काँग में बेबी फॉर्मूला की बेहद भयंकर कमी हो गयी थी। अगर ऑस्ट्रेलिया सरकार अब नहीं जागी तो ये डाइगो ऐसे ही ऑस्ट्रेलिया के लोगों को बड़ा चूना लगाते रहेंगे।