क्या आपने बॉडी स्प्रे लेयर शॉट (Layer Shot) के दो विज्ञापन देखे हैं? विश्वास करिए ये विज्ञापन देखकर आप अवश्य ही परेशान हो जाएंगे। विज्ञापन के विचार निंदनीय प्रतीत होते हैं जिसमें पुरुषों को बहुत ही बुरे रूप में प्रस्तुत किया गया है। आज के समय में अधिकांश विज्ञापन किसी न किसी आकर्षण के साथ आते हैं ताकि वो उपभोक्ताओं को उत्पाद खरीदने के लिए अपनी ओर खींच सके। लेकिन, बॉडी स्प्रे लेयर शॉट के ये दो विचित्र विज्ञापन आपको डरा सकते हैं।
विज्ञापन उद्योग का ‘Wokeism’ और हिंदू विरोधी कृत्य पहले से ही भारतीय संस्कृति के लिए खतरा बना हुआ है। जबकि ऐसी आशा थी कि पिछले साल कई विज्ञापनों के विरुद्ध आवाज उठाने के बाद यह उद्योग आत्मसमीक्षा करेगा, लेकिन इसके उलट अब तो यह उद्योग और निचले स्तर पर जा पहुंचा है।
बॉडी स्प्रे और परफ्यूम विज्ञापन हमेशा से लोकप्रियता बंटोरते रहे हैं जिनमें से अधिकांश परफ्यूम विज्ञापन अश्लील, समस्याग्रस्त या असंवेदनशील ही दिखायी पड़ते हैं। लेकिन क्या हो अगर ये विज्ञापन सारी सीमाओं को लांघकर बलात्कार जैसे अपराधों को बढ़ावा देने लगें? क्या हो जब एक विज्ञापन पुरुषों को हमेशा ही महिलाओं के प्रति बुरी मानसिकता रखने वाला ही दिखाए?
जी हां, बॉडी स्प्रे लेयर शॉट के दो विज्ञापनों ने ऐसा ही किया है और ऐसा कर नेटिज़न्स के गुस्से को झेल रहे हैं।
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बहुत ही विचित्र हैं बॉडी स्प्रे लेयर शॉट के नये विज्ञापन
पहला शॉट कौन लेगा? ये एक आदमी के द्वारा अपने दोस्तों के साथ चर्चा के दौरान बोले गए शब्द हैं। ये कथन तब तक मानहानि कारक नहीं लगता जब तक आप विज्ञापन में किसी लड़की को नोटिस नहीं कर लेते हैं, लेकिन सत्य तो यही है कि एक लड़की का जिक्र करते हुए ऐसे कथन का उपयोग किया गया है।
विज्ञापन कुछ इस प्रकार है कि इसमें एक स्टोर में चार आदमी बातचीत कर रहे हैं। जब वे बॉडी स्प्रे लेयर शॉट की आखिरी बची हुई स्प्रे बोतल देखते हैं, उन चार में से एक व्यक्ति कहता है कि “शॉट” कौन लेगा क्योंकि वे चार हैं और ‘शॉट’ एक। यहां शॉट को द्विअर्थिय रूप में प्रस्तुत किया गया है। आपत्तिजनक बात यह है कि इस बातचीत के दौरान एक महिला को विज्ञापन में दिखाया जाता है न कि बॉडी स्प्रे को। महिला फिर पीछे मुड़ती है, सभी चार पुरुषों पर गुस्सा करती है उसे लगता है कि वे चारों उसके बारे में बात कर रहे हैं।
How does this kind of ads get approved, sick and outright disgusting. Is @layerr_shot full of perverts? Second ad with such disgusting content from Shot.@monikamanchanda pic.twitter.com/hMEaJZcdmR
— Rishita💝 (@RishitaPrusty_) June 3, 2022
आइए उसी ब्रांड के एक और खौफनाक विज्ञापन के बारे में बात करते हैं। दूसरे विज्ञापन में दिखाया गया है कि बेडरूम में एक जोड़ा है, पुरुष के चार दोस्त कमरे में प्रवेश करते हैं। उनमें से एक कहता है, “शॉट मारा लगता है” जिस पर वह आदमी जवाब देता है “हां ना, मारा ना।” यहां फिर से ‘शॉट’ शब्द को द्विअर्थिय रूप में बोला गया है। तब विज्ञापन से पता चलता है कि दोस्त सिर्फ कमरे में रखे परफ्यूम के संबंध में बात कर रहे हैं।
Can't find the ad online but here it is, apparently being played during the match. I didn't see it till @hitchwriter showed it to me
Who are the people making these ads really? pic.twitter.com/zhXEaMqR3Q
— Permanently Exhausted Pigeon (@monikamanchanda) June 3, 2022
इसे भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है कि विज्ञापन में कैसे आसानी से पुरुषों को गलत रूप में दिखा गया है। विज्ञापन पुरुषों को अपराधी और महिलाओं को पीड़ित के रूप में दिखाता है? खैर, हम आशा नहीं कर सकते कि छद्म नारीवादी विज्ञापन-निर्माता इस तथ्य को पहचानेंगे कि पुरुष भी शिकार हो सकते हैं।
ये विज्ञापन बलात्कार जैसे अपराधों को पूरी तरह से बढ़ावा देता दिखायी दे रहा है। पुरुषों की छवि को बिगाड़कर दिखा रहा है। सोशल मीडिया उपयोगकर्ता इन घृणित विज्ञापनों के लिए ब्रांड की खूब आलोचना कर रहे हैं।
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सरकार की क्या है कार्रवाई
अब करते हैं मामले पर कार्रवाई की बात। बॉडी स्प्रे लेयर शॉट का जो विवादित विज्ञापन का मामला है वो तूल पकड़ता जा रहा है। कंपनी के इस विज्ञापन के विरुद्ध सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय की तरफ से आदेश दिया गया है कि विवादित विज्ञापन को तुरंत रोका जाए। मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा है कि Twitter और YouTube अपने प्लेटफॉर्म से तुरंत इस तरह के विज्ञापनों को हटाए साथ ही मंत्रालय ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
सारगर्भित बात ये है कि ऐसे कृत्यों के विरुद्ध सरकार को सक्रिय तो रहना ही होगा साथ ही विज्ञापन उद्योग को यह समझना होगा कि मनोरंजन अलग है और मनोरंजन के द्वारा अश्लीलता फैलाना अलग है, गलत मानसिकता को बढ़ावा देना तो और भी घृणित कार्य है। कंपनियों को ऐसे विज्ञापन करने से बचना चाहिए जो समाज को नुकसान पहुंचा सकते हैं और बलात्कार जैसे जघन्य अपराध को बढ़ावा दे सकता हैं।