योगी शासन की तारीफ इसलिए की जाती है क्योंकि उसने उत्तर प्रदेश को अपराधियों के गढ़ से भयमुक्त प्रदेश में बदल दिया। इसमें प्रशासन और विशेष रूप से यूपी पुलिस की भूमिका अहम रही है, जिन्होंने न केवल कानून-व्यवस्था को मजबूत किया बल्कि प्रयागराज महाकुंभ(MahaKumbh 2025) में, जहां करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने आते हैं, प्रशासन और पुलिसकर्मी अपनी जान की बाजी लगाकर सुरक्षा में जुटे हैं।
मौनी अमावस्या के दिन हुई हृदय विदारक घटना के बाद पुलिसकर्मियों पर सवाल उठे, लेकिन यूपी पुलिस की मुस्तैदी ने इस त्रासदी को और विकराल होने से रोका। कमिश्नर विजय विश्वास पंत देर रात तक मोर्चा संभालते हुए, हाथ में माइक लेकर श्रद्धालुओं से सुरक्षित स्नान की अपील करते नजर आए। वहीं, दरोगा अंजनी राय ने भगदड़ में फंसे श्रद्धालुओं को निकालने के लिए अपनी जान तक की आहुति दे दी। अगर पुलिसकर्मियों की यह सतर्कता न होती, तो 30 मौतों का आंकड़ा 100 तक जा सकता था।
लेकिन इसी बीच, यूपी पुलिस के एक थाना प्रभारी की शर्मनाक हरकत ने पूरे विभाग को शर्मसार कर दिया। महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए बनाए जा रहे भंडारे में राख मिलाने का घृणित कृत्य सामने आया है। हमारी टीम के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद चौंकाने वाले खुलासे हुए कि यह घटना सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि 2-3 स्थानों पर भी की गई थी। ग्रामीणों ने हमारे रिपोर्टर से बात करते हुए बताया कि थाना प्रभारी को बोलेरो में बैठे एक अधिकारी ने आदेश दिया था। अब सवाल यह उठता है कि थाना प्रभारी तो निलंबित कर दिया गया है, लेकिन बोलेरो में बैठे उस आदेश देने वाले अधिकारी का क्या? और यह अधिकारी आखिर था कौन?
ग्राउंड रिपोर्ट में सामने आए कई चौंकाने वाले खुलासे
गुरुवार रात डीसीपी सिटी प्रयागराज ने महाकुंभ (MahaKumbh 2025) में भंडारे में राख मिलाने के आरोप में सोरांव थाना प्रभारी बृजेश त्रिपाठी को निलंबित कर दिया। दरअसल, एक वायरल वीडियो में थाना प्रभारी भंडारे के भोजन में राख डालते हुए नजर आ रहे थे। इस शर्मनाक हरकत के बाद डीसीपी गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि वीडियो के सामने आने के बाद बृजेश त्रिपाठी को निलंबित कर दिया गया है।
हालांकि, हमारी ग्राउंड टीम ने इस मुद्दे की जमीनी पड़ताल की और पाया कि यह घिनौना कृत्य सिर्फ एक जगह तक सीमित नहीं था। इस प्रकार की घटनाएँ 2-3 जगहों पर भी की गई थीं, देखें वीडियो…
भंडारे के लिए भोजन तैयार कर रहे ग्रामीणों को धमकाया गया कि उन पर मुकदमा दर्ज कर दिया जाएगा।
वीडियो तो सिर्फ एक जगह का आया, कई भंडारों को ऐसे ही भंग किया गया।
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बोलेरो से आदेश दे रहे थे अधिकारी
ग्राउंड पर पहुंची हमारी टीम से बातचीत करते हुए घटनास्थल पर मौजूद एक बुजुर्ग ने बताया कि गांव वाले जाम में फंसे श्रद्धालुओं की मदद के लिए पानी और भोजन का इंतजाम कर रहे थे, और कढ़ी तथा हलवा भी बना रहे थे। अचानक बोलेरो से एक अधिकारी पहुंचे और उन्होंने कहा, ‘यह सब बंद करो।’ इसके बाद थाना प्रभारी ने भंडारे के प्रसाद में राख मिला दी। देखें वीडियो…
खाने के भंडारे में पुलिस वाले ने डाल दिया बालू और राख!
TFI के लिए @STVRahul की ग्राउंड रिपोर्ट – बोलेरो में बैठा एक ‘बड़े अधिकारी’ के निर्देश पर चल रहा था ये सब। श्रद्धालुओं को खिलाने के लिए बेचारे गाँव वाले भंडारे का आयोजन कर रहे थे।
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