TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मुगल काल के ‘रोबिन हुड’ दुल्ला भट्टी: लोहड़ी से भट्टी का क्या है नाता; क्यों अकबर ने इनका नाम लेते हुए खुद को ‘भांड’ बताया था?

himanshumishra द्वारा himanshumishra
14 January 2025
in चर्चित
This Lohri Know About Dulla Bhatti

This Lohri Know About Dulla Bhatti

Share on FacebookShare on X

आज भारत भर में लोग लोहड़ी का त्यौहार धूमधाम से मना रहे हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि लोहड़ी के गीतों में एक नाम क्यों बार-बार आता है—”दुल्ला भट्टी वाला”? यह वही दुल्ला भट्टी थे जिन्होंने मुगलों से लोहा लिया, लड़कियों को बुरी नज़र से बचाया और किसानों की आवाज़ उठाई। लेकिन उनकी भूमिका सिर्फ इतना तक सीमित नहीं थी। कहते हैं कि अगर दुल्ला भट्टी न होते, तो आज लोहड़ी का पर्व भी न मनाया जाता, सलीम कभी जहांगीर नहीं बन पाता, अकबर को अपने दरबारियों के सामने झुकना पड़ता, मिर्जा-साहिबा की प्रेम कहानी न होती, और पंजाब के लोग “दुल्ले दी वार” कभी नहीं गाते।

दुल्ला भट्टी उस दौर के रॉबिनहुड थे, जिन्हें अकबर ने डकैत माना, लेकिन वो अमीरों और सिपाहियों से लूटकर आम जनता के लिए न्याय की आवाज उठाते थे। अगर दुल्ला भट्टी न होते, तो न केवल लोहड़ी का पर्व अधूरा होता, बल्कि मुगलों के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले एक महान नायक की कमी भी होती।

संबंधितपोस्ट

दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

और लोड करें

 

कैसे जुड़ा है दुल्ला भट्टी का नाम इस त्योहार से?

भारत भर में लोहड़ी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस खास दिन का दुल्ला भट्टी से क्या संबंध है? लोहड़ी के गीतों में जिनका नाम बार-बार आता है, वह दुल्ला भट्टी कौन थे? आइए जानते हैं इस दिलचस्प कहानी को।

लोहड़ी का पर्व भगवान श्री कृष्ण के लोहिता राक्षसी के वध के बाद मनाया जाता है, लेकिन पंजाब में यह पर्व दुल्ला भट्टी से जुड़ा हुआ है। वह समय था जब मुगलों का आतंक था और लोग बुरी तरह जुल्मों का शिकार हो रहे थे। एक किसान, सुंदरदास, जो अपने परिवार के साथ गांव में रहता था, अपनी दो बेटियों—सुंदरी और मुंदरी—की शादी को लेकर परेशान था। गांव के नंबरदार की नीयत उन पर खराब थी, और वह सुंदरदास को धमकी देकर चाहता था कि दोनों बेटियां उसकी शादी के लिए तैयार हो जाएं।

जब सुंदरदास ने दुल्ला भट्टी से मदद मांगी, तो दुल्ला भट्टी ने बिना देर किए नंबरदार के गांव में पहुंचकर उसके खेतों में आग लगा दी और सुंदरदास की बेटियों की शादी उस जगह करवाई, जहां वह खुद चाह रहे थे। इसके बाद, उन्होंने इन बेटियों के लिए शगुन के तौर पर शक्कर दी। तब से हर साल लोहड़ी के दिन लोग आग जलाकर गेहूं की बालियां उसमें डालते हैं और इस खुशी का जश्न मनाते हुए गीत गाते हैं. जैसे

सुन्दर मुंदरिए तेरा, कौन विचारा, दुल्ला भट्टीवाला,
दुल्ले दी धी व्याही, सेर शक्कर पायी,
कुड़ी दा लाल पताका, कुड़ी दा सालू पाटा,
सालू कौन समेटे, मामे चूरी कुट्टी, जिमींदारां लुट्टी,
जमींदार सुधाए, गिन गिन पोले लाए,
इक पोला रह गया, सिपाही पकड़ के ले गया,
सिपाही नूं मारी इट्ट, भावें रो ते भावें पिट्ट,
साहनूं दे लोहड़ी, तेरी जीवे जोड़ी,
साहनूं दे दाणे, तेरे जीण न्याणे

लेकिन दुल्ला भट्टी का योगदान यहीं खत्म नहीं हुआ। उस समय अमीर व्यापारी गरीब लड़कियों को अपहरण कर उन्हें बेचते थे। जब दुल्ला भट्टी को इसका पता चला, तो उन्होंने इन लड़कियों को बचाया और उन्हें सम्मान की जिंदगी दी। उन्होंने न केवल इन लड़कियों को इनके परिवारों के पास लौटाया, बल्कि उनकी शादियां भी करवाईं।

क्यों अकबर ने दुल्ला भट्टी का नाम लेते हुए खुद को ‘भांड’ कहा था?

पाकिस्तान के पंजाब में स्थित पिंडी भट्टियां, जो वाघा बॉर्डर से करीब 200 किलोमीटर दूर है, वहाँ 1547 में एक वीर पैदा हुआ—दुल्ला भट्टी, जिनका असली नाम राय अब्दुल्ला खान था। वह राजपूत मुसलमान थे, और उनकी वीरता की कहानी आज भी पंजाब के हर कोने में सुनाई जाती है। दुल्ला का जीवन सिर्फ उनकी बहादुरी से ही नहीं, बल्कि उनके परिवार की शहादत से भी गहरे तौर पर जुड़ा हुआ था।

चाहे उनकी दादी-सरीके पूर्वज हों, दुल्ला के दादा संदल भट्टी और पिता को हुमायूं ने बेरहमी से मारकर उनकी खाल में भूंसा भरवाकर गांव के बाहर लटका दिया था। इसके पीछे कारण था कि वे मुगलों के खिलाफ खड़े हुए थे और लगान देने से मना कर दिया था। आज भी पंजाब में इस घटना को लेकर कहानियां सुनाई जाती हैं, और लोग हुमायूं की क्रूरता को याद करते हैं।

दुल्ला भट्टी का जन्म उस रक्तपात और अत्याचार के बीच हुआ था। उनका जीवन ही विरोध, साहस और सम्मान की लड़ाई का प्रतीक बन गया। उस दौर में वह अपने समय के रॉबिनहुड थे, जो गरीबों के अधिकार के लिए लड़ते थे। अकबर, जो खुद को हिंदुस्तान का सबसे शक्तिशाली सम्राट मानता था, दुल्ला भट्टी से बहुत डरता था। दुल्ला के खिलाफ अकबर के पास सेना थी, लेकिन वह कभी भी उन्हें पकड़ने में सफल नहीं हुआ। दुल्ला भट्टी अमीरों से सामान लूटते, उसे गरीबों में बांटते, उनका यही साहस अकबर के लिए सिरदर्द बना हुआ था, और उसने अपनी राजधानी को आगरा से लाहौर शिफ्ट करने का फैसला किया।

कहानी यहाँ खत्म नहीं होती। पंजाब में कई किंवदंतियां हैं जो कहती हैं कि दुल्ला भट्टी ने खुद अकबर को भी पकड़ लिया था। जब अकबर से मुलाकात हुई, तो उसने कहा, “भईया, मैं तो शहंशाह नहीं हूं, मैं तो भांड हूं।” इस पर दुल्ला भट्टी ने मजाक करते हुए जवाब दिया, “भांड को क्या मारूं, और अगर अकबर खुद को भांड कह रहा है, तो उसे मारने का क्या फायदा?”

अकबर ने दुल्ला भट्टी को नीचा दिखाने के लिए एक साजिश रची थी। उसने उन्हें दरबार में बुलाया, और कहा कि वह उनके साथ बात करना चाहता है। असल में उसका उद्देश्य था कि दुल्ला को सिर झुका कर उनका अपमान किया जाए। लेकिन दुल्ला भट्टी ने अकबर की साजिश को नाकाम कर दिया। उन्होंने सिर झुकाने की बजाय, रास्ते में पहले अपने पैरों को डाला, जिससे अकबर की पूरी ताजपोशी ध्वस्त हो गई।

दुल्ला भट्टी के खिलाफ अकबर की 12,000 सैनिकों की सेना भी नाकाम रही। फिर सन 1599 में एक धोखे के तहत उन्हें पकड़वाया गया। बाद में लाहौर में उन्हें फांसी दी गई, हालांकि कुछ लोग कहते हैं कि वे लड़ाई में पकड़े गए और दिल्ली में फांसी दी गई। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि आज भी मियानी साहिब में दुल्ला भट्टी की कब्र मौजूद है।

Grave of Dulla Bhatti at Miani Sahib Graveyard (Image Source: Wikipedia)
मियानी साहिब में दुल्ला भट्टी की कब्र

दुल्ला भट्टी की मौत के बाद भी वह आज भी ज़िंदा हैं, उनके साहस, उनके संघर्ष और उनके नाम से जुड़ी कहानियाँ आज भी जीवित हैं। लोहड़ी के दिन उनके नाम का गीत गाया जाता है—”सुंदर मुंदरिये हो!”, जो उनके अदम्य साहस और बलिदान का प्रतीक बन चुका है। आज भी लोग उन्हें याद करते हैं, और उनकी वीरता की कहानियां न केवल पंजाब, बल्कि भारत के हर हिस्से में सुनाई जाती हैं।

 

स्रोत: लोहड़ी, लोहड़ी 2025, दुल्ला भट्टी, पंजाब, पकिस्तान, अकबर, हुमायूँ, Lohri, Lohri 2025, Dulla Bhatti, Punjab, Pakistan, Akbar, Humayun
Tags: AkbarDulla BhattiHumayunLohriLohri 2025PakistanPunjabअकबरदुल्ला भट्टीपकिस्तानपंजाबलोहड़ीलोहड़ी 2025हुमायूँ
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

सभ्यताओं का कब्रगाह अफगानिस्तान: जहाँ अफगानों ने ब्रिटिश सेना के 16500 लोगों को गाजर-मूली की तरह काटा, ज़िंदा बचे इकलौते डॉक्टर ने सुनाई थी कहानी

अगली पोस्ट

एक मंदिर पर हमला करने वाला मुर्तजा अब्बासी, दूसरे संन्यासी बने अभय सिंह… दोनों ने IIT से की पढ़ाई, दोनों ने चुना अलग रास्ता

संबंधित पोस्ट

राजा महेंद्र प्रताप सिंह
इतिहास

राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

1 December 2025

"हमारी आज़ादी के आंदोलन में कई महान व्यक्तित्वों ने अपना सबकुछ खपा दिया. लेकिन यह देश का दुर्भाग्य रहा है कि आज़ादी के बाद ऐसे...

चक्रवात दित्वाह ने श्रीलंका में भारी तबाही मचाई है
चर्चित

चक्रवात ‘दित्वाह’ से लड़ रहे श्री लंका की मदद को भारत ने बढ़ाया हाथ, ऑपरेशन ‘सागर बंधु’ ने बताया भारत क्यों है सबसे ‘भरोसेमंद’ पड़ोसी

29 November 2025

श्री लंका वक्त, बीते कुछ वर्षों की सबसे बड़ी और खतरनाक प्राकृतिक आपदाओं में से एक का सामना कर रहा है। चक्रवात दित्वाह ने वहां...

शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र
चर्चित

बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

24 November 2025

सोमवार की शुरुआत सिने जगत के लिए एक दुखद ख़बर के साथ हुई। बॉलीवुड का ही-मैन, धर्मेंद्र 89 साल की उम्र में मुंबई में इस...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited