कथित तौर पर प्रेमी जोड़े ऋतिक रोशन और कंगना रनौत के बीच कहानी में यह बिल्कुल ही नया अध्याय जुड़ा है। अब तक कंगना रनौत मुखर होकर कहने वाली एकमात्र व्यक्ति थी और उन्होंने उस दौर की बात की जब उन्हें फ़िल्म इंडस्ट्री के बारे में अधिक जानकारी नहीं थी और उनका इस्तेमाल किया गया। इंडिया टीवी में रजत शर्मा के साथ साक्षात्कार के दौरान उन्होंने सभी मुद्दों पर बात की कि कैसे उनका अपमान किया गया और कैसे उनके साथ विश्वासघात किया गया। कंगना रनौत ने ऋतिक रोशन पर खुलकर बातें की थी जिसके बाद से ही उम्मीद थी कि जल्द ही ऋतिक रोशन की तरफ से कंगना रनौत के लिए बयान आएगा। अब कहानी का दूसरा संस्करण भी बाहर आ चुका है, और इसे किसी और ने नहीं बल्कि ऋतिक रोशन ने खुद कहा है।
गुरुवार को ऋतिक रोशन ने अपने फेसबुक पेज पर ऐसा लिखा के उसके द्वारा मानो अपना पूरा दिल निकाल कर रख दिया हो।
मैंने रचनात्मकता, उत्पादकता और रचनात्मक कार्य के रास्ते को चुना है। जो कुछ भी इन रास्तों पर मुझे नहीं दिखता मैं उसे विकर्षण के रूप में समझ कर उससे दूर रहता हूँ। मेरा विश्वास है कि अज्ञानता, गैर प्रतिक्रिया और अपने गरिमा के रस्ते पर रहना किसी भी निरंतर अवांछित परेशानी को हतोस्ताहित करने का सबसे अच्छा तरीका है। लेकिन कभी कभी किसी स्वास्थ्य समस्या की तरह किसी दुर्भावनापूर्ण बात को अनदेखा करना घातक हो सकता है।
ऋतिक रोशन और मीडिया ट्रायल
मीडिया को देखकर लगता है कि उन्हें इस मामले से दूरी बनाने का कोई इरादा नहीं है। इस सर्कस में जिसमें मुझे शामिल किया गया है मैं अपनी चरित्र की रक्षा को लेकर कोई गवाही नहीं देना चाहता। मुझे बेमतलब के इस गंदगी में घसीटा गया है। यह कुछ ऐसा है जो मेरे आगे बढ़ने के लिए उचित नहीं है।
सच्चाई यह है कि, मैं कभी उस महिला से मिला ही नहीं हूँ जो लगातार मेरी जिंदगी में प्रश्न कर रही है। हाँ हमने साथ में काम किया है लेकिन कभी कोई निजी मुलाकात नहीं हुई। यही सच है। कृपया समझिए, मैं किसी अफेयर के आरोप के खिलाफ नहीं लड़ रहा हूँ और ना ही कोई ‘अच्छा आदमी’ की छवि बनाने की कोशिश कर रहा हूँ। मैं अपनी गलतियों को जानता हूँ, आखिर मैं भी इंसान हूँ।
वास्तव में मैं तो जो इससे भी गंभीर और विध्वंसक है उससे खुद को सम्हालने की कोशिश कर रहा हूँ। यह दुर्भाग्य है कि मीडिया और आम जनता में बहुत ही कम लोग हैं जो सच जानने में दिलचस्पी रखते हैं। यह एक बहुत ही मुश्किल बात है जो मैं सीख रहा हूँ।
क्या कंगना रनौत महिला कार्ड खेल रही है ?
यदि लोग अपने द्वारा दुनिया के लिए बनाये उसी मॉडल में इसी झूठ के साथ रहना चाहते हैं कि लड़की है तो शिकार है और लड़का है तो गुनहगार है, ऐसा है तो ठीक है, मैं भी उनके साथ हूँ।
महिलाओं ने पुरषों के हाथों से सदियों से दुर्व्यवहार का सामना किया है और यह मुझे भी आक्रोशित करता है कि कुछ पुरुष इतने क्रूर हो सकते हैं, उन्हें वाकई में सख्त सजा मिलनी चाहिए। लेकिन इसी तर्क के साथ यही कहा जाए कि कोई पुरुष कमजोर नहीं हो सकता या कोई महिला झूठी नहीं हो सकती, तो ठीक है। मैं इसमें भी ठीक हूँ।
इन दो हाई-प्रोफाइल सेलिब्रिटी के कथित तौर पर 7 साल के रिश्ते पर अब कोई बात नहीं बची। कोई सबूत नहीं, कोई फोटो नहीं, कोई गवाह नहीं, ना ही कथित तौर पर जनवरी 2014 में पेरिस में हुए सगाई की कोई यादगार तस्वीर या सेल्फ़ी, ना ही कोई ऐसा उपहार जो दोनों ने एक दूसरे को दिया हो, जिससे उनके प्यार भरे रिश्तें का सबूत मिल सके।
फिर भी हम दुसरे पार्टी की तरफ ही भरोसा करेंगे, क्योंकि हमको लगता है कि – लड़की झूठ क्यों बोलेगी।
ऋतिक रोशन ने सबूत की मांग की
मेरे पासपोर्ट का विवरण भी यह जानकारी स्पष्ट है कि 2014 के जनवरी में जिस कथित सगाई की बात हुई उस समय मैंने देश के बाहर कोई यात्रा नहीं किया। मीडिया में फैली एक फोटोशॉप तस्वीर ही इस कथित रिश्ते का एकमात्र तथाकथित सबूत है। और यह बात मेरी पूर्व पत्नी और मेरे दोस्तों द्वारा तुरंत अगले दिन ही उजागर हो गया था।
यह सवाल कभी नहीं पूछे जाते क्योंकि हमें सिखाया जाता है कि हम स्त्री की रक्षा करें, और हमें करना चाहिए। मुझे स्वयं मेरे माता-पिता ने उसी तरह आगे बढ़ाया है, और मेरी जिंदगी में आई उस महिला ने भी जो मेरे साथ चट्टान की तरह खड़ी थी। मैं उनका आभारी हूँ। मैं अपने बच्चों को भी परिवार और गरिमा के उन्हीं मूल्यों सिखाने की पूरी कोशिश करूँगा। और हाँ, उन्हें महिलाओं के लिए हमेशा खड़े होना सिखाऊंगा।
कंगना रनौत के उन कथित मेल के बारे में ?
एक तरफ से आये 3000 मेल या तो मैंने खुद को भेजे हैं या तो उस महिला (कंगना रनौत) ने जो प्रश्न कर रही है। साइबर-क्राइम विभाग जल्द ही इस कहानी का पता लगा लेगा कि इसके पीछे कौन है। इस मामले के लिए मैंने अपने सभी उपकरण लैपटॉप और मोबाइल फ़ोन समेत साइबर सेल को दे दिया है, वहीं दूसरी पार्टी ने ऐसा करने से साफ़ इंकार कर दिया है। जाँच अभी तक बन्द नहीं हुई है।
यह नहीं है, मैं एक बार फिर दोहराता हूँ, यह प्रेमी नहीं है। मैं विनम्रता के साथ लोगो से निवेदन करता हूँ कि कुछ देर के लिए ये लेबल लगाना बंद कीजिए और देखने की कोशिश कीजिए कि सच क्या है। मैं लगातार 4 साल से इस मामले में परेशान किया गया हूँ और महिलाओं के प्रति सामाजिक पूर्वाग्रह की वजह से मैंने खुद की रक्षा करने में असहाय महसूस किया है।
मैं गुस्सा नहीं हूँ, मैंने अपने जीवन में गुस्से को कम ही अनुमति दी है। मेरे जीवन में किसी आदमी या महिला से मेरी कोई लड़ाई नहीं हुई। यहाँ तक कि मेरे तलाक़ में भी कोई लड़ाई नहीं हुई। मैंने, और जो मेरे आसपास रहे हैं उन्होंने हमेशा शांति ही चुना है। मैं यहाँ किसी को दोषी या न्याय करने के लिए नहीं हूँ, लेकिन यह समय है सच्चाई के बचाव का, क्योंकि सच्चाई के सामूहिक चेतना से लोग ग्रस्त हैं। सभ्यता ग्रस्त है। घर के करीबी, परिवार सभी ग्रस्त हैं। बच्चे ग्रस्त हैं।