TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

    नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

    नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

“आप स्वयं चेक कर लीजिए”: भारत विरोधियों को व्हाइट हाउस का स्पष्ट संदेश

व्हाइट हाउस बिल्कुल नहीं चाहती कि पीएम मोदी अमेरिका न आयें!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
8 June 2023
in विश्व
“आप स्वयं चेक कर लीजिए”: भारत विरोधियों को व्हाइट हाउस का स्पष्ट संदेश
Share on FacebookShare on X

US on Indian democracy: ऐसी दुनिया में जहां अंतरराष्ट्रीय संबंध कभी जटिल तो कभी सूक्ष्म रहते हैं। किसी मुद्दे पर किसी देश के रुख को स्पष्ट रूप से स्पष्ट करने के लिए एक सार्वजनिक बयान दुर्लभ है। फिर भी, व्हाइट हाउस में हाल ही में एक प्रेस वार्ता के दौरान ठीक यही हुआ। जैसा कि अमेरिका भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी यात्रा के लिए तैयार हो रहा है, आलोचकों को भारतीय लोकतंत्र की स्थिति पर सवाल उठाने के लिए एक ऐसा संदेश भेजा गया, जिसने न केवल भारत की लोकतांत्रिक जीवंतता को स्वीकार किया, बल्कि इसके राजनयिक दृष्टिकोण में स्पष्ट बदलाव का संकेत भी दिया।

इस लेख में आइए जानें कि भारतीय लोकतंत्र (Indian democracy) पर अमेरिका का मौजूदा रुख क्या है और पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा को परेशानी मुक्त बनाने के लिए बाइडेन प्रशासन किसी भी हद तक जाने को तैयार क्यों है।

संबंधितपोस्ट

नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

और लोड करें

“भारत एक विविध लोकतंत्र है!”

एपिसोड के केंद्र में एनपीआर की एक पत्रकार अस्मा खालिद द्वारा उठाया गया प्रश्न था, जिसने भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर “चिंता व्यक्त की थी”। एक अनोखे प्रत्युत्तर में, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता और व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में रणनीतिक संचार के समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा, “भारत एक जीवंत लोकतंत्र है। कोई भी व्यक्ति जो नई दिल्ली जाता है, वह इसे अपने लिए देख सकता है। और निश्चित रूप से, मुझे उम्मीद है कि लोकतांत्रिक संस्थानों की ताकत और स्वास्थ्य उस चर्चा का हिस्सा होंगे।” यह प्रत्यक्ष, स्पष्ट बयान भारत के लोकतांत्रिक लोकाचार का स्पष्ट समर्थन है और आलोचकों को भारतीय लोकतांत्रिक प्रक्रिया (Indian democracy) को प्रत्यक्ष रूप से देखने का आह्वान है।

निस्संदेह ये टिप्पणी स्वयं महत्वपूर्ण है, जिसमें अंतर्निहित सबटेक्स्ट भारत के प्रति बिडेन प्रशासन के रुख में एक महत्वपूर्ण बदलाव की ओर इशारा करता है। भारत के साथ प्रशासन के संबंधों को कई विसंगतियों द्वारा चिह्नित किया गया है, जो विभिन्न तिमाहियों से आलोचना कर रहे हैं। हालांकि, किर्बी की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि भारतीय प्रधान मंत्री की अमेरिकी यात्रा निकट आने के कारण अमेरिका किसी भी अनर्थ को होने देने के लिए तैयार नहीं है। भारत के जीवंत लोकतंत्र (Indian democracy) को स्वीकार करते हुए, व्हाइट हाउस स्पष्ट रूप से आपसी सम्मान और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर निर्मित एक मजबूत साझेदारी बनाने के अपने इरादे का संकेत दे रहा है।

और पढ़ें: वैदिक मंत्रोच्चार और जनसमूह अपार : मोदीजी का ऑस्ट्रलिया दौरा रहेगा यादगार!

पीएम मोदी की आगामी यात्रा के बारे में बोलते हुए, किर्बी ने यात्रा के व्यापक कूटनीतिक इरादे पर प्रकाश डालते हुए कहा, “यह यात्रा वास्तव में अब वर्तमान में जो है, उसे आगे बढ़ाने के बारे में है और हम उम्मीद करते हैं कि यह एक गहरी, मजबूत साझेदारी और आगे बढ़ने वाली दोस्ती होगी।” यह बयान रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने और दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच दोस्ती को गहरा करने के लिए पीएम मोदी की यात्रा का लाभ उठाने की व्हाइट हाउस की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

अब हम वैश्विक पंचिंग बैग नहीं!

इस बयान के महत्व को समझने के लिए दोनों देशों के बीच हाल के ऐतिहासिक घटनाओं की त्वरित समीक्षा की आवश्यकता है। रुसो-यूक्रेन संघर्ष के मद्देनजर अमेरिका-भारत की बातचीत विशेष रूप से प्रकाशमान है। किसी भी जल्दबाजी या आवेगपूर्ण कार्य का भारत के साथ उसके संबंधों पर दूरगामी परिणाम हो सकता है, ये बाइडन प्रशासन को दूसरी तरीके से पता चला। वर्तमान भू-राजनीतिक परिप्रेक्ष्य को देखते हुए, भारत के साथ हानिकारक संबंध [एक मजबूत अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण रणनीतिक प्रासंगिकता के साथ एक उभरती हुई वैश्विक शक्ति] कुछ ऐसा है जिसे अमेरिका बर्दाश्त नहीं कर सकता है।

इस अहसास ने वैश्विक मंच पर भारत को जिस तरह से देखा जाता है, उसमें बदलाव की शुरुआत की है। वे दिन गए जब भारत को वैश्विक पंचिंग बैग या आलोचना हेतु ईजी टारगेट के रूप में देखा जा सकता था। अपनी मजबूत अर्थव्यवस्था, लोकतांत्रिक संस्थानों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने रणनीतिक महत्व के साथ, भारत ने एक मजबूत वैश्विक खिलाड़ी के रूप में अपनी ताकत साबित की है। भारत की लोकतांत्रिक साख या इसकी वैश्विक स्थिति को कमजोर करने के प्रयासों के गंभीर परिणाम होंगे, यह एक ऐसा तथ्य है जिसे लगता है कि अमेरिकी प्रशासन स्पष्ट रूप से समझ गया है।

और पढ़ें: अमेरिका जलता रहा, और बाइडन टुनटुना बजाता रहा

इसके अलावा, व्हाइट हाउस की टिप्पणियां उस महत्वपूर्ण भूमिका का संकेत हैं जो भारत वैश्विक राजनीतिक क्षेत्र में निभाने के लिए तैयार है। जैसा कि दुनिया COVID-19 महामारी के बाद और प्रमुख शक्ति प्रतिद्वंद्विता के पुनरुत्थान से जूझ रही है, एक विश्वसनीय भागीदार और एशिया में एक लोकतांत्रिक प्रतिपक्ष के रूप में भारत के महत्व को कम नहीं किया जा सकता है। अमेरिकी प्रशासन द्वारा इस तथ्य को स्वीकार करना भारत के बढ़ते वैश्विक प्रोफाइल का प्रमाण है।

इन घटनाक्रमों के प्रकाश में, भारत की लोकतांत्रिक (Indian democracy) जीवंतता के समर्थन को केवल एक कूटनीतिक संकेत से अधिक के रूप में देखा जा सकता है। यह भारत की लोकतांत्रिक ताकत की मान्यता और भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने वाले साझा मूल्यों की पुष्टि का प्रतीक है। यह बाइडेन प्रशासन की द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, रणनीतिक सहयोग को गहरा करने और आपसी सम्मान और साझा लोकतांत्रिक सिद्धांतों के आधार पर एक मजबूत साझेदारी बनाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: Biden Administrationcheck outdemocratic valuesdiplomatic relationsFreedom of SpeechGovernmentHuman RightsIndian Democracyinternational communitypeaceful protestsPM Modirabble rousersresponsible behaviorrule of lawstern messagestern warningUS VisitWhite Houseअमेरिकापीएम मोदीबाइडेन प्रशासनभारतभारत विरोधिभारतीय लोकतंत्रव्हाइट हाउस
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Indira Gandhi’s assassination celebration: इंदिरा गांधी की हत्या का कनाडा मना रहा उत्सव!

अगली पोस्ट

7 ऐसी भारतीय फिल्में, जिन्हे क्रिटिक्स से मिली लात, और जनता ने लुटाया प्रेम!

संबंधित पोस्ट

नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच
चर्चित

नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

11 September 2025

काठमांडू की गलियों में अक्सर यह वाक्य सुनाई देता है-“भारत हर जगह घुस आता है।” यह कोई मज़ाक भर नहीं है, बल्कि दशकों से गढ़ा...

अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन
अर्थव्यवस्था

अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

10 September 2025

तियानजिन के SCO सम्मेलन की वह तस्वीर-जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग हाथ मिलाकर एक साथ खड़े दिखे-ने वैश्विक...

चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है
एशिया पैसिफिक

चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

9 September 2025

चीन आज दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सैन्यशक्ति है। लेकिन वो सिर्फ बड़ी ताकत ही नहीं है, बल्कि वो अपनी ताक़त को ग्लोबल स्टेज पर...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited