कहा जाता है जब सूरदास मथुरा के गाऊघाट पर रहते थे तो एक दिन वहाँ से वल्लभाचार्य गुजर रहे थे। वल्लभाचार्य ने जब सूरदास को गाते हुए सुना।
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    सीएम हिमंत का आरोप

    हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    RJD सुप्रीमो लालू यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

    आंबेडकर का अपमान बनेगा बिहार चुनाव का मुद्दा, पीएम मोदी के बयान के क्या हैं मायने?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पिज़्ज़ा = युद्ध?

    युद्ध और पिज़्ज़ा: क्या पेंटागन की भूख भविष्य के टकरावों की भविष्यवाणी करती है?

    Hindu temples in Iran

    मुस्लिम देश ईरान में हैं कई हिंदू मंदिर, जंग से जूझ रहे देश में जानें सनातन का स्थान

    Is America Enter in Israel Iran War

    क्या इजरायल-ईरान जंग में कूदने जा रहा है अमेरिका? डूम्सडे प्लेन की उड़ान और ORDER01 ने बढ़ाई चिंता

    ग्रेटर इज़रायल को दो नदियों के बीच का क्षेत्र माना गया है (चित्र: MEPEI)

    बाइबिल का वादा पूरा करने लिए युद्ध में उलझे हैं नेतन्याहू!, जानें क्या है ग्रेटर इज़रायल?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    सीएम हिमंत का आरोप

    हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    RJD सुप्रीमो लालू यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

    आंबेडकर का अपमान बनेगा बिहार चुनाव का मुद्दा, पीएम मोदी के बयान के क्या हैं मायने?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पिज़्ज़ा = युद्ध?

    युद्ध और पिज़्ज़ा: क्या पेंटागन की भूख भविष्य के टकरावों की भविष्यवाणी करती है?

    Hindu temples in Iran

    मुस्लिम देश ईरान में हैं कई हिंदू मंदिर, जंग से जूझ रहे देश में जानें सनातन का स्थान

    Is America Enter in Israel Iran War

    क्या इजरायल-ईरान जंग में कूदने जा रहा है अमेरिका? डूम्सडे प्लेन की उड़ान और ORDER01 ने बढ़ाई चिंता

    ग्रेटर इज़रायल को दो नदियों के बीच का क्षेत्र माना गया है (चित्र: MEPEI)

    बाइबिल का वादा पूरा करने लिए युद्ध में उलझे हैं नेतन्याहू!, जानें क्या है ग्रेटर इज़रायल?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अंधे थे, लेकिन नेत्र ईश्वर को देखते थे… कुएँ में गिरे तो श्रीकृष्ण ने दिया दर्शन, ठुकरा दिया था अकबर का प्रस्ताव

वल्लभाचार्य ने सूरदास को पुष्टिमार्गीय भक्ति में दीक्षित किया

architsingh द्वारा architsingh
26 October 2024
in इतिहास, ज्ञान, धार्मिक कथा, संस्कृति
सूरदास, भक्त कवि

सूरदास के सख्य, प्रेम और वात्सल्य के इन पदों की ख्याति दूर-दूर तक फैल गई थी

Share on FacebookShare on X

मध्यकाल के पूर्वार्द्ध, अर्थात भक्तिकाल में जब कृष्ण भक्त कवियों की चर्चा की जाती है तो सूरदास का नाम सबसे पहले आता है। 1478 ईस्वी में मथुरा के रुनकता नामक ग्राम में एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे सूरदास का बचपन का नाम सुरध्वज था। इनके विषय में कुछ लोगों का मानना है कि ये जन्म से ही अंधे थे तथा परिवार की उपेक्षा के कारण घर छोड़कर मथुरा के गऊ घाट पर रहने के लिए चले गए थे।

चंदवरदाई के वंशज थे सूरदास

सूरदास के परिवार के सम्बन्ध में ‘साहित्य लहरी’ के अंतिम एक पद में जिक्र है कि ये पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि चंदवरदाई के वंशज हैं। इन कवियों के कुल में एक हरिचंद थे, जिनके 7 पुत्र थे और इनमें सबसे छोटे पुत्र ही सूरदास थे। कहा जाता है कि जब सूरदास के सभी बड़े भाई मुसलमानों के साथ युद्ध करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए थे। ऐसे में नेत्रहीन सूरदास काफी समय तक इधर-उधर भटकते रहे। ऐसे ही भटकते हुए एक दिन वे कुऍं में गिर गए और कई दिनों तक वहीं पड़े रहे। इस दौरान उन्होंने सिर्फ कृष्ण का ध्यान करते हुए भक्ति-भाव के साथ उनको पुकारा जिससे प्रसन्न होकर एक दिन भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें उनकी नेत्र ज्योति लौटाकर दर्शन दिए।

संबंधितपोस्ट

पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

मुहम्मद गौरी के दान किए 2 गांव से शुरू हुआ वक्फ, आज 9 लाख एकड़ से अधिक जमीन पर कर चुका है कब्जा

स्वतंत्रता के लिए फांसी का फंदा चूमने वाले क्रांतिकारी काशीराम, जिन्हें अपने ही देशवासियों ने ठहराया था डाकू

और लोड करें

कृष्ण के दर्शन पाकर सूरदास ने उनसे मांगा कि जिन आंखों से उन्होंने अपने आराध्य को देखा है उन आँखों से वे अब कुछ और देखना नहीं चाहते। श्री कृष्ण ने उन्हें कुएँ से निकालते हुए उनकी आंखें पुनः सदा के लिए बंद कर दी। इन बंद आँखों से ही सूरदास ने जिन पदों की रचना की उनमें वात्सल्य, प्रेम, प्रकृति, कृष्ण लीला आदि का इतना सजीव अंकन हुआ है कि कुछ विद्वान तो यहाँ तक कहते हैं कि सूरदास जन्म से अंधे नहीं थे। क्योंकि जो व्यक्ति जन्म से अंधा होगा वह इतना सटीक और सुंदर वर्णन अपने पदों में नहीं कर सकता। हालाँकि आज भी विद्वानों में इस विषय में मतभेद है कि क्या सूरदास जन्म से ही नेत्रहीन थे या बाद में उन्होंने अपनी ज्योति खोई।

हालाँकि इस विवाद से हटकर यदि सूर दास की रचनाओं को देखा जाए तो वास्तव में इनके पद अद्भुत हैं। रोचक बात तो यह है कि सुर दास ने किसी प्रबंध काव्य की रचना नहीं की अपितु इनके सभी पद मुक्तक में रचे गए हैं। सूरदास के प्रारम्भिक पदों में दैन्य अर्थात दुखियारा या दीनता का भाव दिखता है बाद में इनकी भक्ति का रूप भी बदला। देखा जाए तो इनकी रचनाओं में भक्ति के दो चरण मिलते हैं। पहला चरण वल्लभाचार्य से मिलने के पूर्व का है, जिसमें सूरदास वल्लभ संप्रदाय में दीक्षित होने से पूर्व दैन्यभाव पर आधारित भक्ति के पदों की रचना कर रहे थे।

पुष्टिमार्गीय भक्ति पर ऐसे चल बढ़े सूरदास

दूसरा चरण वल्लभाचार्य से मिलने के बाद आरंभ होता है, जब सूरदास वल्लभ संप्रदाय में दीक्षित होकर पुष्टिमार्गीय भक्ति पर आधारित भक्ति के पदों की रचना की ओर प्रवृत हुए। सूरदास की भक्ति भावना में इस प्रकार के पदों का बाहुल्य देखा जा सकता है। यहाँ बता दें कि वल्लभाचार्य सूरदास के गुरु थे। वल्लभाचार्य सूरदास के गुरु कैसे बने इस सम्बंध में एक किंवदंती अत्यधिक प्रचलित है। कहा जाता है जब सूरदास मथुरा के गाऊघाट पर रहते थे तो एक दिन वहाँ से वल्लभाचार्य गुजर रहे थे। वल्लभाचार्य ने जब सूरदास को गाते हुए सुना। उस समय सूरदास विनय के ये पद गा रहे थे-

‘हौं हरि सब पतितन कौ नायक’
‘प्रभु! हौं सब पतितन कौ टीकौ।’

चूँकि सूरदास ऐसे विनय और दीनता के पद ही गाते थे ऐसे में वल्लभाचार्य ने जब सूरदास के इन दीनतापूर्ण पदों को सुना, तो उन्होंने सूर से कहा:

“जो सूर ह्वै कै ऐसो घिघियात काहे को है? कुछ भगवत् लीला वर्णन करौ।”

इस पर सूरदास ने स्वयं को अज्ञानी बताते हुए कहा कि मुझे तो भगवान की लीलाओं का जरा भी ज्ञान नहीं है। ऐसा सुनकर वल्लभाचार्य ने सूरदास को अपने संप्रदाय में स्वीकारते हुए पुष्टिमार्ग में दीक्षित करने का निश्चय किया। और इस तरह सूरदास को अपना शिष्य स्वीकारा। वल्लभाचार्य ने सूरदास को अपनी दशम स्कंध की अनुक्रमणिका सुनाकर भगवान की लीलाओं से अवगत कराया। फिर क्या था, जो सूरदास अब तक “अबकी राखि लेहु, भगवान…।” जैसे दास्य भाव से युक्त पदों को गा रहे थे उनके पदों में अब प्रेम, वात्सल्य जैसे भाव भर गए।

जब अकबर से मिले प्रज्ञाचक्षु संत

सूरदास के सख्य, प्रेम और वात्सल्य के इन पदों की ख्याति दूर-दूर तक फैलने लगी। कुछ लोगों के अनुसार उस समय के मुगल शासक अकबर भी सूरदास से स्वयं मिलने आए थे। कहते हैं कि एक बार तानसेन ने मुगल दरबार में सूरदास का एक पद गाया। यह पद सुनकर अकबर इतने मुग्ध हुए कि उन्होंने सूरदास से मिलने का निश्चय कर लिया। चूँकि मुगल बादशाहों को अपना यश सुनने की लालसा रहती है थी अतः अकबर ने सूरदास को अपना यश वर्णन करने का आग्रह किया। तब सूरदास ने बड़े ही विनम्रता से अपनी असमर्थता जाहिर करते हुए कहा कि मैं सिर्फ ईश्वर का ही यश गान कर सकता हूँ, क्योंकि मेरे नेत्र बस ईश्वर को ही देखते हैं और सदैव उन्हीं के दर्शन को प्यासे रहते हैं।

सूर के इसी पद ‘ऐसे दरस को ए मरत लोचन व्यास’ को लेकर अकबर ने पूछा, “कि आप तो नेत्र ज्योति से वंचित हैं, फिर आपके नेत्र दरस को कैसे प्यासे मरते हैं?” तब सूरदास ने उत्तर दिया कि ये नेत्र भगवान को देखते हैं और उस स्वरूप का रसपान प्रतिक्षण करने पर भी अतृप्त बने रहते हैं।’’

अकबर ने सूरदास से कुछ धन स्वीकार करने का अनुरोध किया पर सूरदास ने निडरतापूर्वक भेंट अस्वीकार करते हुए कहा “आज पीछे हमको कबहूं फेरि मत बुलाइयो और मोको कबहूं लिलियो मती।”

इस तरह सूरदास का सम्पूर्ण जीवन वल्लभाचार्य से साथ श्रीनाथ जी के मंदिर में सेवा करते हुए और भगवान की लीला के पद गाते हुए व्यतीत हुआ। इनकी मृत्यु परसौली नामक स्थान पर हुई, कहा जाता है कि इसी स्थान पर कृष्ण ने  रासलीला भी की थी। एक दिन आचार्य वल्लभ, श्रीनाथ जी और गोसाई विट्ठलनाथ ने श्रीनाथ जी की आरती करते समय सूरदास को अनुपस्थित देखा। इससे उन्हें यह समझते देर नहीं लगी कि सूरदास का अन्त समय निकट आ गया है। उन्होंने अपने सेवकों से कहा कि- “पुष्टिमार्ग का जहाज़ जा रहा है, जिसे जो लेना हो ले ले।” अर्थात सूरदास को उनके गुरु ने अंत में पुष्टिमार्ग का जहाज नाम देकर विदा किया।

स्रोत: Surdas, सूरदास, Poet, कवि, Krishna, कृष्ण, Devotee, भक्ति, Akbar, अकबर, इतिहास, History
Tags: AkbarDevotionHistoryPoetSurdasअकबरइतिहासकविभक्तिसूरदास
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘पीएम मोदी का हुआ अपमान’: शी जिनपिंग और जर्मनी की चांसलर ने नहीं मिलाया हाथ; क्या है वायरल वीडियो का सच

अगली पोस्ट

जिन्ना का ऑफर ठुकरा कर भारत की तरफ से लड़े, जन्मदिवस से 12 दिन पहले बलिदान हो गए थे ‘नौशेरा के शेर’ ब्रिगेडियर उस्मान

संबंधित पोस्ट

पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है
संस्कृति

हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

19 June 2025

हर साल पुरी की धरती पर एक ऐसा दृश्य सामने आता है, जो हमारी आस्था को एक नया आकार देता है। यह सिर्फ एक त्योहार...

हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है
संस्कृति

केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

16 June 2025

वैदिक ज्योतिष के अनुसार आकाश में तारों का जो समूह होता है, उसे नक्षत्र कहा जाता है। वहीं ज्योतिषीय गणना के लिए आकाश को 27...

कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा
इतिहास

कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

14 June 2025

एक समय था जब ईरान अग्नि और सूर्य उपासकों की भूमि था तब इसे फारस के नाम से जाना जाता था। यहां जरथुस्त्र धर्म (Zoroastrianism)...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

when the God leaves the temple to be with his devotees.

when the God leaves the temple to be with his devotees.

00:05:31

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04

kamakhya Devi and the Power of Menstruation: Ambubachi Mela Explained.

00:04:47

From love to murder- how five plots took down raja raghuvanshi

00:04:38

Marriage gone murderous: expert explains the gruesome murder case.

00:13:01
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited