दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल (Yoon Suk Yeol) ने आपातकालीन सैन्य कानून (मार्शल लॉ) लागू करने की घोषणा की। उन्होंने यह फैसला लेते हुए देश के विपक्ष पर संसद को नियंत्रित करने, उत्तर कोरिया के प्रति सहानुभूति रखने और राज्य विरोधी गतिविधियों के जरिए सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया। राष्ट्रपति यून ने एक टेलीविजन कार्यक्रम के जरिए यह घोषणा की।
आपातकालीन सैन्य कानून लागू करते हुए राष्ट्रपति यून सुक-योल ने कहा है कि उन्होंने यह कदम देश के संविधान और कानून को बचाने के लिए उठाया है। यून ने यह भी कहा, “उदारवादी दक्षिण कोरिया को उत्तर कोरिया की कम्युनिस्ट ताकतों द्वारा उत्पन्न खतरों से बचाने और राज्य विरोधी तत्वों को खत्म करने के लिए वह आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा करता हूं।” राष्ट्रपति के इस फैसले से दक्षिण कोरिया की राजनीति और वहां की स्थिति पर क्या असर होगा यह देखने वाली बात होगी। बता दें कि यून सुक-योल ने साल 2022 में राष्ट्रपति का पद संभाला था। इसके बाद से ही उन्हें मजबूत विपक्ष के कारण अपनी नीतियों को लागू करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। इसके बाद अब अब उन्होंने विपक्ष पर कई तरह के आरोप लगाते हुए आपातकाल लगाया है।
गौरतलब है कि साल 2025 में पेश होने बजट बिल को लेकर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून की पीपुल्स पावर पार्टी और विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच लंबे समय से गतिरोध चल रहा था। इतना ही नहीं राष्ट्रपति अपनी पत्नी समेत अन्य शीर्ष अधिकारियों से जुड़े घोटालों की स्वतंत्र जांच की मांग को भी लगातार खारिज करते रहे हैं। इसके चलते उन्हें अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से सियासी हमलों का भी सामना करना पड़ रहा था।
राष्ट्रपति की ओर से मार्शल लॉ की घोषणा किए जाने के ठीक बाद देश की विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने अपने सांसदों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। इस बैठक में राष्ट्रपति की ओर से उठाए गए कदमों तथा सरकार की ओर से लगाए जाने वाले प्रतिबंधों को लेकर भी चर्चा होने के कयास लगाए जा रहे हैं।South Korea president declares emergency martial law