विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शुक्रवार (9 मई) को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर जानकारी दी गई है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने 8-9 मई की दरमियानी रात पाकिस्तान की तरफ से किए गए हमलों की जानकारी दी है। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि भारतीय सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के इरादे से पाकिस्तान ने कई बार हमला किया है। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान ने 36 स्थानों पर 300-400 ड्रोन्स के ज़रिए घुसपैठ का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि इनमें से कई ड्रोन्स को मार गिराया गया है और ड्रोन के मलबे की फॉरेंसिक जांच से पता चला है कि ये तुर्किये के Asisguard Songar ड्रोन हैं।
क्या है Asisguard Songar ड्रोन?
ASİSGUARD SONGAR एक तुर्की निर्मित सशस्त्र ड्रोन है, जिसे ASİSGUARD कंपनी ने विकसित किया है। यह ड्रोन विशेष रूप से टैक्टिकल ऑपरेशनों के लिए डिजाइन किया गया है और इसे तुर्की सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग में लाया जाता है।
SONGAR ड्रोन की प्रमुख क्षमताएँ:
मिशन रेंज: लगभग 10 किमी तक।
फ्लाइट टाइम: लगभग 15-25 मिनट, हथियारों के प्रकार और मौसम की स्थिति के आधार पर।
वजन: लगभग 45 किलोग्राम, पूरी तरह से सुसज्जित।
ऑपरेशन की ऊँचाई: समुद्र तल से 2800 मीटर तक।
विन्यास विकल्प: स्वचालित मशीन गन, ग्रेनेड लांचर, और TOGAN 81 मिमी मोर्टार।
सेंसर और कैमरा: गिम्बल-इंटीग्रेटेड थर्मल और ऑप्टिकल कैमरा, 10x ऑप्टिकल जूम, और 640×512 HD थर्मल इमेजिंग।
ऑपरेशन मोड: स्वचालित और मैनुअल उड़ान नियंत्रण, मिशन योजना, और लिंक-लॉस या बैटरी कम होने पर स्वचालित घर वापसी।
पाकिस्तान सेना में SONGAR की संभावित भूमिका:
हालांकि सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान सेना द्वारा SONGAR ड्रोन की आधिकारिक खरीद या उपयोग की पुष्टि नहीं हुई है, तुर्की ने 2021 में SONGAR ड्रोन के निर्यात की घोषणा की थी, जो संकेत करता है कि यह ड्रोन पाकिस्तान सहित अन्य देशों को आपूर्ति किया गया हो सकता है।
पाकिस्तान ने पहले भी तुर्की से अन्य ड्रोन प्रणालियाँ जैसे कि Shahpar-II और Burraq प्राप्त की हैं। यदि पाकिस्तान ने SONGAR को अपनाया है, तो यह ड्रोन आतंकवाद विरोधी अभियानों, सीमा सुरक्षा, और त्वरित प्रतिक्रिया मिशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
पाकिस्तान की सेना ने हाल ही में Shahpar-III ड्रोन का अनावरण किया है, जो 35,000 फीट की ऊँचाई तक उड़ान भर सकता है और 500 किलोग्राम तक का भार वहन कर सकता है, जिसमें मिसाइल और बम शामिल हैं। यह ड्रोन पाकिस्तान वायु सेना के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक संपत्ति के रूप में कार्य करेगा।