जब अपना ही सिक्का खोटा हो तो किसी और को क्या ही दोष दिया जाए। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया जन्मजन्मांतर से वही फिल्में...
देवियों और सज्जनों, स्वागत है आप सबका बॉलीवुड के रंगमंच पर, इन्होंने इस वर्ष हमारा भिन्न-भिन्न प्रकार से मनोरंजन किया है, क्योंकि उच्चतम...
“मार्केट में सबसे बड़ा जोखिम होता है जोखिम न लेना”, स्कैम 1992 का यह संवाद भारतीय फिल्म उद्योग पर शत प्रतिशत लागू होता...
करण भाई के हाथ एक मस्त स्कीम लगी है। इनकी फिल्म को वैसे भी कोई कौड़ी का भाव नहीं देता, कॉर्पोरेट बुकिंग और...
अरे भाई, शांत हो जाओ, का दिक्कत हो गई भैया, काहें इतना तमतमाए हुए हो? महाकाल के दर्शन ही तो करने आए थे...
कुछ फिल्में अगर OTT पर प्रदर्शित हो रही हैं तो उसके दो ही कारण है या तो उसके भाग्य फूटे हैं या फिर...
भ्राता रणबीर कपूर, कुछ तो रिकॉर्ड साफ रखते। हम सभी जानते हैं कि इस समय आप पर काफी दबाव हैं और आपके फिल्म...
देखो भई करण, तुम आदमी जैसे भी हो, परंतु यह काम नहीं करना चाहिए था। जयकान्त शिकरे जैसा एटीट्यूड केवल जयकान्त शिकरे पर...
कहते हैं कि भोर से पूर्व का अंधकार सबसे गहरा प्रतीत होता है और कहीं न कहीं इसी अंधकार में छुपे होते हैं...
लोगों का मनोरंजन करना एक कला है, लोगों को हंसाना उससे भी बड़ी कला है, परंतु सार्वजनिक तौर पर अपना पोपट बनाना और...
बॉलीवुड वाले कहते हैं कि जनता उनके पीछे ऐसे ही पड़ी रहती है और बिना किसी कारण उनकी फिल्मों का बहिष्कार कर रही...
कुछ लोगों को देखकर लगता है कि इनमें कला और कृति कूट-कूट कर भरी हुई है, रचनात्मकता इनका दूसरा नाम है। इनको देखकर...
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