बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) का कहर झेल रहे बच्चों को लेकर पत्रकारिता का एक ऐसा चेहरा सामने आया जिसे आज की पत्रकारिता के साथ ही पत्रकारों पर कई सवाल खड़े होते हैं। बिहार में इंसेफलाइटिस के कारण मासूमों की हालत पर आजतक की एंकर अंजना ओम कश्यप कैमरा और माइक लेकर लाइव कवरेज के लिए सीधे मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज पहुंच गयी और डॉक्टर की ही क्लास लगाने लगीं। इससे जुड़ा उनका वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो आम जनता ने इसकी खूब आलोचना की।
What is this non sense.?cant she see there are limited resources there and how the on duty doctor is managing with it. How has she been allowed into the ICU.guess she knows better than the paediatrician.
stop harrassing.SICK#encephalitis#AnjanaOmKashyap pic.twitter.com/CCQ4ITlRaw— siDdharth (@reallsid) June 19, 2019
Shame On You #AnjanaOmKashyap
Ask Power Modi Ji Nitish Babu Health Minister after 100+ death u r run to cover after doin Hindu Muslim one month fuk off. If you have courage ask resignation from CM and pm.#Muzzafarpur #IMA@anjanaomkashyap @aajtak@SanjayTripathi_ @JitinPrasada pic.twitter.com/mTqF6revXk— Pawan Dixit 🇮🇳 (@IncDixit) June 19, 2019
बिहार में चमकी बुखार के कारण कई मासूमों की जान जा चुकी है, कई परिवारों ने अपने बच्चों को खो दिया है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, गावों में मातम छाया हुआ है। ऐसी गंभीर स्थिति में अंजना ओम कश्यप आज तक की तरफ से स्पेशल रिपोर्टिंग करने श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज पहुंची। अस्पताल के आईसीयू में पहुंचकर वो डॉक्टर से सवाल कर रही थीं कि आखिर ।।आप एक बेड पर दो तीन मरीजों को क्यों रख रहे हैं, बच्चा कबसे इलाज के लिए आपका इन्तेजार कर रहा है।। आप उसे क्यों नहीं देख रहे ।।। अस्पताल में अगर सुविधा नहीं है तो बीमार बच्चों को भर्ती ही क्यों ले रहे हैं। डॉक्टर उनके हर सवाल का जवाब दे रहा था वो कह रहा था कि एक-एक करके वो मरीजों को देख रहा है और ध्यान रख रहा है ..फिर भी अंजना ओम कश्यप चीख-चीख कर सवाल पर सवाल कर रही थीं। क्या उन्हें इस बात का ध्यान नहीं था कि आईसीयू में तेज चिल्लाने से मरीजों को परेशानी होगी? इस दौरान वो भूल गयीं कि इस तरह की पत्रकारिता करते हुए उन्होंने डॉक्टर का न सिर्फ समय बर्बाद किया बल्कि बीमार बच्चों के इलाज में और ज्यादा विलंब का कारण भी बनी।
Shame on u #AnjanaOmKashyap. I was ur fan n today u lost the respect.U r entering the icu with a mike n a camera n shouting at the already overworked overloaded doctor.What kind of journalism is this.U guys can go to any level for TRPs. Ashamed of u !
— Payal Anand (@PayalAnand8) June 19, 2019
I condemn #AnjanaOmKashyap for her irresponsible trp based reporting in a running ICU. She did not care to see the doctor's plight who was clearly overburdened with patients. She chose to sensationalise the issue rather than analysing it with good reason (lack of infrastructure).
— Deepak Kripal (@deepakkripal) June 19, 2019
वास्तव में अंजना ओम कश्यप को अगर बिहार में चमकी बुखार के कहर को लेकर सवाल पूछने और वजह जननी थी तो उन्हें अस्पताल में कुप्रबंधन के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार से सवाल करने चाहिए थे। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री से सवाल करने चाहिए थे कि आखिर इस गंभीर मामले को लेकर हुई बैठक में क्रिकेट के स्कोर क्यों पूछ रहे थे? मरीजों का इलाज सही से हो और अस्पताल में सभी जरूरत के सामान उपलब्ध हो ये सुनिश्चित करना तो अस्पताल के प्रबंधन और उस राज्य की सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए। क्या ये काम भी डॉक्टर करें?
आईसीयू में वो मरीज होते हैं जो जिंदगी और मौत की जंग से जूझ रहे होते हैं।।डॉक्टर का एक एक पल मरीजों के लिए कीमती होता है और अंजना ओम कश्यप वहां जाकर डॉक्टर का समय बर्बाद कर रही थीं। आपकी इस लापरवाही से मासूमों की मौत का आंकड़ा और भी ज्यादा हो सकता था लेकिन आपको इसकी परवाह नहीं। अगर परवाह होती तो शायद बिहार सरकार से सवाल करती कि आखिर अस्पताल में सभी व्यवस्था क्यों नहीं है? क्यों मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टरों की संख्या कम है।
अगर इस तरह की पत्रकारिता करके आपको लगता है कि आपने बहुत अच्छी कवरेज की है और आम जनता को जागरूक किया है तो आप पूरी तरह से गलत है। पत्रकारिता सही रिपोर्ट दिखाने और निष्पक्ष होकर सरकार से सवाल करने और आम जनता को जागरूक करने का नाम है…न कि चीखने-चिल्लाने और किसी के कार्य में बाधा उत्पन्न करने का। अगर वाकई आपको बिहार में मासूमों की चिंता है तो इस मामले में वहां के प्रशासन की पोल खोलिए न कि डॉक्टरों का समय बर्बाद करिए।