प्रधानमंत्री ने एक बार फिर से विश्व-पटल पर अपना लोहा मनवाया है। ब्रिटिश हेराल्ड के एक पोल में रीडर्स ने प्रधानमंत्री मोदी को साल 2019 में दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स चुना है। इस पोल में दुनिया के अन्य ताकतवर नेताओं जैसे व्लादिमीर पुतिन, डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग को भी जगह दी गई थी, लेकिन पीएम मोदी ने सभी को पछाड़कर एक नंबर पर जगह बनाई है। अपनी रिपोर्ट में ब्रिटिश हेराल्ड ने लिखा ,”अच्छा या बुरा, शक्ति कई महत्वपूर्ण कारकों का एक संयोजन है जो नेताओं को दुनिया को आकार देने में सक्षम बनाता है। कुछ चुनिंदा नेता होते है जो वैश्विक परिवर्तन को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। उनके फैसले लाखों लोगों को प्रभावित करते हैं और राष्ट्रों को बदलते हैं।“
BRITISH HERALD Magazine has evaluated Shri @narendramodi ji as world's most powerful person.
As Indians, Be Proud of This Great Achievement. pic.twitter.com/YogAn0ge96— Atif Rasheed (Modi Ka Parivar) (@AtifRasheed80) June 20, 2019
बता दें कि वोटिंग के दौरान नरेंद्र मोदी को 31 प्रतिशत मिला वोट मिला जबकि व्लादिमीर पुतिन 29 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रहे। डोनाल्ड ट्रम्प 21.9 प्रतिशत और शी जिनपिंग क्रमशः 18.1% के साथ अंतिम और चौथे स्थान पर रहे। 15 जुलाई को जारी होने वाली इस मैगजीन के कवर पेज पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे।
इस मैगज़ीन के अनुसार दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स का चुनाव करने के लिए वोटिंग की आम प्रक्रिया का ही इस्तेमाल नहीं किया गया। ब्रिटिश हेराल्ड के रीडर्स को वोट करने के लिए एक अनिवार्य वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) प्रक्रिया के माध्यम से मतदान करना था। हैरानी की बात यह है कि वोटिंग के दौरान ज्यादा ट्रेफिक के कारण साइट क्रैश हो गई। एक सप्ताह में लगभग तीन मिलियन हिट हुए थे।
इस मैगज़ीन ने भी माना कि मोदी एक ब्रांड है। और किसी भी सेलिब्रिटी को लोकप्रियता के मामले में टक्कर दे सकते हैं। पीएम मोदी ने अपने राजनीतिक अभियान का निर्माण एक मजबूत वादे और मजबूत नेतृत्व के अपने सिद्धांतों के आधार पर किया था, जिसके परिणाम लोकसभा चुनावों में भारी जीत के साथ देखने को भी मिले हैं।
मैगज़ीन के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और शी जिनपिंग के साथ आधिकारिक यात्राओं के दौरान मोदी ने हाल के वर्षों में एक विश्व नेता के रूप में अपनी प्रोफ़ाइल बनाई। वह एशियाई क्षेत्र में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में उभरे हैं जो अपनी एक्ट ईस्ट पॉलिसी के साथ सक्रिय दिख रहे हैं। जलवायु परिवर्तन से निपटने के उनके प्रयासों को दुनिया द्वारा सकारात्मक रूप से देखा गया है।
आतंकवाद के खिलाफ अपने कड़े रुख के कारण और बालाकोट में आतंकवादी शिविरों पर हवाई हमले के कारण दुनिया भर में नाम कमाया है। इसके अलावा, आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं के कार्यान्वयन और 50 करोड़ नागरिकों के लिए एक स्वास्थ्य बीमा योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना जो गरीबी रेखा से नीचे के 60 मिलियन लोगों के लिए मुफ्त एलपीजी कनेक्शन और देश भर में स्वच्छ भारत योजना के तहत शौचालयों के निर्माण ने उन्हें विश्व के नेताओं से आगे ले जाकर खड़ा कर दिया है।