पश्चिम बंगाल में इस समय कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। आए दिन कुछ न कुछ उपद्रव होता रहता है, लेकिन हद तो तब हो गई जब भाजपा नेता शुवेन्दु अधिकारी समेत कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं पर घातक हमला किया गया, और मुर्शिदाबाद में TMC के मंत्री तक को नही बख्शा गया।
कल रात कोलकाता के फूलबागान के पास से शुवेन्दु अधिकारी का काफिला गुजर रहा था। वहाँ अराजक तत्वों ने हमला कर दिया और पत्थर भी बरसाए, इसमें भाजपा से नॉर्थ कोलकाता के जिलाध्यक्ष शिबाजी सिंह रॉय गंभीर रूप से घायल हो गए, और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। शुवेंदु अधिकारी और शंकदेब पंडा को भी चोट आई हैं।
शुवेन्दु अधिकारी ने इसके लिए TMC को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ये हमला सत्ताधारी पार्टी ने कराया है, क्योंकि वह भाजपा के बढ़ते प्रभाव से भयभीत हो चुकी है। इसके अलावा भाजपा के सोशल मीडिया प्रमुख अमित मालवीय ने भी तृणमूल काँग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ममता बनर्जी का शासन बंगाल के लिए किसी आपदा से कम नहीं है
Another murderous attack on BJP leaders by TMC goons near Phoolbagan. This time it was the trio of Suvendu Adhikari, Shanku Deb and Shibaji Singha Roy, who is grievously injured in the attack.
Mamata Banerjee is a disaster for West Bengal. There is no semblance of law and order. pic.twitter.com/1sQhQNjAoN
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 17, 2021
Anguished to learn about the deplorable attack on Shri Shivaji Singha Roy, the @BJP4Bengal North #Kolkata District President.
He was attacked by @AITCofficial goons soon after today's #MegaPublicRally. Pained to see pictures of him in Hospital and praying for his swift recovery. pic.twitter.com/dzgKGza8Gs
— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) February 17, 2021
लेकिन बात वहीं पर नहीं खत्म हुई। अब ऐसा लग रहा है कि बंगाल में अराजक तत्वों का ही राज चल रहा है, क्योंकि स्वयं सत्ताधारी पार्टी TMC के नेता भी सुरक्षित नहीं है। मुर्शिदाबाद में एक काम से आए तृणमूल सरकार के मंत्री जाकिर हुसैन पर बम से हमला किया गया। जाकिर बाल बाल बच गए परंतु उन्हे कई जगह काफी गंभीर चोटें आई। ये हमला उनपर निमिता स्टेशन के निकट किया गया था, जिसके लिए ममता ने उलटे रेल मंत्रालय को ही दोषी ठहराया दिया
सांप को कितना भी दूध पिला लो, वो डसना नहीं छोड़ेगा। अब स्थिति यह हो चुकी है कि भाजपा के नेता तो छोड़िए, TMC के नेता तक अराजक तत्वों के प्रकोप से सुरक्षित नहीं रहे, जो जाकिर हुसैन पर हुए हमले में देखने को मिला। लेकिन जब तृणमूल ने ये खुद ही यह आग लगाई है, तो उसकी लपटें भी उन्हे ही झेलनी पड़ेंगी। जब ओखली में सिर दे ही दिया है, तो मूसलों से क्या डरना?