चुनाव पास आते आते, यूपी का राजनीतिक पारा अपने खुमार पर चढ़ चुका है। अब राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयानों पर लिबरल और वामपंथी गैंग ने रुदन शुरू कर दिया है। यूं तो इन सभी को सीएम योगी का कोई भी बयान या संबोधन सांप्रदायिक ही लगता है मगर अबकी बार एक शब्द से यह सभी बुरी तरह चिढ़ गए हैं। उस शब्द को इस प्रकार जकड़ लिया है कि भागते भूत की लंगोटी भली, अर्थात विरोध करने के लिए जो मिल गया वही बहुत है। दरअसल, रविवार को योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर में एक चुनावी रैली की और ”अब्बाजन” #AbbaJaan टिप्पणी से विपक्ष पर निशाना साधा। विपक्ष के लिए उनका संदेश बिल्कुल स्पष्ट था। उन्होंने कहा, “अब्बाजान कहने वाले राशन हजम कर जाते थे, राशन नेपाल और बांग्लादेश पहुंच जाता था।”
संबोधन के इसी अंश को तिल का ताढ़ बनाने की योजना के साथ वाम-उदारवादियों और विपक्ष ने ट्विटर और सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों में एक ट्रेंड शुरू करते हुए सीएम योगी को घेरने के प्रयास किए। इस ट्रेंड का नाम भी इन बुद्धिजीवियों ने #AbbaJaan रखा है। इसके माध्यम से वामपंथी तथाकथित विचारक, नेता, पत्रकार और लेखक सीएम योगी पर तंज़ कस रहे हैं।
और पढ़ें- ‘बिच्छू कहीं भी होगा तो डसेगा’, योगी ने खुलकर सपा की कट्टरता पर किया वार
When a crusading paper has to apologise for printing the wrong flyover in a government advertisement but no one has to apologise for thinking #AbbaJaan is a slur.
— barkha dutt (@BDUTT) September 13, 2021
इनमें वाम विचारों की उपासक बरखा दत्त ने ट्वीट कर अब्बाजान वाले बयान कि तुलना विज्ञापन में गलत फ्लाईओवर छापने से कर दी और साथ ही योगी को परोक्ष रूप से वैमनस्य फैलाने वाला बता दिया।
My #AbbaJaan retired from the Indian Judiciary. Served the state as a Judge in some very difficult naxal infested areas upholding the law of the land . Learned to stand up for what is right and respect the law from him . Proud of you #AbbaJaan https://t.co/NjnBPVBBZR
— Naghma Sahar (@NaghmaSahar) September 13, 2021
एनडीटीवी की संपादक नगमा सहर ने अपने पिता की यादें ताजा करते हुए लिखा कि, “मेरे #अब्बाजान भारतीय न्यायपालिका से सेवानिवृत्त हुए। आप पर गर्व है #अब्बाजान जैसी बातें लिखीं।”
Here is my #AbbaJaan playing Holi with the Beatles. The Beatles and Me: In the Maharishi’s Ashram, 50 Years Ago https://t.co/wz8QKIGMOx
— Saba Naqvi (@_sabanaqvi) September 13, 2021
एक और लिबरल गुट और वाम प्रेमी पत्रकार सबा नक़वी ने द वायर में एक लेख के माध्यम से अपने पिता की तस्वीर तो साझा की ही और ट्वीट कर उसपर लिखा कि, “ये रहे मेरे #AbbaJaan, 50 साल पहले महर्षि के आश्रम में होली खेल रहे है।” इसके बाद सबा और सभी से एक कदम आगे निकलीं। सबा ने एक और ट्वीट करते हुए सबा लिखती हैं कि, “हो सकता है कि मैं अपनी बेटी को मुझे #AmmiJaan कहने के लिए मना सकूं।”
Maybe I can persuade the daughter to start calling me #ammijaan.
— Saba Naqvi (@_sabanaqvi) September 13, 2021
और पढ़ें- गोहत्यारों को बचाने की कोशिश करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा-योगी का कड़ा संदेश
यह उदाहरण यहीं नहीं थमते हैं, ऐसे बहुत से खुराफाती तत्व हैं जो ‘कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा भानुमती ने कुनबा जोड़ा’ में विश्वास रखते हैं। इन सभी को एक बात को 10 तरह बनाने का हर वो तरीका आता है जिससे अनर्गल विरोध करने में आसानी हो सके। इनमें RJD सांसद मनोज कुमार झा, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ समेत कईयों ने ट्वीट कर योगी का विरोध किया।
Don't think that this is the 'lowest/dirtiest discourse' we had to watch/witness..keep the use of 'superlatives' for another day…Let's hope and pray that this Republic doesn't have to witness such 'degeneration/Regression' in 75th Year of Independence anymore. Jai Hind https://t.co/51cOxsLQ2o
— Manoj Kumar Jha (@manojkjhadu) September 12, 2021
“Those who used to say 'Abba Jaan' digested the ration for the poor."
An elected CM in India guilty of overtly communal incitement, flagrant violation of Section 153 A of IPCSuo Moto Cognizance anyone? Supreme Court? @Uppolice
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) September 12, 2021
अब्बा जान, भाई जान कहते-कहते सत्ता में हो गये विराजमान
चुनाव नज़दीक आते ही शुरू कर दिया शमशान-क़ब्रिस्तान
कोरोना के दौरान आपकी लचर स्वास्थ्य व्यवस्था ने ले ली लाखों लोगों की जान
योगी जी, अब UP आप को गया है अच्छी तरह से पहचान— Prof. Gourav Vallabh (@GouravVallabh) September 13, 2021
यह तो सभी को पता है कि यह सभी ट्वीट खीज के बाद किए गए हैं, यहाँ मात्र इस बात कि चिढ़ है कि हमारे होते हुए सीएम योगी ने कैसे #AbbaJaan कह दिया, लेकिन यहाँ यह बात जाननी आवश्यक है कि यह सब बातें किस संदर्भ में कही गई थीं। दरअसल, योगी ने कहा था कि ‘अब्बा जान कहने वाले सभी गरीबों का राशन हड़प लेते थे, तब यहां का राशन कहीं और अर्थात सीमा पार पहुंच जाता था। यहाँ विपक्षी दलों जिनमें कांग्रेस और सपा जैसे दलों पर निशाना साधा गया था क्योंकि इनके शासन में जनता को बंटने वाला राशन सुदूर बांगलदेश जैसे पड़ोसी देशों में पहुँच जाता था’। योगी आदित्यनाथ ने अपने इस बयान से सपा पर निशाना साधते हुए विशेष समुदाय को विशेष लाभ पहुंचाने की बात कही थी जिससे वामपंथियों का चिढना लाजमी है।
और पढ़ें- ‘कह के लेना इसी को कहते हैं’, योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को जमकर धोया
कुल मिलाकर सार यही है कि, चुनाव नजदीक हैं और योगी सरकार को साम दाम दंड भेद से हराना चाहते हैं और इस ध्येय पर सभी वामपंथी प्रेमी और नेता एकजुट हो चुके हैं और #AbbaJaan जैसे Hashtag इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हैं।