भारत ने अपनी विकास यात्रा में बहुत सारे चरण देखे हैं, एक चरण वह भी था जब उसका उपहास उड़ाया जाता था। एक समय वह भी था जब भारत को विकसित देशों ने “सपेरों और गंवारों” का देश की संज्ञा दी थी। किंतु समय की छड़ी जब चलती है तो अच्छे-अच्छों की खटिया खड़ी हो जाती है और ऐसा ही कुछ हुआ भारत का उपहास उड़ाने वाले देशों के साथ। वस्तुतः भारत ने बलशाली नींव का निर्माण करते हुए जिस तीव्र गति के साथ विकास की सीढ़ी चढ़ी उसने सम्पूर्ण विश्व को उसके समक्ष झुकने के लिए विवश कर दिया।
UPI ने ऑनलाइन भुगतान को सुगम बनाया
कल तक आंख दिखाने वाले देश आज भारत से पूरे सम्मान के साथ बात करते हैं। विश्व पटल पर भारत की धाक है, उसे यहां तक पहुंचने के लिए समय के साथ कदम से कदम मिलाना पड़ा। इस क्रम में उसने अपने हर क्षेत्र में विकास किया, किंतु एक क्षेत्र जिसमें भारत ने अभूतपूर्व कार्य किया वह अर्थव्यवस्था है। इसके अंतर्गत भारत ने ऑनलाइन भुगतान को सुगम बनाने के लिए UPI का निर्माण किया, जिसने ऑनलाइन भुगतान के क्षेत्र में भौकाल मचा दिया। इसका प्रभाव इतना बढ़ गया कि विकसित देश भी अब इसे अपनाने के क्रम में भारत से बातचीत कर रहे हैं।
हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऑनलाइन भुगतान के क्षेत्र में भारत द्वारा की गयी जबरदस्त प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि इसने सिंगापुर, भूटान और फ्रांस में ज़बरदस्त रुचि पैदा की है। वस्तुतः अन्य देशों द्वारा UPI को अपनाने के पीछे का कारण उसका सरल एवं सुरक्षित होना है। UPI धन के हस्तांतरण का एक तेज़, परेशानी मुक्त और सबसे सस्ते विकल्पों में से एक है, जिसका उपयोग आप कहीं से भी और कभी भी कर सकते हैं। इसके लिए केवल एक प्रमाणीकरण की आवश्यकता होती है जिसमें केवल दो कारक शामिल होते हैं।
मूलतः लेन-देन करने के लिए केवल UPI आईडी की आवश्यकता होती है। खाते से संबंधित किसी भी संवेदनशील जानकारी को साझा करने, संग्रह करने या याद रखने की आवश्यकता भी नहीं है। आप UPI ऐप पर अपने सभी खातों को इस एक आईडी से आसानी से लिंक कर सकते हैं। UPI ऐप के साथ आपको कैश ले जाने की आवश्यकता नहीं है और ऑनलाइन और ऑफलाइन खरीददारी करने के लिए भी बस क्यूआर कोड स्कैन का उपयोग करना होता है। यह वास्तविक समय में धन निपटान की अनुमति देता है एवं कोई भी शिकायत सीधे UPI ऐप से भी की जा सकती है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UPI की तारीफ की थी
एक कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UPI की तारीफ करते हुए कहा था की UPI ने आर्थिक बाधाओं को पार किया है और प्रत्येक नागरिक को समान रूप से सशक्त बनाया है, जो यह दर्शाता है कि डिजिटल इंडिया द्वारा उत्पादित डिजिटल समाधान स्केले बल, सुरक्षित और लोकतांत्रिक हैं। उन्होंने कहा था कि पूरी दुनिया UPI से आकर्षित है और वास्तव में विश्व बैंक सहित सभी ने इसकी सराहना की है। पीएम मोदी ने आगे जोर देकर कहा था कि हर मिनट 130000 UPI लेनदेन दर्ज किए जाते हैं जिसमें दुनिया का 40% डिजिटल लेनदेन भारत में होता है।
एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने 2021 में UPI-आधारित भुगतान स्वीकार करने के लिए सिंगापुर के साथ एक सहयोग हस्ताक्षर किया है। यदि आप सिंगापुर जा रहे हैं तो आप BHIM UPI ऐप डाउनलोड कर सकते हैं और इसका उपयोग खुदरा विक्रेताओं पर भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। सिंगापुर मौद्रिक प्राधिकरण (एमएएस) और भारतीय रिजर्व बैंक भी सिंगापुर के पेनाउ और भारत के एकीकृत भुगतान इंटरफेस को रीयल-टाइम भुगतान प्रणालियों से जोड़ने के लिए काम कर रहे हैं।
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इसी क्रम में भारत सरकार का डिजिटल भुगतान एप्लिकेशन BHIM UPI जुलाई 2021 में भूटान में भारत के नेबरहुड फ़र्स्ट हिस्से के रूप में जारी किया गया था। क्यूआर कोड-आधारित समाधान स्थापित करने के लिए, एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) ने भूटान के केंद्रीय बैंक के साथ सहयोग किया। मलेशिया, UAE और फ्रांस भी इसी राह पर है। आने वाले समय में ऑस्ट्रेलिया और रूस में भी UPI का बोलबाला हो सकता है।
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