TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मनुस्मृति पार्ट 3: धर्म और पाप-पुण्य को लेकर क्या कहता है यह ग्रंथ?

ऋग्वेद में "मनु" को मानव जाति का पिता, प्रथम यज्ञ कर्ता तथा संहिता का प्रवर्तक कहा गया है।

Dr Alok Kumar Dwivedi द्वारा Dr Alok Kumar Dwivedi
8 April 2025
in धर्म
मनुस्मृति पार्ट 3: धर्म और पाप-पुण्य को लेकर क्या कहता है यह ग्रंथ?
Share on FacebookShare on X

स्मृतियों में सबसे प्राचीन, श्रेष्ठ एवं प्रमुख मानव स्मृति को माना गया है। ऋग्वेद में “मनु” को मानव जाति का पिता, प्रथम यज्ञ कर्ता तथा संहिता का प्रवर्तक कहा गया है। शास्त्र ग्रंथों एवं पुराणों के अनुसार सृष्टि के आरंभ से लेकर अनेक मन्वंतर हुए हैं, जिनमें भिन्न–भिन्न मनुओं का वर्णन मिलता है। मनुस्मृति में उल्लिखित है कि “मनु” कोई एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक परंपरा है। वायु पुराण में भी विभिन्न मनुओं के अस्तित्व का उल्लेख मिलता है। इसी प्रकार, आयुर्वेद एवं अन्य ग्रंथों में भी विभिन्न युगों में भिन्न–भिन्न मनुओं के अस्तित्व की चर्चा की गई है। विदुरनीति के अनुसार मनु ही विश्व के प्रथम संविधान रचयिता हैं। वेदों में सूत्र रूप में जो कुछ उल्लिखित है, उसकी विस्तृत व्याख्या स्मृतिग्रंथों में की गई है। स्मृतियाँ वेदों के गूढ़ ज्ञान का व्यवहारिक एवं क्रियात्मक रूप हैं। इनमें मानव जीवन के प्रत्येक क्षेत्र के लिए आचार एवं व्यवहार का निर्धारण किया गया है, इसलिए इन्हें आचार संहिता कहा जाता है। मुख्यतः बारह स्मृतियाँ जिनमें मनुस्मृति, याज्ञवल्क्य स्मृति, पराशर स्मृति, नारद स्मृति, बृहस्पति स्मृति, वशिष्ठ स्मृति, दक्ष स्मृति, व्यास स्मृति, कात्यायन स्मृति, लघु हारीत स्मृति, विष्णु स्मृति तथा शंख स्मृति हैं जो सुलभता से उपलब्ध हैं। शेष स्मृतियाँ विभिन्न संग्रह ग्रंथों एवं भाष्यों में वर्णित हैं। स्मृतियाँ तत्कालीन समय की आचार संहिताएँ थी जिनमे समय समय पर परिवर्तन की भी अपेक्षा थी। यही विशेषता इनको अधिक प्रगतिशील बनाती है।

डॉ० पी.वी. काणे के अनुसार ‘धर्म’ शब्द की उत्पत्ति ‘धृ’ धातु से हुई है जिसका अर्थ है- धारण करना। महाभारत के कर्ण-पर्व के अनुसार धारण करने वाले को धर्म कहते हैं। धर्म प्रजा को धारण करता है –
धारणाद्धर्ममित्याहुर्धर्मो धारयते प्रजाः।
                                  यत्स्याद्धारणसंयुक्त स धर्म इति निश्चयः।। महाभारत कर्णपर्व, ३,२१,४१
इस प्रकार धर्म सभी प्राणियों की रक्षा करता है। धर्म का आशय नैतिकता तथा सद्आचरण से है। मनुस्मृति भी धर्म के संबंध में इसी आचरणगत विचार को अंगीकार करती है।
वेदः स्मृतिः सदाचारः स्वस्य च प्रियं आत्मनः ।
एतच्चतुर्विधं प्राहुः साक्षाद्धर्मस्य लक्षणम् ।।

संबंधितपोस्ट

करवा चौथ 2025: आज सुहागिनें रखेंगी अखंड सौभाग्य का व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और आपके शहर में कब दिखेगा चांद

जयपुर में गुरु तेगबहादुर जी की 350वीं शहादत वर्षगांठ पर “हक-ए-अमन” नाम का सेमिनार: मुस्लिम और सिख संगठनों ने मिलकर किया आयोजन

ओम शांति नहीं, अब ओम क्रांति का समय: जानें गिरिराज सिंह ने क्यों दिया ऐसा बयान

और लोड करें

मनुस्मृति में वेद, स्मृति, सदाचार और अपनी आत्मा की प्रियता—इन चारों को धर्म के लक्षण कहा गया है।

  1. वेद (श्रुति) – यह शाश्वत एवं दिव्य ज्ञान का स्रोत है, जो सत्य और धर्म का मूल आधार माना जाता है।
  2. स्मृति – वेदों की व्याख्या करने वाले ग्रंथ, जो आचार–संहिता और सामाजिक नियमों को स्पष्ट करते हैं।
  3. सदाचार – समाज में प्रतिष्ठित और श्रेष्ठ आचरण करने वाले महान व्यक्तियों की परंपरा, जो नैतिकता और आदर्शों पर आधारित होती है।
  4. आत्मनः प्रियं (स्वात्मसंतोष) – व्यक्ति के भीतर से उत्पन्न होने वाला आत्मिक संतोष, जो उसे अपने कर्तव्य और नैतिकता का बोध कराता है।

ये चारों तत्व ही धर्म का आधार हैं और व्यक्ति के जीवन में संतुलन एवं सदाचार की स्थापना करते हैं। इस प्रकार धर्म आचरण का पर्याय है। मनुस्मृति में धर्म के 10 लक्षण भी बताए गए हैं –

धृतिः क्षमा दमोस्तेयं शौचमिन्द्रियनिग्रहः।
धीर्विद्या सत्यमक्रोधो दशकं धर्मलक्षणम्॥
दशलक्षणानिधर्मस्ययेविप्राःसमधीयते।
अधीत्यचानुवर्तन्तेतेयान्तिपरमांगतिम्।।
दशलक्षणकंधर्मंअनुतिष्ठन्समाहितः।
वेदान्तंविधिवच्छ्रुत्वासंन्यसेदनृणोद्विजः।।

अर्थात् धैर्य, क्षमा, संयम, अस्तेय, पवित्रता, इन्द्रिय निग्रह, धी या बुद्धि, विद्या, सत्य और क्रोध न करना– ये धर्म के दस लक्षण कहलाते है। धर्म के दश लक्षणों का जो द्विज अध्यन – मन न करते हैं और पढ़कर – मनन करके इनका पालन करते हैं वे उत्तम गति को प्राप्त करते हैं। मनुस्मृति में “आचारः परमो धर्मः“ कहकर आचार (व्यवहार) को ही परम धर्म बताया गया है। अर्थात्, वेदों और स्मृतियों में वर्णित आचार ही सर्वोच्च धर्म है। इसलिए आत्मा के कल्याण के इच्छुक प्रत्येक व्यक्ति को इस आचार का पालन निरंतर करना चाहिए।

मनुस्मृति वर्ण व्यवस्था को स्वीकार करती है पर यहाँ जन्मजात जाती व्यवस्था के बजाय कर्म आधारित वर्ण व्यवस्था को स्वीकार किया गया है। महर्षि मनु के अनुसार ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य “द्विज“ होते हैं। द्विज का अर्थ है जिसका दो बार जन्म हुआ हो अर्थात्, जन्म के समय मनुष्य अज्ञान और अशिक्षा के कारण साधारण स्थिति में होता है तो वह शूद्र की श्रेणी में आता है। जब वह वेदाध्ययन और ज्ञानार्जन करता है, तब उसका द्वितीय जन्म  होता है, इसलिए उसे द्विज कहा जाता है। मनुस्मृति के अनुसार जन्म से सभी शूद्र ही होते हैं परंतु संस्कार और शिक्षा के माध्यम से व्यक्ति ब्रह्म अर्थात परमतत्व के साक्षात्कार का अधिकारी हो जाता है।

जन्मना जायते शूद्रः संस्काराद् द्विज उच्यते।
वेदपाठाद् भवेद् विप्रः ब्रह्म जानाति ब्राह्मणः।।

भगवद्गीता मे ब्राह्मण के गुणो का विस्तार से वर्णन किया गया है। श्रीमद् भगवद्गीता के 18वें अध्याय के 42वें श्लोक में इनके गुणों का वर्णन किया गया है,

शमो दमस्तपः शौचं क्षान्तिरार्जवमेव च।
ज्ञानंविज्ञानमास्तिक्यंब्रह्मकर्मस्वभावजम्।।

अर्थात इन सभी गुणों को स्वाभाव से पालन करने वाला ही ब्राह्मण है अर्थात ब्रह्म भाव वाला है। मनुस्मृति इस बात को स्वीकार करती है कि अपने कर्मो से कोई भी किसी वर्ण का व्यक्ति ब्रह्म भाव को अपना सकता है और कोई ब्राह्मण अपने कर्म से शूद्र हो सकता है। जो ब्राह्मण अपने आचरण से भ्रष्ट हो जाता है, वह वेदाध्ययन का फल प्राप्त नहीं करता। अर्थात्, केवल वेद पढ़ने से ही लाभ नहीं होता, बल्कि इसके लिए शुद्ध आचरण भी आवश्यक है। इसके विपरीत, जो ब्राह्मण सदाचार का पालन करता है, वह वेदों में वर्णित समस्त फलों का अधिकारी बनता है क्योंकि वेदों का वास्तविक उद्देश्य ज्ञान एवं आचरण की शुद्धता है, न कि मात्र पठन–पाठन। अतः आचरण ही धर्म का मूल तत्व है और सदाचारी व्यक्ति ही वेदज्ञान के वास्तविक फल का अधिकारी होता है। वैदिक ऋषि–मुनियों ने अपने अनुभव से यह जाना कि आचरण (व्यवहार) से ही धर्म की गति संभव है। यदि आचरण शुद्ध न हो, तो धर्म न ही स्थिर रह सकता है और न ही आगे बढ़ सकता है। मनुष्य को अपने आत्मिक और नैतिक उत्थान के लिए सदाचार का पालन करना चाहिए, क्योंकि यही धर्म का सर्वोच्च स्वरूप है।

धर्म किसी संकीर्ण परिभाषा या बंधन में नहीं बंधा है, बल्कि यह आचरण और कर्तव्य का एक व्यापक दृष्टिकोण है। कात्यायन स्मृति के अनुसार, वेदों में छह अंग माने गए हैं—

  1. शिक्षा (Phonetics – उच्चारण शास्त्र)
  2. कल्प (Rituals – विधि विधान)
  3. व्याकरण (Grammar – भाषा का शुद्ध प्रयोग)
  4. निरुक्त (Etymology – शब्दों की व्याख्या)
  5. छंद (Metrics – छंद शास्त्र)
  6. ज्योतिष (Astronomy – खगोलीय गणना)

ये सभी वेद के पूरक माने गए हैं, जो धर्म और आचरण की स्पष्टता के लिए आवश्यक हैं। इसी कारण, धर्म केवल ज्ञान नहीं, बल्कि व्यवहार में अपनाया गया कर्तव्य है। मनुष्य को अपने कर्मों के आधार पर पाप और पुण्य का फल प्राप्त होता है। भारतीय शास्त्रों के अनुसार, “पाप” वे कर्म हैं जो नैतिक और सामाजिक दृष्टि से निंदनीय हैं, जबकि “पुण्य” वे कर्म हैं जो आत्मा की उन्नति और समाज के कल्याण के लिए किए जाते हैं। मनुस्मृति मे पाप और पुण्य का विस्तार से वर्णन किया गया है।

मनुस्मृति के अनुसार पाप मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं। पहला महापाप, जिसमें ब्रह्म हत्या अर्थात गुरु या ज्ञानी की हत्या, मद्यपान या किसी भी प्रकार के नशे की लत, ब्रह्मचर्य भंग यानी असंयमित जीवन व्यतीत करना, माता-पिता का अपमान, तथा छल, धोखा और भ्रष्ट आचरण शामिल हैं। दूसरा लघु पाप, जिसमें झूठ बोलना, चोरी करना, व्यर्थ की हिंसा करना और असत्य आचरण करना आता है।

पुण्य कर्म वे होते हैं जो आत्मा की शुद्धि और समाज के कल्याण के लिए किए जाते हैं। इन्हें चार प्रमुख भागों में बाँटा जा सकता है। पहला सत्कर्म, जिसमें अच्छे कर्म करना और परोपकार करना शामिल है। दूसरा दान, जो जरूरतमंदों की सहायता करने से संबंधित है। तीसरा तपस्या, जिसमें आत्मसंयम और साधना का अभ्यास किया जाता है। चौथा भक्ति, जिसमें ईश्वर की आराधना और श्रद्धा भाव से किया गया उपासना कर्म शामिल है।

मनुस्मृति में धर्म के सम्यक पालन के लिए इसे कई भागों मे विभक्त किया गया है-

सामान्य धर्म: इसके अंतर्गत मनुष्य के सांसारिक कर्तव्यों को रखा जाता है । जो एक मनुष्य को परिवार , समाज और देश के प्रति उसके ज़िम्मेदारियों का पालन करने को प्रेरित करता है। जैसे, पिता धर्म ( पिता के रूप में कर्त्तव्य ), पुत्र धर्म (पुत्र के रूप में कर्त्तव्य) इत्यादि।

विशिष्ट धर्म: इसके अंतर्गत रीति-रिवाज, परंपराओं , ईश्वर के प्रति विश्वास , पारलौकिक मान्यताओं को रखा जा सकता है । जो मनुष्य को नैतिकता और पवित्र आचरण का पालन करवाती है ।

आपद्धर्म: संकटकाल में अपनाए गए कर्त्तव्य को आपद्धर्म कहा जाता है। उदाहरणस्वरूप किसी ब्राह्मण को लेते है यदि उसका भरण-पोषण कर्मकांड अथवा पूजा-पद्धति द्वारा संभव ना हो तो इस दशा में वह क्षत्रियोचित या वैश्य संबंधी कार्य कर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकता है। इसे ही आपद्धर्म कहते है।

गुणवाचक धर्म:  इसका संबंध प्रकृति या स्वभाव को दर्शाने के लिए स्वीकार किया जाता है । जैसे, पानी का धर्म है शीतलता, आग का धर्म है, उष्णता प्रदान करना इत्यादि।

इस प्रकार धर्म भारतीय परंपरा में सभी मत मतांतरों द्वारा आचार संहिता के रूप में ही परिभाषित किया जाता रहा है। मौर्यवंशीय शासक अशोक ने धम्म (धर्म) को एक व्यावहारिक और नैतिक जीवन शैली के रूप में परिभाषित किया। अपने दूसरे स्तंभलेख में वह स्वयं प्रश्न करता है— “कियं चु धम्मेति?” (धम्म क्या है?)। इसके उत्तर में, अपने दूसरे और सातवें शिलालेख में वह स्पष्ट करता है— “अपासिनवे बहुकयाने दयादाने सचे सोचये मादवे साधवे च”। अर्थात धम्म वही है जिसमें कम पाप किया जाए, अधिक से अधिक लोगों का कल्याण हो, दया और दान की भावना हो, सत्य का पालन किया जाए, जीवन पवित्रता से भरा हो, स्वभाव में मधुरता और सरलता बनी रहे तथा सद्गुणों को अपनाया जाए। महाभारत के वनपर्व (३१३/१२८) में कहा है-
धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः।
तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत् ॥
– मरा हुआ धर्म मारने वाले का नाश, और रक्षित धर्म रक्षक की रक्षा करता है। इसलिए धर्म का हनन कभी न करना, इस डर से कि मारा हुआ धर्म कभी हमको न मार डाले।

स्रोत: मनुस्मृति, धर्म, Manusmriti, Dharma,
Tags: DharmaManusmritiधर्ममनुस्मृति
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पुर्तगाल पहुंचीं राष्ट्रपति मुर्मू: कभी भारतवंशी था पीएम, 27 साल बाद इस यात्रा का क्या है मकसद?

अगली पोस्ट

चीन-अमेरिका टैरिफ वॉर: ट्रंप ने दी 50% एक्स्ट्रा टैरिफ की धमकी तो चीन बोला- ‘गलती पर गलती कर रहा अमेरिका’

संबंधित पोस्ट

पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा की स्थापना की
धर्म

धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

25 November 2025

मैथिलीशरण गुप्त की यह पंक्तियां कि- राम तुम्हारा चरित स्वयं ही काव्य है ! कोई कवि बन जाए सहज सम्भाव्य है !! राम प्रतीक हैं...

उज्जैन की 200 साल पुरानी तकिया मस्जिद का विध्वंस: सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर महाकाल मंदिर के विकास और पार्किंग विस्तार को दिया संरक्षण
चर्चित

उज्जैन की 200 साल पुरानी तकिया मस्जिद का विध्वंस: सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर महाकाल मंदिर के विकास और पार्किंग विस्तार को दिया संरक्षण

8 November 2025

उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर के विकास और पार्किंग सुविधा के विस्तार को लेकर हुई भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई में लगभग 200 साल पुरानी तकिया...

पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’
चर्चित

पाकिस्तान का असली चेहरा: हिंदू हो तो दुश्मन, सिख हो तो ‘मेहमान’, और मुसलमान हो तो ‘असली इंसान’

6 November 2025

पाकिस्तान की असली पहचान किसी सीमा विवाद, आतंकवाद या चर्चित मामलों से नहीं, बल्कि बस की उस छोटी सी घटना में उभरकर सामने आई, जहां...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited