TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    संसद में तृणमूल सांसद के बयान से मचा बवाल, भाजपा ने बताया राष्ट्रविरोधी मानसिकता

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    अब भाषा भी बनेगी सियासी हथियार? मराठी-तमिल के बाद अब तृणमूल ने उठाया बांग्ला मुद्दा

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    पाकिस्तान को क्लीन चिट: चिदंबरम के बयान से बवाल, भाजपा बोली इतनी जल्दी क्यों है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ऑपरेशन महादेव: पहलगाम का बदला पूरा!, श्रीनगर में सेना ने तीन आतंकियों को किया ढेर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मूर्ख लिबरल नहीं चाहते थे कि SC कोरोना को प्राथमिकता दे, SC ने स्वीकारा तो फिर विरोध में उतरे लिबरल

कोरोना तो बहाना है, सुप्रीम कोर्ट निशाना है!

Vikrant Thardak द्वारा Vikrant Thardak
24 April 2021
in समीक्षा
कोरोना
Share on FacebookShare on X

देश के कुछ प्रतिष्ठित वकीलों ने माननीय सुप्रीम कोर्ट के विरुद्ध प्रचार अभियान चला रखा है। दो दिन पूर्व माननीय उच्चतम न्यायालय ने ऑक्सीजन की कमी तथा कोरोना से लड़ने में हो रहे कुप्रबंधन को लेकर सुओ मोटो जारी किया था। देश के 6 उच्च न्यायालय में चल रहे अलग-अलग मामलों का कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया और केंद्र सरकार को दिशानिर्देश जारी किया कि वह कोरोना से लड़ने के लिए एक एकीकृत राष्ट्रीय योजना अगले सप्ताह तक उच्चतम न्यायालय के सामने प्रस्तुत करे।

किन्तु उच्चतम न्यायालय ने उच्च न्यायालयों में अलग-अलग चल रहे मामलों पर स्टे नहीं लगाया और न ही उनकी विधिक कार्रवाई में हस्तक्षेप किया। हालांकि, कोर्ट ने इतना अवश्य कहा कि अलग-अलग उच्च न्यायालयों में चल रहे मामले, भ्रम की स्थिति पैदा कर रहे हैं। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि “यह भ्रम की स्थिति संसाधनों के विचलन का कारण बन रहा है।“ इसलिए कोर्ट ने केंद्र को एक राष्ट्रीय योजना बनाकर उसके समक्ष आने का आदेश दिया है।

संबंधितपोस्ट

“उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

सुप्रीम कोर्ट ने 2006 मुंबई ब्लास्ट के आरोपियों को रिहा करने के HC के फैसले पर लगाई रोक

मुंबई ट्रेन धमाकों के मामले में हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची सरकार

और लोड करें

जैसे ही, उच्चतम न्यायालय ने अपना आदेश जारी किया, इंदिरा जयसिंह, दुष्यंत दवे, विवेक तंखा, अभिषेक मनु सिंघवी जैसे कुछ वरिष्ठ वकील इसे गलत बताने लगे। दुष्यंत दवे ने कहा, “उच्चतम न्यायालय द्वारा सुओ मोटो के जरिये हस्तक्षेप कर हाई कोर्ट को उनके संवैधानिक अधिकारों का अनुपालन करने से रोकना पूर्णतः अनावश्यक और अनुचित है।” उन्होंने कहा कि“सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप करना इसलिए गलत है, क्योंकि वह पिछले कई महीनों से मौन दर्शक की भूमिका में रहा है। कोर्ट को लोगों के जीवन की इतनी चिंता थी तो उसे पहले ही हस्तक्षेप करना चाहिए।“ उन्होंने कहा,“सरकार और सुप्रीम कोर्ट दोनों सो रहे थे।“

यहाँ ध्यान देने योग्य बात है कि केंद्र ने जनवरी में ही महाराष्ट्र, केरल सहित उन सभी राज्यों को चेतावनी जारी की थी कि वह अपने यहां बढ़ते कोरोना के मामलों को रोकने का उपाय करें। स्वास्थ राज्य सरकार का विषय है, केंद्र इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकता, केवल सर्कुलर जारी कर सकता है और आवश्यक मदद दे सकता है। राज्यों द्वारा केंद्र की चेतावनी को नजरअंदाज करना एक भारी भूल थी जिसका नतीजा आज कोरोना की दूसरी लहर में सामने आया है।

रही बात सुप्रीम कोर्ट की, तो वह पहले ही किसान आंदोलन जैसे अनावश्यक विवादों को सुलझाता रह गया। यदि सुप्रीम कोर्ट पर सोते रहने का आरोप लगाया जाए तो प्रश्न उठता है कि कोरोना के प्रकोप के बढ़ने से पूर्व हाई कोर्ट कौन सा सजग प्रहरी बनी हुई थी। मुसीबत जब सामने आई तब ही हाई कोर्ट ने हस्तक्षेप किया। वैसे भी न्यायपालिका हर समय कार्यपालिका की निगरानी करने के लिए नहीं बनी है।कांग्रेस ने भी इस फैसले की आलोचना की। वैसे यह कोई संयोग नहीं कि सुप्रीम कोर्ट के कुछ वकील और कांग्रेस पार्टी अक्सर एक ही मंच पर दिखते हैं, विशेषतः जब उच्चतम न्यायालय को निशाना बनाना हो।

दुष्यंत दवे के अलावा सिंघवी ने भी यही बात दोहराई की जब हाई कोर्ट मामले की सुनवाई कर रहा था तो सुप्रीम कोर्ट को बीच मे पड़ने की क्या आवश्यकता थी और हाई कोर्ट को उसका कार्य क्यों नहीं करने दिया गया। किन्तु सत्य यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने न तो किसी मामले की सुनवाई पर रोक लगाई है, न केस को हस्तान्तरित किया है। उसने केवल संज्ञान लिया है और केंद्र से जवाब मांगा है। वैसे भी स्वास्थ की लचर व्यवस्था राज्य की जिम्मेदारी है, जिसकी निगरानी उच्च न्यायालय बेहतर कर सकते हैं। किन्तु जब बात राष्ट्रीय योजना की आएगी तो उसका निर्माण केंद्र और निगरानी उच्चतम न्यायालय की होगी।

ऐसा नहीं है कि इंदिरा जयसिंह, दवे आदि वरिष्ठ वकील इतनी सामान्य बात नहीं समझ सकते। इनका उद्देश्य उच्चतम न्यायालय की छवि धूमिल करना है।

सुप्रीम कोर्ट ने इसी मामले में हरीश साल्वे को ‘Amicus Curiae’ नियुक्त किया। Amicus Curiae किसी मामले में कोर्ट को आवश्यक सूचनाएं और तथ्यों की जानकारी देते हैं, सलाहकार की तरह काम करते हैं। साल्वे को उनकी काबिलियत के कारण यह पद मिला था, लेकिन इन्हीं वकीलों ने आरोप लगाया कि पूर्व चीफ जस्टिस अरविंद बोबड़े से मित्रता के कारण साल्वे को यह पद मिला। यह हास्यास्पद है कि कोई व्यक्ति हरीश साल्वे की काबिलियत पर शक करे। बाद में साल्वे ने इस पद को लेने से इनकार कर दिया क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि उन्हें अनावश्यक ही निशाना बनाया जाए।

पहले सुप्रीम कोर्ट के सुओ मोटो की आलोचना हुई, जब कोर्ट ने एक स्पष्टीकरण दिया तो भी यह दुष्प्रचार नहीं रुका। कोर्ट ने सरकार को एक सप्ताह का समय दिया तो यही जमात विरोध करते हुए प्रश्न कहने लगी की कोर्ट ने कार्रवाई एक सप्ताह क्यों टाल दी है, कोर्ट को लोगों की जान की चिंता नहीं। अब इसे मूर्खता कहें या धूर्तता, कोई सामान्य बुद्धि का आदमी भी समझ सकता है कि कोरोना के विरुद्ध, राष्ट्रीय योजना का प्रारूप, कोर्ट के सामने प्रस्तुत करने में कम से कम एक सप्ताह तो लगेगा ही।

देखा जाए तो सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों और वकीलों का टकराव दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले कुछ सालों में कोर्ट ने कई ऐसे फैसले दिए हैं जो लेफ्ट लिबरल जमात को पसंद नहीं आए। फिर वो राममंदिर का फैसला हो, जमिया की हिंसा पर वक्तव्य हो या शाहीनबाग प्रकरण में निर्णय। इन लोगों को सुप्रीम कोर्ट से तब दिक्कत नहीं होती जब फैसला इनके पक्ष में जाता है, लेकिन जैसे ही कोई बात इनके खिलाफ होती है ये लोग दुष्प्रचार अभियान में जुट जाते हैं।

Tags: कोरोनासुप्रीम कोर्ट
शेयर93ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

अनिल देशमुख की CBI जांच पवार वंश की बर्बादी समान है, अगर देशमुख बर्बाद हुआ तो पवार भी निपटेगा

अगली पोस्ट

नवीन पटनायक: एक सच्चे नेता जो इस संकट की खड़ी में देश की मदद के लिए आगे आए 

संबंधित पोस्ट

जिस MY यानी मुस्लिम यादव समीकरण के दम पर ये कथित समाजवादी यूपी और बिहार में सालों तक राज करते रहे, उस MY समीकरण में भी उन्हें सिर्फ M ही नजर आया।
राजनीति

मुहर्रम के जुलूस में मारे गए अजय यादव M-Y समीकरण के Y हों या न हों, उनकी पहचान हिंदू थी

8 July 2025

अजय यादव का नाम इन दिनों सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। 32 वर्ष के अजय यादव, न कोई फिल्म स्टार थे, न राजनेता,...

बिहार में ताजिया जुलूस में अजय यादव की लाठी-तलवार से हत्या, शहाबुद्दीन को सलाम करने वाले तेजस्वी अजय की हत्या पर खामोश क्यों?
समीक्षा

बिहार में ताजिया जुलूस में अजय यादव की लाठी-तलवार से हत्या, शहाबुद्दीन को सलाम करने वाले तेजस्वी अजय की हत्या पर खामोश क्यों?

7 July 2025

तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) इन दिनों एक बार फिर अपने पुराने मुस्लिम-यादव यानी MY सामाजिक समीकरण को हवा देकर बिहार...

ज़ोहरान ममदानी (Photo - X/@ZohranKMamdani)
चर्चित

ज़ोहरान ममदानी: भारत और हिंदुओं को बदनाम करने वाला क्यों बन गया वामपंथियों का नया नायक?

27 June 2025

न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के प्राइमरी चुनाव में ज़ोहरान ममदानी ने एंड्रयू कुओमो को हरा दिया है, यानि अब वे...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

00:04:08

Should the HR&CE Exist? The Controversial Control Over Hindu Temples in Tamil Nadu

00:06:31

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited