TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    'मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है', बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    ‘मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है’, बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    देवी माँ कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    भारत में पर्यटन: आस्था से अर्थव्यवस्था तक

    तीर्थ, संस्कृति और समृद्धि: क्यों भारत का पर्यटन है अनोखा

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    'मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है', बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    ‘मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है’, बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    देवी माँ कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    भारत में पर्यटन: आस्था से अर्थव्यवस्था तक

    तीर्थ, संस्कृति और समृद्धि: क्यों भारत का पर्यटन है अनोखा

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अक्षम सरकारी स्कूल देश के राजकोष पर बोझ बन चुके हैं, उनका निजीकरण करना आवश्यक है

यह आवश्यक है कि सरकारी स्कूलों का public-private partnership यानी पीपीपी मॉडल के तहत विकास हो!

Yashwant Singh द्वारा Yashwant Singh
2 September 2021
in समीक्षा
सरकारी स्कूल निजीकरण
Share on FacebookShare on X

सरकारी स्कूल का निजीकरण किया जाए और उसे पीपीपी मॉडल पर चलाया जाए

जब शासन के बाद अंग्रेज गए तब भारत की साक्षारता दर 18 प्रतिशत के आस-पास थी। जैसे-तैसे करके आज भी देश 70 प्रतिशत का आंकड़ा छु पाया है और वह भी तब जब नाम लिखने और हस्ताक्षर करने को पढ़ाई का आधार माना जाता है। भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट निकलते है फिर भी हमारे यहां कुछ अनोखा ज्ञान नहीं मिल पाता है। कारण है बुनियादी शिक्षा और अब जरूरत है कि सरकारी स्कूल का निजीकरण किया जाए और उसे पीपीपी मॉडल पर चलाया जाए। यह आवश्यक है कि सरकारी स्कूल और निजी क्षेत्र के स्कूलों के बीच public-private partnership बनाने के लिए नीति आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए कदम उठाए जाए।

भारत एक ऐसा देश है जहां जनता अपना पेट काट कर भी अपने बच्चों को पढ़ाना चाहती है। आज हमारे देश में पढ़ाई के स्तर को उच्च स्तर पर लेजाने में सबसे बड़ा अवरोध सरकारी स्कूल है। हमारे यहां 1 से 12 तक के स्कूलों को तीन हिस्सों में बांटा जाता है। प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और उच्च माध्यमिक विद्यालय। कई जगह सिर्फ प्राथमिक विद्यालय और माध्यमिक विद्यालय के नाम पर पढ़ाया जाता है। इन स्कूलों को चलाने के लिए सन 2019-20 में 6.43 लाख करोड़ रुपए खर्च किये गए थे, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा 56, 537 करोड़ रुपए दिए गए थे।

संबंधितपोस्ट

पीएम मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की अहम बैठक आज, विकसित राज्य के दृष्टिकोण पर मुख्यमंत्रियों के साथ करेंगे चर्चा

भारत को गोरा-भूरा साहब और मुगलों से मुक्त कराने के पीएम मोदी के प्रयास में ‘कर्तव्य पथ’ एक और मील का पत्थर है

मोदी सरकार की एक से बढ़कर एक योजनाएं दर्शा रही हैं नीति आयोग का महत्व

और लोड करें

अब एक तरफ आंकड़ो को रख दीजिए और दूसरी ओर जर्जर हालत में पड़े हुए विद्यालयों को याद करिए। गंध आती, बिना रोशनी और पुराने खिड़कियों से बना हुआ ईंटे का भवन ही आपके दिमाग में आएगा। छात्रों को बैठने के लिए बेंच और कुर्सी नहीं है, दरी बिछाकर पढ़ाया जाता है और तो और, इन सबके बावजूद अगर शिक्षक बढ़िया हो तब भी लोग स्कूल भेजे लेकिन यहां तो स्थिति और बुरी तरह खराब है। शिक्षक पढ़ाते नहीं, स्कूल नहीं जाते, कई जगहों पर तो उनके नाम पर कोई और पढ़ा रहा होता है। मिड डे मील के नाम पर आये दिन कुछ न कुछ बुरी खबर आती रहती है। गदहिया स्कूल, खिचड़ी स्कूल से बदनाम सरकारी स्कूलों में बहुत कुछ बदलने की आवश्यकता है। यही कारण है कि हम आप में से कोई मजबूरी में ही अपने बच्चों को पढ़ाना चाहता है। प्राइवेट स्कूलों में हर महीने का 2000 रुपये देकर भी लोग अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए मजबूर है। परंतु उससे अधिक आवश्यक हो गया है कि सरकारी स्कूल का निजीकरण किया जाए।

अब आप यह कह सकते हैं कि प्राइवेट स्कूल में फीस ज्यादा ली जाती है इसलिए ऐसी व्यवस्था है। हालांकि तथ्य कुछ और ही है। नीति आयोग के अनुसार सरकारी स्कूल में हर एक बच्चे पर 80,000 रुपया खर्च किया जाता है। 80,000 रुपया! अगर प्राइवेट में 3500 भी हर महीने का फीस ही तब भी साल का 42,000 रुपये ही खर्च किया जाता है। सरकारी व्यय के सामने फिर भी यह आधा है। दिक्कत है रवैये में, सरकारी स्कूल में नौकरी पाएं शिक्षक की जवाबदेही तय ही नहीं होती है। अगर CBSE मान्यता प्राप्त स्कूल में बोर्ड्स के रिजल्ट खराब आते है तो टीचर को घसीटा जाता है। प्राइवेट स्कूलों की सफलता ही उनके रिजल्ट पर निर्भर होती है। सरकारी शिक्षक इस चीज से मुक्त होता है। हेडमास्टर बनाये गए व्यक्ति का संपर्क ऊपर हो जाता है तो वजीफा मिले न मिले, खाना मिले न मिले, उसकी जवाबदेही तय नहीं होती है।

बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2010 से 2014 के बीच 1.13 करोड़ छात्र सरकारी स्कूल छोड़ दिए हैं। वहीं दूसरी तरफ प्राइवेट स्कूल में 1.85 करोड़ बच्चों ने एडमिशन लिया। 2014-15 में 3 लाख 70 हजार सरकारी स्कूल ऐसे थे जहां 50 से कम बच्चे पढ़ते है। ये स्कूल भारत के कुल सरकारी स्कूल का 36% है।

2010-11 और 2015-16 के बीच, निजी स्कूलों की संख्या 35% बढ़ी जबकि सरकारी स्कूल की संख्या 1% बढ़ी। इसके अलावा, एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) पर 1.16 लाख करोड़ रुपये (17.7 बिलियन डॉलर) खर्च किए जाने के बावजूद इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में 2009 और 2014 के बीच सीखने की गुणवत्ता में गिरावट आई है।

पंजाब शिक्षा बोर्ड ने इसी चुनौती से निपटने के लिए अपने स्कूलों में निजीकरण किया था और उसके बाद जो हुआ, वो अविश्वसनीय था। 2020 में कुल 2 लाख 72 हजार 432 नए छात्र सरकारी स्कूल में दाखिला लिए। ह्यूमन रिसोर्स डिवेलपमेंट में पंजाब पूरे देश में दूसरे स्थान पर काबिज है। कुछ अनोखा या अद्वितीय बदलाव नहीं किया गया, पंचायत स्तर पर नोडल अधिकारी बैठाया गया, तथा स्कूलों के रखरखाव की जिम्मेदारी निजी क्षेत्र को दी गई। स्कूल में छात्रों के घटने पर स्कूल की जवाबदेही को तय किया गया।

भारत के शीर्ष नियोजन निकाय, नीति आयोग ने 2017 में जारी अपनी रिपोर्ट में सिफारिश की थी कि Non-performing सरकारी स्कूलों को public-private partnership यानी पीपीपी मॉडल के तहत प्राइवेट प्लेयर को सौंप दिया जाना चाहिए। मतलब, थिंक टैंक चाहता था कि निजी क्षेत्र सरकारी स्कूल को गोद ले। थिंक टैंक ने यह भी नोट किया था, “प्रति स्कूल छात्रों की औसत संख्या 12.7 थी, जिस पर प्रति बच्चा औसत वार्षिक खर्च 80,000 रुपये था। इन स्कूलों के शिक्षकों का कुल (वार्षिक) वेतन बिल 2014-15 में 9,440 करोड़ रुपये था।

यह भी पढ़ें- क्या PM मोदी ने OBC और EWS के लिए अतिरिक्त आरक्षण की शुरुआत कर दी है? प्रतिक्रिया देने से पहले पढ़ें

जब नीति आयोग द्वारा सुझाई गई सिफारिशों को लागू करने की बात आती है तो मोदी सरकार अभी भी अपने विकल्पों पर विचार कर रही है। पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री, रमेश पोखरियाल निशंक ने पिछले साल लोकसभा में टिप्पणी की थी कि केंद्र की प्राथमिक शिक्षा का निजीकरण करने की कोई योजना नहीं है। हालाँकि, यह वही सरकार है जिसने अपनी नीतियों के केंद्र में ‘reform’ को रखा है, इसलिए उम्मीद है कि जल्द या बाद में इस पर कार्रवाई हो सकती है।

अगर निजीकरण करने के बाद ऐसे आंकड़े आते है तो यह संकेत है कि सरकारों को दूसरा रास्ता देखना होगा। शिक्षा का व्यापार हो चुका है। जरूरी है कि इस व्यापार को रोककर लोकहित व्यवस्था बनाई जाए। खैर नीति आयोग तो इस तरफ कदम उठाने के लिए तैयार दिख रहा है, देखना यह है कि वह ऐसे करने में सफल होती है या नहीं। बढ़िया शिक्षा, बढ़िया आधारभूत ढांचे, एडवांस स्तर की पढ़ाई और Extracurricular गतिविधि के लिए निजी क्षेत्र से हाथ मिलाना कहीं से भी बुरी बात नहीं है।

Tags: public-private partnershipनीति आयोगप्राइवेट स्कूल
शेयर152ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पाक परस्त अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी के लिए कोई जुलूस नहीं, बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद कैसे सब बदल गया है

अगली पोस्ट

लक्षद्वीप में शराबबंदी पर वाह-वाह और मथुरा में हाय-हाय – वामपंथियों के दोहरे मापदंडों हर दिन चकित करते हैं

संबंधित पोस्ट

घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित
चर्चित

घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

27 September 2025

अररिया के फारबिसगंज में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में गृहमंत्री अमित शाह ने जैसे ही मंच संभाला, पूरा मैदान भाजपा के चुनावी घोषणापत्र जैसा प्रतीत होने...

सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!
इतिहास

सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

26 September 2025

भारत का इतिहास जब-जब अपनी पीड़ा के पन्ने पलटता है, तब-तब 1960 का सिंधु जल समझौता हमारे सामने आता है। जवाहरलाल नेहरू ने इसे शांति...

राजद में ‘परिवार बनाम करीबी’ विवाद? रोहिणी के तीखे पोस्ट के बाद संजय यादव की सफाई
चर्चित

राजद में ‘परिवार बनाम करीबी’ विवाद? रोहिणी के तीखे पोस्ट के बाद संजय यादव की सफाई

26 September 2025

बिहार की राजनीति में इस समय जो सबसे दिलचस्प और साथ ही सबसे संवेदनशील बहस चल रही है, वह लालू परिवार के भीतर की खींचतान...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

When Bharat Was One: “The Shakti Peeths That Now Lie in Pakistan”

When Bharat Was One: “The Shakti Peeths That Now Lie in Pakistan”

00:05:11

Why Sanjeev Sanyal Says India Can’t Become Viksit Bharat Without Judicial Reform?

00:07:30

What A Space War Looks Like – And How India Is Preparing For it?

00:06:35

Story of The Battle of Dograi & Valiant Soldiers of 3 JAT

00:06:25

Why Kerala Is Facing a Deadly ‘Brain-Eating Amoeba’ Outbreak Like Never Before?

00:06:07
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited