TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Golden Temple Amritsar

    स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

    Lucknow Police Encounter

    लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

    Mahua Moitra Pinaki Mishra

    65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

    Sharmistha Panoli Calcutta High Court

    शर्मिष्ठा पनोली को जमानत के साथ हिदायत, कोर्ट रूम में क्या हुआ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप बनाम मस्क

    ट्रंप बनाम मस्क: जानें इस हाई-प्रोफाइल ब्रेकअप का भारत पर क्या होगा असर!

    एपस्टीन के साथ मेलानिया और डोनाल्ड ट्रंप

    The Epstein files: घिनौना काम करने वाले ट्रंप के ‘दोस्त’ जेफ्री एपस्टीन के रहस्यमई अंत में छिपे हैं कौन से काले राज़?

    आइलैंड में लगभग सभी लैंडफिल साइट्स पूरी क्षमता पर पहुंच गई हैं (Photo - Canva)

    बाली की बड़ी पहल: पानी की छोटी बोतलें होंगी बैन, पर्यावरण को मिलेगी राहत

    Pakistan Ban Ahmadiyya Muslim Eid

    पाकिस्तान में अहमदिया मुस्लिमों के ईद मनाने पर पाबंदी, क्या है इनका इतिहास?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

खालिस्तानियों और ड्रग माफिया को काबू में करने के लिए अमरिंदर सिंह को हमेशा याद किया जाएगा

पिछले छह महीने के राजनीतिक ड्रामे को छोड़ दें, तो अमरिंदर सिंह ने हमेशा ही पंजाब के हक़ में काम किया है

Krishna Bajpai द्वारा Krishna Bajpai
19 September 2021
in राजनीति
अपनी सरकार बचाने के लिए, अमरिंदर सिंह ने बागी विधायकों के बेटों को दी सरकारी नौकरी
Share on FacebookShare on X

पंजाब की राजनीति में यदि मुद्दों की बात करें, तो पहला है ड्रग माफिया और दूसरा खालिस्तानियों की अराजकता। ड्रग्स के जरिए जहां पंजाब के युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा था, तो वहीं खालिस्तानियों के चलते राष्ट्रीय सुरक्षा एवं संप्रभुता पर खतरा मंडराता था, किन्तु 90 के दशक के बाद अगर इन दोनों ही मुद्दों पर कोई राजनेता सर्वाधिक मुखर रहा है, तो कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ही हैं। यही कारण है कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उन्होंने एक विशेष छवि बनाई है। खालिस्तानियों को लताड़ लगाने से लेकर उन्हें प्रतिबंधित करना हो या नशे के कारोबार पर हंटर चलाना, कैप्टन अमरिंदर सदा इन दो सबसे लोकप्रिय अभियानों के लिए याद किए जाएंगे।

आत्मसम्मान से नहीं किया समझौता

पंजाब की राजनीति में कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी कोई परेशानी है, तो वो कैप्टन अमरिंदर सिंह ही हैं, क्योंकि वो पार्टी आलाकमान की बातों से अलग हट, एक सशक्त नेतृत्वकर्ता की तरह सरकार चलाते हैं। यही कारण है कि सोनिया गांधी से कहीं ज्यादा नफ़रत कैप्टन के प्रति राहुल गांधी में है क्योंकि कैप्टन ने ही उन्हें पीएम उम्मीदवार के रूप में सही नहीं बताया था। उसके बाद से ही शुरू हुई कैप्टन को बर्बाद करने की तैयारी की गई थी। संभवतः इसी कारण से नवजोत सिद्धू जैसे नौसिखिए नेता कम नौटंकीबाज को पंजाब का प्रदेश अध्यक्ष का पद दिया गया। इसका मुख्य उद्देश्य कैप्टन को नीचा दिखाकर अपमानित करना करना था। नतीजा ये कि बार-बार अपमानित होने पर कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस को ही झटका देते हुए चुनाव से ठीक 6 पहले इस्तीफा दे दिया है।

संबंधितपोस्ट

2012 के बाद से कांग्रेस हाईकमान की कोई नहीं सुनता, सीएम, मिनी पीएम बनकर बैठे हैं

कैप्टन अमरिंदर सिंह भाजपा में आ गए, अब गुलाम नबी आज़ाद की बारी

उपराष्ट्रपति पद के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह का चुनाव एक ख़राब फैसला होगा

और लोड करें

खालिस्तान विरोधी अमरिंदर

भले ही कांग्रेस द्वारा अपमानित करने के कारण कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम पद छोड़ दिया हो, किन्तु उनका कद पंजाब की राजनीति में कांग्रेस से कहीं ज्यादा बड़ा है। ये कहने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि कांग्रेस जब पूरे देश में बर्बादी की अवस्था में थी, तो पार्टी को मजबूत करने का काम पंजाब में कैप्टन ने ही किया था। कैप्टन का कद राजनीतिक दल से इतर निजी तौर पर बहुत बड़ा है। भले ही वो कांग्रेस में रहे, भाजपा में जाएं या राजनीति छोड़ें, उनकी छवि एक राष्ट्रवादी नेता की रहेगी, जिसने राष्ट्र के मुद्दे पर दलगत राजनीति को कभी भाव तक नहीं दिया। पंजाब जो खालिस्तानी आंदोलन के कारण पिछले 50- सालों से अराजकता का पर्याय रहा है, उस राज्य में खालिस्तानियों का विरोध करते हुए शासन न केवल शासन करना अपितु खालिस्तान समर्थकों पर कार्रवाई करना कैप्टन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

और पढ़ें- कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिया CM पद से इस्तीफा, कहा- बार-बार अपमानित महसूस करता हूं

एक तरफ जहां आज आम आदमी और शिरोमणि अकाली दल जैसी पार्टियां हैं जो वोटों के लिए खालिस्तानियों से समर्थन लेने के लगातार प्रयास करती रही है, इसके विपरीत कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खालिस्तानियों की नींदें उड़ा रखी हैं। कनाडाई राष्ट्रपति जस्टिन ट्रुडो को खुलेआम खालिस्तानी समर्थक कहने की ताकत किसी और के पास नहीं अपितु कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास ही थी। यही कारण है कि उन्होंने जस्टिन ट्रूडो की 2019 की भारत यात्रा पर उनसे मुलाकात नहीं की थी। कैप्टन का कहना था कि ट्रूडो की कैबिनेट में सारे खालिस्तानी हैं। इसके अलावा खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस के प्रतिबंध का ही उन्होंने मुखरता से समर्थन किया था। कैप्टन ने अपने पहले कार्यकाल में भी खालिस्तान विरोधी ऑपरेशंस को छूट दे रखी थी, और कुछ ऐसा ही पिछले पांच वर्षों के दौरान भी किया, क्योंकि खालिस्तानियों के कारण पूरे पंजाब की छवि को नुक़सान हो रहा था।

ड्रग्स माफिया का अंत

पंजाब की राजनीति में पिछले दस वर्षों में सर्वाधिक कोई मुद्दा उछला है, तो वो ड्रग्स यानी नशे का ही है। शिरोमणि अकाली दल के साथ सरकार चला रही भाजपा को भी ड्रग्स माफिया के जिन्न ने डसा। नतीजा ये कि 2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा-अकाली गठबंधन की तगड़ी हार हुई। कैप्टन ने पंजाब में ड्रग्स की बयार चला रहे सरकार में बैठे नेताओं को भी लपेटे में लिया, जिसमें अकाली परिवार के बिक्रम सिंह मजीठिया का नाम भी था। 2017 में सत्ता में आने के बाद कैप्टन ने पंजाब के इस नशे के कारोबार को तगड़ा झटका दिया। नशे के जरिए पैसा बना रहे नेताओं को भी निशाने पर लेने वाले अमरिंदर सिंह ने मजीठिया को भी नहीं बख्शा। आज की स्थिति ये है कि पिछले चार सालों के प्रयास के चलते ये माना जाने लगा है, पंजाब अब धीरे-धीरे ड्रग्स माफिया से मुक्त हो रहा है।

कैप्टन अच्छे से जानते हैं कि नशे का जो कारोबार फला-फूला है उसकी वजह पाकिस्तान ही है। यही कारण है कि सीमाओं पर बीएसएफ के साथ सहयोग कर उन्होंने पंजाब को नशामुक्त करने के अभियान चलाए।  इसके विपरीत सिद्धू का पार्टी का कद बढ़ने पर उन्हें सर्वाधिक चिंता इसी बात की है, कि सिद्धू पाकिस्तान के प्रति सख्त नहीं होंगे। ऐसे में पाकिस्तान से न केवल गोला-बारूद का इम्पोर्ट एक्स्पोर्ट आसान हो सकता है, बल्कि नशे का धंधा भी खूब फल-फूल सकता है। यही कारण है कि सिद्धू को प्रो पाकिस्तानी बताते हुए कैप्टन ने उनके विरुद्ध अभियान चलाने की बात कह दी है।

और पढ़ें- कैप्टन अमरिंदर सिंह – एक बहुत अच्छे व्यक्ति, परन्तु एक असफल मुख्यमंत्री

एक सशक्त राजनेता

कैप्टन ने कभी राष्ट्रवादी नीति के साथ लेश मात्र भी समझौता नहीं किया। यही कारण है कि पंजाब से लेकर देश की राजनीति में उनकी छवि कांग्रेस से हटकर एक बड़े नेता की बनी। सर्जिकल स्ट्राईक से लेकर एयर स्ट्राइक समेत अनेकों मुद्दों पर मोदी सरकार का समर्थन कर कैप्टन ने पार्टी लाइन से अलग लाइन ली। नतीजा ये कि वो कांग्रेस में पार्टी से इतर एक बड़े राजनेता बन गए ‌हैं‌, जिसके चलते ये कहा जा रहा है कि कांग्रेस को कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराज़गी से नुकसान हो सकता है। वहीं कैप्टन के सामने राजनीतिक विकल्पों को लेकर सकारात्मकता ही है।

ऐसे में ये कहा जा सकता है कि कांग्रेस ने अपनी गलतियों के कारण अपने एक बड़े राजनेता को चुनाव के 6 महीने पहले अपमानित कर अपने कुल्हाड़ी मारी है, जो बहुत भारी पड़ने वाली है l हालांकि, कैप्टन अमरिंदर राजनीतिक इतिहास में कांग्रेसी या किसी भी दल के नहीं अपितु एक राष्ट्रवादी नेता के रूप में देखें जाएंगे

Tags: कैप्टन अमरिंदर सिंह
शेयर88ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

क्या अमरिंदर सिंह अब BJP में शामिल हो सकते हैं?

अगली पोस्ट

एयर इंडिया का Disinvestment लगभग एक दशक पहले हो जाना चाहिए था, वो अब हो रहा है

संबंधित पोस्ट

Golden Temple Amritsar
चर्चित

स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, सिमरनजीत मान ने भिंडरावाले को बताया शहीद

6 June 2025

पंजाब में कुछ लोग हमेशा ही खालिस्तान का झंडा उठाए रहते हैं। उन्हें जब भी मौका मिलता है वो इस बात का प्रदर्शन करने से...

Lucknow Police Encounter
चर्चित

लखनऊ में 3 साल की बच्ची से दरिंदगी, 24 घंटे में पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर

6 June 2025

लखनऊ में तीन साल की बच्ची से रेप के मामले में पुलिस ने आरोपी दीपक वर्मा को मुठभेड़ में मार गिराया है। घटना बुधवार देर...

Mahua Moitra Pinaki Mishra
Uncategorized

65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

5 June 2025

जब बात नशे की हो तो देश में पारंपरिक महुआ शराब का नाम आ ही जाता है। एक ऐसा पेड़ जो कई गुणों से भरपूर...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited