TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑटो-दा-फे” नामक सार्वजनिक हत्याओं के आयोजन किए जाते थे

    गोवा इन्क्विज़िशन: पुर्तगाली शासन में हिंदुओं पर हुआ अमानवीय अत्याचार

    अटल बिहारी वाजपेयी

    संयुक्त राष्ट्र में हिंदी की गूंज: अटल बिहारी वाजपेयी का ऐतिहासिक संबोधन

    वे चार बार कांग्रेस के अध्यक्ष बने

    मदन मोहन मालवीय: BHU की नींव रखने वाले ‘महामना’, जिन्होंने निजाम की जूती को कर दिया था नीलाम

    भगवान विष्णु की एक प्राचीन मूर्ति को कथित तौर पर ध्वस्त किए जाने की घटना पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी

    कंबोडिया में भगवान विष्णु की मूर्ति तोड़े जाने पर भारत का कड़ा विरोध, थाईलैंड–कंबोडिया से शांति और संवाद की अपील

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    30 वर्षीय भारतीय मूल की महिला हिमांशी खुराना की भी हत्या

    टोरंटो कैंपस के पास 20 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, आरोपी की तलाश में पुलिस

    कट्टर इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील

    नाइजीरिया में ISIS आतंकियों पर अमेरिकी हमला, कट्टर इस्लामी आतंकवाद के ख़िलाफ़ ट्रंप सख़्त

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या, पार्टनर अब्दुल गफूर फरार

    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    औरंगज़ेब ने जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार मे ज़िंदा चुनवाने का आदेश दिया था

    वीर बाल दिवस: क्रिसमस-नववर्ष का जश्न तो ठीक है लेकिन वीर साहिबजादों का बलिदान भी स्मरण रहे

    गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुगल शासक औरंगज़ेब की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया

    वीर बाल दिवस: उत्सवों के बीच साहिबज़ादों के अमर बलिदान को नमन

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑटो-दा-फे” नामक सार्वजनिक हत्याओं के आयोजन किए जाते थे

    गोवा इन्क्विज़िशन: पुर्तगाली शासन में हिंदुओं पर हुआ अमानवीय अत्याचार

    अटल बिहारी वाजपेयी

    संयुक्त राष्ट्र में हिंदी की गूंज: अटल बिहारी वाजपेयी का ऐतिहासिक संबोधन

    वे चार बार कांग्रेस के अध्यक्ष बने

    मदन मोहन मालवीय: BHU की नींव रखने वाले ‘महामना’, जिन्होंने निजाम की जूती को कर दिया था नीलाम

    भगवान विष्णु की एक प्राचीन मूर्ति को कथित तौर पर ध्वस्त किए जाने की घटना पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी

    कंबोडिया में भगवान विष्णु की मूर्ति तोड़े जाने पर भारत का कड़ा विरोध, थाईलैंड–कंबोडिया से शांति और संवाद की अपील

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    30 वर्षीय भारतीय मूल की महिला हिमांशी खुराना की भी हत्या

    टोरंटो कैंपस के पास 20 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, आरोपी की तलाश में पुलिस

    कट्टर इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील

    नाइजीरिया में ISIS आतंकियों पर अमेरिकी हमला, कट्टर इस्लामी आतंकवाद के ख़िलाफ़ ट्रंप सख़्त

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या, पार्टनर अब्दुल गफूर फरार

    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    औरंगज़ेब ने जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार मे ज़िंदा चुनवाने का आदेश दिया था

    वीर बाल दिवस: क्रिसमस-नववर्ष का जश्न तो ठीक है लेकिन वीर साहिबजादों का बलिदान भी स्मरण रहे

    गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुगल शासक औरंगज़ेब की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया

    वीर बाल दिवस: उत्सवों के बीच साहिबज़ादों के अमर बलिदान को नमन

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

PM मोदी ने बिछाया जाल और ‘नकली किसान’ फंसने को तैयार!

मोदी सरकार का यह चतुर कदम केंद्र सरकार को और अधिक मजबूत करेगा!

TFI Desk द्वारा TFI Desk
19 November 2021
in समीक्षा
सरकार कृषि कानून

Source : Google

Share on FacebookShare on X

आज प्रधानमंत्री ने सुबह सवेरे देश के नाम सम्बोधन में एक बेहद चौकाने वाला निर्णय लिया! यह निर्णय था कृषि क़ानूनों के वापस लिए जाने का। एक आम मोदी समर्थक के लिए यह निर्णय कई मायनों में स्तब्ध करने वाला था। इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर एक तरह से कहा जाए तो आउटरेज भी शुरू हुआ और यह कहा जाने लगा कि PM मोदी कायर हैं और खलिस्तानियों के सामने झुक गए तथा अब अपने कदम वापस खींच रहे हैं! हालांकि, जिसके लिए मोदी सरकार ने कृषि कानून को वापस लिया वैसा होता नहीं दिख रहा है।

आंदोलनजीवी किसानों के नेता राकेश टिकैत ने स्पष्ट कर दिया है कि वो कहीं नहीं जाने वाले हैं और आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार संसद में कृषि कानून को वापस नहीं ले लेती है।

संबंधितपोस्ट

माता वैष्णो देवी से फारूक अब्दुल्ला ने क्या मांगा? PM मोदी के काम को बताया बूस्टर डोज

भारत की बेटी ‘सुनीता विलियम्स’ के नाम पीएम मोदी का पत्र, “भले ही आप हजारों मील दूर हैं, लेकिन…..

राजा प्रथमोसेवक, राष्ट्रसाधक… संवैधानिक पद पर मोदी के 23 साल, शाह और योगी ने क्या कहा?

और लोड करें

अब प्रदर्शनकारी MSP और महंगाई सूचकांक की मांग उठाएंगे

दरअसल, गुरु पर्व के शुभ अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा करते हुए कहा कि “संसद के आगामी सत्र में तीन कृषि विधेयकों को निरस्त कर दिया जाएगा” और उन्होंने प्रदर्शनकारियों से अपनी भूमि पर वापस जाने का आग्रह किया। हालांकि, राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि किसान कहीं नहीं जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, “आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है, यह जारी रहेगा। संयुक्त मोर्चा की 9 सदस्यीय समिति का सम्मेलन आज हो रहा है। अगर सरकार अपना पक्ष रखना चाहती है, तो उसे इसी सम्मेलन में रखना चाहिए।”

आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा ।

सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें : @RakeshTikaitBKU#FarmersProtest

— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) November 19, 2021

टिकैत की प्रतिक्रिया अपेक्षित थी क्योंकि कृषि कानून के विरोध के पीछे सरकार को कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए राज़ी करना नहीं था। अब प्रदर्शनकारी MSP के वैधीकरण और महंगाई सूचकांक जैसी अधिकतम मांगें को पूरा करने की बात उठाएंगे।

और पढ़े: PM मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को लिया वापस!

टिकैत ने कहा, “एक बार लिखित में मिलने के बाद हम इसे स्वीकार कर लेंगे। हमारी मांगों को अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। कई अन्य मुद्दे हैं, जो हम संसद द्वारा कानूनों को निरस्त करने के बाद उठाएंगे। हमें MSP नहीं मिल रहा है। हमें MSP पर कानून की जरूरत है।”

एमएसपी पर गारंटी कानून बनने तक जारी रहेगा आन्दोलन ;- @RakeshTikaitBKU pic.twitter.com/JQOCoOLe44

— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) November 19, 2021

इससे स्पष्ट होता है कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने से विरोध खत्म नहीं होने वाला है क्योंकि इनमें से ज्यादातर किसान आर्थिक नहीं बल्कि राजनीतिक और धार्मिक उद्देश्यों से दिल्ली में थे। जहां तक ​​कृषि कानून के कंटेन्ट का सवाल है, एक भी निर्णय ऐसा नहीं था जिससे किसानों को नुकसान पहुंचे। ध्यान देने वाली बात यह है कि इन किसानों को यह पता ही नहीं था कि बिल में था क्या!

अब Contract Farming का मुद्दा होगा सबसे अहम

जिस तरह से घटना क्रम घटित हुआ है, उससे यह कहा जा सकता है कि मोदी सरकार को पता था कि प्रदर्शनकारियों का मकसद सही नहीं है और कृषि कानून तो उनका प्राथमिक एजेंडा कभी नहीं रहा। अन्यथा, मंत्रिस्तरीय पैनल और किसानों के बीच बातचीत के परिणाम अवश्य सामने आते। अब अगर किसान वापस नहीं जाते हैं और कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद सड़कों को खाली नहीं करते हैं, तो सरकार के पास इसे सुनिश्चित करने के लिए बल प्रयोग करने का नैतिक अधिकार होगा।

और पढ़े: पंजाब कृषि कानून को लेकर सिर पीटते रह गया और MP ने पंजाब से व्हीट बास्केट का ताज छीन लिया

सरकार पहले ही सभी राज्यों में MSP पर उपज की खरीद को किसानों के खातों में ट्रांसफर कर बिचौलियों को हटा चुकी है। पंजाब और हरियाणा में जिन किसानों ने अपने भूमि रिकॉर्ड को केंद्रीय डेटाबेस के साथ एकीकृत नहीं किया है, उन्हें MSP नहीं मिल रहा है। आवश्यक वस्तुओं पर तीसरे विधेयक कानून के बजाय निष्पादन का मामला अधिक है और सरकार stock holding limits को लागू करने में पहले से ही सतर्क है। इसलिए, पहले और तीसरे बिल का कार्यान्वयन पहले ही हो चुका है और इन कानूनों के निरस्त होने से एकमात्र निर्णय contract farming का होगा।

यही कारण है कि अब गेंद प्रदर्शनकारियों के पाले में है। अब उनका अगला कदम पूरा देश देखेगा। उनका एक कदम भी सरकार को राकेश टिकैत जैसे नेताओं के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों का उपयोग करने का नैतिक अधिकार भी देगा।

मोदी सरकार का राजनीतिक रूप से एक चतुर कदम

राजनीतिक रूप से भी देखा जाए तो अमरिंदर सिंह, जिन्होंने हाल ही में कांग्रेस पार्टी से नाता तोड़ लिया था, बीजेपी में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं। हालाँकि, उन्होंने एक नई पार्टी बनाई है परंतु उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की मंशा जताई थी। इसके लिए उन्होंने शर्त रखी थी कि अगर सरकार कृषि कानूनों को निरस्त करती है तो वे BJP में शामिल होने की सोचेंगे। अब सरकार ने जब कानून वापस ले लिया है तो वह आने वाले हफ्तों में बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।

हालांकि, केंद्र सरकार के कृषि कानून से पीछे हटने का फैसला, इस कानून के समर्थकों और मोदी सरकार की पीछे न हटने की छवि के लिए नुकसान दायक है। परंतु, यह राजनीतिक रूप से एक चतुर कदम भी है क्योंकि कृषि कानूनों के अधिकांश परिणाम पहले ही प्राप्त हो चुके हैं और सरकार इस विरोध को समाप्त करने में सक्षम होगी।

 

Tags: PM मोदीनए कृषि कानूनराकेश टिकैत
शेयर72ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारत को गाली देने वाले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने ‘सेक्सटिंग’ कांड पर दिया त्यागपत्र

अगली पोस्ट

नकली किसानों के तुष्टीकरण के बाद अब सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरु कर सकते हैं असली किसान

संबंधित पोस्ट

‘The journey within’: श्रीखंड कैलाश से आत्मबोध तक की यात्रा
समीक्षा

‘The journey within’: श्रीखंड कैलाश से आत्मबोध तक की यात्रा

20 December 2025

जीवन स्वयं एक यात्रा है, उतार-चढ़ाव से भरी, अनुभवों से सजी और निरंतर आगे बढ़ती हुई। किंतु यात्रा केवल स्थानों के बीच की भौतिक गति...

Luxury Sedan Showdown: Price and Maintenance Comparison of a Used Audi A4 vs. Other 2nd Hand Audi Cars
समीक्षा

Luxury Sedan Showdown: Price and Maintenance Comparison of a Used Audi A4 vs. Other 2nd Hand Audi Cars

18 December 2025

In the high-stakes world of luxury sedans, the Audi A4 has long been the "thinking person’s choice." It doesn't scream for attention like a BMW...

जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’
समीक्षा

जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

15 December 2025

अंग्रेजी भाषा में कहा जाता है कि ‘डेमोग्राफी इज डेमोक्रेसी’। किसी भी देश में लोकतंत्र रहेगा या नहीं रहेगा ये इस बात पर निर्भर करता...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited