TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    'मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है', बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    ‘मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है’, बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    देवी माँ कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    भारत में पर्यटन: आस्था से अर्थव्यवस्था तक

    तीर्थ, संस्कृति और समृद्धि: क्यों भारत का पर्यटन है अनोखा

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    'मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है', बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    ‘मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है’, बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    देवी माँ कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    भारत में पर्यटन: आस्था से अर्थव्यवस्था तक

    तीर्थ, संस्कृति और समृद्धि: क्यों भारत का पर्यटन है अनोखा

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कर्नाटक सरकार जल्द ही स्कूल में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने जा रही है

स्कूल में हिजाब की कोई अनुमति नहीं!

Utkarsh Upadhyay द्वारा Utkarsh Upadhyay
6 February 2022
in चर्चित
कर्नाटक सरकार जल्द ही स्कूल में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने जा रही है
Share on FacebookShare on X

किसी भी बच्चे के लिए उसका पहला शिक्षण संस्थान उसका घर होता है, दूसरा होता है स्कूल, लेकिन इन दिनों उस परिधि को कई लोग भूल चुके हैं। यही कारण है कि कर्नाटक में चल रहे हिजाब और भगवा गमछे के द्वंद्व में असल मायने में शिक्षा का शोषण हो गया। लड़कियों के शिक्षण संस्थाओं के परिसर में हिजाब पहनने के ऊपर इतना बवाल हुआ जिसका रिएक्शन भगवा गमछा का खेल में आ जाना हुआ। इसी द्वंद्व को समाप्त करने के लिए कर्नाटक सरकार ने मुस्लिम छात्राओं को हिजाब (हेडस्कार्फ़) पहनने से प्रतिबंधित करने वाले राज्य शिक्षा संस्थानों के फैसले को मान्य करते हुए, कर्नाटक सरकार ने शनिवार को कहा कि “समानता, अखंडता और सार्वजनिक कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।”

इस बात को कोई दरकिनार नहीं कर सकता है कि विद्यालयों, महाविद्यालयों में छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने के उद्देश्य से आते हैं। ऐसे में यदि धार्मिक आडंबर को गढ़ने वाली कुदशित सोच शिक्षण संस्थानों पर हावी होने लगेंगी तो शिक्षा धरी की धरी रह जाएगी और शिक्षण संस्थानों पर भी ताला लगाना पड़ जाएगा। शिक्षण संस्थाओं का मूल उद्देश्य शिक्षा प्रदान करना होता है, वहीं से एक शिक्षा हर किसी को मिलती है कि शिक्षण संस्थानों के भीतर सभी एक समान होते हैं। ऐसे में कर्नाटक में उठे धर्म के विषय ने शिक्षण संस्थानों की अवहेलना की है क्योंकि स्कूल कट्टरता छोड़ना सिखाते हैं, स्कूल कट्टरपंथ का केंद्र नहीं होते हैं।

संबंधितपोस्ट

बाल विवाह पर भारत को मिली बड़ी सफलता: 2 साल में 4 लाख शादियाँ टली, असम में 84%, महाराष्ट्र-बिहार में 70% तक घटे बाल विवाह”

कर्नाटक के जंगलों में मिली रूसी महिला की रहस्यमयी दास्तान

राहुल गांधी का हुक्म, और घंटे भर में छिन गई दलित मंत्री केएन राजन्ना की कुर्सी

और लोड करें

ज्ञात हो कि, कर्नाटक के कॉलेजों में हिजाब पहनने को लेकर कर्नाटक में छात्राओं द्वारा विरोध अब और अधिक कॉलेजों में फैल गया है। हिजाब पहने लगभग 40 महिला छात्र कर्नाटक के उडुपी जिले के एक तटीय शहर कुंडापुर में भंडारकर आर्ट्स एंड साइंस डिग्री कॉलेज के द्वार पर खड़ी हो गईं, क्योंकि कर्मचारियों ने उन्हें तब तक अंदर जाने से मना कर दिया जब तक कि वे अपने सिर से हिजाब उतार नहीं लेती। 18 से 20 साल के बीच के सभी छात्रों ने यह जानने की मांग की कि प्रशासन ने हिजाब पर प्रतिबंध क्यों लगाया जबकि नियम इसकी अनुमति देते हैं।

इसी का विरोध में बुधवार 2 फरवरी को शिवमोग्गा के भद्रावती में सर एमवी गवर्नमेंट कॉलेज के छात्रों ने भी कक्षा में हिजाब पहनने वाली कुछ छात्राओं का विरोध किया था। इस मामले में प्रबंधन ने राज्य के नए दिशानिर्देशों के तहत छात्राओं को हिजाब पहनकर कॉलेज नहीं आने को कहा। छात्राओं के मना करने पर कई हिंदू लड़के और लड़कियां भगवा गमछा पहनकर कॉलेज आ गए। हालांकि, प्रिंसिपल ने हिंदू संगठनों को ‘भगवा शॉल अभियान’ लागू करने से रोकने के लिए इस मामले में हस्तक्षेप किया।
और पढ़ें- “स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पहनना अनुशासनहीनता है”, कर्नाटक के शिक्षा मंत्री ने कहा

अब जब राज्य सरकार ने तूल पकड़ चुके इस मामले में हस्तक्षेप किया तो सभी पक्षों के लिए अब यह मानना वैधानिक रूप से आवश्यक हो जाएगा। राज्य सरकार के अनुसार, कक्षाओं में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध संविधान द्वारा प्रदत्त धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन नहीं है।

कर्नाटक शिक्षा अधिनियम, 1983 की धारा 133 (2) को लागू करते हुए, शिक्षा विभाग (पूर्व-विश्वविद्यालय) की पद्मिनी एसएन के आदेश में कहा गया है कि “छात्रों को कॉलेज विकास समिति या प्रशासनिक की अपीलीय समिति द्वारा चुनी गई पोशाक पहननी होगी।”

“कर्नाटक शिक्षा अधिनियम-1983 के 133 (2) को लागू करना जो कहता है कि कपड़े की एक समान शैली अनिवार्य रूप से पहनी जानी चाहिए। निजी स्कूल प्रशासन अपनी पसंद की वर्दी चुन सकता है, ”आदेश में कहा गया है। “प्रशासनिक समिति द्वारा वर्दी का चयन नहीं करने की स्थिति में, समानता, अखंडता और सार्वजनिक कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले कपड़े नहीं पहने जाने चाहिए,” यह कहा।

और पढ़ें- फेमिनिस्टों का विलाप फिर शुरू – हिजाब है खूबसूरत परंतु सिंदूर अत्याचार से बहे रक्त का प्रतीक

इस अधिनियम का उद्देश्य “शैक्षणिक संस्थानों के नियोजित विकास, स्वस्थ शैक्षिक अभ्यास की स्थापना, शिक्षा के मानकों में रखरखाव और सुधार और बेहतर संगठन अनुशासन और राज्य में शैक्षणिक संस्थानों पर नियंत्रण को बढ़ावा देने की दृष्टि से प्रदान करना है। छात्रों के मानसिक और शारीरिक संकायों का विकास और शिक्षा के माध्यम से वैज्ञानिक और धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण विकसित करना। यह आदेश इस मुद्दे पर कर्नाटक उच्च न्यायालय में निर्धारित सुनवाई से कुछ दिन पहले आया है।

निर्देश में 2017 में आशा रंजन और अन्य बनाम बिहार राज्य और अन्य मामले में सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला दिया गया था, जिसमें संक्षेप में कहा गया था कि व्यक्तिगत अधिकारों को नकारने से नहीं बल्कि बड़े हितों को बनाए रखने और संस्थानों के बीच संबंध सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत हित पर बड़ा जनहित होता है।

कक्षा में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध को लेकर शुरू में उडुपी और चिकमगलूर तक सीमित था, लेकिन अब यह राज्य के अन्य हिस्सों में फैल गया है। विवाद को एक व्यवस्थित साजिश बताते हुए कन्नड़ और संस्कृति मंत्री वी सुनील कुमार ने कहा कि घर से कॉलेज तक हिजाब या बुर्का पहना जा सकता है, लेकिन कक्षा में प्रवेश करने पर सभी को वर्दी में होना चाहिए। पिछले हफ्ते, स्कूली शिक्षा मंत्री बी सी नागेश ने एक समान नीति की योजना की घोषणा की: “क्या होगा अगर कल कोई कॉलेज में शॉर्ट्स में आकर कहे कि यह गर्म है? हम इसकी अनुमति नहीं दे सकते। कॉलेजों ने अपने नियम बनाए थे और उसका पालन किया जा रहा था। ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित कॉलेज हैं और उनमें से कुछ हिंदू छात्रों को चूड़ी या बिंदी पहनने की अनुमति नहीं देते हैं। किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया क्योंकि यह कॉलेज का फैसला था।

अब यदि कोई भी वर्ग इसे धर्म और मान्यताओं का अनादर या उसकी अवहेलना बताता है, तो कायदे में उसे शिक्षण संसथान छोड़ देना चाहिए क्योंकि हम सब बचपन से यही सीखते आए हैं कि शिक्षण संस्थानों में कोई भी धर्म, जाति, लिंग का भेद नहीं होना चाहिए। ऐसे में हिजाब को स्वीकृति देना इन सभी बिंदुओं को दुलत्ती मार देने जैसा होगा। इसलिए इन सभी वर्गों को यह समझना चाहिए कि शिक्षा लेने के लिए गए छात्रों को मात्र शिक्षा से लेना-देना होना चाहिए। किसी भी तरह की कट्टरता समाज के लिए घातक ही होती है। राज्य सरकार ने सही समय पर सही निर्णय लिया इसकी सराहना की जानी चाहिए कि उन्होंने ऐसे संवेदनशील मुद्दे का राजनीतिकरण होने से बचा लिया, वरना परिणाम बहुत घातक हो सकते थे।

Tags: कर्नाटककर्नाटक सरकारभगवा शालहिजाब
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारत में टेक क्रांति लाने के लिए AR और VR सेक्टर में भारी निवेश कर रहा है Jio

अगली पोस्ट

महुआ मोइत्रा बुद्धिमती नहीं बल्कि तेज-तर्रार, अतार्किक और गाली-गलौज करने वाली राजनेत्री हैं

संबंधित पोस्ट

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री के सलाहकार संजीव सान्याल ने उठाये न्यायपालिका पर सवाल- क्या न्यायपालिका में होंगे बड़े बदलाव
चर्चित

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री के सलाहकार संजीव सान्याल ने उठाये न्यायपालिका पर सवाल- क्या न्यायपालिका में होंगे बड़े बदलाव

27 September 2025

1 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट के 75वें स्थापना दिवस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि “न्यायपालिका में सुधार की प्रक्रिया को तेज किया...

लेह पर तनाव: स्टेटहुड की मांगों ने बढ़ाया संकट
चर्चित

लेह पर तनाव: स्टेटहुड की मांगों ने बढ़ाया संकट

27 September 2025

लेह, लद्दाख को अगस्त 2019 में जम्मू और कश्मीर के पूर्व राज्य से अलग कर दिया गया और इसे विधानमंडल रहित केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा...

बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल
क्राइम

बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

27 September 2025

उत्तर प्रदेश के बरेली में पिछले शुक्रवार को जो कुछ हुआ, वह महज़ एक स्थानीय दंगा नहीं था। यह भारतीय समाज और लोकतंत्र के सामने...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Sanjeev Sanyal Says India Can’t Become Viksit Bharat Without Judicial Reform?

Why Sanjeev Sanyal Says India Can’t Become Viksit Bharat Without Judicial Reform?

00:07:30

What A Space War Looks Like – And How India Is Preparing For it?

00:06:35

Story of The Battle of Dograi & Valiant Soldiers of 3 JAT

00:06:25

Why Kerala Is Facing a Deadly ‘Brain-Eating Amoeba’ Outbreak Like Never Before?

00:06:07

What Pakistan Planned After Hyderabad’s Surrender Will Shock You| Untold Story of Op Polo

00:03:43
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited