• About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
Thursday, February 9, 2023
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Arvind Kejriwal, Pujari protest

    ‘बजरंगबली भक्त’ केजरीवाल को हिंदुओं और पुजारियों से इतनी घृणा क्यों है?

    BRI प्रोजेक्ट

    चीन का अति महत्वाकांक्षी BRI प्रोजेक्ट अपनी अंतिम सांसें ले रहा है, आंकड़ों पर आधारित विस्तृत विश्लेषण

    Cute kids viral video

    “बच्चा रोए तो वीडियो, बच्चा सोए तो वीडियो, बच्चा…”, चंद सिक्कों के लिए बच्चों का भविष्य दांव पर लगा रहे हैं ‘आधुनिक माता-पिता’

    From US to UK: Doval final battle against information warfare

    अमेरिका से ब्रिटेन तक: डोभाल ने सूचना युद्ध के विरुद्ध अंतिम लड़ाई का शंखनाद कर दिया है

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Modi and Biden

    “अमेरिका समेत पश्चिमी देश अपनी ऊर्जा आपूर्ति के लिए अब भारत पर निर्भर हैं”, बाइडन की चौधराहट धरी की धरी रह गई

    what-remained-for-the-farmers-in-this-budget

    इस बार के बजट में किसानों के लिए क्या रहा?

    The disintegration of BYJU’s has just begun

    खंड-खंड होना शुरू हो गया है BYJUs, अब अंत ज्यादा दूर नहीं है

    डिजिटल करेंसी

    रिलांयस रिटेल स्वीकार करेगा डिजिटल रुपया, सभी स्टोरों पर मौजूद होगी सुविधा

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Chinese Spy Balloon

    चीन की दुखती रग है अंडमान निकोबार, यहां समझिए जासूसी गुब्बारे का काला सच

    Modernisation of Indian defence needs a booster dose

    रक्षा क्षेत्र का आधुनिकीकरण सही दिशा में है, बस गति और तेज करने की आवश्यकता है

    AK-203

    ‘राहुल गांधी मुक्त अमेठी’ अब AK 203 राइफल देश के लिए बना रही है और दुनिया को भी बेचेगी

    VSHORAD

    HELINA और VSHORAD चीन और पाकिस्तान की नींद हराम करने के लिए भारतीय सेना में शामिल होने जा रहे हैं

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    India's Latin American Gambit: Uncovering Secrets behind Aid Diplomacy

    बजट 2023: भारत ने लैटिन अमेरिका के लिए बजट में 7 प्रतिशत की वृद्धि क्यों की?

    France gives India an edge to deal with USA

    भारत और फ्रांस के बीच मजबूत होते रक्षा संबंधों ने बाइडेन के रातों की नींद छीन ली है!

    The Quiet Revolution: India's Diplomatic Success in Bringing Tech Transfer

    “ट्रांसफर ऑफ़ टेक्नोलॉजी नहीं तो रक्षा समझौता नहीं,” भारत ने शांति से रक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव कर दिए हैं

    मोंगला पोर्ट

    मोंगला पोर्ट में मुंह घुसाना चाहता है चीन, लेकिन भारत उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तत्पर बैठा है

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आल्हा-ऊदल की कहानी

    आल्हा-ऊदल की कहानी: जिन्होंने युद्ध में पृथ्वीराज चौहान को हराया था

    Shri Ganesh Vinayak Ji Ki Katha

    जब गणेशजी का उपहास उड़ाना चंद्रदेव को पड़ गया भारी

    प्रकाश प्रदूषण

    प्रकाश प्रदूषण: क्या है ये, कितना घातक है ये और इसे कैसे रोकें? मिलेंगे इन सभी प्रश्नों के उत्तर

    बद्रीनाथ शंख

    बद्रीनाथ धाम में शंख क्यों नहीं बजाया जाता है? इसके पीछे की कथा रोचक है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    जुगल हंसराज

    कहीं पीछे छूट गए जुगल हंसराज

    मंदाकिनी दाऊद

    दाऊद इब्राहिम के साथ ने कैसे मंदाकिनी को ‘स्टार’ से गुमनाम बना दिया

    Pathaan box office collection scam

    प्रस्तुत करते हैं बॉलीवुड की 800 करोड़ी फ्लॉप, Pathaan के कलेक्शन में झोल ही झोल हैं

    Learn Creativity from Inspiration in The Padosan way

    एक चतुर नार: अनेक गीतों से प्रेरणा लेकर पड़ोसन का बहुचर्चित क्लासिक बना

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Arvind Kejriwal, Pujari protest

    ‘बजरंगबली भक्त’ केजरीवाल को हिंदुओं और पुजारियों से इतनी घृणा क्यों है?

    BRI प्रोजेक्ट

    चीन का अति महत्वाकांक्षी BRI प्रोजेक्ट अपनी अंतिम सांसें ले रहा है, आंकड़ों पर आधारित विस्तृत विश्लेषण

    Cute kids viral video

    “बच्चा रोए तो वीडियो, बच्चा सोए तो वीडियो, बच्चा…”, चंद सिक्कों के लिए बच्चों का भविष्य दांव पर लगा रहे हैं ‘आधुनिक माता-पिता’

    From US to UK: Doval final battle against information warfare

    अमेरिका से ब्रिटेन तक: डोभाल ने सूचना युद्ध के विरुद्ध अंतिम लड़ाई का शंखनाद कर दिया है

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Modi and Biden

    “अमेरिका समेत पश्चिमी देश अपनी ऊर्जा आपूर्ति के लिए अब भारत पर निर्भर हैं”, बाइडन की चौधराहट धरी की धरी रह गई

    what-remained-for-the-farmers-in-this-budget

    इस बार के बजट में किसानों के लिए क्या रहा?

    The disintegration of BYJU’s has just begun

    खंड-खंड होना शुरू हो गया है BYJUs, अब अंत ज्यादा दूर नहीं है

    डिजिटल करेंसी

    रिलांयस रिटेल स्वीकार करेगा डिजिटल रुपया, सभी स्टोरों पर मौजूद होगी सुविधा

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Chinese Spy Balloon

    चीन की दुखती रग है अंडमान निकोबार, यहां समझिए जासूसी गुब्बारे का काला सच

    Modernisation of Indian defence needs a booster dose

    रक्षा क्षेत्र का आधुनिकीकरण सही दिशा में है, बस गति और तेज करने की आवश्यकता है

    AK-203

    ‘राहुल गांधी मुक्त अमेठी’ अब AK 203 राइफल देश के लिए बना रही है और दुनिया को भी बेचेगी

    VSHORAD

    HELINA और VSHORAD चीन और पाकिस्तान की नींद हराम करने के लिए भारतीय सेना में शामिल होने जा रहे हैं

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    India's Latin American Gambit: Uncovering Secrets behind Aid Diplomacy

    बजट 2023: भारत ने लैटिन अमेरिका के लिए बजट में 7 प्रतिशत की वृद्धि क्यों की?

    France gives India an edge to deal with USA

    भारत और फ्रांस के बीच मजबूत होते रक्षा संबंधों ने बाइडेन के रातों की नींद छीन ली है!

    The Quiet Revolution: India's Diplomatic Success in Bringing Tech Transfer

    “ट्रांसफर ऑफ़ टेक्नोलॉजी नहीं तो रक्षा समझौता नहीं,” भारत ने शांति से रक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव कर दिए हैं

    मोंगला पोर्ट

    मोंगला पोर्ट में मुंह घुसाना चाहता है चीन, लेकिन भारत उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तत्पर बैठा है

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आल्हा-ऊदल की कहानी

    आल्हा-ऊदल की कहानी: जिन्होंने युद्ध में पृथ्वीराज चौहान को हराया था

    Shri Ganesh Vinayak Ji Ki Katha

    जब गणेशजी का उपहास उड़ाना चंद्रदेव को पड़ गया भारी

    प्रकाश प्रदूषण

    प्रकाश प्रदूषण: क्या है ये, कितना घातक है ये और इसे कैसे रोकें? मिलेंगे इन सभी प्रश्नों के उत्तर

    बद्रीनाथ शंख

    बद्रीनाथ धाम में शंख क्यों नहीं बजाया जाता है? इसके पीछे की कथा रोचक है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    जुगल हंसराज

    कहीं पीछे छूट गए जुगल हंसराज

    मंदाकिनी दाऊद

    दाऊद इब्राहिम के साथ ने कैसे मंदाकिनी को ‘स्टार’ से गुमनाम बना दिया

    Pathaan box office collection scam

    प्रस्तुत करते हैं बॉलीवुड की 800 करोड़ी फ्लॉप, Pathaan के कलेक्शन में झोल ही झोल हैं

    Learn Creativity from Inspiration in The Padosan way

    एक चतुर नार: अनेक गीतों से प्रेरणा लेकर पड़ोसन का बहुचर्चित क्लासिक बना

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें

रूस-यूक्रेन युद्ध के हुए 100 दिन, विश्व पटल पर भारत हुआ है और सशक्त

भारत के आगे फीकी पड़ी महाशक्तियां!

Shikhar Srivastava
द्वारा Shikhar Srivastava
3 June 2022
in चर्चित, विश्व, समीक्षा
0
PM Modi

Source Google

140
व्यूज़
Share on FacebookShare on Twitter

रूस यूक्रेन युद्ध को 100 दिन हो चुके हैं और अब तक इस युद्ध का निर्णय नहीं निकला है। हालांकि रूस ने यूक्रेन के 20% भाग पर अधिकार कर लिया है किंतु यह भी सत्य है कि रूस को उसकी उम्मीद के अनुरूप सफलता नहीं मिली है। इस युद्ध के कारण अमेरिका की सामरिक धमक और कूटनीतिक प्रभाव कम हुआ है क्योंकि नाटो देशों द्वारा बार बार धमकी देने के बाद भी रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया और अमेरिका सहित उसके मित्र देश यूक्रेन के सहयोग में खुलकर सामने नहीं आ सके। रूस ने युद्ध के दौरान चीन पर जितना भरोसा दिखाया था, उस अनुपात में उसे चीन का सहयोग नहीं मिला है। यहां तक की युद्ध की शुरुआत में ही पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर प्रतिबंधों की घोषणा करने के बाद, चीन ने स्पष्ट कर दिया था कि वह रूस के साथ अपने आर्थिक हित दांव पर लगाकर सहयोग नहीं करेगा।

और पढ़ें :- अमेरिका द्वारा भारत-रूस के संबंध को तोड़ने की आखिरी कोशिश भी हुई नाकाम

भारत की साख वैश्विक स्तर पर बढ़ी है

इन सबके बीच इस युद्ध के प्रभाव में केवल भारत ही ऐसा देश है जिसकी साख वैश्विक स्तर पर बढ़ी है। रूस और अमेरिका दोनों ने भारत को अपने पाले में लाने के लिए भरसक प्रयास किए। पश्चिमी देशों ने भारत पर अत्याधिक दबाव बनाया लेकिन इन सबके बीच भारत ने स्वतंत्र विदेश नीति अपनाकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।

रूस यूक्रेन युद्ध की शुरुआत में भारत के समक्ष जो सबसे बड़ी समस्या थी वह यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने की थी। युद्ध शुरू होने के पूर्व भारत सरकार ने यूक्रेन में रह रहे भारतीय छात्रों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा था किंतु इसके बाद भी बड़ी संख्या में छात्र यूक्रेन में ही रहे। युद्ध की शुरुआत में 20000 भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए थे। भारत के अतिरिक्त चीन, तुर्की, अमेरिका सहित पश्चिमी देशों के बहुत से लोग यूक्रेन में फंस चुके थे।

अमेरिका ने युद्ध के शुरू होते ही अपने नागरिकों को स्पष्ट कर दिया था कि वह उन्हें यूक्रेन से बाहर निकालने में सक्षम नहीं है। चीन ने भी लगभग ऐसी ही बात कही और अपने छात्रों को यह सूचना दी कि युद्ध के हालात में उन्हें बाहर निकालने का कार्य सुरक्षित नहीं होगा। इन सबके बीच भारत ने अपने छात्रों से यह कहा कि वह भारतीय झंडे को किसी भी गाड़ी के आगे लगाकर यूक्रेन से बाहर निकल सकते हैं। यह भारत की कूटनीतिक सफलता थी कि यूक्रेन अथवा रूस दोनों में से कोई भी देश भारतीय छात्रों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं आने दे रहा था। यहां तक की तुर्की और पाकिस्तान जैसे भारत विरोधी देशों के नागरिक भी भारतीय झंडा लगाकर यूक्रेन से निकल रहे थे।

भारत सरकार ने यूक्रेन बॉर्डर पर स्थित देशों के साथ बातचीत करके भारतीय मूल के विद्यार्थियों को प्लेन के माध्यम से सुरक्षित भारत वापस ला दिया। जब भारतीय छात्र कीव में फंस गए थे तब रूस ने उन्हें निकालने के लिए 130 बस देने की बात कही थी। रूस ने भारत से कहा था कि वह अपने छात्रों को रूस की जमीन से सुरक्षित बाहर निकाल सकता है।

भारत सरकार की सफल कूटनीति के कारण संभवतः पश्चिमी देशों के मीडिया समूहों में दुर्भावना पैदा हुई जिस कारण उन्होंने भारत पर रूस के विरुद्ध निर्णय लेने का दबाव बनाना शुरू किया है। जब रूस ने भारत को सस्ता तेल देने का प्रस्ताव दिया तो पश्चिमी देशों के मीडिया समूहों ने भारत की आलोचना शुरू कर दी। भारत पर अत्यधिक दबाव बनाया गया कि भारत रूस से तेल न खरीदे। हालांकि इसी दौरान यूरोपीय देशों ने रूस से तेल और नेचुरल गैस की खरीद और बढ़ा दी। भारत ने दृढ़ता के साथ इस दुष्प्रचार अभियान का सामना किया और हर बार पश्चिमी देशों को आइना दिखाया।

और पढ़ें :- भारत और रूस ने किया ऐतिहासिक ‘बार्टर समझौता’

एस जयशंकर का करारा जवाब

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री के समक्ष यह स्पष्ट कह दिया कि यूरोपीय देश भारत की अपेक्षा रूस से अधिक तेल खरीद रहे हैं। इसके बाद भारतीय राजदूत ने नीदरलैंड के राजदूत को जवाब देते हुए यह स्पष्ट कहा कि भारत को किसी से भाषण सुनने की आवश्यकता नहीं है। एस जयशंकर जब अमेरिका की यात्रा पर थे और मीडिया ने उनसे सवाल किए तो वहां भी उन्होंने भारत का रुख दृढ़ता के साथ रखा। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत रूस से जितना तेल खरीदता है, यूरोप दोपहर भर में उतना तेल खरीद लेता है। यहां तक कि जब भारत पर अप्रत्यक्ष दबाव बनाने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अमेरिका भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करता है तो उसका प्रत्युत्तर भी विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा तुरंत दे दिया गया। उन्होंने भी अमेरिका की लोकतांत्रिक व्यवस्था और अल्पसंख्यकों के अधिकार के प्रति भारत की चिंताएं साझा कर दी। अमेरिका की स्थिति उस वक्त सबसे अधिक हास्यास्पद हो चुकी थी जब पत्रकारों ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से एस 400 की खरीद पर CAATSA के तहत प्रतिबंध लगने की बात कही और जयशंकर ने CAATSA को एक साधारण अमेरिकी कानून बताकर उसका मजाक बना दिया।

रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों की चिंता ना करते हुए भारत ने रूस के साथ रुपए और रूबल में व्यापार करने के लिए योजना पर कार्य शुरू कर दिया। हाल ही में संपन्न हुए क्वाड देशों के सम्मेलन में अमेरिका के दबाव के बाद भी संयुक्त बयान में रूस की आलोचना नहीं की गई। जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका तीनों सहयोगी देशों को भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि रूस भारत की सामरिक सुरक्षा के लिए कितना महत्वपूर्ण है। अंततः अमेरिका ने भारत को रूस पर से अपनी सामरिक निर्भरता कम करने के लिए आवश्यक सहयोग देना स्वीकार कर लिया है। यही कारण है कि अब अमेरिका भारत को रक्षा खरीद के लिए 500 मिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता देगा।

भारत ने पश्चिमी देशों के दबाव का सामना करते समय भी अपनी विदेश नीति में समझदारी और दूरदर्शिता समाप्त नहीं की। जब चीन ने देखा कि भारत का रूस यूक्रेन संकट पर पश्चिमी देशों के साथ मतभेद है तो चीनी विदेश मंत्री ने अचानक भारत की यात्रा की। चीन का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच उत्पन्न हुए टकराव को बढ़ाकर उसका लाभ लेने का था। हालांकि भारत ने चीनी विदेश मंत्री की यात्रा को अधिक तवज्जो नहीं दी और यह स्पष्ट कर दिया कि भारत की चीन नीति में कोई बदलाव नहीं आया है।

और पढ़ें- हेमंत सोरेन ने केंद्र राज्य संबंधों की तुलना रूस और यूक्रेन से की

भारत को किसी पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं

आज भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसके कारण वैश्विक व्यवस्था द्विध्रुवीय नहीं बन रही। अन्यथा रूस यूक्रेन युद्ध ने पश्चिमी देशों को पुनः एक पाले में कर दिया है और रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध तथा अमेरिका का अड़ियल रवैया, रूस को चीन पर निर्भर कर रहा है। ऐसे में दुनिया स्पष्ट रूप से दो धड़ों में बंट सकती है जहां एक ओर अमेरिका और उसके सहयोगी देश होंगे और दूसरी ओर रूस, चीन और उनके सहयोगी देश। भारत एकमात्र प्रमुख वैश्विक शक्ति है जो दोनों पक्षों में सामंजस्य बैठाकर चल रही है। यह केवल परिस्थितियों का खेल नहीं, वास्तव में भारत अपनी समस्या सुलझाने में सक्षम है, इसलिए हमें किसी पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं है। भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से विकास कर रही है। निवेश के लिए भारत से अच्छा स्थान कोई नहीं है। भारत अपने कूटनीतिक प्रभाव का प्रयोग करके हिन्द प्रशांत क्षेत्र की महत्वपूर्ण शक्ति बन चुका है। कई देशों में हमारे नौसैनिक अड्डे हैं, हमने वैश्विक संकट में दवाओं और वैक्सीन से जो सहयोग दिया है, उससे हमारी विश्वसनीयता बढ़ी है। छोटे देशों में भारत स्किल डेवलपमेंट से लेकर अनाज और दवाओं की आपूर्ति करता है। हॉस्पिटल, विद्यालय आदि में निवेश करता है। आज हमारी वायुसेना चीन से मजबूत है, हिन्द महासागर में सबसे मजबूत नौसेना भारत की है, विश्व की सबसे बड़ी थलसेना भारत की है।

भारत यूक्रेन और रूस दोनों को मानवीय सहयोग दे रहा है। भारत दवाओं और अनाज की आपूर्ति कर रहा है। आज जब यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया अनाज संकट का सामना कर रही है, भारत एकमात्र उम्मीद है। अब यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि कोई देश कितना सशक्त हो, उसे भारत से अपने संबंध सुधारने ही पड़ेंगे।

Tags: अमेरिका चीनएस जयशंकरभारत-रूसयूक्रेन-रूस युद्ध
शेयरट्वीटभेजिए

पिछली पोस्ट

मान सरकार के मुंह पर लगा करारा तमाचा, HC ने VIPs की सुरक्षा बहाल करने का दिया आदेश

अगली पोस्ट

त्रिंकोमाली बंदरगाह- भारत के लिए हंबनटोटा की भूलों को सुधारने का एक सुनहरा अवसर है

Shikhar Srivastava

Shikhar Srivastava

A proud Indian and a proud Hindu. BHU Student. Reader.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

  • सर्वाधिक पढ़े गए
  • टिप्पणियाँ
  • नवीनतम
“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

24 June 2020
चीन, ऑस्ट्रेलिया,

‘जांच तो होकर रहेगी, चाहे जितना रो लो’, ऑस्ट्रेलिया ने ड्रैगन को उसी की भाषा में मजा चखा दिया

29 April 2020
G7

दुनिया के 7 बड़े देश एक बात पर हुए सहमत – हम सब चीन के खिलाफ हैं

18 April 2020
जापान, चीन

‘हमारी जल सीमा से तुरंत निकल लो’, East China Sea में घुसपैठ करने जा रहे चीनियों को जापानी नौसेना ने खदेड़ा

10 May 2020
रवीश कुमार

यदि रवीश कुमार मेरे सवालों का ठीक ठीक उत्तर दे दें, तो मैं लिखना छोड़ दूंगा

सरकारी बैंक

प्रिय बैंक कर्मचारियों, अपनी हड़ताल जारी रखें, PSB का निजीकरण होकर रहेगा

संदीप मिश्रा

अखबार के एक मैट्रिमोनियल कॉलम से शुरू हुई प्रेम और देश प्रेम की कहानी

संजय झा

यक्ष – संजय झा संवाद: ऐसे प्रश्न और ऐसे उत्तर जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे

Arvind Kejriwal, Pujari protest

‘बजरंगबली भक्त’ केजरीवाल को हिंदुओं और पुजारियों से इतनी घृणा क्यों है?

8 February 2023
Delhi University convocation: dhoti-kurta in place of colonial gown

दिल्ली विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह: औपनिवेशिक गाउन की जगह अब धोती-कुर्ता

8 February 2023
आल्हा-ऊदल की कहानी

आल्हा-ऊदल की कहानी: जिन्होंने युद्ध में पृथ्वीराज चौहान को हराया था

8 February 2023
BRI प्रोजेक्ट

चीन का अति महत्वाकांक्षी BRI प्रोजेक्ट अपनी अंतिम सांसें ले रहा है, आंकड़ों पर आधारित विस्तृत विश्लेषण

8 February 2023

इस सप्ताह लोकप्रिय

Sharad Kelkar, Sharad Kelkar movies
चलचित्र

“भारतीय सिनेमा का सबसे अंडररेटेड अभिनेता”, शरद केलकर को आजतक वो सम्मान नहीं मिला, जिसके वो हकदार हैं

द्वारा Animesh Pandey
2 February 2023
Pathaan box office collection scam
चलचित्र

प्रस्तुत करते हैं बॉलीवुड की 800 करोड़ी फ्लॉप, Pathaan के कलेक्शन में झोल ही झोल हैं

द्वारा Animesh Pandey
6 February 2023
Sayaji Shinde, Honored everywhere except Bollywood story of Sayaji Shinde
चलचित्र

जिन्हें बॉलीवुड को छोड़कर सभी जगह मिला सम्मान: सयाजी शिंदे की अनकही कथा

द्वारा Animesh Pandey
1 February 2023
From US to UK: Doval final battle against information warfare
मत

अमेरिका से ब्रिटेन तक: डोभाल ने सूचना युद्ध के विरुद्ध अंतिम लड़ाई का शंखनाद कर दिया है

द्वारा Vaishali Shukla
7 February 2023
The Unforgotten Voice of Abhijeet Bhattacharya whose career destroyed by Bollywood Music Mafia
चलचित्र

अभिजीत भट्टाचार्य: जिनका करियर म्यूजिक माफिया लील गया

द्वारा Animesh Pandey
3 February 2023

©2023 TFI Media Private Limited

  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships

©2023 TFI Media Private Limited

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team

Follow @tfipost_in