TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    प्रधानमंत्री मोदी

    BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    प्रधानमंत्री मोदी

    BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    ढाका में आत्मसमर्पण: 1971 की वह ऐतिहासिक घटना, जिसने बांग्लादेश को जन्म दिया

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

भारत में नफरत फैलाने और ‘हिंसा भड़काने’ के लिए एमनेस्टी इंडिया को यूके से होती थी फंडिंग

मानवाधिकार के नाम पर इन संस्थाओं ने वर्षों तक भारत के लोगों को मूर्ख बनाया है!

Deeksha Sharma द्वारा Deeksha Sharma
25 July 2022
in चर्चित
ED
Share on FacebookShare on X

प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने 8 जुलाई शुक्रवार को एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया और उसके पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आकार पटेल को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया था। जांच एजेंसी ने एमनेस्टी इंटरनेशनल पर 51.72 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया जबकि पटेल पर 10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया।

केंद्रीय जांच एजेंसी को सूचना मिली थी कि एमनेस्टी इंटरनेशनल यूके विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) से बचने के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के माध्यम से अपनी भारतीय संस्थाओं को बड़े पैमाने पर विदेशी योगदान दे रहा था। इन आरोपों के आधार पर फेमा के तहत जांच शुरू की गयी।

संबंधितपोस्ट

‘मैं तारीफ करता हूं बता दीजिएगा’: दिल्ली दंगों पर खुशियां मना रहा था कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की बीवी का पाकिस्तानी सुपरवाइजर, फैलाता रहा है भारत विरोधी प्रोपेगेंडा

‘कांग्रेस सांसद की बीवी के ISI से संबंध’: BJP नेताओं ने गौरव गोगोई पर लगाई आरोपों की झड़ी, जॉर्ज सोरोस से जुड़े NGO के तार

USAID से WHO तक, ट्रंप के बड़े फैसलों का दुनिया पर कितना असर?

और लोड करें

और पढ़ें- एमनेस्टी इंटरनेशनल का मुख्यालय कहां हैं? सिद्धांत, आलोचना और लक्ष्य

‘एमनेस्टी विदेश से फंड लेता रहा’

ईडी के बयान में कहा गया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मिनिस्ट्री इंडिया फाउंडेशन और अन्य ट्रस्टों को पूर्व पंजीकरण या अनुमति से इनकार कर दिया था लेकिन बावजूद इसके भारत में अपना विस्तार करने के लिए एमनेस्टी विदेश से फंड लेता रहा।

कई मौकों पर, एमनेस्टी इंटरनेशनल और उसके भारतीय इकाई को भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया गया है। इस संगठन का भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने का इतिहास काफी पुराना है। यह लगातार भारत को मानवाधिकारों के उल्लंघनकर्ता और मुसलमानों के ‘उत्पीड़क’ के रूप में गलत तरीके से पेश करने की कोशिश करता रहा है।

यही कारण है कि प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया है कि एमनेस्टी इंटरनेशनल यूके ने “सेवाओं के निर्यात की आड़ में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को निधि देने” के लिए एफसीआरए का उल्लंघन करते हुए एमनेस्टी इंडिया को 51 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी।

जब 2011-12 में विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम (FCRA) लागू हुआ, तो NGO को विदेशी फंडिंग लेने की अनुमति दे दी गयी लेकिन जब सरकारी एजेंसियों की जांच में इस फंडिंग के प्रतिकूल इनपुट मिले तो अधिकारियों ने तुरंत इसे मिलने वाली फंडिंग को रद्द कर दिया था। सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद, एमनेस्टी इंटरनेशनल ने 2012 में IAIT नामक एक गैर-लाभकारी संगठन और 2013 में एक लाभकारी वाणिज्यिक इकाई, AIIPL की स्थापना की।

IAIT को घरेलू रूप से वित्त पोषित किया जाना था और इन निधियों का उपयोग करके भारत में मानवाधिकार संबंधी गतिविधियों को अंजाम देना था। एआईआईपीएल को रिपोर्ट, अभियान आदि के माध्यम से सेवाओं के निर्यात के रूप में शुल्क वसूल कर उसी काम को अंजाम देना था।

ईडी के अनुसार दोनों संस्थाओं के पदाधिकारियों का एक समान समूह था, जो एक ही इमारत से संचालित होता था और अपने पूरे अस्तित्व में एआईआईपीएल के पास सिर्फ एक प्रमुख ग्राहक था: एमनेस्टी इंटरनेशनल यूके।

2015 में, एमनेस्टी इंटरनेशनल यूके ने एआईआईपीएल में 10 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मार्ग का इस्तेमाल किया।

पिछले कुछ वर्षों में, एआईआईपीएल को विभिन्न मुद्दों पर मानवाधिकार रिपोर्ट तैयार करने, अभियान आयोजित करने और कुछ तकनीकी सेवाओं से संबंधित ‘सेवाओं के निर्यात’ के लिए एमनेस्टी इंटरनेशनल यूके से 36 करोड़ रुपये (10 करोड़ रुपये एफडीआई सहित) मिले।

और पढ़ें- एमनेस्टी इंटरनेशनल की तरह था CHRI, अब सरकार ने इसकी क्लास लगा दी है

एजेंसी और एनजीओ का यह है दावा

एजेंसी ने दावा किया कि यह सेट-अप एफसीआरए को दरकिनार करने और व्यावसायिक गतिविधियों के नाम पर एनजीओ के काम को अंजाम देने के अलावा और कुछ नहीं था। ईडी ने एआईआईपीएल और आईएआईटी को मिले पूरे पैसे को अपराध की कमाई बतायी है।

दूसरी ओर, एनजीओ ने दावा किया है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है क्योंकि अन्य देशों में भी भी इसी तरह काम करते हैं अर्थात, दो संस्थाओं की स्थापना, एक लाभ के लिए और दूसरी गैर-लाभकारी।

ध्यान देने वाली बात यह है की सबसे ज्यादा फंडिंग दो प्रोजेक्ट्स के लिए आयी। कश्मीर में ‘एक्सेस फॉर जस्टिस’ को GBP 46,867 या 44.5 लाख रुपये, और जस्टिस फॉर द 1984 सिख नरसंहार’।

ईडी ने आगे कहा कि एआईआईपीएल का उद्देश्य मीडिया का उपयोग करके सार्वजनिक आक्रोश पैदा करना और राजनीतिक दलों पर दबाव बनाना था। उन्होंने इसके अभियानों के लिए जन समर्थन जुटाने के लिए आरटीआई के साथ-साथ मीडिया, टीवी और रेडियो का इस्तेमाल किया। दिलचस्प बात यह है कि ईडी ने यह भी उल्लेख किया कि एमनेस्टी ने सुनिश्चित किया कि 1984 का सिख नरसंहार 2017 के पंजाब चुनाव घोषणापत्र के प्रमुख मुद्दों में से एक बने।

हालांकि, यह हैरानी की बात है कि मानवता का रोना रोने वाले ऑल मुसलमानों के अधिकारों की बात करने वाले एमनेस्टी ने कभी कन्हैयालाल का ‘सर तन से जुदा’ करने वालों पर कुछ नहीं कहा। बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं के नरसंहार के बारे में कुछ नहीं कहा।

कई मौकों पर, एमनेस्टी इंडिया और उसके पूर्व प्रमुख आकार पटेल भारत को नकारात्मक रूप से चित्रित करने के लिए खुलेआम झूठ और फर्जी खबरें फैलाते नजर आए हैं। इसलिए आवश्यक है कि भारत के घरेलू मुद्दों में विदेशी हस्तक्षेप के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: FCRANGOएमनेस्टीएमनेस्टी इंटरनेशनल
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

खर्चा-पानी चलाने के लिए अब चीन को अपनी संपत्ति बेचेगा पाकिस्तान

अगली पोस्ट

मुकेश अंबानी की जियो को टक्कर देने के लिए यह है गौतम अडानी का मास्टर प्लान

संबंधित पोस्ट

संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 
चर्चित

संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

13 December 2025

13 दिसंबर 2001—वह तारीख जिसे भारत कभी नहीं भूल सकता। आज से 24 वर्ष पहले ठीक इसी दिन देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था- संसद भवन...

हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’
इतिहास

हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

12 December 2025

संघ प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अंडमान निकोबार में वीर सावरकर की प्रतिमा का अनावरण किया। ये कार्यक्रम वीर सावरकर...

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश
चर्चित

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

12 December 2025

अंडमान-निकोबार में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक ही नहीं, राजनीतिक रूप से भी बेहद अहम रहने वाला है। क्योंकि आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited