स्वागत है आपका आज के इस लेख में जहाँ हम बात करेंगे विज्ञान के चमत्कार के बारें में, प्रस्तुत लेख विज्ञान के चमत्कार पर निबंध है (Vigyan ke Chamatkar Nibandh) जो कक्षा 5 से 8 के विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है और आशा करते है कि यह लेख आपको पसंद आएगा।
Vigyan ke Chamatkar Nibandh
विज्ञान के चमत्कार- ईंधन, सूचना, कम्प्यूटर उपकरण आदि ऐसे कई अनोखे साधन विज्ञान ने दिए है विज्ञान अपने आप में एक बहुत ही विशाल विषय है। इसके हर पहलू को कवर कर पाना लगभग असंभव है। विज्ञान के चमत्कार पर लिखे गए इस निबंध में हम आप लोगो को विज्ञान के नवीनतम चमत्कारों से अवगत करवाने का प्रयास करेंगे। हमारे जीवन के हर पहलू में विज्ञान के चमत्कार देखने को मिलेंगे। आज विज्ञान के कारण ही बहुत से आविष्कार हुए हैं जिनके कारण हमें बहुत सी सुविधाएं मिली है। जैसे बिजली मानव जाति को विज्ञान का एक शानदार उपहार है।
बिजली के माध्यम से घर ही रोशन नहीं हैं बल्कि आज हम जितने भी उपकरण अपने दैनिक जीवन में उपयोग करते हैं उनमें से ज्यादातर बिजली की सहायता से चलते हैं। इसके अतिरिक्त अस्पताल, औधोगिक क्षेत्र तथा कॉर्पोरेट सेक्टर इत्यादि में बिजली का महत्वपूर्ण योगदान है।
विज्ञान का अर्थ: विज्ञान दो शब्दों वि + ज्ञान से मिलकर बना है। ‘वि’ शब्द का मतलब ‘विस्तार से’ होता है तथा ज्ञान शब्द का मतलब जानकारी प्राप्त करना होता है। अंत सरल शब्दों में विज्ञान का अर्थ विस्तार से जानकारी प्राप्त करना होता है।विज्ञान ने मानव को बहुत आरामदायक जीवन प्रदान किया है। विज्ञान ने स्वास्थ्य व जीवन को एक नयी दिशा प्रदान की है।
विज्ञान के कुछ महत्वपूर्ण अविष्कार
हार्ट ट्रांसप्लांट, किडनी ट्रांसप्लांट, एक्सरे, वेंटीलेटर तथा बॉडी चेकउप जैसे विज्ञान के आविष्कारों ने चिकित्सा के क्षेत्र को नई दिशा प्रदान की है।मनोरंजन के लिए टेलीविज़न यानी दूरदर्शन विज्ञान की अद्भुत देन रही है। टेलीविज़न के जरिए हम हर प्रकार के कार्यक्रम देख सकते हैं।
टीवी धारावाहिक, रोज़ाना हर भाषा में खबरें, लाइव क्रिकेट मैचेस से लेकर सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम विभिन्न चैनल्स पर देख सकते है। बच्चों के लिए कार्टून के चैनल्स उपलब्ध है। देश और दुनिया के सारे समाचार कुछ ही मिनटों में टीवी पर प्रसारित किए जाते हैं। टीवी एक अनोखा मनोरंजन प्रदान करने वाला साधन है।
अपने देश के लिए नए नए तरीके के हथियार विज्ञान की मदद से ही इजात हो पाए है.विज्ञान ने मनुष्य को जीने का नया ढंग दे दिया है. इससे अनगिनत लाभ है. कोई भी इन्सान हो, लेकिन बिना विज्ञान के प्रयोग के वो अपने जीने की कल्पना भी नहीं कर सकता. हम हर पल हर वक़्त विज्ञान को अपने आसपास महसूस करते है. जहाँ लाभ वहां हानि तो होती है.
विज्ञान ने रोबोट तक का निर्माण कर लिया है, जो इन्सान की तरह दिखने वाली मशीन है, तो अपनी हर कमांड पर जो चाहो, वो करेगी. इन्सान विज्ञान पर इतना ज्यादा निर्भर हो गया है कि वो इसके बिना चलना ही पसंद नहीं करता है
Vigyan ke Chamatkar Nibandh
मोटर सायकिल- गोटलिब डेमलयर और विल्हेम मेबैक ने सन् 1885 में मोटर सायकिल बनाया। जिसने यातायात के साधन के रूप में क्रांति फैलाया।
बल्व का अविष्कार- अमेरिकी अविष्कारक थॉमस अल्वा एडिसन ने 1879 में विश्व को भेंट के रूप में बल्व दिया।
इन्टरनेट – 1969 में, टीम बर्नर्स ली ने इंटरनेट का अविस्कार किया अतः इन्हें इंटरनेट का जनक कहा जाता है। इंटरनेट संचार का सबसे गतिमान माध्यम माना जाता है, तथा यह मानव के लिए एक नायाब तौहफा है। विज्ञान के मदद से हमारा जीवन आसान और आरामदायक हो गया है। विज्ञान ने हमें उपहार के रूप में कई ऐसी संपत्ति दी है जिसने व्यक्ति के जीवन को प्रभावित किया है, उसे बदल दिया है। जिसमें मुख्य रूप से मोबाइल, इंटरनेट, बल्व, लाइट, सायकिल, कम्पूटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह आज के समय में मानुष्य की मूल भूत आवश्यकता के रूप में देखा जाता है
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FAQs related to Vigyan
Ques – दुनिया विज्ञान का पिता किसे मानती है?
Ans- गैलीलियो गैलिली
Ques – विज्ञान की सबसे प्रमुख शाखा कौन सी मानी जाती है?
Ans- अंतरिक्ष विज्ञान।
Ques – जीव-जन्तुओं के जातीय विकास का अध्ययन विज्ञान की किस शाखा के अंतर्गत किया जाता है?
Ans- फोनोलाजी के अंतर्गत
Ques – वैज्ञानिक शब्द का आविष्कार किसने और कब किया था?
Ans- पहली बार वैज्ञानिक शब्द का प्रयोग विलियम ववेल द्वारा 1883 में किया गया था।
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