TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

लाहौर समझौते के बाद कैसे पाकिस्तान ने भारत की पीठ में छुरा घोंपा?

जब भारत-पाकिस्तान के बीच अप्रत्याशित साझेदारी बनते-बनते रह गई!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
24 February 2023
in इतिहास
लाहौर समझौते

Source: Sirfsach

Share on FacebookShare on X

वर्ष था 1999, 20वीं सदी का अंत निकट था। इस समय भारतीय उपमहाद्वीप में काफी उथल-पुथल मची थी। भारत और पाकिस्तान, दोनों ने एक के बाद एक परमाणु परीक्षण किए। भारत के लिए पोखरण में उनका दूसरा परीक्षण था और पाकिस्तान के लिए ये अपनी क्षमता से अधिक भारत को उत्तर देने का प्रश्न बन गया था। परंतु कुछ ही समय बाद एक ऐसा निर्णय दोनों देशों ने लिया, जिससे सब के सब हक्के बक्के रह गए, भू राजनैतिक विश्लेषक भी।

इस लेख में पढ़ें कैसे भारत-पाकिस्तान के बीच अप्रत्याशित साझेदारी बनते-बनते रह गई।

संबंधितपोस्ट

नवाज शरीफ ने मानी अपनी गलती

क्या दिलीप कुमार एक पाकिस्तानी जासूस थे?

योगेंद्र सिंह यादव – रियल मैन ऑफ स्टील

और लोड करें

लाहौर समझौते की घोषणा

अब शांति समझौते कोई नई बात नहीं है, विशेषकर भारत और पाकिस्तान के लिए। परंतु 1999 के लाहौर समझौते में ऐसी क्या विशेष बात थी जो इसे अलग बनाती है? प्रथम: ये युद्ध के उपरांत नहीं हुआ था।

द्वितीय, पहल भले ही भारत ने की पर आश्चर्यजनक रूप से पाकिस्तानी प्रशासन भी लाहौर समझौते से जुड़ने को इच्छुक था, और तृतीय: इस समझौते से शायद पहली बार भारत और पाकिस्तान के संबंधों की कड़वाहट कम हो सकती थी, जो इससे पूर्व के अनेकों समझौतों के बाद भी विद्यमान रही।

21 फरवरी 1999, यह वो दिन था, जब भारतीय उपमहाद्वीप की राजनीति में “व्यापक परिवर्तन” आ सकता था। 1999 में इसी दिन तत्‍कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्‍तान के पीएम नवाज शरीफ ने एक संधि पर हस्ताक्षर किए जिसे लाहौर घोषणा कहते हैं।

और पढ़ें: चीन, ISIS, स्वयं के मंत्री, हर कोई पाकिस्तान को ढोल की तरह बजा रहा है

इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ राजनीतिज्ञों एवं कलाकारों का एक विशाल जत्था पाकिस्तान पहुंचा था। जिसमें देव आनंद, कपिल देव, शत्रुघ्न सिन्हा जैसी हस्तियां भी उपस्थित थी।

लाहौर में जबरदस्त स्वागत के बीच वाजपेयी ने कहा था, ‘मैं अपने साथी भारतीयों की सद्भावना और आशा लेकर आया हूं जो पाकिस्तान के साथ स्थायी शांति और सौहार्द चाहते हैं। मुझे पता है कि यह दक्षिण एशिया के इतिहास में एक निर्णायक क्षण है और मुझे उम्मीद है कि हम चुनौती का सामना करने में सक्षम होंगे।’ दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच बातचीत के बाद लाहौर समझौते पर दस्तखत हुए।

पाकिस्तान ने छेड़ा युद्ध

दोनों देश परमाणु हथियारों के दुर्घटनावश या अवैध इस्तेमाल से जुड़े खतरे कम करने के लिए कदम उठाने पर राजी हुए। हालांकि, तस्‍वीर में वाजपेयी के चेहरे पर दिख रही मुस्कान ज्यादा दिन नहीं टिकी।

कुछ महीने बाद ही, पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के कारगिल में अपने लड़ाके भेज दिए। इसके पीछे मस्तिष्क था जनरल परवेज मुशर्रफ का। नवाज शरीफ ने बाद में कहा भी कि ‘कुछ जनरलों ने पाकिस्तान को युद्ध में झोंक दिया।’

यह एक अघोषित नीति है कि पाकिस्तान में प्रशासन की कम, और आर्मी की अधिक चलती है, और जब भी इस व्यवस्था के विरुद्ध कोई आवश्यकता से अधिक मुखर हुआ है, उसका हाल या तो ज़ुल्फिकार अली भुट्टो जैसा हुआ है, या फिर इमरान खान जैसा।

उस समय पाकिस्तानी सेना का नेतृत्व भी कोई और नहीं, तत्कालीन सेनाध्यक्ष [और बाद में पाकिस्तान के सर्वेसर्वा] परवेज़ मुशर्रफ कर रहे थे, जो इससे पूर्व दो युद्धों में भारत का सामना कर चुके थे, और दोनों बार उन्होंने मुंह की खाई थी।

और पढ़ें: “100 किलो आटा देंगे जावेद अख्तर को वहीं रख लो”, ‘बस नाम रहेगा अल्लाह का…’ वाले फैज़ के कार्यक्रम में पाकिस्तान पहुंचे हैं गीतकार

परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ रहते हुए भारत के खिलाफ खूब षडयंत्र रचे। भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध के दौरान परवेज मुशर्रफ ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख थे। बताया जाता है कि इस युद्ध के बारे में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भी जानकारी नहीं दी थी। स्वयं नवाज़ शरीफ भी इस बात को कई बार दोहराए कि मुशर्रफ ने उन्हें बिना बताए युद्ध को अंजाम दिया था।

परवेज़ मुशर्रफ कश्मीर को कैसे भी हथियाने के लिए कितने प्रतिबद्ध थे, इस बात का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि जब लाहौर समझौते के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध थोड़े सुधरने लगे, तो उसी बीच पाकिस्तानी सेना ने LOC की बर्फीले स्थिति का लाभ उठाते हुए अपने कैंप जमाने के साथ-साथ भारतीय कैंप में भी घुसपैठ प्रारंभ कर दी।

उस समय दोनों सेनाओं के बीच एक अघोषित समझौता था कि जब भी सर्दी हद से अधिक बढ़ती, तो दोनों अपनी अपनी चौकी खाली कर देते, और जब अप्रैल के मध्य तक बर्फ पिघलना प्रारंभ होती, तो दोनों अपनी अपनी चौकियों पर पुनः डेरा जमा लेते। परंतु इस बार समय से पूर्व LOC पर घेराबंदी प्रारंभ कर दी।

पाकिस्तान की करारी हार

इसका अंदाज़ा भारतीयों को तब लगा, जब स्थानीय चरवाहों ने उन्हे घुसपैठ की सूचना दी। प्रारंभ में उन्हे मुजाहिदीन समझकर कुछ पैट्रोल पार्टी भेजे गए, परंतु जब कैप्टन सौरभ कालिया और उनके गुट का पाकिस्तानियों ने अपहरण किया और बर्बरता की सभी सीमाएँ लांघने के बाद उनकी जघन्य हत्या की, और भारतीय एयरफोर्स के दो पायलट अजय आहूजा और के नाचिकेत पाकिस्तान की गिरफ्त में आए, तो भारतीय सुरक्षाबलों को समझ में आ गया कि स्थिति ठीक नहीं है।

हालांकि परवेज मुशर्रफ को अपने मंसूबों में सफलता नहीं मिली और पाकिस्तान को इस युद्ध में भारी नुकसान उठाना पड़ा। प्रारंभ में ऊपर बैठे होने का लाभ शत्रुओं को मिला, परंतु जब भारतीय प्रशासन ने युद्ध की घोषणा की तो फिर धीरे-धीरे पाकिस्तानियों के पाँव उखड़ने लगे।

और पढ़ें: दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बननने जा रहा है पाकिस्तान, तहरीक-ए-लब्बैक ने बनाया है ‘मास्टर प्लान’

इसके बाद परवेज मुशर्रफ ने कारगिल युद्ध में भारत से मिली करारी हार का ठीकरा तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर फोड़ दिया और साल 1999 में पाकिस्तान में मार्शल लॉ लागू कर उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था और पाकिस्तान के राष्ट्रपति बन बैठे।

परवेज मुशर्रफ ने कई बार भारत के साथ धोखेबाजी करने का काम किया था। साल था 2002. नेपाल में सार्क देशों के सम्मेलन के समय जनरल परवेज मुशर्रफ तब पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे। उस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने भारत से अच्छे संबंधों की दुहाई दी।

फिर अचानक ही मंच पर बैठे भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पास पहुंचे और उनसे हाथ मिलाने के लिए हाथ आगे बढ़ा दिया जिसके बाद तत्कालीन भारतीय पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने भी उठकर उनसे हाथ मिला लिया। कहा जाता है कि अटल बिहारी वाजेपयी से हाथ मिलाते समय परवेज मुशर्रफ के हाथ कांप रहे थे। क्योंकि कारगिल युद्ध को हुए तक ज्यादा समय नहीं हुआ था।

जो भी कारिगल का युद्ध पाकिस्तान की बुरी हार के साथ खत्म हुआ था लेकिन भारत के कई वीर जवानों ने भी अपना बलिदान दिया था- ऐसे में लाहौर समझौते को फेल होना ही था- और वही हुआ। लाहौर समझौता इतिहास की गर्त में एक इवेंट बनकर रह गया, और भारत को एक और सबक दे गया कि आप कितनी भी बार सहयोग की पहल कर लो- शांति की पहल कर लो- पाकिस्तानी सेना कभी बदलने वाली नहीं है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: Atal Bihari Vajpayee in lahoreLahore Declarationकारगिल युद्धलाहौर समझौता
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

फरहाद सामजी करेंगे फिल्म हेरा फेरी 3 का निर्देशन, इससे अच्छा फिल्म बनाओ ही मत

अगली पोस्ट

अमेरिका तक पहुंचा जाति के नाम पर सनातन विरोधी षड्यंत्र

संबंधित पोस्ट

भारतीय दर्शन और संविधान
इतिहास

भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

2 December 2025

भारतीय ज्ञान परंपरा में नागरिकता (Citizenship) का विचार आधुनिक “राज्य–नागरिक” (State–Citizen) ढाँचे से भले अलग रहा हो, पर इसका इतिहास अत्यंत प्राचीन, समृद्ध और बहुआयामी...

तालोम रुकबो
इतिहास

अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

1 December 2025

कुछ ऐसे राष्ट्रनायक हुए हैं, जिनके योगदान को सामने लाने में इतिहास ने हमेशा कोताही बरती है। अरुणाचल प्रदेश के तालोम रुकबो भी उन्ही में...

राजा महेंद्र प्रताप सिंह
इतिहास

राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

1 December 2025

"हमारी आज़ादी के आंदोलन में कई महान व्यक्तित्वों ने अपना सबकुछ खपा दिया. लेकिन यह देश का दुर्भाग्य रहा है कि आज़ादी के बाद ऐसे...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited