TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?

    भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?

    भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?

    vijay diwas

    Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    पाकिस्तान, बांग्लादेश, 1971 युद्ध, विजय दिवस

    बाँध कर नदी में खड़ा कराते, बहती थी गोलियों से भूनी हुई लाशें… भारत ने न बचाया होता तो बांग्लादेश कैसे मनाता ‘विजय दिवस’?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

वो 5 कारण जिनके चलते दिल्ली में लगी AAP पर झाड़ू, केजरीवाल-सिसोदिया-जैन सब हारे

Akash Sharma Nayan द्वारा Akash Sharma Nayan
8 February 2025
in चर्चित, राजनीति, समीक्षा
अरविंद केजरीवाल दिल्ली चुनाव रिजल्ट

अरविंद केजरीवाल

Share on FacebookShare on X

दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ रहे हैं। अब तक सामने आए रुझानों में BJP बड़ी बढ़त के साथ सत्ता में वापसी करती नजर आ रही है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, सत्येन्द्र जैन समेत AAP के कई बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है। यहां तक कि मुस्लिम बहुल सीटों पर भी आम आदमी को अपेक्षाकृत कम वोट मिला है। इस चुनाव में AAP के पिछड़ने के कई फैक्टर रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार रहा है, जिसके चलते AAP के कई बड़े नेताओं को जेल की हवा खानी पड़ी। इसके अलावा विकास के मुद्दे में भी कहीं न कहीं AAP से जनता नाराज नजर आई।

आंकड़ों को देखें तो साल 2015 में आम आदमी पार्टी AAP ने 67 सीटें मिली थीं। इसके बाद साल 2020 के विधानसभा चुनाव में यह संख्या घटकर 62 रह गई थी। वहीं इस दौरान, भाजपा की सीटों में बढ़ोतरी देखने को मिली। साल 2015 में BJP के खाते में 3 सीटें गई थीं, वहीं साल 2020 में भाजपा 8 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। वहीं इन चुनावों में कांग्रेस का खाता नहीं खुला था।

संबंधितपोस्ट

भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?

BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

और लोड करें

साल 2025 के विधानसभा चुनावों में अब तक सामने आए रुझान में भाजपा 27 सालों का सूखा खत्म कर सरकार में वापसी करती नजर आ रही है। इस वापसी में पार्टी नेताओं के प्रयास, मोदी की गारंटी और चुनाव के दौरान किए गए वादों के साथ ही AAP की खामियां BJP के लिए फायदेमंद साबित हुईं। दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) के खराब प्रदर्शन के कई बड़े कारण रहे हैं:

1.) भ्रष्टाचार: 

दिल्ली की सत्ता में आने से पहले अरविंद केजरीवाल ने खुद को और आम आदमी पार्टी को साफ-सुथरी छवि वाली पार्टी के रूप में पेश किया था। लेकिन इसके बाद हुए खुलासों और भ्रष्टाचार के आरोपों ने AAP की लुटिया डुबोई है। शराब घोटाले से लेकर पानी और विज्ञापन तक में हुए भ्रष्टाचार की रिपोर्ट केजरीवाल की छवि पर बदनुमा धब्बे की तरह हैं। सत्येन्द्र जैन से लेकर संजय सिंह, मनीष सिसोदिया और खुद अरविंद केजरीवाल का जेल जाना और फिर कोर्ट का जमानत से इनकार करना यह दिखा रहा था कि मामला गंभीर है।

इतना ही नहीं, चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी द्वारा महिलाओं को हर महीने पैसे देने का भी ऐलान किया गया था। यहां तक कि इसे योजना बताकर महिलाओं के फॉर्म भी भरवाए जा रहे थे। इसमें भी भ्रष्टाचार और जनता का डाटा गलत तरीके से इकट्ठा करने की बातें सामने आईं। इसके बाद उपराज्यपाल को जांच तक के आदेश देने पड़े थे। कुल मिलाकर AAP भर भ्रष्टाचार करना भारी पड़ गया।

2.) अधूरे वादे-अधूरा काम:

सत्ता में आने के लिए अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को पेरिस बनाने का वादा किया था। लेकिन पहली बारिश में ही दिल्ली की सड़कें तालाब की तरह नजर आती थीं। इसके अलावा मोहल्ला क्लीनिक का जितना प्रचार किया गया था, उसे दिल्ली समेत दूसरे प्रदेश की जनता भी जानती है। साथ ही सबको मोहल्ला क्लीनिक के हालात भी पता हैं। यमुना नदी के प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर भी जनता AAP सरकार से नाराज चल रही थी।

इसके अलावा, दिल्ली में प्रदूषण इतना अधिक होता है कि सांस लेना भी बेहद मुश्किल हो जाता है। दिलचस्प बात यह रही कि इन सभी चीजों के लिए केजरीवाल लगातार दूसरे राज्यों को दोषी ठहराते रहे। इसके चलते भी उन्हें लगातार किरकिरी झेलनी पड़ी। इसके अलावा, टूटी सड़कें, खराब स्कूल, गंदा पानी जैसे तमाम कारण ऐसे हैं जिनका आम जन के जीवन में सीधा प्रभाव होता है।

3.) आंतरिक कलह:

आम आदमी पार्टी (AAP) की हार के सबसे बड़े कारणों में पार्टी और सहयोगियों के बीच कलह भी रही। एक ओर जहां AAP ने कांग्रेस के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था। वहीं अब विधानसभा चुनाव में AAP और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रहे थे। इस दौरान दोनों तरफ से जमकर वार-पलटवार देखने को मिल रहे थे। ऐसे में जनता को यह समझ आ गया था कि कांग्रेस और AAP में अधिक अंतर नहीं है। यहां तक कि दोनों पार्टियों पर अवसर देखकर हाथ मिलाने और फिर वार करने की भी बातें की जा रही थीं।

इसके अलावा, पार्टी के भीतर भी आंतरिक विवाद देखने को मिल रहे थे। एक ओर AAP की राज्यसभा सांसद स्वाती मालिवाल खुलकर केजरीवाल का विरोध कर रही थीं। वहीं, कैलाश गहलोत, राज कुमार आनंद समेत आखिरी वक्त में 8 विधायकों का पार्टी छोड़कर BJP में शामिल होना भी AAP के लिए घातक साबित हुआ।

4.) शीशमहल:

अरविंद केजरीवाल हमेशा जनता के सामने सामान्य कपड़े और आम आदमी बनने का दिखावा करते नजर आते थे। लेकिन इसके बाद, CM हाउस को ‘शीशमहल’ में बदलने के लिए जिस तरह से करोड़ों रुपए खर्च करने के आरोप ने केजरीवाल की सबसे बड़ी फजीहत की थी। वास्तव में देखें तो सत्ता में आने से पहले केजरीवाल ने सरकारी गाड़ी, सुरक्षा गार्ड, सरकारी घर लेने समेत तमाम सरकारी सुविधाएं लेने से इनकार किया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद वह यही सब करते इनके लिए लड़ते नजर आए।

चूंकि BJP नेताओं ने शीशमहल के मुद्दे को जमकर उठाया था। CM हाउस के अंदर के फोटो-वीडियो भी लगातार सामने आते रहे हैं। ऐसे में जनता के सामने AAP और केजरीवाल की पोल खुल चुकी थी। इसका परिणाम ही EVM में वोट के रूप में पड़ा और फिर आज परिणाम के रूप में सामने आया।

5.) कांग्रेस ने जमकर काटे वोट:

इस चुनाव में कांग्रेस भले ही एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो पाई। लेकिन कांग्रेस प्रत्याशियों ने पिछले चुनाव की अपेक्षा अधिक वोट हासिल किए हैं। चूंकि भाजपा का भी वोट बैंक बढ़ा है, ऐसे में अगर किसी का वोट कटा तो वह आम आदमी पार्टी ही थी। ऐसी कई सीटें रहीं जहां हार और जीत का अंतर काफी कम है। लोकसभा चुनाव की तरह यदि आम आदमी पार्टी ने विधानसभा में भी कांग्रेस से गठबंधन किया होता तो शायद स्थिति कुछ और होती। हालांकि ऐसा हुआ नहीं और परिणाम सबके सामने है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के ये तो सिर्फ कुछ उदाहरण ही हैं। वास्तव में सच्चाई यह है कि AAP हर मोर्चे पर पिछड़ती चली गई। यही कारण है कि 55 सीटें जीतने का दंभ भरने वाले अरविंद केजरीवाल अपनी सीट तक नहीं बचा पाए। यहां तक कि केजरीवाल ने कहा था कि उन्हें हराने के लिए PM मोदी उन्हें इस जन्म में नहीं हरा पाएंगे, हराने के लिए फिर से जन्म लेना पड़ेगा। सीधे शब्दों में कहें तो अति-आत्मविश्वास छोड़ यदि जमीनी स्तर पर काम करने का प्रयास किया गया होता तो जनता आरोप-प्रत्यारोप को भूल जाती और आज एक बार फिर AAP सत्ता में होती।

 

Tags: Arvind KejriwalBJPDelhi Assembly ElectionManish Sisodiaअरविंद केजरीवालदिल्लीदिल्ली विधानसभा चुनावभाजपामनीष सिसोदिया
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

दिल्ली में कांग्रेस की ‘0 की हैट्रिक’, 15 साल दिल्ली पर राज करने वाली कांग्रेस अब एक-एक सीट के लिए मोहताज

अगली पोस्ट

‘देशविरोधी’ बयानबाजी पर राहुल गाँधी के खिलाफ ओडिशा में FIR, IG हिमांशु का ऐलान – थमाएंगे नोटिस: कहा था – इंडियन स्टेट से है लड़ाई

संबंधित पोस्ट

बलिदान-दिवस 2025  : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण
इतिहास

बलिदान-दिवस 2025 : भारत के उन महान वीरों को नमन,जिन्होंने देश के लिए दिए प्राण

17 December 2025

भारतीय स्वाधीनता संग्राम में काकोरी कांड का विशेष महत्व है। यह पहला अवसर था जब क्रान्तिकारियों ने अंग्रेजी सरकार के खजाने को लूटकर यह स्पष्ट...

भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?
राजनीति

भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?

17 December 2025

भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर सबको चौंकाया है। 45 वर्ष के युवा नेता नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर पार्टी ने...

vijay diwas
इतिहास

Vijay Diwas 2025 : 16 दिसंबर को ही क्यों मनाया जाता है विजय दिवस, जानें पूरा इतिहास

16 December 2025

16 दिसंबर 2025 को भारत में विजय दिवस (Vijay Diwas) के रूप में मनाया जाता है. 1971 में इसी दिन भारत ने पाकिस्तान सेना से...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited