TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य

    सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    पंजाब की बाढ़: खेतों में उतरे केंद्रीय कृषि मंत्री, उम्मीद की डोर थामे किसान

    पंजाब की बाढ़: खेतों में उतरे केंद्रीय कृषि मंत्री, उम्मीद की डोर थामे किसान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    जेन-ज़ी की डिजिटल क्रांति: क्या सोशल मीडिया नेपाल में सरकार बदल सकती है — और भारत को क्या करना चाहिए?

    जेन-ज़ी की डिजिटल क्रांति: क्या सोशल मीडिया नेपाल में सरकार बदल सकती है-और भारत को क्या करना चाहिए?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    मोहेंजोदड़ो में मिले चार हजार साल पुराने ‘पुजारी राजा’ की भारत मेंं वापसी: क्यों जोड़ी जा रही नरेंद्र मोदी की छवि

    मोहेंजोदड़ो में मिले चार हजार साल पुराने ‘पुजारी राजा’ की भारत मेंं वापसी: क्यों जोड़ी जा रही नरेंद्र मोदी की छवि

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य

    सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    पंजाब की बाढ़: खेतों में उतरे केंद्रीय कृषि मंत्री, उम्मीद की डोर थामे किसान

    पंजाब की बाढ़: खेतों में उतरे केंद्रीय कृषि मंत्री, उम्मीद की डोर थामे किसान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    जेन-ज़ी की डिजिटल क्रांति: क्या सोशल मीडिया नेपाल में सरकार बदल सकती है — और भारत को क्या करना चाहिए?

    जेन-ज़ी की डिजिटल क्रांति: क्या सोशल मीडिया नेपाल में सरकार बदल सकती है-और भारत को क्या करना चाहिए?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    मोहेंजोदड़ो में मिले चार हजार साल पुराने ‘पुजारी राजा’ की भारत मेंं वापसी: क्यों जोड़ी जा रही नरेंद्र मोदी की छवि

    मोहेंजोदड़ो में मिले चार हजार साल पुराने ‘पुजारी राजा’ की भारत मेंं वापसी: क्यों जोड़ी जा रही नरेंद्र मोदी की छवि

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मोरारजी देसाई का विश्वासघात! अपने देश को छला और पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान जीता

Subodh Kumar द्वारा Subodh Kumar
12 July 2017
in इतिहास
मोरारजी
Share on FacebookShare on X

28 मई 1998 को दोपहर सवा तीन बजे, बलोचिस्तान प्रांत में छगई जिले के पास रस कोह पहाड़ ने एक ठग देश को एक परमाणु शक्ति में तब्दील होते देखा। पाकिस्तान ने भारत के दूसरे परमाणु परीक्षण के जवाब में पहला परमाणु निरीक्षण किया।

28 मई 1998 की दोपहर को छगई टेस्ट साइट पर पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग की देखरेख में पाँच भूमिगत परमाणु परीक्षण कराये गए। साइट से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर एक निरीक्षण पोस्ट बनाया गया, जिसमें गणित और सैद्धान्तिक भौतिकी ग्रुप के सदस्यों  [जिनका नेतृत्व डॉ. मसूद अहमद और असगर कादिर कर रहे थे] को परमाणु हथियार की उपज का परीक्षण करना था।

संबंधितपोस्ट

अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

सीपी राधाकृष्णन की जीत: राष्ट्रवादी संदेश, विपक्षी प्रतिक्रिया और भारतीय राजनीतिक परिदृश्य

नेपाल की गलती: चीन का सहारा, भारत से दूरी और पहचान का संकट

और लोड करें

परमाणु बम परीक्षण के सटीक निर्धारण एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है, क्योंकि इसके अलग अलग पैमाने है। टीपीजी ने सम्पूर्ण परीक्षण की उपज 30-36 किलोटन रखी। वहीं दूसरी तरफ अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय ने इस गिनती को स्वीकारने से ही साफ मना कर दिया और कहा की यह 6-13 किलोटन की ही उपज दे पाया है।

पीएईसी से मिले वैज्ञानिक डाटा के अनुसार, ऐसा लगता है की पाकिस्तान ने भारत के विरुद्ध किसी थर्मोंन्यूक्लियर यंत्र का परीक्षण नहीं कर रहा था। इशफाक अहमद के अनुसार पीएईसी के आर्थिक उद्देश्यों के लिए एक हाइड्रोजन संयंत्र बनाने की कोई मंशा नहीं थी, जबकि 1974 में, तत्कालीन टीपीजी निदेशक, अब्दुस सलाम को रियाजुद्दीन ने इस प्लान के बारे में बताया भी था। शुरू से ही पीएईसी अपना सारा ध्यान छोटे, सामरिक परमाणु अस्त्र बनाने में ज़ाया करती थी।

वर्तमान में पाकिस्तान दुनिया का एकमात्र देश है, जिसके पास आत्मघाती, सामरिक परमाणु बम का स्वामित्व प्राप्त है। ये हत्फ IX या नास्र मिसाइल पर तैनात है, और इसकी मारक क्षमता 37 मील तक जाती है।

निस्संदेह ये पाकिस्तान की फिदायीन मानसिकता को दर्शाता है, पर इससे भी ज़्यादा दिलचस्प बात यह है की इस काबिलियत का भी क्या होता, अगर ‘ऑपरेशन काहूटा’ को अंजाम दिया गया होता।

1974 में जब पोखरण में प्रथम परीक्षण सफल हुआ था, तभी रॉ समझ गया था की भारत की उभरती परमाणु शक्ति को देखते हुये पाकिस्तान भी पीछे रहने वाला नहीं है, पर परमाणु बम के लिए आवश्यक सामग्री और निधि इकट्ठा करना कोई हाथ का मेल तो है नहीं, की भैया 5-6 साल में ही हो जाये। जैसे कनाडा और यूएस ने भारत के साथ सहयोग किया, फ़्रांस ने पाकिस्तान के साथ मिराज 3 फाइटर प्लेन का सौदा मंजूर किया।

पर फ्रेंच सहायता खुलेआम हुआ था, जिसमें मुख्य केंद्र था बिजली पहुंचाना, जबकि पर्दे के पीछे से चीन पाकिस्तान की मदद कर रहा था, जिसमें उत्तरी कोरिया भी साथ दे रहा था। एक्यू खान ने प्योंगयांग की यात्रा की, तो मोस्साद ने उनके पीछे कुछ गुप्तचर लगा दिये।

1970 के दशक के अंतिम पड़ाव आते आते रॉ ने अपनी जड़ें जमाना शुरू कर दिया था। मोस्साद और रॉ के बीच इंटेलिजेंस एक्स्चेंज होने लगे और पाकिस्तान में रावलपिंडी के पास एक छोटा सा शहर, काहूटा, ढूंढा गया। वैसे रॉ के नेटवर्क का कोई सानी नहीं था, पर प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबन्द थी। इसलिए रॉ ने अपनी विद्वत्ता का परिचय देते हुये पाकिस्तानी परमाणु वैज्ञानिकों के बालों के सैम्पल इकट्ठा करना शुरू कर दिये, क्योंकि सभी एक ही नाई की दुकान से अपने बाल कटवाते थे। इन सैंपलों का निरीक्षण किया गया, तो सबमें एक कड़ी समान मिली :- प्लूटोनियम, जो परमाणु बम का सबसे अहम हिस्सा माना जाता है।

अब इजराएल बिना किसी देरी के इस प्लांट को तहस नहस करना चाहता था, और इसके लिए वह गुजरात के जामनगर एयर बेस का इस्तेमाल करना चाहता था, और साथ ही में रीफ़्यूलिंग के लिए अलग बेस। वायुसेना भी बहती गंगा में हाथ धोने को काफी तत्पर थी, और उनके पास एक योजना भी थी। बस एक राजनैतिक हामी की आवश्यकता थी।परमाणु पाकिस्तान

पर इसके बाद जो हुआ, उसपर शायद ही कोई यकीन करना चाहेगा। तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई, जो उस वक़्त जनरल ज़िया उल हक़ से बातचीत कर रहे थे, ने चुपके से इस मिशन की पोल खोल दी। इस राजनैतिक धोखे से कई रॉ अफसरों और एजेन्टों को अपनी जान और अस्मत, दोनों से हाथ धोना पड़ा, और लगभग दो दशक तक पाकिस्तानी इंटेलिजेंस पर हमारी धाक नहीं जम पायी।

अगर निशान ए पाकिस्तान से सम्मानित मोरारजी देसाई ने यह गद्दारी न की होती, तो आज पाकिस्तान हमें कभी परमाणु बम से डराने की औकात न रखता। शायद इसीलिए नीलम संजीव रेड्डी ने इन्हे समय पूर्व प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने को बाध्य किया था।

क्या भारत ऐसा कुछ आज कर सकता है? विशेषकर पाकिस्तान की दूसरा हमला करने की विफलता के बाद, और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर के ‘कोई प्रथम इस्तेमाल नहीं’ की नीति को कूड़े में डालने के बाद शायद ये हो सकता है। ये वही पार्रिकर है जिनहोने सर्जिकल स्ट्राइक्स की नींव रखी थी, और कई बार मोदी जी से इसके लिए प्रशंसित भी हो चुके हैं।

फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंसेज के हंस एम क्रिस्टेनसेन ने अपने ब्लॉग पे एक उपग्रह चित्र प्रकाशित किया है जो लगभग निश्चित रूप से कराची से 12 किलोमीटर दूर मसूर एयर फोर्स बेस के पास एक पाकिस्तानी परमाणु हथियार भंडारण स्थल है। इस चित्र में आप देख सकते हैं की परमाणु हथियारों की सुविधा के लिए विशेष सुरक्षा का प्रभंध है, साथ ही उनके अलग भंडारण बंकरों का भी प्रबंध है । अगर एक ब्लॉगर पाकिस्तानी परमाणु भंडार देख सकता है, तो मुझे यकीन है कि रॉ मोस्साद  और सीआईए कॉफी नहीं पी रहे होंगे। मोदी, ट्रम्प और बेंजामिन नेतन्याहू इसके बारे में ज़रूर कुछ कर सकते हैं , आप का क्या ख्याल है ?परमाणु पाकिस्तान

Tags: ऑपरेशन कहूटापरमाणु हथियारपाकिस्तानभारतमोरारजी देसाईमोस्सादरॉ
शेयर205ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

मोदी जी ने इस कारण से फ़लस्तीन की यात्रा नहीं की, और सच वो नहीं जो आप समझते हैं

अगली पोस्ट

इस कारण से बड़े ही रहस्यमय तरीके से चीनी राजदूत से मिले राहुल गांधी

संबंधित पोस्ट

मोहेंजोदड़ो में मिले चार हजार साल पुराने ‘पुजारी राजा’ की भारत मेंं वापसी: क्यों जोड़ी जा रही नरेंद्र मोदी की छवि
इतिहास

मोहेंजोदड़ो में मिले चार हजार साल पुराने ‘पुजारी राजा’ की भारत मेंं वापसी: क्यों जोड़ी जा रही नरेंद्र मोदी की छवि

10 September 2025

लगभग चार हजार साल पहले मोहेंजोदड़ो में मिली पत्थर की एक छोटी सी मूर्ति को लोग “पुजारी-राजा” (Priest King) कहते हैं। यह मूर्ति उस समय...

नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता
इतिहास

नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता

10 September 2025

नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर बैन लगते ही हालात बेकाबू हो गए। लोग, खासकर युवा पीढ़ी, गुस्से में सड़कों पर उतर आए और हर...

उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व
इतिहास

उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

10 September 2025

कानपुर के बाहरी इलाके की गलियों में पुलिस की टुकड़ी एक मिशनरी संगठन के ठिकानों पर पहुंची। गरीब और कमजोर हिंदू परिवारों को झूठे वादों...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55

IAF’s Arabian Sea Drill: Is it A Routine exercise or Future Warfare Preparation?

00:05:26
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited