कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह अक्सर अपने उटपटांग बयानों और ओछी हरकतों के कारण विवादों के केंद्र में रहते हैं। इस बार भी दिग्विजय सिंह अपने उटपटांग बयानों के कारण सुर्खियों में छाए हुये हैं। कल यानि मंगलवार को मुहर्रम के अवसर पर दिग्गी राजा ने ट्वीट किया “सभी मुस्लिम भाईयों और बहनों को मुहर्रम के पावन अवसर पर हमारा सलाम” –
सभी मुस्लिम भाईयों और बहनों को मुहर्रम के पावन अवसर पर हमारी सलाम।
— Digvijaya Singh (@digvijaya_28) September 10, 2019
इस ट्वीट का स्पष्ट अर्थ है कि मुहर्रम एक बड़ा ही सकारात्मक त्योहार है, जिसके लिए मुसलमानों को बधाई देना अत्यंत आवश्यक है। हम जानते हैं दिग्गी मियां कि आप मुसलमानों के बहुत बड़े हिमायती हैं और आप उनके लिए एक पूरे समुदाय को आतंकी घोषित करने तक को तैयार हो जाते हैं, पर इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई? मुहर्रम खुशी का नहीं मातम का अवसर होता दिग्गी राजा है, क्योंकि इस दिन पैगंबर मुहम्मद के पुत्र हुसैन इब्न अली और उनके बीवी बच्चों की हत्या कर दी गयी थी, और इसीलिए इस दिन को प्रमुख रूप से शिया मुसलमान मातम के रूप में मनाते हैं।
लिहाजा दिग्गी राजा के इस बचकाने ट्वीट पर भाजपा के वरिष्ठ नेता व सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके सैयद शाहनवाज़ हुसैन ने उन्हे जमकर लताड़ा। अपने ट्वीट में शाहनवाज़ हुसैन लिखते हैं, “श्री @digvijaya_28, आज दुख का दिन है। इतना भी नहीं मालूम आपको दिग्विजय जी”।
श्री @digvijaya_28 जी, आज दुख का दिन है।
इतना भी नहीं मालूम आपको दिग्विजय जी। https://t.co/8IeqRd1kvc
— Syed Shahnawaz Hussain (मोदी का परिवार) (@ShahnawazBJP) September 10, 2019
फिर क्या था, दिग्गी राजा के इस ट्वीट पर यूजर्स ने उन्हें जमकर ट्रोल किया। एक यूजर लिखते हैं, “इनके हिसाब से आपके हसन-हुसैन की मौत पावन है। शिया के दर्द में दिग्विजय को ख़ुशी मिली है। भारत के मुस्लिम इतने ज़लील होकर भी क्यों चुप हैं?”, तो एक यूजर ने दिग्गी राजा की पोल खोलते हुये लिखा, “लेकिन उनको तो खुशी मिल रही है। शहनवाज भाई यही इनकी असलियत है, पता नहीं आम मुसलमान कब इसकी यह चाल समझेगा। क्योंकि अगर ये मुसलमानों के सच्चे हमदर्द होते तो इनको मुस्लिम भाइयों के धार्मिक कार्यक्रमों के बारे में सही जानकारी होती। ये झूठे हैं, इनकी भावनाएं भी झूठी हैं”।
https://twitter.com/pavanpu09990599/status/1171557701404569600
लेकिन उनको तो खुशी मिल रही है। शहनवाज भाई यही इनकी असलियत है, पता नहीं आम मुसलमान कब इनकी यह चाल समझेगा।
क्योंकि अगर ये मुसलमानों के सच्चे हमदर्द होते तो इनको मुस्लिम भाइयों के धार्मिक कार्यक्रमों के बारे में सही जानकारी होती।
ये झूठे हैं, इनकी भावनाएं भी झूठी हैं।— Sanjeev Yadav 🇮🇳 (@SanjeevYadav_IN) September 10, 2019
जो भी दिग्विजय सिंह के राजनीतिक करियर से भली भांति परिचित होगा, वो भी कुछ समय के लिए ये ट्वीट पढ़कर जरूर चकरा जाएगा। परंतु दिग्गी राजा के स्वभाव को देखते हुये ये कोई नई बात नहीं है। सच पूछें, तो जबसे वे भोपाल में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से लोकसभा चुनाव में हारें हैं, तब से दिग्विजय सिंह अपना सुध-बुध पूरी तरह खो बैठे हैं। उदाहरण के लिए हाल ही में उन्होंने आरोप लगाया था कि बजरंग दल और आरएसएस ISI द्वारा प्रशिक्षित हैं और उनसे पैसा लेकर देश भर में आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। यही नहीं, इससे पहले भी दिग्विजय सिंह ऐसे उटपटांग बयानों के लिए कई मौकों पर काँग्रेस की फजीहत करा चुके हैं।
#WATCH MP: Congress leader Digvijaya Singh says, "Bajrang Dal, Bharatiya Janata Party (BJP) are taking money from ISI (Inter-Services Intelligence). Attention should be paid to this. Non-Muslims are spying for Pakistan's ISI more than Muslims. This should be understood." (31.08) pic.twitter.com/NPxltpaRZA
— ANI (@ANI) September 1, 2019
चाहे ओसामा बिन लादेन को ‘ओसामा जी’ कह कर संबोधित करना हो, कलाकार सपना चौधरी के बारे में अभद्र टिप्पणी करना हो, या फिर गोवा और सिक्किम के भारत में विलय के लिए भी नेहरू गांधी वंश का गुणगान करना हो, दिग्विजय सिंह ने हर अवसर पर सिद्ध किया है कि काँग्रेस में राहुल गांधी के बाद ‘मसखरा शिरोमणि’ का पद कोई संभाल सकता है, तो वे राघोगढ़ के पूर्व महाराज दिग्विजय सिंह उर्फ दिग्गी राजा ही हैं। अब बेइज्ज़ती का दूसरा नाम दिग्विजय सिंह बोलें या दिग्विजय सिंह बेइज्जती का पहला नाम हो, बात तो एक ही है।