TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    सीमांचल की नई सुबह: विकास, सुरक्षा और अस्मिता संग भाजपा की बढ़त की कहानी

    सीमांचल की नई सुबह: विकास, सुरक्षा और अस्मिता संग भाजपा की बढ़त की कहानी

    बिहार 2025: नीतीश के अनुभव बनाम तेजस्वी की चुनौती, PK के प्रयोग से सियासत में रोमांच

    बिहार 2025: नीतीश के अनुभव बनाम तेजस्वी की चुनौती, PK के प्रयोग से सियासत में रोमांच

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    विजयदशमी पर सरसंघचालक का संदेश: आत्मनिर्भर भारत की वैश्विक भूमिका

    विजयदशमी पर सरसंघचालक का संदेश: आत्मनिर्भर भारत की वैश्विक भूमिका

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    साम्राज्य का क्षय बनाम राष्ट्र का उत्थान: अमेरिका और भारत की दो राहें

    साम्राज्य का क्षय बनाम राष्ट्र का उत्थान: अमेरिका और भारत की दो राहें

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम: कर्नाटक में बनेगा H125 हेलिकॉप्टर

    आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम: कर्नाटक में बनेगा H125 हेलिकॉप्टर

    ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट हुए थे पाकिस्तान के एक दर्जन से ज्यादा विमान, AWACS समेत कई F-16 भी हुए थे तबाह- वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान का करवाया सच से सामना

    ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट हुए थे पाकिस्तान के एक दर्जन से ज्यादा विमान, AWACS समेत कई F-16 भी हुए थे तबाह- वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान का करवाया सच से सामना

    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    इजराइल-हमास के बीच सीजफायर समझौता

    क्या ‘टू स्टेट सॉल्यूशन’ के लिए आखिरी कील साबित होने वाली है ट्रम्प की शांति योजना?

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    “भारत का सब्र टूटा: क्या संयुक्त राष्ट्र से बाहर निकलना ही रास्ता है?”

    भारत का सब्र टूटा: क्या संयुक्त राष्ट्र से बाहर निकलना ही रास्ता है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा

    महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा

    कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़

    कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़

    भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा

    भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा

    देवगढ़ किला और गढ़रियार राजवंश की 400 साल पुरानी तोपों का विवाद: 12 साल पहले लिया था सेना ने अपने कब्जे में, अब राजवंश परिवार मांग रहे अपनी तोपें

    देवगढ़ किला और गढ़रियार राजवंश की 400 साल पुरानी तोपों का विवाद: 12 साल पहले लिया था सेना ने अपने कब्जे में, अब राजवंश परिवार मांग रहे अपनी तोपें

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    सीमांचल की नई सुबह: विकास, सुरक्षा और अस्मिता संग भाजपा की बढ़त की कहानी

    सीमांचल की नई सुबह: विकास, सुरक्षा और अस्मिता संग भाजपा की बढ़त की कहानी

    बिहार 2025: नीतीश के अनुभव बनाम तेजस्वी की चुनौती, PK के प्रयोग से सियासत में रोमांच

    बिहार 2025: नीतीश के अनुभव बनाम तेजस्वी की चुनौती, PK के प्रयोग से सियासत में रोमांच

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    विजयदशमी पर सरसंघचालक का संदेश: आत्मनिर्भर भारत की वैश्विक भूमिका

    विजयदशमी पर सरसंघचालक का संदेश: आत्मनिर्भर भारत की वैश्विक भूमिका

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    साम्राज्य का क्षय बनाम राष्ट्र का उत्थान: अमेरिका और भारत की दो राहें

    साम्राज्य का क्षय बनाम राष्ट्र का उत्थान: अमेरिका और भारत की दो राहें

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम: कर्नाटक में बनेगा H125 हेलिकॉप्टर

    आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम: कर्नाटक में बनेगा H125 हेलिकॉप्टर

    ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट हुए थे पाकिस्तान के एक दर्जन से ज्यादा विमान, AWACS समेत कई F-16 भी हुए थे तबाह- वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान का करवाया सच से सामना

    ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट हुए थे पाकिस्तान के एक दर्जन से ज्यादा विमान, AWACS समेत कई F-16 भी हुए थे तबाह- वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान का करवाया सच से सामना

    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    इजराइल-हमास के बीच सीजफायर समझौता

    क्या ‘टू स्टेट सॉल्यूशन’ के लिए आखिरी कील साबित होने वाली है ट्रम्प की शांति योजना?

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    “भारत का सब्र टूटा: क्या संयुक्त राष्ट्र से बाहर निकलना ही रास्ता है?”

    भारत का सब्र टूटा: क्या संयुक्त राष्ट्र से बाहर निकलना ही रास्ता है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा

    महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा

    कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़

    कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़

    भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा

    भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा

    देवगढ़ किला और गढ़रियार राजवंश की 400 साल पुरानी तोपों का विवाद: 12 साल पहले लिया था सेना ने अपने कब्जे में, अब राजवंश परिवार मांग रहे अपनी तोपें

    देवगढ़ किला और गढ़रियार राजवंश की 400 साल पुरानी तोपों का विवाद: 12 साल पहले लिया था सेना ने अपने कब्जे में, अब राजवंश परिवार मांग रहे अपनी तोपें

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

धर्मनिरपेक्षता का प्रतीक या फिर जिहाद का समर्थक? मौलाना आज़ाद का वास्तविक चेहरा

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
18 October 2019
in इतिहास, ज्ञान
मौलाना आज़ाद, खिलाफत आंदोलन
Share on FacebookShare on X

मौलाना आज़ाद का वास्तविक चेहरा

वर्ष 2019, “खिलाफत आंदोलन” का शताब्दी वर्ष, खिलाफतवादियों ने 17 अक्टूबर, 1919 को ‘खिलाफत दिवस’ मनाया था। इस “खिलाफत आंदोलन” के दौरान खिलाफत आंदोलन की एक पैन इस्लामिक, राजनीतिक विरोध अभियान था।  जब भारत में खिलाफत आंदोलन की शुरुआत हुई थी तब उस समय मुस्लिमों में भारी आकुलता थी। पहला विश्वयुद्ध खत्म हो गया तो उसके बाद अलग-अलग साम्राज्यों पर शासन करने की होड़ मच गई। इस दौरान जर्मनी के साथ-साथ तुर्की को भी पराजय का सामना करना पड़ा था। इसके साथ ही ब्रिटेन एवं तुर्की के बीच होने वाली सीवर्स की संधि से तुर्की के सुल्तान (खलीफा) के पूरे अधिकार छीन लिए गए थे और इस तरह से तुर्की का आस्तित्व खतरे में आ गया।

जिसका मुख्य कारण केन्द्रीय इस्लामी खिलाफत से मुसलमानों का गहरा संबंध, भावनात्मक लगाव और गहरा प्रेम था। इसलिए खिलाफत आंदोलन को इस्लाम की रूह और मजहब की बुनियाद माना जाता है। आंदोलन द्वारा अंग्रेजों के सामने खलीफा के प्रभुत्व को दोबारा स्थापित करने और खलीफा को ज्यादा भू-क्षेत्र देने की मांग रखी गई। उन्होंने खलीफा की रक्षा के लिए 1920 में खिलाफत घोषणा पत्र का भी प्रकाशन किया।  वर्ष 1919 में मोहम्मद अली और शौकत अली (अली बंधुओं के नाम से प्रसिद्ध), मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, हसरत मोहानी व कुछ अन्य के नेतृत्व में तुर्की के साथ हुए अन्याय के विरोध में खिलाफत आन्दोलन चलाया गया। इस आंदोलन को महात्मा गांधी की पहली भूल भी मानी जाती है जिसने देश को विभाजन के रास्ते पर मोड़ दिया था। महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन में मुस्लिमों का समर्थन लेने के लिए खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया था।

संबंधितपोस्ट

भारतीय इतिहास शास्त्र की अवधारणा एवं स्वरूप

बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

और लोड करें

खिलाफत आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मौलाना आज़ाद को भारत में एक महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद माना जाता है। कांग्रेस ने उन्हें देश का पहला शिक्षा मंत्री तक बना दिया था। लेकिन हाथी के दाँत खाने के अलग और दिखाने के अलग होते हैं। दिखने वाले दाँत की मांग भी ज्यादा होती है। यही हाल मौलाना आज़ाद की भी थी।

आज भी उनके भाषणों को सेक्युलरिज्म पर ज्ञान देने के लिए याद किया जाता है। लेकिन यह वास्तविक सच्चाई से कोसों दूर है। उनके बारे में जानने के लिए मौलाना आज़ाद की उर्दू में लिखी किताब ‘खुत्बात-ए-आज़ाद’ को पढ़ना चाहिए। इस किताब के अनुसार 27 अक्टूबर, 1914 को, कोलकाता में एक बड़ी मुस्लिम सभा को संबोधित करते हुए, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, ने बताया था कि जिहादी बेटे और उसके परिवार के सदस्यों के बीच क्या संबंध होना चाहिए।

उन्होंने कहा था, “यह बिरादरी (मुसलमानों का समुदाय) अल्लाह द्वारा स्थापित की गई है… दुनिया में सभी रिश्ते टूट सकते हैं लेकिन इस रिश्ते को कभी भी खत्म नहीं किया जा सकता है। यह संभव है कि एक पिता अपने बेटे के खिलाफ हो जाए, यह असंभव नहीं कि एक माँ अपने बच्चे को अपनी गोद से अलग कर दे, यह संभव है कि एक भाई दूसरे भाई का दुश्मन बन जाए…लेकिन एक चीनी मुस्लिम के साथ एक अफ्रीकी मुस्लिम का रिश्ता इस पृथ्वी की कोई भी ताकत नहीं तोड़ सकती है। यही रिश्ता भारत के मुस्लिमों को मक्का के वंशज कुरैशी के साथ जोड़ता है।”

इस बयान से यह समझा जा सकता है कि उनके नज़र में एक माँ से बच्चे के रिश्ते से ज्यादा महत्वपूर्ण कौम का रिश्ता था। यह भाषण उन्होंने उस समय दिया था जब विश्व में इस्लाम बढ़ चरम पर था और भारत से भी खिलाफत आंदोलन के लिए मुस्लिम तुर्की की ओर प्रस्थान कर रहे थे। इससे स्पष्ट समझा जा सकता है कि उनका मकसद भारत के मुसलमानों को तुर्की के मुसलमानों की मदद के लिए भेजना था जिनसे भारतीयों का वास्तव में कोई लेना देने ही नहीं था।

आगे मौलाना आज़ाद ने कहा था, “यदि इस्लाम की आत्मा जीवित है, तो मुझे यह कहना चाहिए कि यदि तुर्की में हो रहे युद्ध के मैदान किसी मुस्लिम के गले में कांटा फंस जाता है तो, तो मैं अल्लाह की कसम खा कर कहता हूं, जब तक वह उस कांटे हो अपने गले में महसूस नहीं करता तब तक वह सच्चा मुसलमान नहीं है। क्योंकि मिलत-ए-इस्लाम (वैश्विक मुस्लिम समुदाय) एक एकल निकाय है।”

आगे उन्होंने पैगंबर मोहम्मद की बातें बताते हुए कहा, “एक मोमीन के साथ दूसरा मोमीन ठीक वैसे ही है जैसे दीवार में एक ईंट दूसरे ईंट के बगल में होता है।”

तब मौलाना आज़ाद ने कुरान से अल-फ़तह के आयत 29 का हवाला देते हुए कहा, ” आप लोग काफ़िरों के खिलाफ अत्यंत कठोर रहे लेकिन अपने लोगों के लिए अत्यंत सहानुभूतिपूर्ण और दयालु।” यह आयात मुसलमानों को अपने लोगों के बीच दोस्ती रखने और कफ़िरों (काफिरों) के खिलाफ सख्त होने की बात करता है।

उन्होंने यूरोप पर इस्लाम को बदनाम करने का भी आरोप लगाया था और कहा था, “अगर यह सच है कि इस्लाम खत्म करने के लिए तलवार को तेज किया जा रहा है, तो हम किस झिझक से ढाल बनाने में लगे हैं।”

उन्होंने “मुस्लिम विश्वविद्यालय” की आवश्यकता के बारे में बोलते हुए कहा था, “सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें अलीगढ़ में एक विश्वविद्यालय का निर्माण करना है, इसके लिए 30 लाख रुपये एकत्र करने हैं, यह “अलीगढ़ के काबा” के रूप में काम करेगा। जिस दिन विश्वविद्यालय स्थापित हो जाएगा उस दिन अल्लाह खुद स्ट्रैची हॉल की छत पर उतरेंगे। यह दिन कौम के लिए, अल्लाह के लिए सबसे जरूरी दिन होगा। आयत 5: 3 में भी अल्लाह कहतें हैं “ऐसा दिन मेरे लिए और मेरे कौम के पूर्ण है।‘’

इस्लामवादी आतंकी संगठनों के लिए भर्ती करने वाले मौलनाओं के भाषण से यह भाषण कितना अलग है? मोहम्मद अली जिन्ना और एचएस सुहरावर्दी द्वारा तीन दशक बाद एक ही शहर में direct action day पर दिये गए भाषणों से यह कितना अलग है? यह भाषण एक दृष्टिकोण से तैयार किया गया था। ऐसे भाषणों के बाद ही भारत से 18,000 से अधिक मुसलमान अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद लड़ने तुर्की गए थे। इस खिलाफत आंदोलन की सच्चाई के बारे में डॉ. आंबेडकर ने अपनी पुस्तक ‘थॉट्स ऑन पाकिस्तान’ (1940) में लिखा, ‘सच्चाई यह है कि असहयोग आंदोलन का उद्गम खिलाफत आंदोलन से हुआ, न कि स्वराज्य के लिए कांग्रेसी आंदोलन से। खिलाफतवादियों ने तुर्की की सहायता के लिए इसे शुरू किया और कांग्रेस ने उसे खिलाफतवादियों की सहायता के लिए अपनाया। उसका मूल उद्देश्य स्वराज्य नहीं, बल्कि खिलाफत था और स्वराज्य का गौण उद्देश्य बनाकर उससे (बाद में) जोड़ दिया गया था, ताकि हिंदू भी उसमें भाग लें।’

हालांकि यह भी एक तथ्य यह है कि मौलाना आज़ाद अहिंसक सविनय अवज्ञा के दौरान गांधी के विचारों के समर्थक बन गए, और 1919 रौलट एक्ट के विरोध में असहयोग आंदोलन को संगठित करने का काम किया। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि वह खिलाफत आंदोलन (1919-22) के नेता के रूप में उभरे थे, जिसका उद्देश्य ओटोमन साम्राज्य और खलीफा को बहाल करना था।

एक तरफ तो मौलाना आज़ाद हिन्दू-मुस्लिम एकता की बात करते थे तो वहीं दूसरी तरफ वह एक सैद्धांतिक रूप से इस्लामिस्ट थे। ये वही खिलाफत आंदोलन था जो तुरंत हिन्दू विरोधी बन गया जिसकी सबसे भयावहता मालाबार में देखी गई थी जहां 10,000 से अधिक हिंदुओं को मोपलाओं ने मौत के घाट उतार दिया था।

स्टैनले वोलपार्ट ने अपनी पुस्तक ‘जिन्ना ऑफ पाकिस्तान’ (1984) में लिखा है कि खिलाफत के खात्मे पर पूरे भारत में जहां-तहां मुसलमानों ने हिंदुओं पर गुस्सा उतारा। हत्या, दुष्कर्म, जबरन धर्मांतरण, अंग-भंग और क्रूर अत्याचार किए। पूरे खिलाफत आंदोलन के दौर की परख करने पर आश्चर्य होता है कि गांधी जी के अहिंसा संबंधी दोहरेपन तथा खिलाफत आंदोलन की किस बड़े पैमाने पर लीपा-पोती हुई है। उस आंदोलन के दुष्परिणामों से देश आज तक पूरी तरह नहीं उबर सका है।

यह हैरानी की बात नहीं है कि इस्लाम के प्रकाण्ड पंडित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद भी तुर्की की खलीफाशाही के प्रति निष्ठावान थे। उनके विचार में यह अंतर्राष्ट्रीय इस्लाम के हित में था। उन्होंने यह भी कहा था, “दारूल इस्लाम के क्षेत्रों पर जिन लोगों ने अधिकार कर लिया है, उनके विरुद्ध ‘जिहाद’ करना मुसलमानों का मजहबी दायित्य है।”

मौलाना आज़ाद ने कहा था कि “विश्वास और कुफ़्र (गैर-विश्वास) के बीच भेदभाव” का समय आ गया है” और उन्होंने कुरान की आयत 2:14 का हवाला दिया: “मुनाफिकीन (पाखंडियों के बीच) मुसलमान, जब वे मुसलमानों से मिलते हैं तो वे कहते हैं, हम मुसलमान हैं। लेकिन जब वे गैर-मुस्लिम से मिलते हैं, तो वे कहते हैं, हम दिल से आपके साथ हैं … ”

यह सोचने वाली बात है कि “जिहाद” का एक खुला समर्थन करने वाला व्यक्ति भारत का पहला शिक्षा मंत्री था। इन भाषणों को पढ़ कर आप उस क्षति का सिर्फ अंदाजा लगा सकते हैं जो उन्होंने अपने शिक्षा मंत्री के कार्यकाल के दौरान भारत और भारत की शिक्षा प्रणाली को दी होगी।

Tags: इतिहासखिलाफत आंदोलनगांधी जीमौलाना आजाद
शेयर609ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ट्रम्प ने लिखा पत्र, एर्दोगन ने पहले इसे फाड़ दिया फिर सख्ती पर घुटने टेक दिए

अगली पोस्ट

भारत को घेरने की पाकिस्तान की नई योजना, हरामीनाले के पास 55 sq km जमीन चीन को दी

संबंधित पोस्ट

महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा
क्राइम

महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा

6 October 2025

महाराष्ट्र के भिवंडी से हाल ही में गिरफ्तार किया गया 58 वर्षीय अमेरिकी नागरिक जेम्स वॉटसन भारत में फैले उस अदृश्य मगर संगठित नेटवर्क का...

कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़
इतिहास

कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़

4 October 2025

आज ही के दिन भारत के महान नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने इतिहास रचा जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पहली बार हिंदी में...

भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा
इतिहास

भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा

4 October 2025

अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मुल्ला अमीर खान मुत्तकी अगले हफ्ते रूस और भारत का दौरा करेंगे। यह यात्रा पाकिस्तान को उनकी यात्रा पर रोक लगाने...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Are Kashmir’s So-Called Leaders Silent on Pakistan’s Brutality in PoK?

Why Are Kashmir’s So-Called Leaders Silent on Pakistan’s Brutality in PoK?

00:06:23

How Pakistan Air Force was Grounded by IAF During 'Operation Sindoor'?

00:06:03

Narrative War in UP: Why Ecosystem Fears Yogi’s Bulldozer of Truth

00:06:53

Why Electoral Roll Purification Is India’s National Priority? | Special Intensive Revision |

00:08:22

How Congress acted as BRITISH RAJ’S B-TEAM and Continues that legacy?

00:07:48
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited