TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

इस दुखद समस्या के कारण बिहार को कोई गंभीरता से नहीं लेता

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
4 October 2019
in मत
बिहार

(PC: India Today)

Share on FacebookShare on X

बिहाऱ आज कल फिर से चर्चा में है। कारण है भारी बारिश और बाढ़। वैसे तो बाढ़ बिहाऱ की पहचान है लेकिन इस बार बाढ़ अपने रौद्र रूप में है तथा पटना के रिहायशी इलाकों तक पहुँच चुका है। इस बाढ़ ने सुशासन बाबू के उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी को भी घर से बाहर आने पर मजबूर कर दिया। अब तक पूरे बिहार में बाढ़ के कारण कुल 73 मौतें हो चुकी हैं लेकिन किसी को भी सुध नहीं है। साथ ही राज्य की economy, infrastructure का भी नुकसान भारी मात्र में हुआ है। लेकिन फिर भी मीडिया ने जिस प्रकार से बिहाऱ  के इस बाढ़ का कवरेज किया उससे बिहार के प्रति हीन भावना स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। न ही इस बाढ़ की चर्चा नेशनल मीडिया कही जाने वाली टीवी और समाचार पत्र कर रहे हैं और न ही सोशल मीडिया।

द प्रिंट नाम की वेब पोर्टल इस तरह की मीडिया कवरेज का एनालिसिस प्रत्येक दिन करता है। English और हिन्दी टीवी मीडिया के न्यूज़ पैटर्न को देखे तो यह समझ में आता है कि बिहार का बाढ़ किसी के लिए महत्वपूर्ण मुद्दा था ही नहीं। साथ ही इसे अंग्रेजी समाचार पत्रों ने भी अहमियत नहीं दी। बिहार में आया बाढ़ कोई संपादकीय मुद्दा नहीं है जहां कुछ expert अपनी राय से ही विश्व की सभी समस्या सुलझा देते हैं।

संबंधितपोस्ट

बिहार के गया में होमगार्ड भर्ती के दौरान महिला बेहोश, चलती एम्बुलेंस में सामूहिक दुष्कर्म

पीएम मोदी का बिहार और बंगाल दौरा: ₹12000 करोड़ की विकास परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास और उद्घाटन

किसान मई-जून में फ्री रहते हैं इसलिए मर्डर ज़्यादा होते हैं: बिहार के ADG का बेतुका बयान

और लोड करें

हालांकि हिन्दी समाचार पत्रों जिनकी बिहार की जनता में अधिक पहुँच है, उन्होंने इसे कवरेज तो दी लेकिन फिर भी इसे पहले पन्ने का मुद्दा नहीं बनाया।

बिहार के साथ मीडिया के इस सौतेले व्यवहार की निंदा भी हुई, लेकिन निंदा से मीडिया द्वारा की गयी कवरेज नहीं बढ़ने वाली।रचनात्मक आलोचना के लिए हमें मीडिया में बिहार के प्रति इस उदासीनता का कारण ढूँढना होगा। सभी समस्याओं की तरह इस समस्या का भी जड़ मास मीडिया की इकॉनमी या अर्थव्यवस्था ही है।

मास मीडिया भी पूरी तरह से Corporatized है तथा किसी अन्य क्षेत्र की कंपनी की तरह ही अपना प्रॉफिट या लाभ देखती है। मीडिया कंपनियों के लिए आय का प्राथमिक स्रोत विज्ञापन है। दूसरे क्षेत्र की कंपनियां अपने उत्पादों को उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए विज्ञापन करती हैं और इस विज्ञापन को आम जनमानस तक पहुंचने के लिए सबसे प्राथमिक माध्यम है मीडिया। जो कंपनियां मीडिया में विज्ञापन कराती हैं, उनका लक्ष्य अधिक खरीद करने वाले उपभोक्ता ही होते हैं। बिहार के प्रति मीडिया की उदासीनता का कारण भी यही है क्योंकि बिहार भारत के पिछड़े व गरीब राज्यों में से एक है। वित्तीय वर्ष 2018 में बिहार का प्रति व्यक्ति औसत आय यानि par capita income 43,822 रुपये हैं। अगर हम इसकी तुलना महाराष्ट्र से करें तो इसी वित्तीय वर्ष महाराष्ट्र में प्रति व्यक्ति औसत आय 1,80,596 रुपया है। इस हिसाब से महाराष्ट्र में एक औसत उपभोक्ता बिहार के उपभोक्ता से 4 गुना ज्यादा धनी है। स्पष्ट है विज्ञापन देने वाली कंपनी महाराष्ट्र को दिखाने वाली मीडिया को ज्यादा विज्ञापन देगी ना की बिहार को दिखाने वाली मीडिया को। और यही प्राथमिक कारण है कि मुंबई के बाढ़ को पटना या गुवाहाटी के बाढ़ की तुलना में अधिक कवरेज मिलता है।

एक तरफ विज्ञापन करने वाली कंपनी अधिक ख़रीदारी करने वाले उपभोक्ता को target करते हैं इसलिए मीडिया कंपनी उन्हीं राज्यों को ज्यादा कवर करती हैं जहां के उपभोगता अधिक अमीर हैं। और यह cycle लगातार चलता रहता है जिसका खामियाजा गरीब जनता और पिछड़े राज्यों को भुगतना पड़ता है।

बिहार स्वतन्त्रता के बाद से आज तक सबसे गरीब राज्यों में से एक है। स्वतन्त्रता के बाद से ही बिहार के पास एक तरफ गंगा नदी के क्षेत्र में आने वाला उपजाऊ मैदान था तो वहीं दूसरी तरफ खनिज से भरा वनानंचल, जो आज झारखंड के नाम से भी जाना जाता है। इन प्रकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण रहने के कारण बिहार के पास एक Mixed Economy बनने की क्षमता थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्वतन्त्रता के बाद भारत सरकार की Freight Equalisation Policy (फ्रेट इक्विलाइजेशन पॉलिसी) के कारण भी बिहार जैसे खनिज से परिपूर्ण राज्य को ही नुकसान हुआ जिसके तहत भारत में कहीं भी एक कारखाना स्थापित किए जाने और खनिजों के परिवहन पर केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान किए जाने का प्रावधान था। यह नीति 1952 में लागू किया गया था जो कि 1993 तक जारी रहा। इसने बिहार जैसे राज्यों में उत्पादन सुविधाओं को स्थापित करने के लिए निजी पूंजी के प्रोत्साहन को ही कमजोर कर दिया था।

एक अच्छे नेता या policy maker को किसी राज्य को विकसित करने के लिए कम से कम 10-15 वर्ष काफी होता है। बिहार में भी लगातार पहले लालू यादव का शासन रहा फिर अब नितीश कुमार का, दोनों ने ही लगभग 15 वर्षों तक शासन किया लेकिन बिहार आज भी पिछड़ा राज्य है। अगर हम बिहार की राजनीति पर एक नज़र डालें तो यह समझ में आता है कि आज के सभी समकालीन नेता जैसे लालू यादव, शरद यादव, नीतीश कुमार और सुशील मोदी, सभी ने अपनी राजनीतिक शिक्षा ‘लोकनायक’ कहे जाने वाले मशहूर समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण से ही ली है। इन्हीं कारणों से आज भी बिहार की economy समाजवाद पर ही आधारित रहा।

इसी वजह से पिछले पाँच दशकों में, उन्होंने ‘धन के वितरण’ और सार्वजनिक सेवाओं को ज्यादा प्रोत्साहित किया वहीं धन के ’सृजन’ करने वाले क्षेत्रों जैसे इंडस्ट्री और प्राइवेट कंपनियों को नजरअंदाज कर दिया।

बिहार के इन समाजवादी नेताओं ने केंद्र सरकार और दूसरे राज्य में काम करने वाले कामगारों द्वारा भेजे गए रुपयों से बुनियादी ढांचा, औद्योगिक विकास में खर्च करने और सेवा कंपनियों को आकर्षित करने के बजाय गरीबों में मुफ्त की चीज़ें बांट दिया।

उदाहरण के लिए वित्तीय वर्ष 2019 में बिहार को केंद्र सरकार से 1,81,255 करोड़ रुपये मिले लेकिन बिहार सरकार ने 31,002 रुपये ही अपने करदाताओं से प्राप्त हुए। बिहार में दो चौथाई हिस्सा तो केंद्र द्वारा दिया जाता है। वहीं दूसरी तरफ दूसरे राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र कुल राजस्व का लगभग आधा हिस्सा स्वयं उत्पन्न करता है। यहाँ तक कि उत्तर प्रदेश भी स्वयं लगभग 25 प्रतिशत राजस्व उत्पन्न करता है।

बिहार में गरीबी रेखा के नीचे सबसे अधिक आबादी रहती है। वर्ष 2013 में भारतीय औसत के 21.92 की तुलना में बिहार की 33.74 प्रतिशत जनसंख्या ‘गरीबी रेखा’ से नीचे की थी। इसका मतलब यह है कि लगभग एक तिहाई बिहार की आबादी अभी भी भारतीय औसत की तुलना में गरीबी रेखा से नीचे जीवन व्यतीत कर रहे हैं। राज्य में अधिकांश आबादी अभी भी कृषि पर निर्भर है। उद्योग और सर्विस सेक्टर की कंपनियां ‘कानून और व्यवस्था’ की समस्याओं और राज्य सरकार के ढुलमुल रवैये के कारण राज्य को पसंद नहीं करती हैं।

इससे स्पष्ट हो गया है कि जलमग्न हो चुके बिहार पर मीडिया क्यों इतनी उदासीनता दिखा रही है। इसका सिर्फ एक ही कारण है और वह है बिहार की गरीबी। समस्या केवल बिहार तक सीमित नहीं है; अन्य पिछड़े राज्यों में आने वाली आपदाओं को भी बहुत सीमित कवरेज ही प्राप्त होता है।

Tags: बाढ़बारिशबिहारमीडिया
शेयर14ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

एस जयशंकर ने CNNs, NYTs, और WSJs को छोड़ अमेरिकी थिंक टैंक को दिया महत्व

अगली पोस्ट

बांग्लादेश इकॉनमी में दक्षिण एशिया का ‘नया टाइगर’ बन रहा है, क्या है वजह

संबंधित पोस्ट

आरएसएस की शाखा से ‘टीम मैनेजमेंट’ का प्रशिक्षण
मत

आरएसएस की शाखा से ‘टीम मैनेजमेंट’ का प्रशिक्षण

22 July 2025

जैसे-जैसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का शताब्दी वर्ष निकट आ रहा है, उसके कार्यों की चर्चा बढ़ती जा रही है। संघ की ओर से भी...

‘विश्व संवाद केंद्र’ संचार माध्यमों, सोशल मीडिया और मीडिया की ताकत को राष्ट्र हित में उचित दिशा देने के लिए प्रयासरत है
मत

‘संवाद से सौहार्द’ की ओर ‘विश्व संवाद केंद्र’ की भूमिका

20 July 2025

‘संगच्छध्वं संवदध्वं सं वो मनांसि जानताम्’, ऋग्वेद की ऋचा की यह पंक्ति अधिकांश लोगों ने सुनी या पढ़ी होगी । यह ऋचा आज भी उतनी...

आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया
इतिहास

वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

14 July 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों के लिए ‘14 जुलाई’ का दिन विशेष स्मृति दिवस होता है, क्योंकि 14 जुलाई 2003 को संघ चतुर्थ सरसंघचालक प्रो....

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32

Lashkar-e-Taiba on the Run from Muridke: Is Bahawalpur Becoming Pakistan’s New Terror Capital?

00:07:26

Britain’s Million-Dollar Bird Finally Takes Off!

00:06:43
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited